Imli Ka Paudha Kaise Lagaye In Hindi: इमली का पौधा घर पर उगाना न सिर्फ आसान है, बल्कि किचन गार्डन के लिए एक बेहतरीन लंबे समय का पौधा भी है। अगर आप जानना चाहते हैं कि इमली का पेड़/पौधा कैसे लगाएं (how to grow tamarind from seed in hindi), तो आपको बस सही मिट्टी, हल्की धूप और नियमित नमी का ध्यान रखना होता है। इमली लगाने की प्रक्रिया भी बेहद सरल है—बस यह समझना जरूरी है कि इमली लगाने की विधि क्या है और शुरुआती दिनों में इमली के पौधे की देखभाल कैसे करें, जिससे यह धीरे-धीरे मजबूत बने और आने वाले वर्षों में भरपूर फल दे सके।
आज के इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि घर पर इमली कैसे उगाई जा सकती है। इसमें हम सरल भाषा में इमली लगाने के आसान तरीके जैसे बीज से और एयर लेयरिंग से कैसे लगाएं, सही समय, मिट्टी और गमला चुनने से लेकर पौधे की देखभाल तक सभी जरूरी बातें जानेंगे, ताकि आप बिना किसी झंझट के अपने किचन गार्डन में स्वस्थ और मजबूत इमली उगा सकें।
इमली लगाने का सही समय – When To Plant Tamarind In Hindi
टैमरिंड (tamarind) लगाने का सबसे अच्छा समय गर्मियों के अंत और बरसात की शुरुआत (जून से अगस्त) माना जाता है। इस मौसम में मिट्टी में नमी रहती है, जिससे बीज जल्दी अंकुरित होते हैं। बहुत ज्यादा ठंड में इमली के बीज मुश्किल से उगते हैं। हल्की गर्म जगह और थोड़ी नमी वाला मौसम इमली के पौधे के विकास के लिए सबसे अनुकूल होता है। सही समय पर रोपाई करने से पौधा जल्दी और मजबूत भी बनता है।
(यह भी जानें: दिसंबर-जनवरी में कौन सी सब्जी लगाएं…)
इमली के पौधे के लिए गमला – Best Pot For Tamarind Plant In Hindi
इमली की जड़ें गहराई में जाती हैं, इसलिए इसके लिए पर्याप्त गहराई वाला गमला या ग्रो बैग जरूरी है। शुरुआती 1–2 साल तक गमले में पौधा आसानी से बढ़ सकता है, बशर्ते गमला मजबूत और ड्रेनेज वाला हो। आप इमली का पौधा लगाने के लिए निम्न साइज के गमले या ग्रो का इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे-
गमले में नीचे ड्रेनेज होल होना जरूरी है, ताकि पानी जमा न हो और जड़ें स्वस्थ रहें। सही गमला चुनने से पौधा लंबे समय तक बिना रुकावट के बढ़ता रहता है।
(यह भी जानें: ग्रो बैग्स क्या होते हैं, पौधे लगाने में इसका उपयोग क्यों करें…)
गमला खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:
घर पर इमली लगाने की विधि – Tamarind Growing Method At Home In Hindi
घर पर इमली लगाना बहुत आसान है, बस सही मिट्टी, नमी और थोड़ी देखभाल की जरूरत होती है। इमली को आप बीज, तैयार पौधे, ग्राफ्टिंग या एयर लेयरिंग—से उगा सकते हैं। आगे हम बीज और एयर लेयरिंग से इमली उगाने के बारे में step by step बताएंगे।
1. विधि: बीज से (seed method)
- ताज़ी और स्वस्थ इमली की फली से बीज लें; सड़े या खराब बीज न लें।
- फली से बीज निकालकर पानी से धो लें और अच्छे से सुखा लें, आप ऑनलाइन भी बीज खरीद सकते हैं।
- कठोर आवरण नरम करने के लिए 12–24 घंटे के लिए गुनगुने पानी में भिगोएँ। चाहें तो बीज पर हल्का खरोंच कर दें ताकि अंकुरण तेज हो।
- गमले में अच्छी ड्रेनेज वाली दोमट मिट्टी भरें और इसमें बीजों को लगाएं।
- मिट्टी हल्की नम रखें, पॉट गर्म और रोशन जगह पर रखें; 1–3 सप्ताह में अंकुर दिख सकते हैं।
- जब पौधे पर 2–3 असली पत्ते आ जाएँ तो बड़े गमले/ गार्डन की मिट्टी में स्थानांतरित करें।
- गमले की मिट्टी में ओवरवॉटरिंग से बचें, नहीं तो आपके बीज सड़ सकते हैं।
- बीज से उगाए गए पौधे में फलियाँ लगने में लगभग 6 से 8 साल का समय लग सकता है।
2. विधि: एयर लेयरिंग से (air layering method)
- स्वस्थ, 1–2 साल पुरानी मध्यम मोटी शाखा चुनें (बहुत पतली या बहुत मोटी न हो)।
- शाखा पर राउंड में 2–3 सेंटीमीटर की चौड़ाई में छाल हटा दें — और अच्छे से साफ़ करें।
- जड़ों को बढ़ाने के लिए रूट हार्मोन पाउडर लगाएँ (मौजूद हो तो)।
- छाल हटी जगह पर गीला स्फैगनम मॉस या नमी वाली कोकोपीट/मिट्टी का घेरा बनाकर लपेटें।
- स्फैगनम मॉस या कोकोपीट/मिट्टी लगाने के बाद प्लास्टिक या पॉलिथीन से अच्छी तरह लपेटकर ऊपर-नीचे बाँध दें ताकि नमी बनी रहे; पानी रिसने न पाए।
- नमी चेक करते रहें और साथ ही सूखने पर पानी डालें।
- 4–8 सप्ताह में (मौसम के हिसाब से) प्लास्टिक के भीतर जड़ें बनकर दिखने लगेंगी।
- जब जड़ें अच्छी मात्रा में बन जाएं, तो नीचे से काटकर नई जड़ों के साथ पौधा गमले में लगाएँ।
- पहले कुछ हफ्ते हल्की छाया दें और मिट्टी नम रखें।
(यह भी जानें: नर्सरी तैयार करने के लिए बेस्ट सीडलिंग ट्रे…)
मिट्टी व जैविक खाद खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:
इमली के पौधे की देखभाल कैसे करें – How To Take Care Of Tamarind Plant In Hindi
इमली का पौधा सही देखभाल मिलने पर तेजी से बढ़ता है और लंबे समय तक स्वस्थ रहता है। इसके लिए उचित धूप, नियमित पानी, अच्छी मिट्टी और समय-समय पर खाद देना जरूरी है। अगर पौधे को सही वातावरण और हल्का कीट नियंत्रण मिले तो यह आसानी से बड़ा और मजबूत विकसित होता है। चलिए जानते हैं, इमली की देखभाल के बारे में, जो कि निम्न है-
1. सूर्यप्रकाश
इमली के पौधे को रोज 5–6 घंटे की हल्की से मध्यम धूप चाहिए। पौधे को दोपहर की तेज धूप से बचाएं, आप पौधे को तेज धूप से बचाने के लिए शेड नेट का उपयोग कर सकते हैं।
2. सही और उपजाऊ मिट्टी
हल्की, भुरभुरी और अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी में इमली का पौधा सबसे अच्छा बढ़ता है। मिट्टी बहुत भारी या चिपचिपी हो तो जड़ें ठीक से फैल नहीं पातीं। इमली पौधे के लिए मिट्टी थोड़ी अम्लीय होनी चाहिए, जो पूरी तरह अनुकूल है। मिट्टी में गोबर खाद या वर्मीकम्पोस्ट मिलाने से पौधा तेजी से बढ़ता है और जड़ें मजबूत बनती हैं।
3. सही से पानी देना
मिट्टी हल्की नम रखें, लेकिन पानी कभी भी गमले में जमा न होने दें। गर्मियों के दिनों में रोज पानी दें, लेकिन पानी देने से पहले मिट्टी चेक कर लें अगर मिट्टी गीली है तो थोड़ा रुककर पानी दें।गर्मी के मौसम में पौधे की मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए मल्चिंग करें।
(यह भी जानें: ऐसे करें गमले के पौधों की देखभाल, नहीं होगा एक भी पौधा खराब…)
बागवानी सामान खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:
4. खाद और उर्वरक
महीने में एक बार गोबर खाद या वर्मी कम्पोस्ट दें। इससे पौधा स्वस्थ और तेजी से बढ़ता है। आप पौधे की मिट्टी में लिक्विड खाद भी दे सकते हैं, जिसे आप घर पर ही तैयार कर सकते हैं या organicbazar.net से ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
5. छटाई/प्रूनिंग
सूखी, खराब या रोगग्रस्त टहनियों को समय-समय पर काट दें, ताकि पौधा नई शाखाएँ बना सके। आप पौधे को आकार देने के लिए भी छटाई कर सकते हैं, लेकिन एक बार में ज्यादा छटाई न करें। छटाई (pruning) के काम को आसान बनाने के लिए गार्डनिंग टूल्स का यूज़ करें।
6. कीट नियंत्रण
पत्तियों पर कीड़े दिखें तो हल्का नीम ऑयल स्प्रे करें। इमली के पौधे में आमतौर पर अधिक रोग नहीं लगते हैं। उड़ने वाले कीटों से बचाव के लिए आप स्टिकी ट्रैप आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं।
(यह भी जानें: पौधों में होने वाले सामान्य रोग और उनकी रोकथाम…)
7. हवा और सही जगह
इमली के पौधे में हवा का प्रवाह बना रहे, इसके लिए पौधे को खुली जगह रखें जहां हवा का प्रवाह आसानी से हो सके। इससे पौधा मजबूत और स्वस्थ बनता है।
निष्कर्ष:
किचन गार्डन में इमली उगाना बिल्कुल आसान है, बस सही समय पर रोपाई, अच्छी मिट्टी और नियमित देखभाल का ध्यान रखना होता है। बीज, पौधा या एयर लेयरिंग—किसी भी तरीके से आप इसे आसानी से उगा सकते हैं। थोड़ी धूप, नमी और धैर्य के साथ आपका इमली का पौधा कुछ ही समय में स्वस्थ और मजबूत बनकर बढ़ने लगेगा।
गमला खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:


