पौधों में मैग्नीशियम की कमी के लक्षण और दूर करने के उपाय – How To Fix Magnesium Deficiency In Plants In Hindi

कभी कभी आपने अपने गार्डन में पौधों के आसपास घूमते हुए यह देखा होगा, कि आपके पौधे की पत्तियां अपना हरा रंग छोड़कर, हल्के पीले रंग की होती जा रही है या पत्तियों के किनारे ऊपर की ओर मुड़ते जा रहे हैं। वैसे तो यह किसी रोग के शुरूआती लक्षण समझ आते हैं, लेकिन वास्तव में यह कोई रोग या बीमारी नहीं, बल्कि मैग्नीशियम की कमी के कारण होता है। मैग्नीशियम पौधों में पाया जाने वाला एक आवश्यक पोषक तत्व है, जिसकी कमी के कारण पौधे में बहुत से बदलाव आने लगते हैं। यदि आप एक गार्डनर हैं, तो आपको यह जानना जरूरी है, कि पौधों में मैग्नीशियम की कमी को दूर कैसे करें? पौधे में मैग्नीशियम के कार्य और मैग्नीशियम की कमी की पहचान कराने वाले संकेत/लक्षण और इससे अधिक प्रभावित होने वाले पौधे कौन से हैं, की जानकारी पाने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।

पौधे के लिए मैग्नीशियम क्यों जरूरी है – Why Do Plants Need Magnesium In Hindi

मैग्नीशियम पौधों में होने वाली प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को पूरा करने के लिए बहुत उपयोगी है। पौधों की पत्तियों में पाया जाने वाला क्लोरोफिल (हरे रंग का वर्णक) मैग्नीशियम से बना होता है, इसकी मदद से वे अपना भोजन बना पाते हैं। यदि पौधों में मैग्नीशियम पोषक तत्व की अनुपस्थिति हो जाए, तो वे अपना भोजन नहीं बना पाएंगे।

आमतौर पर पौधे की पत्तियों को हरा रंग देने के लिए, मैग्नीशियम सबसे ज्यादा उपयोगी है, इसके अलावा पौधों की वृद्धि और विकास में सहायक मैग्नीशियम कोशिका विभाजन, प्रोटीन का निर्माण, श्वसन क्रिया में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

(और पढ़ें: पौधों में पोषक तत्वों (प्लांट न्यूट्रिएंट्स) के कार्य और कमी के लक्षण…)

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पौधों में मैग्नीशियम की कमी के कारण – What Causes Magnesium Deficiency In Plants In Hindi

होम गार्डन में लगे पौधों में मैग्नीशियम की कमी के कारण निम्न हैं:-

  • अधिक रेतीली मिट्टी का होना।
  • उच्च पोटेशियम युक्त उर्वरकों का उपयोग करना।
  • अधिक अम्लीय मिट्टी या मिट्टी का Ph स्तर 5.5 से कम होना।
  • लगातार भारी वर्षा होने के कारण या मिट्टी का अधिक ठंडा होना।
  • मिट्टी में पोषक तत्वों की असंतुलित मात्रा का होना।

पौधों में मैग्नीशियम की कमी के लक्षण – Symptoms Of Magnesium Deficiency In Plants In Hindi

पौधों में मैग्नीशियम की कमी के लक्षण - Symptoms Of Magnesium Deficiency In Plants In Hindi

पौधों में मैग्नीशियम की कमी होने पर निम्न लक्षण दिखाई देते हैं:-

  • मैग्नीशियम की कमी से पौधे की पत्तियाँ पीली पड़ जाती हैं, लेकिन शिराएँ हरी बनी रहती हैं।
  • पौधे की पुरानी पत्तियां गिरने लगती हैं।
  • कुछ पौधों में पत्तियों के किनारे ऊपर की ओर मुड़ने लगते हैं।
  • पौधे की वृद्धि तथा जड़ का विकास कम होता है।
  • मैग्नीशियम की कमी से नए अंकुर का आकार, सामान्य अंकुरों से छोटा होता है।
  • फलों और सब्जियों की उपज में कमी हो जाती है।
  • मैग्नीशियम की कमी से ग्रस्त पौधे में ब्राउन या काले धब्बे दिखाई दे सकते हैं।
  • अंत में पौधा मुरझा भी सकता है या मर भी सकता है।

मैग्नीशियम की कमी की पहचान करने के बाद, अब हम जानेंगे, कि पौधों में मैग्नीशियम की कमी को दूर कैसे करें या बचाव के उपाय के बारे में।

(और पढ़ें: जानें पौधों में सल्फर की कमी के लक्षण और दूर करने के उपाय…)

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पौधों में मैग्नीशियम की कमी को कैसे दूर करें – How To Overcome Magnesium Deficiency In Plants In Hindi

गार्डन में लगे हुए पौधों में मैग्नीशियम की कमी को दूर करने के उपाय या फिर पौधों के लिए मैग्नीशियम के स्रोत निम्न हैं:-

  1. एप्सम सॉल्ट का उपयोग।
  2. मिट्टी में डोलोमाइट चूना मिलाना।
  3. मिट्टी में कम्पोस्ट खाद का उपयोग।
  4. मैग्नीशियम युक्त उर्वरकों का उपयोग।

एप्सम सॉल्ट का उपयोग – Use Epsom Salt For Fix Magnesium Deficiency In Plants In Hindi

एप्सम सॉल्ट का उपयोग - Use Epsom Salt For Fix Magnesium Deficiency In Plants In Hindi

एप्सम सॉल्ट एक प्राकृतिक खनिज (Natural Mineral) है, जो हाइड्रेटेड मैग्नीशियम सल्फेट (Hydrated Magnesium Sulfate) होता है। इस नमक में पौधों की वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व मैग्नीशियम (Magnesium) और सल्फर (Sulfur) पाए जाते हैं।

आप मिट्टी तैयार करते समय मिट्टी में एप्सम सॉल्ट मिला सकते हैं, या फिर आप पौधों पर फोलियर फर्टिलाइजर के रूप में एप्सम सॉल्ट और पानी के घोल का स्प्रे कर सकते हैं।

नोट:- किसी भी पौधे पर एप्सम सॉल्ट का अधिक मात्रा में प्रयोग करने से पौधे को नुकसान भी हो सकता है, इसलिए उचित मात्रा में इसका उपयोग करें।

(और पढ़ें: पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए ऐसे इस्तेमाल करें, एप्सम साल्ट…)

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मिट्टी में डोलोमाइट लाइम मिलाना – Use Dolomite Lime Powder For Magnesium Deficiency In Plants In Hindi

मिट्टी में डोलोमाइट लाइम मिलाना - Use Dolomite Lime Powder For Magnesium Deficiency In Plants In Hindi

मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत डोलोमाइट या कैल्शियम मैग्नीशियम कार्बोनेट, एक प्राकृतिक चूना पत्थर (Limestone) है, जिसमें कैल्शियम और मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है। डोलोमाइट का उपयोग करके मिट्टी में मैग्नीशियम की कमी को दूर किया जा सकता है।

हालाँकि चूना पत्थर में कैल्शियम और मैग्नीशियम दोनों पाया जाता है, इसलिए इसका उपयोग आप पौधे पर तभी कर सकते हैं, जब मिट्टी में इन दोनों पोषक तत्वों की कमी हो।

(और पढ़ें: सब्जियों के गार्डन में चूना का इस्तेमाल है बेहद फायदेमंद, जानिए कैसे…)

मिट्टी में कम्पोस्ट खाद का उपयोग – Use Compost Manure To Increase Magnesium In Plants In Hindi

मिट्टी में कम्पोस्ट खाद का उपयोग - Use Compost Manure To Increase Magnesium In Plants In Hindi

अपने गार्डन की मिट्टी में मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्वों के स्तर को बढ़ाने के लिए, आप कम्पोस्ट खाद का उपयोग भी कर सकते हैं। कम्पोस्ट खाद को आप अपने घर पर पत्ते, घास की कतरन, सब्जियों के छिलके, किचन वेस्ट से तैयार कर सकते हैं।

आप कम्पोस्ट खाद का उपयोग कम्पोस्ट चाय (Compost Tea) के रूप में भी कर हैं। यह खाद पूरी तरह से जैविक (Organic) होती है, इसलिए इसके अधिक उपयोग से पौधे को किसी प्रकार का हानिकारक नुकसान नहीं होता है। कम्पोस्ट खाद से न सिर्फ आप मिट्टी में मैग्नीशियम की पूर्ति कर पायेंगे बल्कि, वाटर ड्रेनेज सिस्टम में भी सुधार कर सकते हैं।

(और पढ़ें: होम गार्डन के लिए बेस्ट जैविक खाद के प्रकार…)

मैग्नीशियम युक्त उर्वरकों का उपयोग – Magnesium Rich Fertilizer To Restore Magnesium Deficiency In Plants In Hindi

आप अपने पौधे में मैग्नीशियम की कमी की पूर्ति के लिए मैग्नीशियम युक्त उर्वरकों (Magnesium Rich Fertilizer) का भी उपयोग कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे, कि किसी भी उर्वरक का उपयोग करने से पहले मिट्टी की अच्छी तरह जांच कर लें, यदि पोषक तत्वों (मैग्नीशियम) की कमी हो, तभी पौधों को फर्टिलाइज करें, अन्यथा उर्वरकों का उपयोग न करें।

नोट:- उर्वरक आपके पौधों के लिए पोषक तत्व प्रदान करने में मदद तो करते हैं, लेकिन इनका बहुत अधिक उपयोग न करें, इससे पौधे की पत्तियां जल भी सकती हैं, इसलिए किसी भी फर्टिलाइजर का उपयोग दिए गए निर्देश के अनुसार ही करें।

मैग्नीशियम की कमी से अधिक प्रभावित होने वाले पौधे – Plants That Easily Affected Of Magnesium Deficiency In Hindi

मैग्नीशियम की कमी से अधिक प्रभावित होने वाले पौधे - Plants That Easily Affected Of Magnesium Deficiency In Hindi

कुछ पौधे जिनमें मैग्नीशियम की कमी आम है उनमें शामिल हैं:

  1. सेब (Apple)
  2. आलू (Potato)
  3. रास्पबेरी (Raspberry)
  4. रोडोडेंड्रोन (Rhododendron)
  5. टमाटर (Tomato)
  6. मक्का (Corn)
  7. बैंगन (Brinjal)
  8. मिर्च (Peppers)
  9. खरबूज (melon)
  10. साइट्रस ट्री

(और पढ़ें: सर्दियों में पौधों की ग्रोथ के लिए बेस्ट खाद और उर्वरक…)

इस लेख में आपने जाना, कि पौधे के लिए मैग्नीशियम क्यों जरूरी है, पौधों में मैग्नीशियम की कमी के कारण, लक्षण के अलावा मैग्नीशियम की कमी को दूर कैसे करें। आशा करते हैं यह लेख आपको अच्छा लगा होगा, लेख से सम्बंधित आपके जो भी सवाल या सुझाव हैं, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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