घर पर गमले में लौकी कैसे उगाएं – How To Grow Bottle Gourd At Home In Hindi

लौकी एक बहुत ही लोकप्रिय और बहुत ही सेहतमंद सब्जी है जिसे हर कोई अपने घर पर उगाना चाहता है। लौकी की लंबी बेल में सफेद फूल और पत्तियाँ बड़ी होती हैं। इसे हमेशा स्वास्थ्यप्रद सब्जियों में से एक माना गया है, जिसमें लगभग 92% पानी और पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पाये जाते हैं, साथ ही यह हमारे शरीर को हाइड्रेटेड भी रखती है। अगर आप लौकी खाने के शौकीन हैं, तो यह लेख आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा। आज हम आपको टेरेस गार्डन के गमले में लौकी कैसे उगाएं, के बारे में जानकारी देंगें।

लौकी एक ऐसी सब्जी है, जिसको आप साल भर अपने होम गार्डन में ग्रो कर सकते हैं। इस लेख में आप जानेंगे कि, गमले में घर पर लौकी कैसे उगाएं (bottle gourd) कैसे उगाएं, बॉटल गॉर्ड के बीज लगाने की विधि क्या है, Bottle Gourd के पौधे की देखभाल कैसे करें, और भी बहुत कुछ। आइये जानते हैं घर पर Bottle Gourd कैसे लगाएं।

लौकी उगाने से संबंधित मुख्य जानकारी – Common Information About Bottle Gourd In Hindi

लौकी उगाने से संबंधित मुख्य जानकारी – Common Information About Bottle Gourd In Hindi

होम गार्डन या टेरेस गार्डन में लौकी उगाने से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी निम्न है, जैसे:-

1.
बीज लगाने का सही समय
पूरी साल, लेकिन बेस्ट समय गर्मी व बरसात
2.
सीड ग्रोइंग मेथड
डायरेक्ट मेथड
3.
लौकी के बीज अंकुरित होने के लिए तापमान
20-25 डिग्री सेल्सियस
4.
सीड जर्मिनेट होने में लगा समय
6-14 दिन
5.
हार्वेस्टिंग टाइम
2-3 महीने

लौकी के बीज लगाने का सही समय – Best Time To Grow Bottle Gourd In Hindi

आप अपने होम गार्डन में लौकी को साल भर उगा सकते हैं, लेकिन इसे लगाने के लिए बेस्ट समय की बात करें तो आप गर्मियों में फरवरी-मार्च और बरसात के मौसम में जून-जुलाई के महीने में लौकी के बीजों को गमले या गार्डन की मिट्टी में लगा सकते हैं।

(यह भी जानें: सब्जियां लगाने के लिए कौन सा समय है, सबसे अच्छा…..)

बीज खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

लौकी लगाने के लिए ग्रो बैग की साइज – Size Of Grow Bag For Planting Bottle Gourd In Hindi

लौकी लगाने के लिए ग्रो बैग की साइज – Size Of Grow Bag For Planting Bottle Gourd In Hindi

यदि आप अपने टेरेस गार्डन में लौकी को उगाना चाहते हैं, तो इसके लिए आप निम्न ग्रो बैग का उपयोग करें।

(यह भी जानें: बेल वाली सब्जियां उगाने के लिए, किस साइज के ग्रो बैग हैं बेस्ट…..)

ग्रो बैग खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:

लौकी के बीज लगाने के लिए मिट्टी कैसे तैयार करें – How To Prepare Soil For Bottle Gourd Seeds Planting In Hindi

लौकी के बीज लगाने के लिए मिट्टी कैसे तैयार करें – How To Prepare Soil For Bottle Gourd Seeds Planting In Hindi

ग्रो बैग में लौकी के बीज लगाने के लिए मिट्टी तैयार करने की आवश्यकता होती है, इसके लिए आपको निम्न सामग्री की जरूरत होगी, जैसे:-

मिट्टी तैयार करने के लिए सामग्री

मिट्टी तैयार करने की विधि

  • सबसे पहले आप 50% सामान्य मिट्टी को लें।
  • अब इसमें 40% गोबर की खाद मिलाएं।
  • फिर मिश्रण में 10-50 ग्राम नीम खली और 10% रेत को भी अच्छी तरह से मिक्स कर लें।
  • इस प्रकार आपकी मिट्टी लौकी के बीज लगाने के लिए तैयार है।
  • नीम खली वैकल्पिक है, अगर आपके पास यह उपलब्ध नहीं है, तो इसके बिना भी उपजाऊ मिट्टी को तैयार किया जा सकता है।

(यह भी जानें: मिट्टी तैयार करने के लिए करें, इन गार्डनिंग टूल्स का इस्तेमाल…..)

जरूरी चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

टेरेस गार्डन में लौकी लगाने की मेथड – Method Of Planting Bottle Gourd In Terrace Garden In Hindi

अलग-अलग प्रकार की सब्जियों के बीजों को अलग-अलग तरीके से लगाया जाता है, जिसमें पहला तरीका डायरेक्ट मेथड और दूसरा तरीका ट्रांसप्लांट मेथड है। लौकी को डायरेक्ट मेथड से लगाया जाता है, इसके लिए आपको पौधे तैयार करने की जरूरत नहीं होती है। आप लौकी के बीजों को सीधे गार्डन या गमले की मिट्टी में लगा सकते हैं।

गमले में लौकी के बीज लगाने की विधि – Method Of Planting Bottle Gourd Seeds In Pot In Hindi

  • अच्छी क्वालिटी के लौकी के सीड लें, इसके लिए आप लौकी लंबी और लौकी गोल के बीज में से किसी को भी चुन सकते हैं।
  • अब ग्रो बैग या पॉट की मिट्टी में लौकी के बीजों को 1 इंच की गहराई में लगाएं।
  • मिट्टी में बीज बोने के बाद स्प्रे पंप या वॉटर कैन की मदद से पानी का छिड़काव करें।
  • बीजों के जर्मिनेट होने तक मिट्टी में पानी देकर इसकी नमी को हमेशा बनाएं रखें, लेकिन ओवरवाटरिंग से बचें।
  • लौकी के पौधे 18-35°C सेल्सियस तापमान में अच्छी तरह से ग्रो करते हैं, हालांकि 15ºC से नीचे और 35ºC से ऊपर के तापमान में बीजों की अंकुरण दर कम हो जाती है।
  • Bottle Gourd के सीड्स को जर्मिनेट होने में लगभग 6-14 दिन का समय लग सकता है।
  • बीज लगाने के बाद लगभग 2-3 महीने में आपको लौकी harvest करने के लिए मिल जाएगी।

(यह भी जानें: सब्जियों के बीजों को अंकुरित करने की सम्पूर्ण जानकारी…..)

आवश्यक चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

होम गार्डन में लौकी उगाने की टिप्स – Tips For Growing Bottle Gourd In Terrace Garden In Hindi

  • लौकी को ग्रो करने के लिए फुल सनलाइट की जरूरत होती है, अतः इसे रोजाना कम से कम 6-8 घंटे की धूप मिलना चाहिए।
  • गर्मियों में हर दिन और सर्दियों में हर दूसरे दिन लौकी की बेल को पानी दें।
  • लौकी का पौधा बेल या लता के रूप में बढ़ता है, इसलिए इसकी बेल को लकड़ी या क्रीपर नेट से सहारा दें।
  • Bottle Gourd के पौधे को 45 दिन का होने के बाद इसमें जैविक खाद जरूर मिलाएं।
  • घर पर लगे लौकी के पौधे की अच्छी तरह से देखभाल करें।

(यह भी जानें: लौकी के फूल क्यों झड़ते हैं और इसे कैसे रोकें…..)

आवश्यक सामग्री खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:

लौकी में लगने वाले रोग और उनका उपचार – Bottle Gourd Plant Diseases And Their Treatment In Hindi

लौकी में लगने वाले रोग और उनका उपचार – Bottle Gourd Plant Diseases And Their Treatment In Hindi

लौकी के पौधे और इसके फलों में कई प्रकार के रोग लगते हैं, इसलिए आप इनका शुरूआत से ही ध्यान रखें कि, इनमें कीट, फंगल या किसी अन्य प्रकार का संक्रमण तो दिखाई नहीं दे रहा है, अगर किसी भी प्रकार का संक्रमण दिखाई देता है, तो पौधे पर नीम तेल का छिड़काव करें। इसके आलावा अपरिपक्व लौकी का सिकुड़ कर गिरना, पत्तों का पीला पड़ना आदि पोषक तत्वों की कमी, ओवरवाटरिंग आदि के कारण भी हो सकता है। आप लौकी के पौधों को कीटों व रोगों से बचाने के लिए अन्य उपाय भी अपना सकते हैं।

(यह भी जानें: बेल वाली सब्जियों में लगने वाले कीट और रोग एवं बचाव के तरीके…..)

इस आर्टिकल में हमने लौकी को सही तरीके से लगाने, उसकी देखभाल करने और हार्वेस्टिंग की जानकारी दी है। आप ऊपर दी गई स्टेप्स को फॉलो करके आसानी से अपने टेरेस गार्डन या होम गार्डन में लौकी को ग्रो कर सकते हैं और फ्रेश लौकी प्राप्त कर सकते हैं।

जरूरी चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *