अधिकांश लोग अपने घर की बालकनी, पोर्च या टेरेस पर गमले या ग्रो बैग में पौधे लगाकर गार्डनिंग करते हैं। वास्तव में यह गार्डनिंग करने का सबसे आसान और अच्छा तरीका है। हालाँकि गमलों में पौधे लगाना आसान तो है, लेकिन यह पौधे बाहरी वातवरण से अलग स्थितियों में उगते हैं, जिससे इन्हें गार्डन की अपेक्षा कुछ उचित देखभाल की आवश्यकता होती है। यदि आप गमले या ग्रो बैग के पौधों की सही तरीके से केयर करते हैं, तो उन्हें फलने-फूलने में मदद और अनुकूल वातावरण प्रदान कर सकते हैं। आज इस आर्टिकल में, हम आपको घर पर गमले में लगे पौधों की देखभाल के बारे में कुछ जानकारी देंगे, जिससे आप एक अच्छा कंटेनर गार्डन तैयार कर पाएं। गमले या ग्रो बैग के पौधे की देखभाल या केयर कैसे करें, देखभाल के तरीके या टिप्स जानने के लिए लेख पूरा पढ़ें। (Potted Plants Care Tips In Hindi)
गमले या ग्रो बैग में लगे पौधे की देखभाल कैसे करें – Potted Plants Care Tips In Hindi
आमतौर पर गमले या ग्रो बैग में पौधे लगाना प्रकृति से जुड़े रहने का शानदार तरीका है, लेकिन यह पौधे सीमित मिट्टी और पोषक तत्वों में ग्रोथ करते हैं, जिससे इन्हें समय के साथ कुछ विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। आइये जानते हैं- गमले या ग्रो बैग में लगे पौधे की देखभाल कैसे करें, देखभाल के कुछ तरीके निम्न हैं:-
पौधे लगाने के लिए सही पॉट और मिट्टी का उपयोग करें – Choose The Right Pot And Soil In Hindi
पौधों को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने के लिए उन्हें परफेक्ट गमले और पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी में लगाना आवश्यक है। गमले का आकार और प्रकार पौधे की वृद्धि को प्रभावित करता है, इसलिए गमला या ग्रो बैग खरीदते समय उसकी क्वालिटी, मटेरियल, ड्रेनेज होल्स आदि का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
यदि आप गमले में पौधे लगाने जा रहे हैं, तो पोषक तत्वों से युक्त मिट्टी तैयार करें, इससे पौधे की अच्छी वृद्धि होगी। मिट्टी तैयार करते समय सुनिश्चित करें, कि वह उच्च जल धारण क्षमता वाली, नमीयुक्त, अच्छी जल निकासी तथा कार्बनिक पदार्थों से भरपूर होनी चाहिए।
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गमले के पौधों को कब और कितना पानी दें, ध्यान रखें – When And How Much Water To Potted Plants In Hindi
आमतौर पर गमले या ग्रो बैग में मिट्टी कम मात्रा में होती है और इनमें हवा तथा धूप चारों ओर लगती है, जिससे यह तेजी से सूखती है, इसलिए गमले या ग्रो बैग के पौधों को बार-बार पानी देने की आवश्यकता होती है।
गमले या ग्रो बैग के पौधों को पानी देने का सबसे अच्छा समय तब होता है, जब मिट्टी ऊपर से लगभग 1 इंच सूखी हुई हो। जरूरत से ज्यादा पानी देने से पौधे में रूट रॉट बीमारी हो सकती है, इसलिए ज्यादा पानी देने के बजाय नमी की जाँच करके पानी देना सही होता है। गमले में लगे पौधों को पानी देते समय पत्तियों को गीला करने से बचें, इससे पौधे में फंगस लग सकती है।
पौधों के लिए लाइट जरूरी है, इसकी व्यवस्था करें – The Importance Of Proper Light For Plant Growth In Hindi
गार्डन के गमले में लगे पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए लाइट बेहद जरूरी होती है। हालाँकि पौधों को प्रकाश की अलग-अलग ज़रूरतें होती हैं, जैसे किसी को छाया, तो किसी को फिल्टर्ड धूप और किसी पौधे को पूरे दिन की धूप, इसलिए ऐसा स्थान चुनना महत्वपूर्ण है, जो पौधे की ज़रूरतों के अनुसार हो। यदि आप घर के अन्दर पौधे लगाते हैं, तो उन्हें खिड़की के पास रख सकते हैं, इसके अलावा आप उन्हें आर्टिफिशियल ग्रो लाइट से भी प्रकाश प्रदान कर सकते हैं।
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पौधों को बढ़ने के लिए तापमान का रखें विशेष ध्यान – Planting Plant In Right Spot For Temperature Maintain In Hindi
गमले में लगे पौधों की देखभाल करते समय अनुकूल तापमान पर विचार करना बेहद जरूरी है। प्रत्येक पौधे की तापमान को सहन करने की अलग-अलग क्षमता होती है, जिससे उनकी अच्छी वृद्धि होती है, इसलिए उन्हें अनुकूल ग्रोइंग टेम्प्रेचर प्रदान करना जरूरी है।
सर्दियों के समय पौधे को ठंड से बचाने के लिए तथा गर्मियों के अत्याधिक तापमान और तेज धूप से बचाने के लिये, आप गमले या ग्रो बैग को घर के अन्दर रख सकते हैं।
नोट:- घर के अन्दर पौधों को हीटर या एयर कंडीशनर से दूर रखें, इसके कुछ नुकसान हो सकते हैं।
पौधों के हेल्दी विकास के लिए उर्वरक दें – Fertilizing Potted Plants For Growth And Health In Hindi
गमलों में लगे पौधों को पानी देते समय कुछ उर्वरक अतिरिक्त पानी के साथ बाहर निकल जाते हैं, जिससे उन्हें कुछ समयांतराल से खाद या उर्वरक देना आवश्यक होता है। पौधों को खाद और उर्वरक देने से उन्हें बढ़ने और स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।
ग्रोइंग सीजन के दौरान गमले के पौधे को महीने में एक बार संतुलित तरल जैविक उर्वरक जैसे बायो Npk, प्लांट ग्रोथ प्रमोटर, Prom फर्टिलाइजर, सीवीड फर्टिलाइजर देना उचित है। सुनिश्चित करें, कि पौधे को अधिक मात्रा में उर्वरक न दें, इससे उनकी जड़ों को नुकसान हो सकता है।
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पौधों की स्वस्थ झाड़ीदार वृद्धि के लिए प्रूनिंग जरूरी – Pruning To Encourage Bushier And Healthier Plants In Hindi
ग्रो बैग में लगे पौधे के अत्याधिक विकास को नियंत्रित करने, झाड़ीदार बनाने तथा पौधे को स्वस्थ व रोग मुक्त रखने के लिए प्रूनिंग करना जरूरी होता है। प्रूनिंग करते समय पौधे की मृत या पीली पत्तियों और तनों को प्रूनर से काट कर हटा दें, अच्छा आकार देने के लिए अधिक लम्बी शाखाओं को प्रून करें। लेकिन ध्यान रखें, कि एक बार में पौधे के अधिकतम ⅓ हिस्से की ही प्रूनिंग करना चाहिए, इससे अधिक नहीं।
(नोट:- कुछ पौधे, जैसे हर्बल प्लांट्स, फ्लावर प्लांट्स प्रूनिंग से अधिक लाभान्वित होते हैं।)
अपने पौधों को कीटों और रोगों से बचाएं – Protect Your Potted Plants From Pests In Hindi
गमलों में लगे पौधे स्पाइडर माइट्स, माइलबग्स और एफिड्स जैसे कीटों को आकर्षित कर सकते हैं, इसलिए अपने पॉटेड प्लांट की नियमित रूप से जाँच करें। कीटों के लक्षण जैसे पीली या चित्तीदार पत्तियाँ, स्पॉट्स आदि दिखाई देते हैं, तो उन पर जैविक कीटनाशक साबुन या नीम के तेल का स्प्रे करें।
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इस लेख में आपने गमले या ग्रो बैग में लगे पौधे की देखभाल कैसे करें, तथा देखभाल के तरीके या टिप्स के बारे में जाना। यदि हमारा लेख आपको पसंद आया हो तो अपने दोस्तों को शेयर करें तथा लेख के सम्बन्ध में अपने सुझाव हमें कमेंट बॉक्स में बताएं।