पौधों में फिटकरी का पानी उपयोग करने का तरीका और इसके फायदे- How To Use Alum Water In Plants In Hindi

पौधों में फिटकरी का पानी उपयोग करने का तरीका और इसके फायदे : फिटकरी एक प्रकार का रासायनिक यौगिक होता है और आमतौर पर यह पानी के अणुओं, एल्यूमीनियम और सल्फेट से मिलकर बना होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिटकरी का पानी आपके पौधों को भी स्वस्थ बना सकता है और उन्हें आवश्यक पोषक तत्व अवशोषित करने में मदद करता है। बता दें कि फिटकरी का पानी बनाना एक सीधी प्रक्रिया है, जिसमें पानी में फिटकरी के क्रिस्टल को घोलकर एक ऐसा घोल तैयार किया जाता है, जिससे गार्डन के पौधों को फायदा पहुँचाया जा सकें। गमले की मिट्टी में फिटकरी का पानी डालने से न केवल मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार आता है बल्कि यह मिट्टी के पीएच स्तर को भी संतुलित बनाएं रखता है।

यदि आप भी जानना चाहते हैं, कि अपने गार्डन के पौधों में फिटकरी का पानी उपयोग करने का तरीका (How To Use Alum Water In Plants In Hindi) क्या होता है? और पौधों में फिटकरी का पानी डालने के फायदे क्या हैं, तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े।

पौधों में फिटकरी का पानी डालने के फायदे – Benefits Of Adding Alum Water To Plants in Hindi

How To Use Alum Water In Plants In Hindi

पौधों में फिटकरी का पानी डालने के फायदे के बारें में यदि आप नही जानते हैं, तो इस लेख हमने पूरी जानकारी विस्तार से दी हैं। आइए जानते है, पौधों में फिटकरी का पानी उपयोग करने के फायदे के बारें में।

फिटकरी का पानी मिट्टी का पीएच स्तर में संतुलन बनाएं रखता है – Alum Water Balances The Ph Level Of The Soil

मिट्टी के पीएच स्तर को अनदेखा करना - Ignoring Soil Ph Level Is Common Mistake From Gardner In Hindi 

मिट्टी के पीएच स्तर को समायोजित करने के लिए फिटकरी के पानी का उपयोग किया जा सकता है। फिटकरी का पानी मिट्टी के पीएच लेवल को संतुलित करने में मदद कर सकता है। बता दें कि मिट्टी का पीएच लेवल सही होने पर ही पौधों को संतुलित पोषक तत्व प्राप्त हो पाते हैं। कुछ पौधे थोड़ी अम्लीय मिट्टी में ग्रोथ करना पसंद करते हैं, जबकि कुछ पौधे अधिक क्षारीय मिट्टी में ग्रोथ करते हैं। ऐसे में फिटकरी का पानी पौधों की मिट्टी में डालकर मिट्टी को संतुलित किया जा सकता है।

फिटकरी का पानी डालकर मिट्टी की संरचना में सुधार करें – Improve Soil Structure By Adding Alum Water

मिट्टी की संरचना में सुधार - Seaweed Fertilizer Improves Soil Structure In Hindi

फिटकरी के पानी का उपयोग गार्डन की मिट्टी की संरचना को सुधारने में भी किया जा सकता है। बता दें कि फिटकरी के पानी को जब मिट्टी में मिलाया जाता है तो यह फ्लोकुलेंट अवक्षेप (flocculent precipitates) बनाता है। जिससे मिट्टी की जल निकासी में सुधार आता है और आवश्यक पोषक तत्वों की कमी भी पूरी हो जाती है। इस तरह से पौधों की जड़ों के लिए एक स्वस्थ वातावरण बनता है।

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पौधों में फंगल रोगों को रोकने में मदद करता है फिटकरी का पानी-  Alum Water Helps In Preventing Fungal Diseases In Plants

पौधों में फंगल रोग के लक्षण - Symptoms Of Fungal Diseases On Plants In Hindi

यदि आपके पौधे फंगल रोग से ग्रस्त हैं तो आप फिटकरी के पानी का उपयोग कर सकते हैं। बता दें कि फिटकरी के पानी को सीधे ग्रो बैग की मिट्टी में डालकर या पौधों की पत्तियों पर पर स्प्रे करके उपयोग कर सकते हैं। गार्डन के पौधों में लगे खस्ता फफूंदी, काले धब्बे और कवक जैसे रोगों को रोकने के लिए फिटकरी पानी डाल सकते हैं।

पौधों में फिटकरी का पानी डालने से पोषक तत्व प्राप्त होते है – Nutrients Are Obtained By Adding Alum Water To Plants

गर्मी में पौधों की ग्रोथ के लिए करें पोषक तत्व की आपूर्ति - Provide essential nutrients for growth of plants in summer in Hindi

फिटकरी का पानी पौधों के लिए सुपरचार्ज्ड बूस्टर की तरह काम करता है। इससे पौधों को आवश्यक पोषक तत्व सही ढंग से अवशोषित करने में मदद मिलती है। बता दें कि पौधों की मिट्टी में फिटकरी का पानी डालने पर यह छोटे-छोटे कण बनाती है जो आपस में चिपक जाते हैं और फिर बड़े समूह में बदल जाते हैं। इससे गमले या ग्रो बैग की मिट्टी कम सघन हो जाती है, जिससे हवा, पानी और पोषक तत्वों को पौधों की जड़ों तक जाने में आसानी होती है। फिटकरी का पानी मिट्टी में मिलकर पोषक तत्वों को रिलीज कर देता है।

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फिटकरी का पानी पौधों में डालने से कीटाणु हट जाते हैं – Adding Alum Water To Plants Removes Germs

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यदि आपके गार्डन के पेड़ पौधों में कीटाणु लगे है तो आप फिटकरी का पानी उपयोग कर सकते हैं। फिटकरी के पानी में कीटनाशक गुण होते हैं, जो कीटों को दूर करने का काम करते हैं। यदि आपके ग्रो बैग या गमले के पौधों में चींटी, एफिड्स, कैटरपिलर व अन्य कीड़े लगने लगे हैं, तो आप फिटकरी को पॉट के नीचे की ओर रख सकते है या फिर मिट्टी के साथ भी मिक्स कर सकते है। इसके अलावा आप फिटकरी के पानी का स्प्रे करके या सीधे पौधों में पानी देकर आप पौधों को हेल्थी और कीट मुक्त रख सकते हैं।

फिटकरी का पानी डालने से पौधों की ग्रोथ बेहतर होती हैं – Adding Alum Water Improves The Growth Of Plants

ज्यादा खाद देने से पौधे की ग्रोथ रुकना - Over Fertilization Symptoms Plant Growth Retardation In Hindi

फिटकरी के पानी से पौधों की ग्रोथ में इजाफा होता है और पौधे हरे भरे हो जाते हैं। पौधों को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करने के लिए फिटकरी के पानी का उपयोग पत्तियों पर स्प्रे करके किया जा सकता है। आप गार्डन के पौधों पर इसका उपयोग करने के लिए फिटकरी के पानी को बराबर मात्रा में सादे पानी के साथ मिलाएं और इससे अपने पौधों की पत्तियों पर स्प्रे करें। इसका स्प्रे करने से लिए सबसे अच्छा समय सुबह का होता है, जब बिल्कुल धूप न हो।

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पौधों का स्वस्थ रखने में करती है मदद –Keep Plants Healthy

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यदि आप पौधों के ग्रोइंग समय के दौरान फिटकरी के पानी का उपयोग करते हैं तो इससे पौधे का स्वस्थ विकास होगा और हेल्थी रूट ग्रोथ भी देखने को मिलेगी। आप ग्रोइंग सीजन के दौरान महीने में 1-2 बार फिटकरी के पानी का उपयोग कर सकते हैं। इससे पौधे अच्छे से फलने-फूलने लगेंगे और स्वस्थ रहेंगे।

फिटकरी का पानी अधिक अम्लीय या क्षारीय मिट्टी के प्रभाव को संतुलित करता है– Balances The Effects Of Overly Acidic Or Alkaline Soil

क्षारीय मिट्टी के फायदे - Benefits Of Alkaline Soil For Plants In Hindi 

यदि आपके गार्डन की मिट्टी अधिक अम्लीय या क्षारीय है, तो आप फिटकरी का पानी मिट्टी में डालकर मिट्टी के अम्लीय या क्षारीय प्रभाव को संतुलित कर सकते हैं। बता दें कि फिटकरी के पानी का घोल बनाकर सीधे गमले की मिट्टी में डाला जा सकता है। जब आप मिट्टी में फिटकरी का पानी डालेंगे तो घोल में उपस्थित एल्यूमीनियम सल्फेट (Aluminium Sulfate) पानी के साथ प्रतिक्रिया करते हैं और अधिक अम्लीय मिट्टी का पीएच स्तर कम व क्षारीय मिट्टी का पीएच स्तर अधिक बढ़ा सकता है।

पौधों मे फिटकरी का पानी उपयोग कैसे करें / तरीका– How To Use Alum Water In Plants / Method In Hindi

यदि आप भी गार्डनिंग करते है और पौधों में फिटकरी का पानी उपयोग करने का तरीका जानना चाहते हैं, तो इस लेख में पूरी जानकारी दी गई हैं। तो आइये जानते हैं, गार्डन के पौधों में फिटकरी का पानी उपयोग करने के सही तरीके के बारे में।

फिटकरी का पानी तैयार करें – Prepare Alum Water

सबसे पहले आप फिटकरी के क्रिस्टल को पानी में घोलें और घोल तैयार करें। आमतौर पर प्रति गैलन पानी में लगभग 1 बड़ा चम्मच फिटकरी क्रिस्टल का उपयोग किया जाता है। फिटकरी का पानी तैयार होने के बाद आप यह तय करें कि आपको इसका उपयोग कैसे करना है। फिटकरी के पानी को आप मिट्टी में डालेंगे, पत्तो पर स्प्रे करेंगे या फिर बीज को भिगोने के लिए उपयोग करेंगे आदि।

फिटकरी का पानी गमले की मिट्टी में डालें – Add Alum Water To The Soil

फिटकरी के पानी का घोल पौधों के आधार के आसपास की मिट्टी में डालें। पौधे की जड़ो के आसपास की मिट्टी में डालने से यह पानी जड़ तक आसानी से पहुँच जाता है और इससे पौधे को पोषक तत्व मिलना शुरू हो जाते हैं। इस तरह से आप मिट्टी में फिटकरी के पानी का उपयोग कर सकते हैं।

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पत्तो पर छिडकें फिटकरी का पानी – Sprinkle Alum Water On Leaves

प्राकृतिक कीटनाशक का स्प्रे करें - Spray Natural Insecticide Of Plants In Hindi

एक स्प्रे बोतल का उपयोग करके आप पौधों की पत्तियों के ऊपर नीचे दोनों साइड फिटकरी के पानी के घोल का स्प्रे करें। पत्तों को अच्छी तरह से स्प्रे करें और पत्तो को जलने से बचाने के लिए ठन्डे मौसम में इसका उपयोग करना बेहतर रहेगा।

बीज को फिटकरी के पानी में भिगोकर रखे – Soak The Seeds In Alum Water

अच्छे अंकुरण (जर्मिनेशन) के लिए आप फिटकरी का पानी उपयोग करके बीज को उपचारित कर सकते हैं। बीज रोपण से कुछ घंटो पहले आप बीज को फिटकरी के पानी में भिगोकर रख सकते हैं।

सही मौसम के दौरान फिटकरी का पानी उपयोग करें – Apply During Suitable Weather

बता दें कि वाष्पीकरण को कम करने और पौधों के अच्छे अवशोषण के लिए सही समय पर फिटकरी के पानी का उपयोग करना बेहद जरूरी है। इसलिए सुबह के समय फिटकरी के पानी का उपयोग करना चाहिए। क्योंकि ठन्डे मौसम में फिटकरी के पानी का उपयोग करने से पौधे जलने से बच जाते हैं।

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फिटकरी के पानी के अधिक प्रयोग से बचें – Avoid Excessive Use Of Alum Water

यदि आप फिटकरी का पानी अधिक उपयोग करते हैं तो इससे नुकसान भी हो सकता है। इसलिए मिट्टी को अत्यधिक अम्लीकृत करने या पौधों की जड़ों और पत्तियों को नुकसान पहुंचाने से बचाने के लिए फिटकरी का पानी संयम से उपयोग करें।

मिट्टी के पीएच स्तर की जांच करने के बाद फिटकरी का पानी डालें – Check The Ph Level Of The Soil

मिट्टी के पीएच स्तर को अनदेखा करना - Ignoring Soil Ph Level Is Common Mistake From Gardner In Hindi 

फिटकरी का पानी अपने पौधों में डालने से पहले आप मिट्टी के पीएच स्तर को अवश्य जांच लें। ताकि आपको पता चल जाए कि पौधों में फिटकरी का पानी डालना चाहिए या नही। बता दें कि फिटकरी का पानी संतुलित मात्रा में करना बेहद जरूरी होता है जिससे पौधों को कोई नुकसान ना हो।

जरूरत के अनुसार फिटकरी के पानी को दोहराएँ – Repeat Application As Needed

फिटकरी के पानी का दुबारा उपयोग तभी करें जब पौधों को इसकी जरूरत हो। पौधों में पोषक तत्वों की कमी को दूर करने और मिट्टी के पीएच स्तर को बनाएं रखने के लिए आप फिटकरी का पानी दुबारा उपयोग कर सकते हैं।

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इस लेख में हमने बताया है कि पौधों मे फिटकरी का पानी उपयोग करने का तरीका क्या होता है और इसके फायदें क्या हैं? आपको हमारा लेख कैसा लगा और लेख से सम्बंधित कोई सुझाव आपके पास है तो हमारे साथ जरूर साझा करें, धन्यवाद।

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