गार्डन हो या घर की बालकनी उसे सुंदर-सुंदर सजावटी पौधों से सजाना किसे अच्छा नहीं लगता। बहुत से लोग अपने घर पर फूल वाले पौधे लगाते हैं, तो कुछ तरह-तरह के सुंदर पत्तियों वाले पौधे भी। यह पौधे न सिर्फ घर को आकर्षक बनाते हैं, बल्कि पॉजिटिविटी का एहसास भी कराते हैं। इन्हीं सुंदर पौधों में एक है, पाम का पौधा। यह एक हाउसप्लांट है, जिसकी पत्तियां बड़ी और कट वाली होती हैं। चमकदार हरी पत्तियों के लिए एरिका पाम ट्री को सभी लोग इंडोर लगाना पसंद करते हैं। आज इस लेख में हम आपको गमले में पाम का पौधा कैसे लगाएं? इसकी जानकारी देंगे, जिससे आप इस खूबसूरत पॉटेड प्लांट को लगा सकें। होम गार्डन में एरिका पाम ट्री या पाम का पौधा कैसे उगाएं (Planting Palm Tree In Pot In Hindi), इस पौधे को उगाने की विधि तथा देखभाल कैसे करें? जानने के लिए लेख पूरा पढ़ें।
एरिका पाम ट्री उगाने के लिए आवश्यक जानकारी – Information Needed To Grow Areca Palm Tree In Hindi
- सामान्य नाम – एरिका पाम
- वानस्पतिक नाम – Dypsis Lutescens
- पौधे का प्रकार – बारहमासी पौधा
- पौधे की ऊंचाई – 6 से 10 फीट
- लगाने का समय – फरवरी से मई माह
- पौधा लगाने की विधि – डिवीजन, सीड
- प्लांट ग्रोइंग टेंपरेचर – 18 से 25 डिग्री सेल्सियस
- सूर्य प्रकाश – आंशिक धूप
- बेस्ट मिट्टी – अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी
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एरिका पाम ट्री कब लगाएं – When To Plant Areca Palm Tree In Hindi
यदि आप पाम ट्री को इनडोर लगाना चाहते हैं, तो आप इसे सालभर किसी भी समय लगा सकते हैं, लेकिन इसे लगाने का सबसे अच्छा समय वसंत से गर्मियों की शुरुआत अर्थात फरवरी से मई माह के बीच, जब तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो, का होता है।
एरिका पाम ट्री उगाने के लिए आवश्यक सामग्री – Material Required To Grow Areca Palm Tree At Home In Hindi
पाम का पौधा या बीज (Seed Or Plant) – घर पर पाम ट्री लगाने के लिए आपको इसके बीज या पुराने परिपक्व पौधे की आवश्यकता होगी, जिससे आप नया पौधा तैयार करेंगे।
गमला (Pot Or Grow Bag) – पाम ट्री को लगाने के लिए आपको एक बड़े साइज़ के, बेहतर ड्रेनेज वाले गमले या ग्रो बैग की आवश्यकता होगी, जिसके लिए आप निम्न साइज के ग्रो बैग खरीद सकते है:-
- 12 x 12 इंच (W x H)
- 15 x 15 इंच (W x H)
- 18 x 18 इंच (W x H)
पॉटिंग सॉइल मिक्स (Potting Soil Mix) – ग्रो बैग खरीदने के बाद आपको पाम ट्री लगाने के लिए पॉटिंग मिक्स तैयार करना होगा। आप मिट्टी में निम्न चीजें मिलाकर मिक्सचर तैयार कर सकते हैं:-
- कोकोपीट, रेत, पर्लाइट या वर्मीकुलाइट
- गोबरखाद, वर्मीकम्पोस्ट
- नीम केक, मस्टर्ड केक आदि
वाटर कैन (Water Can) – होम गार्डन में पाम ट्री लगाने के बाद आपको उसे पानी देने के लिए वाटर कैन की जरूरत होगी।
गार्डनिंग टूल्स (Gardening Tools) – गार्डन में पौधा लगाने से लेकर उसकी देखभाल करने के लिए आपको कुछ गार्डनिंग टूल्स जैसे खुरपा, वीडर आदि की जरूरत भी हो सकती हैं।
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गमले में एरिका पाम ट्री कैसे लगाएं – How To Plant Areca Palm Plant In Hindi
आमतौर पर पाम ट्री को बीज और डिवीजन मेथड से उगाया जा सकता है, लेकिन इसे उगाने की बेस्ट मेथड डिवीजन है, क्योंकि एरिका पाम ट्री के बीजों का उपलब्ध हो पाना और जर्मिनेट होना कुछ मुश्किल होता है, इसलिए इसे विभाजन से लगाना अच्छा होता है। इसके अतिरिक्त आप नर्सरी से पाम का छोटा पौधा लाकर भी गमले में लगा सकते हैं।
बीज बोना (Seed Sowing)
- बीज से एरिका पाम ट्री को लगाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि इनके बीजों की अंकुरण दर काफी कम होती है, जिससे इन्हें उगाना कुछ मुश्किल हो सकता है।
- सबसे पहले अच्छी क्वालिटी के ताजे एरेका पाम के बीज प्राप्त करें, इनकी अंकुरण की संभावना अधिक होती है।
- बीजों को 24 घंटे के लिए पानी में भिगोएँ।
- अब गमले में तैयार किया हुआ पॉटिंग मिक्स भरें।
- इसके बाद एरिका पाम के बीजों को मिट्टी में लगभग 1/2 इंच गहराई में लगाएं।
- बीज लगाने के बाद मिट्टी को पानी दें तथा गमले को अप्रत्यक्ष धूप वाले गर्म और उजाले वाले स्थान पर रखें।
- आदर्श तापमान 24°C से 29°C के बीच बीजों को जर्मिनेट होने में लगभग 4-6 सप्ताह का समय लग सकता है।
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डिवीजन मेथड (Division Method)
डिवीजन मेथड से एरिकापाम का पौधा लगाने के लिए पुराने पौधे को गमले से सावधानीपूर्वक निकालें और जड़ों से मिट्टी को हटाएं। इसके बाद तेज धार वाले चाक़ू की मदद शाखाओं की जड़ों को अलग-अलग करें, लेकिन ध्यान रहे, कि लगाए जाने वाले प्रत्येक पौधे में कम से कम 4 से 5 तने होने चाहिए और उनकी जड़ें जुड़ी होनी चाहिए। अब अलग किए गए पौधे को पॉटिंग मिक्स से भरे ग्रो बैग में लगाएं और मिट्टी को गहराई से पानी दें।
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एरिका पाम ट्री की केयर – Areca Palm Tree Care Tips In Hindi
अगर आपने घर पर पाम ट्री को लगा लिया है, तो इस हाउसप्लांट की अच्छी ग्रोथ के लिए आइए जानते हैं- एरिका पाम ट्री की देखभाल कैसे करें? पाम ट्री की केयर के कुछ टिप्स निम्न हैं:-
पानी – गमले की मिट्टी को नम बनाएं रखें, लेकिन अधिक गीली नहीं, इससे पौधे की जड़ें ख़राब हो सकती हैं। पौधे के आसपास आर्द्रता बनाए रखने के लिए प्रत्येक 4 से 6 सप्ताह में पत्तियों पर स्प्रे पंप की मदद से हल्का स्प्रे करें।
धूप – एरेका पाम उज्ज्वल, फिल्टर्ड धूप में अच्छी तरह बढ़ता है, लेकिन यह कुछ समय के लिए छाया सहन कर सकता है। इसे सीधी धूप से बचाएं, इससे पत्तियाँ झुलस सकती हैं।
तापमान – एरेका पाम आदर्श रूप से 18°-24°C के आसपास तापमान में अच्छी ग्रोथ करता है, लेकिन सर्दियों में यह न्यूनतम 10°C तक तापमान सहन कर सकता है।
खाद और उर्वरक – एरेका पाम एक हैवी फीडर प्लांट है, इसे वसंत से शुरुआती शरद ऋतु तक प्रत्येक 3 से 4 सप्ताह में जैविक तरल उर्वरक जैसे प्लांट ग्रोथ प्रमोटर, बायो NPK, सीवीड आदि प्रदान करें, लेकिन सर्दियों के दौरान जब पौधा सुप्त अवस्था में हो, तब इसे फ़र्टिलाइज न करें।
एरिका पाम ट्री की रिपॉटिंग – Repotting Of Areca Palm Tree In Hindi
आमतौर पर एरिका पाम ट्री को प्रत्येक 2 से 3 साल में रिपॉट करने की आवश्यकता होती है। यदि आपके पौधे की रूट बाउंड हो गई हैं या पौधा मुरझाने लगा है, आप तब भी उसे आवश्यकता पड़ने पर रिपॉट कर सकते हैं। जब पौधे की ग्रोथ रुकने लगती है, तथा जड़ें ड्रेनेज होल्स से बाहर आने लगती हैं, तब एरिका पाम के पौधे को रिपॉट करने का सही समय होता है।
रिपॉटिंग के दौरान अपने पुराने गमले से लगभग 2 से 3 इंच बड़ा गमला लें और पौधे को उसी गहराई पर दोबारा लगाएं, जिस गहराई पर पहले लगा हुआ था। एरिका पाम ट्री को दोबारा लगाते समय ध्यान रखें, कि पौधे की जड़ों के पास पुरानी मिट्टी को लगा रहने दें, इससे पौधा ट्रांसप्लांटिंग शॉक से बच जाता है।
(यह भी जानें: प्लांट रिपॉटिंग के दौरान न करें यह गलतियाँ, मर सकता है पौधा….)
पाम ट्री के कीट व रोग – Pests And Diseases Of Palm Plant In Hindi
इनडोर प्लांट एरिका पाम कीटों के प्रति संवेदनशील होते हैं, इसे स्पाइडर माइट्स, एफिड्स, माइलबग्स, स्केल और व्हाइटफ्लाइज़ जैसे कीट संक्रमित कर सकते हैं, जो इसकी पत्तियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अतः पौधे पर किसी भी कीट का संक्रमण दिखाई देने पर जैविक कीटनाशक साबुन, नीम ऑयल का स्प्रे और कीट नियंत्रण के जैविक तरीकों को अपनाएँ।
पाम ट्री में बीमारियों की कोई गंभीर समस्या नहीं होती है, लेकिन कभी-कभी इसकी बाहरी पत्तियां पीली होने लगती हैं और अंततः सूख जाती है। इस स्थिति में पौधे की उन बाहरी पत्तियों को हटा देना सबसे अच्छा होता है, इससे पाम का पौधा पौधा खराब होने से बच जाता है।
(यह भी जानें: एजाडिरेक्टिन नीम तेल कीटनाशक का गार्डन में उपयोग….)
इस लेख में आपने जाना होम गार्डन के गमले में या घर पर एरिका पाम ट्री या पाम का पौधा कैसे उगाएं/लगाएं, इस पौधे को उगाने की विधि तथा देखभाल कैसे करें या केयर के कुछ टिप्स के बारे में। उम्मीद है लेख आपको अच्छा लगा हो, इस लेख के संबंध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।