गुड़हल की पत्तियां हो रही हैं पीली, तो जानें कारण और उपाय – Hibiscus Leaves Turning Yellow: Know Causes And Solution In Hindi

गुड़हल (Hibiscus) का पौधा अपने खूबसूरत और रंग-बिरंगे फूलों के कारण न केवल गार्डन की सुंदरता बढ़ाता है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी अधिक फायदेमंद होते हैं। लेकिन कई बार गुड़हल की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं, जिससे पौधा कमजोर और बेजान दिखने लगता है। यह समस्या कई कारणों से हो सकती है। हमें जब तक यह पता चलता है कि गुड़हल के पत्ते पीले क्यों पड़ जाते हैं?, तब तक यह प्लांट काफी अनहेल्दी हो चुका होता है। यदि समय रहते इन कारणों को पहचाना और सही उपाय किए जाएं, तो गुड़हल के पौधे को फिर से स्वस्थ और हरा-भरा बनाया जा सकता है। इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि, गुड़हल की पत्तियां पीली क्यों होती हैं और पौधे की पत्तियों को हरा-भरा कैसे रखें, ताकि आपका पौधा लंबे समय तक हरा-भरा और फूलों से लदा रहे।

गुड़हल के पत्ते पीले पड़ने के कारण – Causes Of Yellowing Hibiscus Leaves In Hindi

गुड़हल के पत्ते पीले पड़ने के कारण - Causes Of Yellowing Hibiscus Leaves In Hindi

गार्डनिंग में काफी मेहनत लगती है। गुड़हल का प्लांट लगाने के बाद जब मनचाहा रिजल्ट नहीं मिलता है तो हर गार्डनर यह जरूर जानना चाहता है कि मेरे गुड़हल की पत्तियां पीली क्यों पड़ जाती हैं? आइए जानते हैं हिबिस्कस की पत्तियां पीली होने के कारण-

1. अधिक पानी देना – Overwatering the hibiscus in Hindi

गुड़हल के पौधे को यदि जरुरत से अधिक पानी दिया जाए, तो इसकी जड़ें सड़ने लगती हैं, जिससे पौधा पोषक तत्व ठीक से अवशोषित नहीं कर पाता। जड़ों के खराब होने से पौधे की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं और धीरे-धीरे गिर सकती हैं। जलभराव की स्थिति में मिट्टी की ऑक्सीजन सप्लाई भी बाधित होती है, जिससे पौधा कमजोर हो जाता है। पानी अधिक देने से फंगल संक्रमण (Root Rot) का खतरा भी बढ़ जाता है।

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2. गुड़हल में पानी की कमी – Underwatering the hibiscus in Hindi

गुड़हल के पौधे को यदि पर्याप्त मात्रा में पानी न मिले, तो इसकी पत्तियां डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाती हैं और पीली पड़ने लगती हैं। पानी की कमी से पौधे की कोशिकाएं सिकुड़ने लगती हैं, जिससे पत्तियां मुरझाने लगती हैं और धीरे-धीरे सूख जाती हैं। विशेष रूप से गर्मियों में यदि पौधे को नियमित रूप से पानी नहीं दिया जाए, तो इसकी ग्रोथ प्रभावित होती है और फूल भी कम खिलते हैं।

3. नाइट्रोजन की कमी – Nitrogen deficiency in Hindi

नाइट्रोजन पौधों के विकास के लिए आवश्यक सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक है। इसकी कमी के कारण पत्तियां हल्के हरे से पीली होने लगती हैं, क्योंकि नाइट्रोजन क्लोरोफिल उत्पादन में मदद करता है। जब मिट्टी में नाइट्रोजन की कमी होती है, तो पौधा पुराने पत्तों से नाइट्रोजन खींचकर नई पत्तियों को प्रदान करता है, जिससे पुरानी पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं।

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4. मैग्नीशियम और आयरन की कमी – Magnesium and iron deficiency in Hindi

मैग्नीशियम और आयरन पत्तियों में हरा रंग बनाए रखने और फोटोसिंथेसिस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनकी कमी होने पर पत्तियां हल्की हरी या पीली दिखने लगती हैं, विशेष रूप से नई पत्तियां सबसे अधिक प्रभावित होती हैं। यदि मिट्टी में आयरन और मैग्नीशियम की मात्रा कम हो, तो पौधा ठीक से पोषक तत्व नहीं ले पाता, जिससे उसकी वृद्धि प्रभावित होती है।

5. बहुत तेज धूप – Excessive sunlight in Hindi

गुड़हल के पौधे को पर्याप्त मात्रा में धूप की आवश्यकता होती है, लेकिन बहुत अधिक तेज धूप के संपर्क में आने से पत्तियां जलने लगती हैं और उनका रंग पीला पड़ जाता है। विशेष रूप से गर्मियों में, जब सूर्य की किरणें अत्यधिक तीव्र होती हैं, तो पौधा पानी की तेज वाष्पीकरण (Evaporation) के कारण नमी खो देता है और कमजोर हो जाता है। धूप के कारण पत्तियों पर भूरे या सफेद धब्बे भी आ सकते हैं।

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6. कीट संक्रमण – Pest Infestation in Hindi

गुड़हल के पौधे पर कई कीट, जैसे कि एफिड्स (Aphids), माइट्स (Mites), और व्हाइटफ्लाई (Whiteflies) हमला कर सकते हैं। ये कीट पौधे का रस चूसकर उसे कमजोर कर देते हैं, जिससे पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं और झड़ने लगती हैं। कीटों की अधिक संख्या होने पर पौधे का संपूर्ण विकास बाधित हो सकता है।

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7. मिट्टी की खराब गुणवत्ता – Poor soil quality in Hindi

यदि मिट्टी बहुत सख्त, खराब जल निकासी वाली, या पोषक तत्वों से भरपूर नहीं है, तो पौधे को आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल पाते। इसके कारण पत्तियां पीली हो सकती हैं और पौधे की जड़ें कमजोर हो सकती हैं। साथ ही, अगर मिट्टी का पीएच स्तर अत्यधिक अम्लीय (Acidic) या क्षारीय (Alkaline) हो, तो पौधा आवश्यक पोषक तत्वों को अवशोषित नहीं कर पाता।

8. फंगल संक्रमण और जड़ में सड़न – Fungal infection and root rot in Hindi

फंगल संक्रमण और जड़ में सड़न (Root Rot) गुड़हल के पौधे को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं। अधिक पानी देने, गीली मिट्टी में पौधा रखने, या गंदे बगीचे के उपकरणों के उपयोग से फंगस पनप सकते हैं, जिससे पत्तियां पीली हो जाती हैं और धीरे-धीरे गिरने लगती हैं।

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9. तापमान में अचानक बदलाव – Sudden temperature changes in Hindi

गुड़हल का पौधा गर्म और आर्द्र जलवायु में ग्रोथ करता है। यदि तापमान अचानक बहुत अधिक बढ़ जाए या बहुत कम हो जाए, तो पौधा तनाव (Stress) में आ जाता है। इससे उसकी पत्तियां पीली पड़ सकती हैं और झड़ सकती हैं। अधिक ठंडे मौसम या तेज़ हवाओं में पौधा क्षतिग्रस्त हो सकता है।

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गुड़हल के पत्तों को पीला होने से कैसे रोकें – How To Prevent Hibiscus Leaves From Turning Yellow In Hindi

गुड़हल के पत्तों को पीला होने से कैसे रोकें - How To Prevent Hibiscus Leaves From Turning Yellow In Hindi
Image source: canva

गुड़हल के पत्तों को पीला होने से रोकने के लिए कुछ आसान से उपायों को अपनाया जा सकता है, जो कि निम्न हैं

  1. संतुलित सिंचाई करें गुड़हल के पौधे को जरूरत के हिसाब से पानी दें। मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए सप्ताह में 2-3 बार पानी दें और गर्मियों में इसे बढ़ाएं।
  2. अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का उपयोग  ध्यान रखें कि पौधे की मिट्टी अच्छी तरह से जल निकासी वाली हो ताकि एक्स्ट्रा पानी आसानी से निकल सके। यदि मिट्टी बहुत कठोर या पानी रोकने वाली हो, तो उसमें रेत या जैविक खाद मिलाकर इसे हल्का बनाएं।
  3. धूप की सही मात्रा दें  गुड़हल को दिन में कम से कम 6-8 घंटे की धूप की आवश्यकता होती है। इसे ऐसी जगह रखें जहां उसे पर्याप्त प्राकृतिक प्रकाश मिल सके, लेकिन बहुत तेज धूप से बचाने के लिए दोपहर में हल्की छाया दें।
  4. कीट और रोगों से बचाव करें – पौधे की पत्तियों की नियमित जांच करें और यदि एफिड्स, माइट्स, या व्हाइटफ्लाई दिखाई दें, तो तुरंत जैविक कीटनाशक जैसे नीम तेल या साबुन मिश्रित पानी का छिड़काव करें।
  5. मिट्टी की गुणवत्ता सुधारें  समय-समय पर मिट्टी की जांच करें और उसमें जैविक खाद, गोबर खाद, या कोकोपीट मिलाएं ताकि पोषक तत्वों की कमी न हो। मिट्टी का पीएच स्तर संतुलित रखने के लिए चूना या सल्फर का उपयोग कर सकते हैं।
  6. फंगल संक्रमण से बचाव करें अधिक नमी और गंदगी से फंगस का खतरा बढ़ जाता है। पौधे के आस-पास साफ-सफाई रखें और जरूरत पड़ने पर फफूंदनाशक का छिड़काव करें।
  7. सही प्रकार की खाद डालें हर महीने गुड़हल के पौधे को गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट, या संतुलित जैविक खाद दें। फूलों के अच्छे विकास के लिए फास्फोरस और पोटाश से भरपूर फर्टिलाइजर का भी प्रयोग करें।
  8. सूखी और पीली पत्तियों को हटाएं पौधे की सूखी और पीली पत्तियों को तुरंत हटा दें, ताकि नई और स्वस्थ पत्तियों को बेहतर पोषण मिल सके। नियमित Pruning से पौधे को अधिक हरा-भरा और स्वस्थ रखा जा सकता है।

निष्कर्ष:

गुड़हल के पत्तों का पीला होना एक सामान्य समस्या है, लेकिन समय पर ध्यान देने और सही देखभाल करने से इसे आसानी से रोका जा सकता है। अधिक या कम पानी, पोषक तत्वों की कमी, कीट और फंगल संक्रमण, खराब मिट्टी की गुणवत्ता, और प्रतिकूल मौसम स्थितियां इस समस्या के मुख्य कारण हो सकते हैं। उचित जल निकासी वाली मिट्टी, संतुलित खाद, पर्याप्त धूप और कीटों से बचाव जैसे उपाय अपनाकर गुड़हल के पौधे को स्वस्थ और हरा-भरा रखा जा सकता है।

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