नीम तेल और कॉपर कवकनाशी में से कौन है बेहतर – Copper Fungicide Vs Neem Oil, Which Is Better For Plants In Hindi 

अगर आप गार्डनिंग के शौकीन हैं, तो आप यह जरूर जानते ही होंगे कि पौधों को कीटों से सुरक्षित रखना कितना जरूरी होता है। कवक और अन्य कीड़े पौधों के लिए काफी बड़ा खतरा होते हैं, क्योंकि वे बहुत कम समय में पौधे को अधिक नुकसान पहुंचा सकते हैं। आमतौर पर पौधों को कीटों से बचाने के लिए कीटनाशकों का प्रयोग किया जाता है। कॉपर फंगीसाइड और नीम ऑयल दोनों ही प्रभावी कीटनाशक हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि आपको इन दोनों में से किसका प्रयोग अपने गार्डन में करना चाहिए। इस लेख में हम आपको कॉपर कवकनाशी और नीम तेल में अंतर (Copper Fungicide Vs Neem Oil In Hindi), कॉपर फंगीसाइड और नीम तेल के फायदे-नुकसान, गुण-दोष और नीम तेल व कॉपर फंगीसाइड का उपयोग कैसे करना है? इसकी पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।

कॉपर कवकनाशी क्या है – What Is Copper Fungicide In Hindi

कॉपर कवकनाशी क्या है - What Is Copper Fungicide In Hindi

यह कॉपर फंगीसाइड एक तरल कीटनाशक है, जो पौधों को कवक रोगों से लड़ने में मदद करता है। पौधों में होने वाले कवक रोगों को रोकने के लिए ज्यादातर इस कॉपर फंगीसाइड का उपयोग किया जाता है। जैसा कि नाम से ही पता चलता है यह कॉपर और अन्य रासायनिक पदार्थों से मिलकर बना होता है। कॉपर एक धातु है जो की अपने लिक्विड फॉर्म में कई कवक रोगों को खत्म करने में काफी प्रभावी है। कॉपर फंगीसाइड पाउडरी मिल्डयू, डाउनी मिल्डयू और एन्थ्रेकनोज जैसे कवक रोगों का प्रभावी तरीके से नियंत्रण करने में काफी उपयोगी है। 

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कॉपर फंगीसाइड कीटों को कैसे नियंत्रित करता है – How Does Copper Fungicide Work In Hindi 

कॉपर फंगीसाइड कीटों को कैसे नियंत्रित करता है - How Does Copper Fungicide Work In Hindi 

पौधों पर कॉपर फंगीसाइड का जब छिड़काव किया जाता है, तो यह तरल कीटनाशक पौधों के ऊतकों में पहुँच कर उसमें मौजूद कवक को खत्म कर देता है। यह घोल सल्फ्यूरिक एसिड और कॉपर के बीच प्रतिक्रिया करके काम करता है, जिसके परिणामस्वरूप एक एंजाइम निकलता है, जो किसी भी कवक रोगजनक को मार सकता है। एक महत्वपूर्ण तथ्य जो आपको जानने की आवश्यकता है, वह यह है कॉपर फंगीसाइड कीट संक्रमित पौधे के उपचार की तुलना में कीटों की रोकथाम में ज्यादा कारगर है। बहुत से लोग सोचते हैं कि संक्रमित पौधे पर कॉपर कवकनाशी का छिड़काव करने से मदद मिल सकती है, लेकिन ऐसा नहीं है।

यह तरल उन पौधों पर अप्रभावी है, जो पहले से ही कवक रोग से संक्रमित हैं। जैसे कि अत्यधिक नमी वाले मौसम में पाउडरी मिल्डयू जैसे रोगों से पौधा संक्रमित होने का खतरा रहता है। इसलिए अधिक नमी वाले मौसम से पहले कॉपर कवकनाशी के प्रयोग से आपके पौधों को किसी भी फंगल संक्रमण से बचाया जा सकता है। 

क्या कॉपर कवकनाशी मनुष्यों के लिए सुरक्षित है – Is Copper Fungicide Safe For Humans In Hindi 

कॉपर फंगीसाइड एक रासायनिक कीटनाशक है। यह एक जहरीला रसायन है और आपको पौधों पर इसका प्रयोग करते समय सावधान रहना चाहिए। यदि आप लंबे समय तक बड़ी मात्रा में कॉपर कवकनाशी के संपर्क में रहते हैं, तो आपको दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। 

इस घोल को पौधों पर लगाते समय हमेशा दस्ताने, मास्क और एप्रिन (Apron) पहनें। कीटनाशक आपकी त्वचा पर न गिरे इस बात का ख्याल रखें, क्योंकि इससे त्वचा में जलन हो सकती है।

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कॉपर कवकनाशी का उपयोग कैसे करें – How To Use Copper Fungicide For Plants In Hindi 

कॉपर कवकनाशी का उपयोग कैसे करें How To Use Copper Fungicide For Plants In Hindi 

किसी अन्य कीटनाशक की तरह ही कॉपर कवकनाशी का भी प्रयोग कर सकते हैं। आपको बस इतना करना है कि पैकेज पर दिए गए निर्देशों को पढ़ें और उसके अनुसार इस कवकनाशी का प्रयोग करें। आमतौर पर, अधिकांश कॉपर फंगीसाइड रेडी टू यूज आते हैं, लेकिन अगर आपको मिश्रण बनाना है, तो 4 लीटर पानी में 1 से 3 चम्मच कॉपर फंगीसाइड मिलाना होगा। एक बार घोल तैयार हो जाने के बाद उसे स्प्रे बोतल में भरकर सीधे पौधों पर स्प्रे कर सकते हैं।  

पहली बार कीटनाशक का छिड़काव करने के बाद, इसे फिर से दोहराने से पहले सात या आठ दिनों तक प्रतीक्षा करें। एक अन्य महत्वपूर्ण टिप, आपको गर्म मौसम में कॉपर कवकनाशी का प्रयोग नहीं करना चाहिए। सुनिश्चित करें कि मिश्रण का छिड़काव करने से पहले पत्तियां गीली हों, क्योंकि गीली पत्तियों में यह कीटनाशक अधिक प्रभावी हो सकता है। 

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कॉपर फंगीसाइड के फायदे – Benefits Of Copper Fungicide For Plants In Hindi 

इस कॉपर फंगीसाइड का पौधों पर छिड़काव करने के लाभ निम्न हैं: 

  1. बगीचे में फंगल रोगों को नियंत्रित करने के लिए यह काफी काम का कवकनाशी है।
  2. कॉपर कवकनाशी उर्वरकों के रूप में भी उपयोगी होते हैं। यह मिश्रण आपके पौधों को बढ़ने और फलने-फूलने के लिए मिट्टी को उचित पोषक तत्व दे सकता है। 
  3. अगर आप इसका प्रयोग फलों और सब्जियों पर कर रहे हैं, तो यह उनकी गुणवत्ता और स्वाद को भी बढ़ा सकता है। लेकिन आपको सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिए सही मात्रा में मिश्रण का उपयोग करना होगा। 

(यह भी पढ़ें: कीटनाशक के छिड़काव से पहले जानें यह आवश्यक 5 बातें…)

कॉपर कवकनाशी के नुकसान – Side Effects Of Copper Fungicide In Hindi 

  1. संक्रमित पौधे पर कॉपर कवकनाशी का प्रयोग करने से कोई फायदा नहीं होगा। इस मिश्रण में पहले से ही संक्रमित पौधे को ठीक करने की क्षमता नहीं होती है।  
  2. यह एक जहरीला रसायन है, जो मनुष्यों और जानवरों दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए उचित सुरक्षा उपकरणों के साथ कॉपर कवकनाशी का प्रयोग करना आवश्यक है। 
  3. कॉपर कवकनाशी की विषाक्तता अच्छे कीड़ों और मधुमक्खियों पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। 
  4. अगर इस मिश्रण को बहुत ज्यादा या बार-बार प्रयोग किया जाए, तो यह फलों और सब्जियों को बेस्वाद बना सकता है। 

नीम का तेल क्या है – What Is Neem Oil For Plants In Hindi 

नीम का तेल क्या है - What Is Neem Oil For Plants In Hindi 

यह नीम का तेल बागवानों के बीच सबसे लोकप्रिय कीटनाशकों में से एक है।  नीम के तेल में अजाडिरेक्टिन नामक तत्व होता है, जो एक प्राकृतिक कीटनाशक के रूप में काम करता है और किसी भी अवांछित कीड़े को हटा देता है। यह पौधों में कीटों और रोगों को नियंत्रित करने का एक पुराना तरीका भी है। चूंकि नीम का तेल 100% जैविक है और पूरी तरह से विषाक्तता से मुक्त है, इसलिए ज्यादातर गार्डनर अपने पौधों में अक्सर इसका इस्तेमाल करते हैं। यह नीम तेल पर्यावरण के अनुकूल है और मधुमक्खियों, पक्षियों और मनुष्यों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है।

(यह भी पढ़ें:नीम तेल के फायदे और गुण जो बनाते हैं पौधों को बेहतर…) 

नीम का तेल कैसे काम करता है – How Neem Oil Works On Plants In Hindi  

इस नीम के तेल की सबसे खास बात इसकी गैर-विषाक्तता (Non Toxicity) और प्रभावशीलता (Effectiveness) है। जब पौधे पर नीम तेल का छिड़काव किया जाता है, तब पौधा तेल के पदार्थों को सोख लेता है। इसके परिणामस्वरुप, नीम तेल में मौजूद एजाडिरेक्टिन तत्व कीड़ों को ख़त्म कर देता है। नीम का तेल कीटों और बीमारियों जैसे एफिड्स, माइट्स, व्हाइटफ्लाइज़, फफूंदी, एन्थ्रेक्नोज़ आदि को दूर करने में सबसे अच्छा काम करता है। नीम तेल में मौजूद एजाडिरेक्टिन जैसे तत्व फंगस को पौधों में फैलने से रोकते हैं। वास्तव में नीम का तेल फफूंद जनित रोगों जैसे पाउडरी मिल्ड्यू, कला धब्बा रोग, और रस्ट के खिलाफ काफी उपयोगी है।

पौधों पर नीम तेल का उपयोग कैसे करें – How To Use Neem Oil On Plants In Hindi 

पौधों पर नीम तेल का उपयोग कैसे करें - How To Use Neem Oil On Plants In Hindi 

नीम तेल का सही तरीके से उपयोग करने से इसकी प्रभावशीलता में काफी वृद्धि हो सकती है। लेकिन आपको सावधान रखने की जरूरत है, क्योंकि बहुत ज्यादा नीम का तेल संभावित रूप से आपके पौधों को झुलसा सकता है।

इस तेल का उपयोग करते समय, याद रखें कि उसे गर्म मौसम में प्रयोग न करें, क्योंकि इससे पौधों को काफी नुकसान हो सकता है। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि मौसम ठंडा होने पर या सूरज ढलने पर नीम तेल का छिड़काव करें। नीम के तेल को पानी के साथ मिलाते समय हमेशा पैकेजिंग निर्देशों का पालन करें और सुनिश्चित करें कि पानी से तेल का अनुपात सही हो, साथ कुछ मात्रा में लिक्विड सोप भी अवश्य मिलाएं। सप्ताह में एक बार इस तेल का उपयोग करने की सलाह दी जाती है, लेकिन आप पौधे की स्थिति के आधार पर यह संख्या बढ़ा सकते हैं।

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नीम तेल के फायदे – Benefits Of Using Neem Oil On Plants In Hindi 

इस नीम के तेल में कीट और कवक दोनों को दूर करने की क्षमता होती है। नीम का तेल एक गैर विषैला घोल है। यह पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है और किसी भी मधुमक्खियों या लाभकारी कीड़ों को नहीं मारेगा।

यह 100% बायोडिग्रेडेबल है, यानी नीम के तेल से आपके बगीचे की मिट्टी दूषित नहीं होगी। 

नीम का तेल पर्याप्त पोटैशियम और नाइट्रोजन प्रदान कर मिट्टी को उपजाऊ भी बनाता है। इस प्रकार, आपके पौधों की उचित वृद्धि और विकास में भी सहायक है। 

नीम तेल का उपयोग करने से नुकसान – Disadvantages Of Using Neem Oil On Plants In Hindi 

अगर नीम का तेल मानव त्वचा के सीधे संपर्क में आता है, तो इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, यह त्वचा की जलन जैसे चकत्ते और विभिन्न प्रकार की एलर्जी पैदा कर सकता है।

नीम के तेल की अधिक मात्रा सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में पत्तियों के जलने का कारण बन सकती है।

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नीम तेल और कॉपर कवकनाशी में से कौन बेहतर है – Neem Oil Vs Copper Fungicide Which Is Better In Hindi 

कॉपर कवकनाशी और नीम के तेल में कोई विजेता नहीं है। दोनों की अलग-अलग विशेषताएं और उपयोग हैं। उदाहरण के लिए, कॉपर कवकनाशी फफूंद संक्रमणों को रोकने में आश्चर्यजनक रूप से प्रभावी है। दूसरी ओर, नीम का तेल जैविक कीटनाशक के रूप में काफी अच्छे से काम करता है। 

वैसे अगर आप कीटों और कवक को रोकने के लिए जैविक कीटनाशक की तलाश कर रहे हैं, तो आपको नीम तेल ही खरीदना चाहिए। नीम तेल को आप orgaicbazar.net साईट से खरीद सकते हैं।

इस लेख में नीम तेल और कॉपर कवकनाशी के बीच अंतर, उनके फायदे-नुकसान, उपयोग करने का तरीका, गुण दोष आदि की जानकारी दी गयी है। अगर कॉपर फंगीसाइड और नीम तेल के बीच अंतर से जुड़ा यह लेख आपके काम आया हो, तो इसे अपने अन्य गार्डनिंग करने वाले दोस्तों के साथ भी शेयर जरूर करें।

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