बीज जर्मिनेट होने के बाद ऐसे करें सीडलिंग की देखभाल – Take Care of Seedlings After Germination in Hindi

कई गार्डनिंग बिगिनर बीजों को सीडलिंग ट्रे आदि में लगा तो देते हैं, लेकिन उनकी सही देखभाल नहीं कर पाते, जिसके कारण बीज अंकुरित होने के बाद भी नष्ट हो जाते हैं या तैयार सीडलिंग को बड़े गमले या गार्डन में ट्रांसप्लांट करने के बाद पौधे अच्छे से ग्रो नहीं कर पाते। बीज अंकुरित हो जाने के बाद स्वस्थ पौधे उगाने के लिए सीडलिंग की देखभाल करना बेहद जरूरी है। इस आर्टिकल में आप बीज से पौधे निकलने के बाद अंकुरण को हेल्दी रखने तथा उनकी देखभाल (सीडलिंग केयर टिप्स) करने के टिप्स के बारे में जानेंगे और आप बेहद आसानी से अपनी स्वस्थ सीडलिंग तैयार कर पायेंगें।

अंकुरित पौधों की देखभाल करने के टिप्स – Take Care Of Seedling To Keep Them Healthy In Hindi

अंकुरित पौधों की देखभाल करने के टिप्स - Take Care Of Seedling To Keep Them Healthy In Hindi

सीडलिंग अंकुरित होने के बाद उनकी देखभाल करने के निम्न स्टेप्स हैं:

  1. बीज अंकुरण के बाद सीडलिंग कवर को हटाएं
  2. सीडलिंग को पर्याप्त प्रकाश में रखें
  3. सीडलिंग को पतला करें अर्थात कमजोर अंकुर को हटाएं
  4. अंकुरित सीडलिंग को समय पर पानी दें
  5. ट्रांसप्लांट से पहले सीडलिंग हार्डनिंग प्रक्रिया को अपनाएं
  6. सीडलिंग को तेजी से ग्रो करने के लिए तरल जैविक खाद डालें
  7. बीजों के अंकुरण के बाद उचित देखभाल के लिए पौधों के नाम का लेबल लगाये
  8. उचित मेथर्ड द्वारा सीडलिंग को ट्रांसप्लांट करें

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बीज अंकुरित होने के बाद सीडलिंग कवर को रिमूव करें – Remove Cover From Seedlings After Germination In Hindi

बीजों को लगाने के बाद सीडलिंग ट्रे में नमी के उचित स्तर को बनाए रखने के लिए आपने सीडलिंग ट्रे को पालीथीन या प्लास्टिक कवर से ढका होगा। या फिर यदि आपने बाहर बीज बोये हों तो गिलहरियों और अन्य जीवों से सीडलिंग को बचाने के लिए मिट्टी को पोलीथीन से ढका होगा। यदि ऐसा है, तो बीज अंकुरित होने के बाद प्लास्टिक कवर को हटा देना चाहिए, क्योंकि इससे कई फायदे होते हैं जैसे:

  • बीज अंकुरण के बाद प्लास्टिक कवर को हटाने से अंकुरों को अच्छे से ग्रोथ करने के लिए पर्याप्त प्रकाश मिल पाता है।
  • बीज जर्मीनेट होने के बाद सीडलिंग में से प्लास्टिक कवर को हटा देने से सीडलिंग में अच्छा एयर फ्लो (वायु प्रवाह) बना रहता है। इसीलिए सीडलिंग की अच्छे से देखभाल करने के लिए प्लास्टिक कवर को हटा दें।

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अंकुरण के बाद सीडलिंग को पर्याप्त प्रकाश में रखें – Need Of Light For Care Of Seedlings In Hindi

अंकुरण के बाद सीडलिंग को पर्याप्त प्रकाश में रखें - Need Of Light For Care Of Seedlings In Hindi

बीज अंकुरित होने के बाद, पौधों की अच्छी ग्रोथ और स्वस्थ विकास करने के लिए सीडलिंग को पर्याप्त सूर्य प्रकाश की जरूरत होती है। अतः बीज जर्मिनेट होने के बाद सीडलिंग को सुबह-शाम सूर्य प्रकाश में रखें, तथा दोपहर की तेज धूप से अपने अंकुरित पौधों को बचाएं। लेकिन जब सीडलिंग घर के अंदर ग्रो होती हैं तो उसे पर्याप्त प्रकाशित खिड़की या बालकनी में रखा जाना चाहिए। यदि किसी कारणवश अंकुरित सीडलिंग को पर्याप्त रोशनी नहीं मिल पाती है तो इसके लिए ग्रो लाइट का इस्तेमाल किया जाता है। अब आप जानना चाहते होंगे कि पौधों के लिए ग्रो लाइट क्या है? तो हम आपको बता दें कि पौधों को पर्याप्त सूरज की रोशनी न मिल पाने की स्थिति में सीडलिंग को एलईडी लाइट के प्रकाश (ग्रो लाइट) में रख दिया जाता है, जिससे इनकी ग्रोथ रूकती नहीं है। इससे कई फायदे होते हैं जैसे:

  • सीडलिंग को पर्याप्त प्रकाश मिलने से अंकुरित पौधे फोटोसिंथेसिस प्रक्रिया द्वारा एनर्जी प्रोड्यूस कर पाते हैं जिससे उनकी ग्रोथ लगातार होती रहती है।
  • सीड जर्मिनेट होने के बाद सीडलिंग की अच्छे से केयर करने के लिए सीडलिंग को 12 से 14 घंटे ग्रो लाइट या एलईडी प्रकाश में रखना चाहिए।

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कमजोर अंकुरों को हटाकर करें सीडलिंग थिनिंग – Seedling Thinning After Seed Germination In Hindi

बीज अंकुरित होने के बाद सीडलिंग के पौधों की देखभाल करने के लिए कमजोर अंकुरों को हटाना बहुत ही जरूरी है ताकि शेष मजबूत अंकुरों को ग्रो करने के लिए ठीक से जगह और पर्याप्त वायु प्रवाह (Air Flow) मिल सके। कुछ लोग सीडलिंग ट्रे में अतिरिक्त बीज लगा देते हैं, ताकि कुछ बीज ख़राब हो जाने के बाद भी उनके पास ट्रांसप्लांट करने के लिए पर्याप्त सीडलिंग बची रहें। अतः इस उद्देश्य से सीडलिंग अंकुरण के पश्चात काफी घनी अर्थात भीड़ भाड़ वाली हो जाती है। इस स्थिति में आप सबसे मजबूत अंकुर को छोड़कर, बाकी को हटा दें। मूल रूप से सीडलिंग की थिनिंग करने से मतलब है कि कमजोर या ज्यादा पास-पास लगे सीडलिंग को हटा देना। सीडलिंग की थिनिंग करने से सम्बंधित निम्न बातें ध्यान में रखें :

  • सीडलिंग की थिनिंग तभी करें जब अंकुर में कुछ ट्रू लीव्स (शुरूआती पत्तियां) आ चुकी हों।
  • यदि सभी सीडलिंग मजबूत हों तो प्रत्येक सेल में एक ही सीडलिंग लगी रहने दें। इन तरीकों को अपनाने से आप सीडलिंग की अच्छे से केयर कर पायेंगे।

सीडलिंग की करें हार्डनिंग – Hardening Off Germinated Seedling In Hindi

सीडलिंग की करें हार्डनिंग - Hardening Off Germinated Seedling In Hindi

जब बीजों को घर के अन्दर सीडलिंग ट्रे आदि में अंकुरित किया जाता है तो वे बाहर की तेज धूप, ठण्ड, गर्मी आदि से बचे रहते हैं, अब यदि अंकुरण के बाद सीडलिंग को सीधे गार्डन में लगा दिया जाए, तो सीडलिंग बाहर के कम या ज्यादा तापमान, या तेज धूप को सहन नहीं कर पाती हैं और खराब या नष्ट हो जाती है। इसीलिए अंकुरित किये गए पौधों को नष्ट होने से बचाने के लिए सीडलिंग हार्डनिंग प्रोसेस अर्थात अंकुरों को सख्त या कठोर बनाने की प्रकिया को अपनाया जाता है जिसमें सीडलिंग को एक से दो सप्ताह तक रोज कुछ निश्चित समय के लिए बाहर धूप में रखा जाता है। सीडलिंग केयर से सम्बंधित इस प्रक्रिया को अपनाने से सीडलिंग में नए वातावरण को सहने की क्षमता (Tolerance) पैदा हो जाती है।

(यह भी जानें: सीडलिंग हार्डनिंग अपनाएं ट्रांसप्लांट पौधों को खराब होने से बचाएं…)

सीडलिंग की देखभाल के लिए पानी – Proper Watering in seedlings To Grow Healthy Plants In Hindi

सीडलिंग की देखभाल के लिए पानी - Proper Watering in seedlings To Grow Healthy Plants In Hindi

अंकुरों की अच्छे से देखभाल करने का एक अत्यंत मपहत्वपूर्ण स्टे उनमें उचित पानी देना है। अंकुर नम मिट्टी में अच्छी तरह ग्रो करते हैं। सीडलिंग पानी के बिना लंबे समय तक जीवित नहीं रहती, इसीलिए पानी देने का विशेष ध्यान रखें, मिट्टी को कभी भी पूरी तरह से सूखने न दें। हालाँकि, पानी देते समय मिट्टी को हर समय अधिक गीला न रहने दें। गीली मिट्टी सीडलिंग ट्रे में कीटों के संक्रमण, फफूंदी के विकास और ऐसी बीमारियों को बढ़ावा देती है जो आपके अंकुरों को मार सकती हैं।

मिट्टी कितनी नम है यह देखने के लिए आपको दिन में 2 से 3 बार अंकुरण ट्रे की जांच करनी चाहिए। जब मिट्टी की ऊपरी परत सूखने लगे, तब पानी देने का सही समय होता है। जैसे-जैसे पौधे बड़े होते हैं, उन्हें अधिक बार पानी पिलाने की आवश्यकता होगी। आप सीडलिंग को पानी देने के लिए स्प्रे पम्प या वाटर कैन का इस्तेमाल कर सकते हैं।

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बीज अंकुरित होने के बाद पौधों में दी जाने वाली खाद – Use Liquid Fertilizer On Seedlings In Hindi

वैसे तो अंकुरित पौधों में फर्टिलाइजर का उपयोग करना अनिवार्य नहीं है, लेकिन यदि आप अपने सीडलिंग की तेजी से ग्रोथ चाह हैं तो आप उनमें लिक्विड फर्टिलाइजर का उपयोग कर सकते हैं। फिश इमल्शन एक अच्छा तरल जैविक उर्वरक है, जिसका उपयोग आप अपने अंकुरों को तेजी से ग्रो करने के लिए कर सकते हैं। कुछ ध्यान रखने योग्य बातें:

  • अंकुरों में कभी भी फर्टिलाइजर का फुल डोज नहीं डालना चाहिए, फुल डोज का एक चौथाई डोज अंकुरों को देना चाहिए।
  • बीज अंकुरित हो जाने के बाद सीडलिंग की सही से देखभाल के लिए आपको यह जानना आवश्यक है कि जब अंकुरित पौधों में ट्रू लीव्स (शुरूआत में निकलने वाली पत्तियां) निकल आयें तभी फर्टिलाइजर का प्रयोग करें उससे पहले नहीं।

गार्डनिंग के लिए आवश्यक सामग्री यहाँ से खरीदें:

गमले या ग्रो बैग
बीज
सीडलिंग ट्रे
गोबर खाद
प्लांट ग्रोथ प्रमोटर (PGP)
वर्मीकम्पोस्ट
प्रोम (prom)

(यह भी जानें: पौधों की ग्रोथ तेजी से बढ़ाए इन उर्वरक के उपयोग से…)

बीजों के अंकुरण पर उनके नाम का लेबल लगाये – Label Your Seedlings For Best Care In Hindi

कई छोटे-छोटे अंकुरित पौधे एक जैसे दिखते हैं, खासकर जब वे एक ही पौधे के परिवार से संबंधित हों। इसीलिए अपने अंकुरों को लेबल करना सुनिश्चित करें ताकि आप जान सकें कि वे कौन से प्लांट हैं और ट्रांसप्लांट करने के लिए वे कब तैयार होंगे। सीडलिंग पर लेबल लगाने से उनकी ठीक से देखभाल करना आसान हो जाता है। बोए गए प्रत्येक प्रकार के बीज के लिए, पौधे का नाम और बोई गई तारीख को रिकॉर्ड करने के लिए कंटेनर या सीडलिंग ट्रे के किनारे की मिट्टी में प्लांट लेवल लगाएं।

(यह भी जानें: पौधों की वृद्धि के लिए 10 शानदार टिप्स…)

अंकुरण के बाद सीडलिंग को ट्रांसप्लांट करें – Transplant Your Seedlings After Seed Germination In Hindi

अंकुरण के बाद सीडलिंग को ट्रांसप्लांट करें - Transplant Your Seedlings After Seed Germination In Hindi

जब सीडलिंग की हाइट 4 से 6 इंच या उससे ज्यादा हो जाए, तब उन्हें आप गमले, ग्रो बैग या गार्डन में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं और साथ ही इस बात का ध्यान भी रखना चाहिए कि सीडलिंग को सख्त बनाने की प्रक्रिया के बाद ही पौधों को ट्रांसप्लांट करें। सीडलिंग ट्रांसप्लांट करने के सही तरीके को अपनाएं, और ट्रांसप्लांट के बाद पौधे की उचित तरीके से केयर करें।

(यह भी जानें: पौधों को ट्रांसप्लांट करने के टिप्स…)

FAQ

प्रश्न (1) बीज, अंकुरण के बाद कितने दिन में रोपाई के लिए तैयार होता है? – How long do you let seedlings grow before transplanting?

उत्तर – 2 से 3 हफ्ते में बीज अंकुरित हो जाते हैं, तथा लगभग एक महीने में सीडलिंग ट्रांसप्लांट के लिए तैयार हो जाती हैं। कुछ प्रकार की सीडलिंग ट्रांसप्लांटिंग में एक महीने से भी अधिक का समय लग सकता है।

प्रश्न (2) सीडलिंग में कितनी बार पानी डालें? – How often should I water seedlings?

उत्तर – जब सीडलिंग की मिट्टी सूखी लगे तब उसमें पानी डालें।

प्रश्न (3) – अंकुरित पौधों की पत्तियां पीली क्यों पड़ जाती हैं – Why are my seedlings turning yellow?

उत्तर – सीडलिंग में बहुत अधिक या बहुत कम प्रकाश और पानी की वजह से पत्तियां पीली पड़ जाती हैं।

प्रश्न (4) – सीडलिंग कवर को कब हटा देना चाहिए? – When should i take the cover off my seedlings?

उत्तर – जब सीडलिंग जर्मिनेट हो जाए तब सीडलिंग कवर को हटा देना चाहिए।

प्रश्न (5) – बीज को जल्दी अंकुरित कैसे करें? How do you make seedlings grow faster?

उत्तर – ऊपर बताई गयीं सभी स्टेप्स को फॉलो करेंगे तो आपकी सीडलिंग जल्दी ग्रो होगी एवं हेल्दी होगी।

प्रश्न (6) – सीडलिंग के लिए बेस्ट फर्टिलाइजर कौन सा है? – What’s the best fertilizer for seedlings?

उत्तर – आप सीडलिंग को जल्दी ग्रो करने के लिए लिक्विड जैविक फर्टिलाइजर का उपयोग कर सकते हैं।

निष्कर्ष – Conclusion

इस आर्टिकल में आपने बीज अंकुरित हो जाने के बाद सीडलिंग की देखभाल करने के तरीकों के बारे में जाना। सीडलिंग की देखभाल या गार्डनिंग से सम्बन्धित आपके जो भी सवाल या सुझाव हो हमें कमेन्ट करके अवश्य बताएं। बागवानी से रिलेटेड और भी उपयोगी लेख पढ़ने के लिए Organicbazar.net पेज पर जाएं।

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