गमले में रोजमेरी कैसे उगाएं – How to Grow Rosemary in a Pot in Hindi

रोजमेरी (गुलमेंहदी) सर्दियों के मौसम में लगाई जाने वाली जड़ी-बूटी है जिसका वानस्पतिक नाम साल्विया रोसमारिनस (Salvia rosmarinus) है। यह एक ऐसा हर्ब (Herbs) वाला पौधा है, जो पूरी साल किसी भी परिस्थितियों में जीवित रह सकता है। इसे आप अपने घर पर किसी भी मौसम में गमले या ग्रो बैग में आसानी से लगा सकते हैं। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि, रोजमेरी के पौधे को घर पर कैसे लगा सकते हैं? और इसकी देखभाल के तरीके क्या हैं? अधिक जानकारी के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।

रोजमेरी क्या है – what is rosemary in Hindi

गुलमेंहदी अर्थात रोजमैरी एक सुगंधित जड़ी-बूटी वाला सदाबहार पौधा है। रोजमेरी की पत्तियां पतली लंबी सुई के जैसे होती है और इसके फूल हल्के नीले व सफेद रंग के होते हैं, जो 12 महीने खिलते हैं। इसे गंगा दूबा और गुलमेहंदी के नाम से भी जाना जाता है।

रोजमेरी कब लगाएं – Rosemary Growing Season in Hindi

रोजमेरी कब लगाएं - Rosemary Growing Season in Hindi

आप घर के अंदर गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में रोजमेरी को पूरे साल किसी भी मौसम लगा सकते हैं। लेकिन इसे लगाने का बेस्ट टाइम वर्षा ऋतु से वसंत ऋतु के बीच या नवंबर से मार्च का महीना होता है।  

गमले या ग्रो बैग को उचित स्थान पर रखें – Pot in the Best Place in Hindi

रोजमेरी के पौधे को पर्याप्त मात्रा में धूप की जरूरत होती है, इसके पौधे के लिए प्रतिदिन लगभग 5 से 6 घंटे की धूप मिलनी चाहिए। गमले में लगे पौधे को धूप प्राप्त करने के लिए आप इसे अपने घर की खिड़की, बालकनी या छत पर रख सकते हैं।

गमले या ग्रो बैग का चयन – Select Best Pot or Grow Bag in Hindi

आप गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में रोजमेरी के पौधों को आसानी से उगा सकते हैं। इसे उगाने के लिए ऐसे पॉट का उपयोग करें, जिसकी तली में अतिरिक्त जल निकासी छिद्र हो। रोजमेरी के पौधे उगाने के लिए, आप निम्न साइज़ के ग्रो बैग का उपयोग कर सकते हैं –

(और पढ़ें: ग्रो बैग साइज चार्ट फॉर वेजिटेबल…)

रोजमेरी के पौधे लगाने के लिए मिट्टी – Best Soil for planting in Pots in Hindi

रोजमेरी के पौधों को आप रेतीली दोमट मिट्टी में लगा सकते हैं। ऐसी मिट्टी का उपयोग करें, जिसमें नाइट्रोजन, पोटेशियम और सल्फर आदि तत्व हों, इसके लिए आप पॉटिंग मिट्टी (potting soil) का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसमे ये सभी तत्व पाये जाते हैं।

गमले में रोजमैरी उगाने के लिए बीज – Good Seed Selection in Hindi

रोजमेरी के स्वस्थ और अच्छे पौधे तैयार करने के लिए आप अच्छी क्वालिटी के बीजों का चयन करें। रोजमेरी की अच्छी किस्म के बीज आप अपनी नजदीकी बीज की दुकान या ऑनलाइन Organicbazar.net से ऑर्डर करके खरीद सकते हैं। बीजों को ऑनलाइन खरीदने के लिए, यहाँ क्लिक करें।

रोजमेरी के प्रकार – Types of Rosemary in Hindi

यहां रोजमेरी के प्रकार के बारे में बताया गया है इसके मुख्य प्रकार निम्न हैं –

  • अर्प (Arp) – अर्प के पौधे में हल्के हरे रंग के पत्ते होते हैं, जिनमें नींबू के जैसी सुगंध पायी जाती है। इसके साथ ही इसमें अधिक ठंड के प्रति अधिक सहनशीलता होती है।
  • गोल्डन रेन (golden rain) – गोल्डन रेन पौधा 2 से 3 फीट ऊंचा और 6-7 इंच चौड़ा होता है और इसकी पत्तियों पर पीले निशान होते हैं।
  • अल्बस (Albus) – अल्बस की पहचान इस पर पाए जाने वाले सफेद फूलों से होती है।
  • प्रोस्ट्रेटस (Prostratus) – प्रोस्ट्रेटस किस्म अन्य किस्मो से कम फैलती है व इसकी ऊंचाई 1-2 फीट तक होती है।

गमले या ग्रो बैग में रोजमेरी लगाने की विधि – How to Plant Rosemary in a Pot or Bag in Hindi

(और पढ़ें: घर पर गमलों में जड़ी बूटियां उगाने की टिप्स…)

घर पर रोजमेरी के पौधे की देखभाल – Rosemary plant Care at home in Hindi

घर पर रोजमेरी के पौधे की देखभाल - Rosemary plant Care at home in Hindi

आप अपने घर में रोजमेरी के पौधों की देखभाल बहुत आसान तरीके से कर सकते हैं। जिन्हें आप कुछ बातो का ध्यान रख कर पूरा कर सकते हैं आइये जानते हैं, पौधों की देखभाल के तरीके के बारे में।

प्रकाश (Light)

पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए सूर्य प्रकाश बहुत आवश्यक होता है। यदि आप घर के अंदर रोजमेरी के पौधे उगा रहे हैं तो इस बात का ध्यान जरूर रखें कि, पौधों को पर्याप्त मात्रा में सूर्य प्रकाश प्राप्त हो।

मिट्टी (Soil)

रोजमेरी के पौधों के विकास के लिए 5 से 6 के बीच पी एच मान वाली मिट्टी उपयुक्त होती है।

(और पढ़ें: ऑर्गेनिक गार्डन की मिट्टी तैयार कैसे करें…)

पानी (Water)

पौधे के अच्छे विकास के लिए पानी एक प्रमुख कारक है। लेकिन जब रोजमेरी का पौधा परिपक्व हो जाता है तो इसे कम मात्रा में पानी देने की जरुरत होती है। इसके अतिरिक्त ध्यान रखें कि, गमले में पानी भरा न रहे क्योंकि, पानी भरे रहने से पौधे की जड़ें सड़ सकती हैं और परिणाम स्वरुप पौधा नष्ट हो सकता है। आप पौधों को स्प्रे वाटर (spray water) की सहायता से पानी दे सकते हैं।

उर्वरक (Fertilizer)

रोजमेरी के पौधों को प्रायः कम मात्रा में उर्वरक की जरुरत होती है। इसलिए ध्यान दें, जब पौधे की पत्ती पीली पड़े या मुरझा रही हो, तो आप अपने पौधों में जैविक उर्वरक जैसे वर्मीकम्पोस्ट, बोन मील, रॉक फास्फेट और पुरानी गोबर की खाद आदि मिला सकते हैं।

परागण (Pollination)

पौधों के अच्छे विकास के लिए परागण की क्रिया बहुत आवश्यक होती है। अगर आप घर के अंदर गमले या ग्रो बैग में रोजमेरी के पौधे लगा रहे हैं। तथा पौधो में फूलों का विकास और बाहर का मौसम साफ हो। तो आप अपने पौधों को उठाकर धूप में जरुर रखें, जिससे पौधों में परागण की क्रिया पूर्ण हो सके।

छटाई (Pruning)

पौधे के अच्छे विकास के लिए आपको पौधे की समय-समय पर आवश्यक रूप से प्रूनिंग (pruning) जरुर करनी चाहिए। लेकिन ध्यान रखें कि, पौधे की एक तिहाई हिस्से से ज्यादा कटाई न करें। आप प्रूनर (pruner) की मदद से पौधे की छटाई कर सकते हैं।

रोजमेरी के पौधों की कीटों से सुरक्षा – Protecting Rosemary Plants from Pests in Hindi

रोजमेरी के पौधे में वैसे तो बीमारी का खतरा कम होता है। लेकिन कभी-कभी खराब वायु परिसंचरण की वजह इसके पौधे की पत्तियों पर एक सफेद फफूंदी बीमारी हो सकती है। पौधे की कीटों और बीमारी से बचाव के लिए, आप पौधे के ऊपर नीम तेल (Neem oil) या उपयुक्त कीटनाशक का छिड़काव करें।

(और पढ़ें: स्टिकी ट्रैप क्या है, जानें गार्डन में इसके उपयोग की सम्पूर्ण जानकारी…)

निष्कर्ष – Conclusion

इस लेख में आपने जाना कि, रोजमेरी किस मौसम का पौधा है?, पौधा लगाने की विधि क्या है? और पौधा लगाने का सीजन क्या है? उम्मीद है कि, आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगी होगी। हमारी और भी उपयोगी पोस्ट पढ़ने के लिए Organicbazar.net पर विजिट करें। 

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