क्या आपने कभी सोचा है कि कई कोशिशों के बावजूद कभी-कभी बीज अंकुरित क्यों नहीं हो पाते हैं? ऐसा इसीलिए होता है, क्योंकि बीजों को अंकुरित होने के लिए अनुकूल वातावरण नहीं मिल पाता है। सभी सीड्स को जर्मीनेट होने के लिए पानी, ऑक्सीजन और उचित तापमान के साथ ही कुछ बीजों को उचित प्रकाश या फिर अँधेरे की भी आवश्यकता होती है। यदि आप पौधों को बीज से उगाना चाहते हैं, तो जरूर ही आपके मन में बीजों को अंकुरित करने से सम्बंधित कई सवाल होंगे, जैसे बीज अंकुरित (seed germination) होने के लिए क्या जरूरी है? बीज को अंकुरित होने में कितना समय लगता है, सीड अंकुरित कैसे होता है आदि। इस आर्टिकल में हम आपको बीज अंकुरित करने से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर बताने जा रहे हैं।
बीज अंकुरण क्या है – What Is Seed Germination In Hindi
पानी, उचित तापमान और ऑक्सीजन की उपस्थिति में किसी बीज में से जड़ें और शूट्स निकलने की प्रक्रिया को बीज अंकुरण (Seed Germination) कहा जाता है। जड़ें और शूट्स के माध्यम से बीज पौधे के रूप में ग्रो होने लगता है।
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बीज के अंकुरण के लिए क्या आवश्यक होता है – What Are Conditions Necessary For Seed Germination In Hindi
बीजों को अंकुरित होने के लिए मीडिया (जैसे- मिट्टी, कोकोपीट, पेपर इत्यादि), पानी, ऑक्सीजन, तापमान और प्रकाश या अँधेरे की जरूरत होती है।
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बीज अंकुरण को प्रभावित करने वाले कारक कौन से हैं – What Factors Affect Seed Germination In Hindi
बीजों के अंकुरण को प्रभावित करने वाले प्रमुख बाहरी कारक तापमान, नमी (पानी), हवा, प्रकाश और माध्यम (कोकोपीट, मिट्टी) हैं। इसके अलावा बीज का जीवित होना, परिपक्व होना आदि बीज अंकुरण की प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले आंतरिक कारक हैं। यदि कोई बीज अच्छे से परिपक्व नहीं हुआ है या वह पहले से टूटा-फूटा है, तो वह बाहरी बाह्य कारक की उपस्थिति में भी अंकुरित नहीं हो पायेगा।
क्या बीजों को अंकुरित होने के लिए प्रकाश की आवश्यकता होती है – Do Seeds Need Light To Germinate In Hindi
वैसे सभी बीजों को अंकुरित होने के लिए प्रकाश की आवश्यकता नहीं होती है, केवल वे बीज जो छोटे होते हैं और जिनकी उपरी परत (सीड कोट) पतली होती हैं, उन्हें अंकुरित होने के लिए प्रकाश की जरूरत पड़ती है, जैसे लेट्युस, गेंदा, गाजर आदि। ये बीज मिट्टी की सतह पर ही बोये जाते हैं, ज्यादा गहराई में नहीं बोये जाते। सीड कोट के हट जाने के बाद प्रकाश की उपस्थिति में बीज, उसके अन्दर मौजूद पोषक तत्त्व का उपयोग करने लगता है और अंकुरित होने लगता है।
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प्रकाश में अंकुरित होने वाले बीज कौन से हैं – What Seeds Need Light To Germinate In Hindi
आइये जानते हैं प्रकाश में अंकुरित होने वाले बीजों के बारे में:
- रोशनी में अंकुरित होने वाले फूल के बीज – गुलाब, गेंदा, साल्विया, बेगोनिया, प्रिमरोज, कोलियस, कॉसमॉस, डे लिली, पिटूनिया आदि।
- प्रकाश में अंकुरित होने वाले हर्ब सीड्स – कैमोमाइल, तुलसी, लेमन बाम, डिल, रोजमेरी, मर्जोरम आदि
- प्रकाश में अंकुरित होने वाले सब्जियों के बीज – लेट्युस, गाजर, मिर्च, शिमला मिर्च, भिण्डी, ब्रॉकली, ब्रसल स्प्राउट, पत्ता गोभी, कोलार्ड्स, खीरे, बैंगन, गोभी, लीक, काली मिर्च, स्क्वाश, टमाटर, पालक आदि।
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बीज अंकुरण पर प्रकाश का क्या प्रभाव पड़ता है? – Effect Of Light On Seed Germination In Hindi
जो बीज अंकुरित होने के लिए प्रकाश के लिए सेंसिटिव होते हैं, उन्हें पॉजिटिव फोटोब्लास्टिक (Photoblastic) कहा जाता है। इन बीजों के अन्दर प्रकाश को अवशोषित करने के लिए फोटोरिसेप्टर (Photoreceptor) होता है, जिसे फाइटोक्रोम (Phytochrome) कहते हैं। यह फाइटोक्रोम दो अलग-अलग इंटरचेंजेबल (Interchangeable) रासायनिक रूपों में मौजूद होता है: पहला पीआर (Pr) और दूसरा पीएफआर (Pfr)। जब मिट्टी में बीज लगाने के बाद उसे सनलाइट में रखा जाता है, तब फाइटोक्रोम लाल प्रकाश (600-750nm) को एब्जॉर्ब कर पीएफआर (Pfr/Phytochrome Far Red) केमिकल में बदल जाता है और बीज अंकुरित हो जाता है। जब बीज को अँधेरे में रखा जाता है तो पी-एफआर अपने आप पी-आर में बदल जाता है और बीज अंकुरित नहीं हो पाते हैं।
क्या अंधेरे में बीज अच्छी तरह अंकुरित होते हैं – Do Seeds Germinate Better In The Dark In Hindi
वैसे तो सभी बीजों की अंकुरण आवश्यकताएं अलग-अलग होती हैं, लेकिन अधिकांश बीजों को अंकुरित होने के लिए अँधेरे की ही आवश्यकता होती है। अँधेरे में जर्मीनेट होने वाले बीजों को अक्सर मिट्टी में थोड़ी अधिक गहराई में लगाया जाता है। कैलेंडुला, पैन्सी, टमाटर, बैंगन आदि पौधों के सीड्स अँधेरे में अच्छे से अंकुरित हो पाते हैं।
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अंकुरण के लिए पानी की आवश्यकता क्यों होती है – Why Seeds Need Water To Germinate In Hindi
बीजों में अंकुरण प्रक्रिया की शुरुआत पानी के अवशोषण से ही शुरू होती है। सबसे पहले बीज के द्वारा पानी का अवशोषण होता है, जिसके कारण बीजावरण तेजी से फूलने लगता है। अधिक फूलने की वजह से सीड कोट (बीजावरण) टूट जाता है और बीज में से जड़ें और शूट्स निकल आते हैं और बीज से पौधा बनने लगता है।
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बीज का अंकुरण कैसे होता है – Seed Germination Process In Hindi
जब किसी बीज को मिट्टी या अन्य माध्यम जैसे कोकोपीट आदि में बोया जाता है, तो सबसे पहले बीज मिट्टी में मौजूद नमी को सोखता है। नमी से बीज का बीजावरण नरम पड़ जाता है। इसके बाद धीरे-धीरे बीजावरण अलग होने लगता है और बीज के अंदर से जड़ें और शूट्स निकलने लगती हैं। इस तरह शूट्स, सूर्य का प्रकाश प्राप्त करने के लिए ऊपर की ओर तथा जड़ें नमी एवं आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त करने के लिए नीचे की ओर बढऩे लगती हैं, और इस तरह एक बीज से पौधा बनने लगता है।
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बीजों को अंकुरित कैसे किया जाता है – How To Germinate Seeds In Hindi
बीज को अंकुरित करने के लिए:
- सबसे पहले हाई क्वालिटी के सीड्स और पॉटिंग मिक्स खरीदें
- इसके बाद पॉटिंग मिक्स को सीडलिंग ट्रे में भरें। कुछ बीजों को डायरेक्ट गमलों या गार्डन की मिट्टी में भी लगाया जा सकता है।
- सीडलिंग ट्रे में मिक्स को भरने के बाद ऊँगली की मदद से मिक्स में छोटे-छोटे गड्डे बना लें और फिर सीडलिंग ट्रे के एक खाने में एक बीज को उचित गहराई में लगाएं।
- बीज लगाने के बाद उसे ऊपर से कोकोपीट या कम्पोस्ट से कवर कर दें। इसके बाद मिक्स में पानी का छिडकाव करें।
- सही तरीके से देखभाल करने पर कुछ दिनों बाद बीज अंकुरित हो जाते हैं।
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बीज लगाने के बाद सीडलिंग ट्रे को कहाँ रखें – Where To Keep Seedling Tray After Seed Sowing In Hindi
बीजों को लगाने के बाद प्रो ट्रे को कहाँ रखें? यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने कौन से बीजों को लगाया है। जो बीज अँधेरे में अंकुरित होते हैं, उन्हें अँधेरे और गर्माहट वाली जगह जैसे किचन में रखें और जो बीज रोशनी में अंकुरित होते हैं, उन्हें ब्राइट रोशनी वाली जगह जैसे खिड़की के पास रखें।
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बीज अंकुरण कितने प्रकार के होते हैं – Types Of Seed Germination In Hindi
बीजों का अंकुरण मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है, एपिगियल और हाइपोगियल। एपिगियल अंकुरण में बीज का बीजपत्र (Cotyledon) मिट्टी के ऊपर आ जाता है और जब पौधे की ग्रोथ होती है तो बीजपत्र सूख कर नीचे गिर जाता है। सेम, लौकी, सूरजमुखी एपिगियल जर्मीनेशन के उदाहरण हैं। हाइपोगियल जर्मीनेशन में बीजपत्र मिट्टी के अन्दर ही रह जाता है और उसमें से जड़ें और शूट्स निकलते हैं। जड़ें नीचे की ओर एवं शूट्स ऊपर की ओर बढ़ने लगती हैं। मक्का, मटर, लिली आदि पौधे के बीजों में हाइपोगियल अंकुरण होता है।
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बीज को अंकुरित होने में कितना समय लगता है – How Long Does It Take To Germination In Hindi
वैसे तो सभी बीजों को अंकुरित होने में अलग-अलग समय लगता है, लेकिन बीजों के अंकुरित होने का औसत समय 2 सप्ताह होता है। कुछ बीजों को 2 सप्ताह से कम, तो कुछ को अधिक समय भी लग सकता है।
कुछ बीजों को अंकुरित होने में अधिक समय क्यों लगता है – Why Do Some Seeds Take Longer To Germinate In Hindi
सभी बीजों के अंकुरित होने का के निश्चित समय होता है, लेकिन उचित तापमान, पानी और हवा न मिलने पर भी बीजों को अंकुरित होने में अधिक समय लग सकता है।
प्रांकुर से क्या बनता है – What Does The Plumule Grows Into In Plant In Hindi
प्लम्यूल बीज के अंकुरित होने पर बीज से निकलने वाला वह भाग होता है जिसमें से पौधे की ट्रू लीव्स निकलती हैं और आगे चलकर वह तने में बदल जाता है।
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बीज अंकुरित क्यों नहीं हो पाते हैं – Why Some Seeds Do Not Germinate/Sprout In Hindi
यदि बीज को अनुकूल स्थितियां जैसे उचित तापमान, पानी, हवा, रोशनी या अँधेरा मिल जाए, तो वह अच्छे से अंकुरित हो जाता है, लेकिन यदि उसे अनुकूल स्थितियां नहीं मिल पाती हैं तो वह अंकुरित नहीं हो पाता है। बीज की गुणवत्ता अच्छी न होना, सही समय पर बुवाई नहीं करना, बीज को उचित गहराई में न लगाना आदि कई कारण हैं, जिससे बीज अंकुरण में कठिनाई होती है या बीज अंकुरित नहीं हो पाता है।
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इस आर्टिकल में दी गई बीज अंकुरण से सम्बंधित जानकारी को पढ़कर आप भी आसानी से घर पर बीज अंकुरित कर सकते हैं। यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो या इसमें दी गयी जानकारी से सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो उसे कमेन्ट जरूर करें।
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