यदि आप अपने गार्डन में सब्जियों के साथ कुछ मिठास जोड़ना चाहते हैं, तो गमलों में शहतूत उगाना एक अच्छा विचार है। शहतूत स्वादिष्ट, रसीले और पौष्टिक फलों में से एक है, जिसे अन्य फलों की अपेक्षा आसानी से और कम देखभाल में भी उगाया जा सकता है। यदि आप टेरेस पर गार्डनिंग करते हैं, तो आप इस फल वाले पौधे को गमले या ग्रो बैग में भी उगा सकते हैं। आमतौर पर शहतूत को कटिंग से लगाया जाता है, लेकिन एक बार लगने के बाद यह आपको कई सालों तक फल दे सकता है। आज इस लेख में हम आपको शहतूत की कटिंग लगाने से लेकर पौधे में फल लगने तक की जानकारी देंगे। गमले में शहतूत का पौधा कब और कैसे लगाएं/उगाएं, इस पौधे की कटिंग लगाने की विधि तथा शहतूत के पौधे की देखभाल कैसे करें, जानने के लिए लेख को पूरा पढ़ें।
शहतूत का पौधा लगाने की जानकारी – Information Related To Planting Mulberry Plant In Hindi
घर पर शहतूत का पौधा उगाने के लिए निम्न जानकारी होनी जरूरी है:-
- वानस्पतिक नाम – Morus Alba
- पौधे का प्रकार – बारहमासी पौधा
- लगाने का समय – मार्च-मई और सितम्बर से नवम्बर माह
- पौधा लगाने की विधि – कटिंग द्वारा
- ग्रोइंग तापमान – 21 से 29 डिग्री सेल्सियस
- फल लगने का समय – ग्रीष्मऋतु (जून से अगस्त माह)
शहतूत का पौधा कब लगाएं – When To Plant Mulberry Plant In Hindi
आमतौर पर शहतूत के पौधे शुरूआती वसंत अर्थात मार्च से मई माह के बीच लगाए जाते हैं, लेकिन मध्यम जलवायु वाले क्षेत्रों में इन्हें फ़ॉल सीजन अर्थात सितम्बर से नवम्बर महीने में भी लगाया जा सकता है।
शहतूत का पौधा लगाने के जरूरी चीजें – Important Things To Plant Mulberry In Hindi
शहतूत की कटिंग (Mulberry Cutting) – शहतूत का पौधा कटिंग से लगाया जाता है, क्योंकि इसके बीज आसानी से उपलब्ध होना मुश्किल है और यदि आप इसे बीज से लगाते हैं, तो अंकुरण धीमा हो सकता है तथा फल लगने में कई सालों का समय लग सकता है, इसलिए इसकी कटिंग लगाना एक बेहतर विकल्प है।
गमला या ग्रो बैग (Pot Or Grow Bag) – अपने टेरेस गार्डन में शहतूत की कटिंग लगाने के लिए आपको ड्रेनेज होल युक्त गमले या ग्रो बैग की जरूरत होगी। शहतूत का पौधा लगाने के लिए आप निम्न साइज के ग्रो बैग खरीद सकते हैं:-
- 18 x 18 इंच (W x H)
- 21 x 21 इंच (W x H)
- 24 x 24 इंच (W x H)
पॉटिंग मिक्स (Potting Mix) – शहतूत का पौधा पोषक तत्वों से युक्त अच्छी जल निकासी वाली अम्लीय मिट्टी में अच्छी तरह उगता है। अतः आप इसे गमले में लगाने के लिए पॉटिंग सॉइल खरीद सकते हैं या फिर गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट और पर्लाइट/रेत को मिलाकर पॉटिंग मिश्रण तैयार कर सकते हैं।
वाटर कैन (Water Can) – गमले या ग्रो बैग में पौधा लगाने के बाद आपको इसे पानी देने के लिए वाटर कैन की आवश्यकता होगी।
गार्डनिंग टूल्स (Gardening Tools) – होम गार्डन में शहतूत का पौधा लगाने के लिए आपको कुछ अन्य गार्डनिंग टूल्स की भी जरूरत हो सकती है, जैसे- ट्रॉवेल, स्प्रे पंप, प्रूनर इत्यादि।
आइये अब जानते हैं- गमले में शहतूत की कटिंग कैसे लगाएं?
गमले में शहतूत का पौधा लगाने की विधि – Method Of Planting Mulberry Plant In Hindi
गार्डन के गमले में शहतूत लगाने के लिए आपको सबसे पहले स्वस्थ पौधे की कटिंग को लेना होगा। सुनिश्चित करें, कि कटिंग कम से कम 3 नोड वाली, उसकी लंबाई 8-10 इंच तथा उसके ऊपरी भाग में कुछ पत्तियाँ होनी चाहिए। आइये जानते हैं- शहतूत की कटिंग को गमले में लगाने की विधि, जो कि इस प्रकार है:-
- सबसे पहले कटिंग के निचले हिस्से को रूटिंग हार्मोन में डुबाएं।
- अब गमले या ग्रो में पॉटिंग सॉइल मिक्स भरें।
- इसके बाद कटिंग के निचले हिस्से को 3-4 इंच मिट्टी में दबाएं।
- कटिंग लगाने के बाद गमले की मिट्टी में अच्छी तरह से पानी दें और इसे सीधी धूप से दूर गर्म, उज्ज्वल (फिल्टर्ड धूप) स्थान पर रखें।
- कटिंग की रूट डेवलप होने और नई ग्रोथ में लगभग 4 से 8 सप्ताह लग सकते हैं।
- जब कटिंग से जड़ें निकलने लगें, तब आप इसे बड़े ग्रो बैग या जमीन में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।
- ट्रांसप्लांट के लगभग 1 सप्ताह बाद आप पौधे को सीधी धूप में रख सकते हैं।
शहतूत के पौधा की देखभाल – Care Of Mulberry Plant In Hindi
गार्डन में शहतूत का पौधा कैसे लगाएं? जानने के बाद आइए जानते हैं- उसकी पौधे अच्छी ग्रोथ के लिए उसकी देखभाल कैसे करें। शहतूत के पौधे की देखभाल के तरीके कुछ इस प्रकार हैं:-
पानी – Water For Growing Mulberry Plant In Hindi
शहतूत के पौधे को अच्छी तरह बढ़ने के लिए लगातार पानी की आवश्यकता होती है, खासकर गर्मियों के दौरान। इसलिए ग्रोइंग सीजन के समय पौधे को सप्ताह में कम से कम एक बार गहराई से पानी दें तथा जब मिट्टी सूखी हुई दिखने लगे, तब दोबारा पानी देना चाहिए।
सूर्य प्रकाश – Sun Light For Growing Mulberry Plant In Hindi
शहतूत के पौधे में फल लगने के लिए पूर्ण सूर्य प्रकाश की आवश्यकता होती है, अतः पौधे को ऐसे स्थान पर लगायें, जहाँ प्रति दिन कम से कम 6-8 घंटे की सीधी धूप आती हो। यदि आपने इसे टेरेस पर लगाया है, तो अत्याधिक गर्म मौसम में कुछ समय के लिए छाया देना उचित है।
तापमान – Temperature For Growing Mulberry Plant In Hindi
आमतौर पर शहतूत के पौधे 21-29 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर अच्छी ग्रोथ करते हैं, लेकिन गर्म मौसम में यह अधिकतम 35 डिग्री सेल्सियस के तापमान को भी सहन कर सकते हैं।
उर्वरक – Fertilizer For Growing Mulberry Plant In Hindi
आमतौर पर शहतूत के पौधे को अधिक खाद देने की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन उर्वरक देने से पौधे का बेहतर विकास और फलों की संख्या में वृद्धि होती है। अतः इसके लिए आप महीने में एक बार जैविक उर्वरक जैसे- प्लांट ग्रोथ प्रमोटर, NPK फर्टिलाइजर, सीवीड आदि दे सकते हैं।
प्रूनिंग – Pruning Of Mulberry Plant In Hindi
शहतूत के पौधे के अच्छे आकार और झाड़ीदार बनाए रखने के लिए आप इसकी प्रूनिंग कर सकते हैं, इसके अलावा आप पौधे के आसपास वायु प्रवाह को बढ़ावा देने और मृत या रोगग्रस्त को हटाने के लिए भी इसे प्रून कर सकते हैं। शहतूत की प्रूनिंग का सबसे अच्छा समय वसंत ऋतु का होता है।
(और पढ़ें: पौधों की कटाई छटाई के काम को बनाएं आसान, करें इन प्रूनिंग टूल्स का इस्तेमाल…)
शहतूत के पौधे में लगने वाले कीट व रोग – Insect And Disease Of Mulberry Plant In Hindi
कीट (Insect):-
- सफेद मक्खी (Whiteflies)
- स्केल (Scales)
- कैटरपिलर (Caterpillars)
- एफिड्स (Aphids)
- थ्रिप्स (Thrips)
इन कीटों से शहतूत के पौधे को बचाने के लिए पौधे की नियमित रूप से जांच करें और कीट संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए पत्तियों पर जैविक कीटनाशक साबुन का स्प्रे और स्टिकी ट्रैप का उपयोग करें।
रोग (Disease):-
- पाउडरी मिल्ड्यू (Powdery Mildew)
- लीफ स्पॉट (Leaf Spot)
- रस्ट फंगस (Rust)
- क्राउन रॉट (Crown Rot)
- वर्टिसिलियम विल्ट (Verticillium Wilt)
यदि पौधे पर किसी रोग के शुरूआती लक्षण दिखाई देते हैं, तो जैविक फंगीसाइड नीम के तेल का स्प्रे करें।
(और पढ़ें: पौधों से फंगस हटाने के लिए जैविक फंगीसाइड….)
शहतूत के फल कब लगेंगे – When Will Mulberry Fruit In Hindi
यदि आप इस पौधे को बीज से लगाते हैं, तो फल लगने में 8 से 10 साल लग सकते हैं, लेकिन कटिंग से लगाया गया पौधा सिर्फ 3 से 4 सालों में ही फल देना शुरू कर सकता है। आमतौर पर इस पौधे में फल गर्मियों में, जून के अंत से अगस्त तक लगते हैं। अपने घर पर शहतूत का पौधा जरूर लगाएं, और घर बैठे इस स्वादिष्ट फल का आनंद उठायें।
इस लेख में आपने जाना गार्डन में या घर पर गमले में शहतूत का पौधा कब और कैसे लगाएं/उगाएं, इस पौधे की कटिंग लगाने की विधि तथा शहतूत के पौधे की देखभाल या केयर कैसे करें। उम्मीद है यह लेख आपको अच्छा लगा हो, लेख के सम्बन्ध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।