पौधों से सफेद मक्खियां (व्हाइटफ्लाइज) कैसे हटाएं – How To Remove White Fly From Plants In Hindi

यदि आपने अपने गार्डन में बहुत से फल व सब्जियों के पौधे उगाएं हैं, तो उन पौधों पर कई कीट व रोग लग सकते हैं, उन कीटों में से एक विशेष कीट है, सफेद मक्खी, जिसे व्हाइटफ्लाई भी कहा जाता है। यह मक्खी आमतौर पर पौधे की पत्तियों में पायी जाती है, जो पौधे की पत्तियों से रस पीकर लार्वा छोड़ देती है, जिससे पत्तियां खराब हो जाती हैं। यदि आप अपने घर या गार्डन में लगे पौधों को सफेद मक्खी से बचाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए काफी हेल्पफुल साबित हो सकता है। इस लेख में आप, सफेद मक्खी या व्हाइटफ्लाइज क्या है, सफेद मक्खी से पौधों को होने वाले नुकसान कौन-कौन से हैं, तथा व्हाइटफ्लाई से पौधों को कैसे बचाएं, के बारे में जानेंगे।

घर पर गमले में लगे पौधों को सफेद मक्खी या व्हाइटफ्लाइज से बचाने के उपाय व रोकथाम के तरीके क्या हैं, के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।

सफेद मक्खी क्या है – What Is Whiteflies In Hindi

सफेद मक्खी क्या है - What Is Whiteflies In Hindi

व्हाइटफ्लाइज अर्थात् सफेद मक्खी पौधों में लगने वाला एक सामान्य कीट है, जो घर पर गमले या गार्डन की मिट्टी में लगे पौधों को नुकसान पहुंचाता है। सफेद मक्खी की लगभग 1500 प्रजाति पाई जाती हैं, जो एफिड्स (Aphids) और स्केल्स (Scales) कीटों के समूह से संबंधित हैं। वयस्क व्हाइटफ्लाइज (Whiteflies) आकार में लगभग 1-3 मिली मीटर की होती है, जो पौधों की पत्तियों को खाकर उन्हें हानि पहुंचाती है, साथ ही यह पौधे की पत्तियों पर खतरनाक वायरस भी छोड़ती है, जिसके कारण पौधे धीरे-धीरे खराब होने लगते हैं और नष्ट हो जाते हैं। गर्मी के मौसम के दौरान सफेद मक्खियाँ तेजी से प्रजनन करती हैं, जिससे प्लांट्स पर संक्रमण का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। प्रत्येक मादा व्हाइटफ्लाइज (सफेद मक्खी) पत्तियों की निचली सतह पर लगभग 400 अंडे देती है तथा इन अंडो से 1-3 सप्ताह में छोटी मक्खियाँ जन्म लेती हैं।

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पौधों में सफेद मक्खी लगने के कारण Causes Of Whitefly In Plants In Hindi

यदि आप जानना चाहते हैं कि, पौधों में सफेद मक्खी क्यों लगती है?, तो इस लेख को आगे पढ़ते रहें। घर पर गमले या गार्डन की मिट्टी में लगे पौधों में सफेद मक्खी अर्थात् व्हाइटफ्लाइज लगने के निम्न कारण हैं, जैसे:-

पौधों की मिट्टी में पानी की कमी – Water Loss In Plants Soil In Hindi

जिन पौधों को पानी की अधिक आवश्यकता होती है, वे पौधे सफेद मक्खी के संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। यदि आप एक ऐसे क्षेत्र में रहते हैं, जहाँ आमतौर पर गर्म व शुष्क वातावरण रहता है, तो उस स्थान पर पौधों में सफ़ेद मक्खी का खतरा अधिक होता है। यदि आपने गर्म वातावरण में पौधे लगाए हैं, और उन पौधों में किसी कारणवश पानी नहीं देते या पानी देना भूल जाते हैं, तो इस स्थिति में भी पौधों पर व्हाइटफ्लाइज़ का संक्रमण बढ़ सकता है।

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कीटनाशकों का अधिक इस्तेमाल Over Use Of Pesticides In Plants In Hindi

गार्डनिंग में अधिक से अधिक कीटनाशकों या पेस्टीसाइड का प्रयोग भी पौधों में सफेद मक्खी लगने का प्रमुख कारण है। पौधों में कई ऐसे कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है, जो न सिर्फ नुकसान करने वाले होते हैं, बल्कि पौधों के लिए लाभकारी कीटों को भी मार देते हैं। भिंडी भृंग (ladybug beetle), मकड़ी, मधुमक्खी और ततैया जैसे लाभदायक पोलिनेटर्स, पौधों में सफेद मक्खी के प्रभाव को कम करते हैं, लेकिन कीटनाशकों (pesticides) के अधिक प्रयोग से यह लाभकारी पोलिनेटर्स नष्ट हो जाते हैं और परिणामस्वरूप सफेद मक्खियाँ पौधों पर पूरी तरह से हावी हो जाती हैं।

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नाइट्रोजन उर्वरक का अधिक प्रयोग Use Of Extra Nitrogen Fertilizer In Plants In Hindi

पौधों में सफेद मक्खी लगने का एक कारण यह भी है कि, पौधों के लिए नाइट्रोजन युक्त कीटनाशक का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करना, क्योंकि बहुत अधिक नाइट्रोजन उर्वरक का इस्तेमाल, पौधों पर सफेद मक्खी के संक्रमण को बढ़ा सकता है। इसके अलावा अधिक उर्वरकों के उपयोग से पौधों के ऊतकों में नाइट्रोजन की मात्रा अधिक हो जाती है। नाइट्रोजन, सफेद मक्खी को अपनी ओर अधिक आकर्षित करता है, इसलिए इसके अधिक इस्तेमाल से पौधे पर सफेद मक्खियों के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।

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सफेद मक्खियों से प्रभावित होने वाले पौधे – Plants Affected By Whiteflies In Hindi

सफेद मक्खियों से प्रभावित होने वाले पौधे - Plants Affected By Whiteflies In Hindi

कुछ पौधों पर व्हाइटफ्लाइज कीटों का प्रभाव अधिक रहता है। आमतौर पर सफेद मक्खियों से ग्रसित होने वाले पौधों के नाम निम्न हैं, जैसे:

  1. साइट्रस (Citrus)
  2. स्क्वैश (squash)
  3. ककड़ी (cucumber)
  4. अंगूर (grapes)
  5. टमाटर (tomato)
  6. गुड़हल (Hibiscus)
  7. रेडबड प्लांट (Redbud plant)
  8. फुकिया या फ्यूशिया (Fuchsia)
  9. कॉफी बेरी प्लांट (coffeeberry)
  10. केला (Banana)
  11. आम (Mango)
  12. शिमला मिर्च (Capsicum)
  13. मिर्च (Chilli)
  14. अमरूद (Guava), आदि।

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सफेद मक्खियों से पौधों को होने वाले नुकसान Plant Damage Caused By White Flies In Hindi

व्हाइटफ्लाई यानि सफेद मक्खी पौधे की पत्तियों की निचली सतह पर पाई जाती हैं, जो पौधे के ऊतकों से रस पीकर, उन्हें नुकसान पहुंचाती हैं। पौधों में व्हाइटफ्लाइज लगने से पौधों को कई सारे नुकसान होते हैं, जो निम्न प्रकार हैं, जैसे:

  1. सफेद फ्लाइज पौधे के पत्तों पर चिपचिपा शर्करा युक्त पदार्थ छोड़ती हैं, जिसके कारण पत्तियों पर फफूंदी या काला फंगस लगने लगता है।
  2. पौधों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया धीमी हो जाती है या रुक जाती है।
  3. पौधे की ग्रोथ रुकने लगती है।
  4. प्लांट्स की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं।
  5. गमले या गार्डन में लगे पौधों से पत्ते गिरने लगते हैं।

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सफेद मक्खी से पौधों को बचाने के उपाय व तरीके How To Get Rid Of Whiteflies In Plants In Hindi

सफेद मक्खी से पौधों को बचाने के उपाय व तरीके - How To Remove Whiteflies From Plants In Hindi

होम गार्डन या टेरिस गार्डन के गमले या ग्रो बैग में लगे पौधों को व्हाइटफ्लाई (सफेद मक्खी) से बचाने के लिए, आप निम्न उपाय अपना सकते हैं, जैसे:-

  1. पौधों से व्हाइटफ्लाइज या सफेद मक्खी से ग्रसित भागों को काटकर अलग कर दें।
  2. सफेद मक्खी से संक्रमित पौधों पर जैविक कीटनाशक साबुन और नीम तेल के घोल का छिड़काव करें, क्योंकि नीम तेल में कई जटिल सक्रिय तत्व मौजूद होते हैं, जो मक्खी के प्राकृतिक हार्मोन के समुचित कार्य में बाधा उत्पन्न करते हैं, जिसके फलस्वरूप ये कीट अंडे नहीं दे पाते हैं, अंततः कीटों की संख्या कम होने लगती है और ये नष्ट हो जाते हैं।
  3. सफेद मक्खियाँ व अन्य कीटों से पौधों को बचाने के लिए, पौधे के आस-पास स्टिकी ट्रैप (Sticky Trap) लगाएं, क्योंकि स्टिकी ट्रैप के पास जब कीट आते हैं, तो वे इसमें चिपक जाते हैं।
  4. संक्रमण को रोकने के लिए अपने गार्डन में पोलिनेटर्स जैसे ग्रीन लेस्विंग्स (Green lacewings), लेडीबग (ladybugs) आदि को आकर्षित करने के लिए फूल वाले पौधे लगाएं, क्योंकि यह पोलिनेटर्स मक्खियों के प्रभाव को नियंत्रित करते हैं।
  5. व्हाइटफ्लाइज को नियंत्रित करने के लिए कम्पेनियन प्लांट्स (companion plants) लगाएं। जैसे कि आप नास्टर्टियम फूल के पौधे को आंवलेटमाटर के पौधे को सुरक्षा प्रदान करने के लिए लगा सकते हैं।
  6. आप संक्रमण रोकने के लिए 2 भाग रबिंग अल्कोहल, 5 भाग पानी और 1 बड़ा चम्मच बायोडिग्रेडेबल लिक्विड सोप को आपस में मिलाकर पौधों के पत्तों पर छिड़काव कर सकते हैं।
  7. एल्युमिनियम फॉयल या रिफ्लेक्टिव प्लास्टिक मल्च, सफेद मक्खियों के ऊपर सूर्य के प्रकाश को परावर्तित कर उन्हें पीछे हटा सकती है।

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