रास्पबेरी, स्ट्राबेरी की तरह दिखने वाला एक छोटा और स्वादिष्ट फल है। यह फल लाल, बैंगनी, पीला और काले कलर में आता है, जिसे देखकर कई लोगों को लगता होगा कि यह बाहर विदेश में उगने वाला फल है। पर ऐसा नहीं है, भारत में भी रास्पबेरी फल को उगाना सम्भव है। रास्पबेरी पौधे की देखभाल भी आसान होती है, क्योंकि इसमें रोग या कीट कम लगते हैं। यदि आप भी उत्सुक हैं कि गार्डन में रास्पबेरी फल को कैसे उगाते हैं, तो हमारा आज का यह लेख आपके बहुत काम का साबित होगा। घर के बगीचे में रास्पबेरी फल कैसे उगाएं, रास्पबेरी का पौधा लगाने की विधि और इसकी देखरेख से जुड़ी पूरी जानकारी के लिए इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें।
रास्पबेरी उगाने के लिए ध्यान रखने योग्य बातें – Requirements For Growing Raspberries In Hindi
गार्डन में रास्पबेरी का पौधा लगाने से पहले आपको निम्न बातें जरूर जान लेनी चाहिए:
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लगाने का समय – Best Time For Planting Raspberries In Hindi
इस रास्पबेरी के पौधे को लगाने का सबसे अच्छा समय फरवरी (Spring) और अक्टूबर-नवंबर महीने (Late Fall) का होता है। अगर तापमान की बात करें, तो 10ºC से 32ºC तापमान रास्पबेरी के पौधे की ग्रोथ के लिए अनुकूल है। गर्मियों के समय इस पौधे में भारी संख्या में फल लगते हैं।
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मिट्टी का प्रकार – Soil For Raspberries Fruit Plant In Hindi
यह रास्पबेरी का पौधा रेतीली या अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी में अच्छे से उगता है। 6 से 7 पीएच मान वाली मिट्टी इस पौधे के लिए अच्छी मानी जाती है। इस पौधे को चिकनी मिट्टी या दूसरी ऐसी मिट्टी में न उगायें, जिसमें पानी जमा होता हो, क्योंकि इससे पौधे में जड़ सड़न रोग होने का खतरा रहता है।
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प्रकाश की आवश्यकता – Raspberries Plant Sunlight Requirement In Hindi
इस रास्पबेरी के पौधे को पूर्ण सूर्य प्रकाश यानि की रोजाना 6 से 8 घंटे सीधी धूप की जरूरत होती है। हालाँकि यह पौधा आंशिक छाया (4 से 6 घंटे की धूप) में भी उग जाता है।
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पानी की आवश्यकता – Water Requirement Of Raspberries Plant In Hindi
यदि रास्पबेरी पौधे में पानी देने की मात्रा की बात करें, तो यह मौसम और मिट्टी पर निर्भर है। इस पौधे में पानी देने से पहले मिट्टी को चेक कर लें, यदि मिट्टी छूने पर सूखी लगे तो पानी डालें।
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रास्पबेरी फल का पौधा लगाने की विधि – Tips For Growing Raspberries In Containers In Hindi
ऊपर आपने रास्पबेरी फल को उगाने की जरूरी आवश्यकताओं के बारे में जाना है। चलिए अब इस पौधे को उगाने की स्टेप्स के बारे में जानते हैं:
रास्पबेरी फल की वैरायटी चुनें – Raspberry Variety To Grow At Home In Hindi
इस फल की मुख्य तौर पर 2 तरह की किस्में होती हैं। चलिए उनके बारे में जानते हैं:
- गर्मियों में फलने वाली रास्पबेरी (summer fruiting raspberries) – ज्यादातर इसी किस्म को उगाया जाता है। इस किस्म को लगाने के 2 साल बाद पौधे में गर्मियों के समय जून-जुलाई के महीने में फल लगते हैं।
- सदाबहार रास्पबेरी (everbearing raspberries) – रास्पबेरी की यह किस्म भी काफी लोकप्रिय है। इस वैरायटी में 2 सीजन में फल लगते हैं। पतझड़ के समय सितंबर-अक्टूबर के महीने में और गर्मियों में जून-जुलाई में इस पौधे में फल लगते हैं।
नोट – अधिक बार रास्पबेरी की पैदावार लेने के लिए दोनों तरह की वैरायटी को उगाना चाहिए।
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मिट्टी तैयार कर गमले में भरें – Prepare Soil For Planting Raspberry Plant In Hindi
रास्पबेरी के पौधे अच्छी जल निकासी वाली और उपजाऊ मिट्टी में सबसे अच्छी तरह से पनपते हैं। आप मिट्टी में गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट खाद और कोकोपीट डालकर जल निकासी और मिट्टी की उर्वरता में सुधार कर सकते हैं। मिट्टी तैयार कर लेने के बाद उसे 24×24 इंच (चौड़ाईxऊंचाई) या 24×36 इंच के ग्रो बैग में भर लें। यह पौधा अधिक जगह घेरता है, इस वजह से इसे रेक्टेंगल ग्रो बैग में भी लगाना सही रहता है।
बीज या पौधा लगाएं – Plant Raspberry In Garden In Hindi
आप या तो रास्पबेरी को बीज से उगा सकते हैं या इसके पौधे को नर्सरी से खरीदकर भी लगा सकते हैं। वैसे नर्सरी से 1 साल पुराना पौधा खरीदकर लगाना ज्यादा सही रहता है। इससे आपको जल्दी फल खाने को मिल सकते हैं। गमले की मिट्टी में रास्पबेरी के बीज ¼ इंच (0.6 सेमी) गहराई में लगायें। इसके बाद गमले को उजाले वाली जगह पर रख दें और रोजाना मिट्टी में नमी बनाये रखें।
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रास्पबेरी पौधे की देखभाल करने की टिप्स – How to take care of strawberry plant in hindi
आप रास्पबेरी के पौधे की देखभाल करने के लिए निम्न स्टेप्स अपना सकते हैं:
- रास्पबेरी का पौधा धूप वाली जगह में सबसे अच्छी तरह से बढ़ता है, इसीलिए इसे गार्डन में धूप वाले स्थान पर रखें।
- रोजाना पौधे की मिट्टी की जांच करते रहे, सूखी होने पर उसमें पानी डालें।
- पौधे की मिट्टी में उगने वाली खरपतवारों को हटाते रहें।
- रास्पबेरी पौधे की शाखाएं अधिक घनी होने पर समय-समय पर उनकी कटाई-छटाई करते रहें।
- पौधे की मिट्टी की घास, पुआल आदि से मल्चिंग कर दें, ताकि जड़ों में ठंडक बनी रहे।
- आप रास्पबेरी पौधे के नजदीक से उगने वाले छोटे पौधों जिन्हें सकर्स (Suckrers) कहा जाता है, उनसे नए पौधे तैयार कर सकते हैं।
- अच्छी पैदावार के लिए रास्पबेरी पौधे में गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट खाद, और बायो एनपीके जैविक उर्वरक डाल सकते हैं।
- रास्पबेरी ऐसा फल का पौधा है, जिसमें कीट या रोग लगने का खतरा नहीं रहता है। इसमें जून से अगस्त महीने में स्पाइडर माईट या जैपनीज बीटल कीट का प्रकोप हो सकता है, जिसे नीम तेल का छिड़काव करके रोका जा सकता है।
रास्पबेरी की हार्वेस्टिंग – Harvesting Raspberry Plants In Hindi
यदि आप 1 साल पुराने फल के पौधे को नर्सरी से लाकर लगाते हैं, तो इसके दूसरे ही सीज़न में पौधे में फल लगना शुरू हो जाते हैं। यदि बीज से रास्पबेरी का पौधा उगाते हैं, तो फल लगने में 2 साल का समय लग जाता है।
इस लेख में घर पर रास्पबेरी फल को कैसे उगाते हैं और रास्पबेरी पौधे की देखभाल कैसे करते हैं, इस बारे में आसान शब्दों में समझाया गया है। इस लेख को पढ़के अगर आपके मन में रास्पबेरी का पौधा लगाने की विधि से जुड़ा कोई सवाल है, तो आप उसे कमेन्ट कर सकते हैं।