पौधों की वृद्धि के लिए 10 शानदार टिप्स – Top 10 Tips For Plant Growth In Hindi

कई बार ऐसा होता है कि हम फल-फूल, सब्जियों, जड़ी-बूटियों वाले पेड़ पौधे लगाते हैं और पौधे बढ़ते भी हैं तो बहुत धीमी गति से, देखभाल के बाद भी पौधों की वृद्धि सही तरीके से न होना हमें कहीं न कहीं निराश करता है और हमारे मन में विचार आता है कि, पौधों को बढ़ाने के लिए किन-किन चीजों की आवश्यकता होती है?, पौधे को जल्दी बड़ा करने के लिए क्या करें? पौधों को जल्दी बढ़ाने के उपाय तथा इन्हें जल्दी बड़ा कैसे करें? इन सभी सवालों के जबाव पाने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक ध्यान से जरूर पढ़ें।

पौधों की वृद्धि के लिए अपनाएं ये चमत्कारी उपाय – Plant Growing Amazing Tips In Hindi

अगर आपके पौधे की ग्रोथ नहीं बढ़ रही है और आप जानना चाहते हैं कि, पौधों की वृद्धि के लिए क्या करें? तथा पौधों को बढ़ाने के लिए क्या चाहिए? तो आगे आपको कुछ आसान से उपाय बताये गये हैं जिनको अपनाकर आप अपने गार्डन या गमले की मिट्टी में लगे पौधों का बेहतर विकास कर सकते हैं। आइये जानते हैं पौधे को जल्दी बड़ा करने के टिप्स के बारे में।

  1. अच्छी किस्म के पौधे चुनें।
  2. पौधे के अनुसार करें उचित जगह का चयन।
  3. बीज या पौधे को सही तरीके से लगाएं।
  4. पौधों को सही तरीके से दें पानी।
  5. समय-समय पर पौधों की छटाई करें।
  6. पौधों को सही जलवायु व सहायता प्रदान करना।
  7. मल्चिंग व खरपतवार नियंत्रण से बढ़ेगा पौधा।
  8. गमले या ग्रो बैग में लगे पौधों को समय पर खाद दें।
  9. सही आकार के गमले का करें उपयोग।
  10. कीट और रोग नियंत्रण।

तेज वृद्धि के लिए चुनें अच्छी किस्म के पौधे – Best Quality Plants For Fast Grow In Hindi

तेज वृद्धि के लिए चुनें अच्छी किस्म के पौधे - Best Quality Plants For Fast Grow In Hindi

अगर आप अपने होम गार्डन या टेरिस गार्डन में अच्छी तरह से सभी फल फूलों, सब्जियां, जड़ी बूटी वाले पेड़ पौधे लगाना चाहते हैं तो आपको अच्छी किस्म के बीज या छोटे पौधों का चयन करना होगा। अच्छी किस्म के पौधे चुनने का मतलब यह है कि, अपने आस-पास के वातावरण, मिट्टी व तापमान के अनुकूल पौधे की किस्में चुनें ताकि, वह आपके आस-पास के वातावरण को सह सके और आसानी से ग्रो कर सके। अच्छी किस्म के बीज खरीदने के लिए यहां क्लिक करें।

जल्दी बड़ा करने के लिए पौधे कहां लगाएं – Where To Plant For Faster Growth In Hindi

आप सोच रहे होंगे कि, पौधों के लिए उचित जगह चुनना आवश्यक क्यों है? तो हम आपको बता दें कि, पौधों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कारक है इसलिए, आपको अपने घर या गार्डन में पौधों को ऐसी जगह लगाना चाहिए, जहां उन्हें जरूरत के अनुसार धूप प्राप्त हो सके। कुछ पौधों को उगने के लिए लगभग 6-8 घंटे की धूप की आवश्यकता होती है जबकि, कुछ पौधे 2-4 घंटे की धूप में उगना पसंद करते हैं। आपके द्वारा चुने हुए पौधे को कितनी धूप की जरूरत है यह उसकी प्रकृति पर निर्भर करता है। अतः गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगे पौधों की तेजी से वृद्धि के लिए इन्हें ऐसे स्थान पर लगाएं, जहां इन्हें पर्याप्त मात्रा में धूप प्राप्त हो सके।

प्लांट ग्रोथ के लिए बीज लगाने की मेथड – Methods Of Planting Seeds For Plant Growth In Hindi

प्लांट ग्रोथ के लिए बीज लगाने की मेथड - Methods Of Planting Seeds For Plant Growth In Hindi

बीज को उचित गहराई पर न लगाया जाना, पौधे के विकास को धीमा कर सकता है जबकि, जरूरत से अधिक गहराई पर बीज लगाने से बीज नष्ट हो जाएगा और आपको पौधे प्राप्त नहीं होंगे। मिट्टी का तापमान व वातावरण अनुकूल होने पर अधिकतर बीज 7 से 14 दिन के अन्दर अंकुरित हो जाते हैं। किसी भी पौधे को बीज से उगाने के लिए मिट्टी में बीज लगाने की विधि निम्न होनी चाहिए।

  • गमले या गार्डन की मिट्टी में बीज को उसकी निश्चित गहराई पर लगाएं।
  • बीज को मिट्टी की पतली परत से ढक दें।
  • अब बीज लगे गमले की मिट्टी में पानी दें, जिससे कि मिट्टी में नमी बनी रहे।
  • बीज अंकुरण के दौरान मिट्टी में नमी बनाए रखें।

नोट – किसी भी बीज को उसके आकार के दोगुने गहराई पर उसके डायमीटर (Diameter) के अनुसार लगाया जाना चाहिए।

पौधे लगाने का सही तरीका – नर्सरी से खरीदे गये पौधे को अच्छी उर्वरा शक्ति वाली उपजाऊ मिट्टी में उचित गहराई पर लगाया जाना चाहिए ताकि, इस पौधे की जड़ें मिट्टी से अच्छी तरह ढक जाएं, पौधा लगाने के तुरंत बाद पौधे लगे हुए गमले की मिट्टी में पानी दें जिससे कि, पौधा मिट्टी में अच्छी तरह से स्थापित हो सके। पौधे को नियमित रूप से पानी देते रहें तथा पौधा लगे हुए ग्रो बैग की मिट्टी को सूखने न दें।

पौधे की ग्रोथ बढ़ाने के लिए पानी – Water For Plants Grow In Hindi

पौधे की ग्रोथ बढ़ाने के लिए पानी - Water For Plants Grow In Hindi

बेहतर वृद्धि और विकास के लिए नियमित रूप से पौधों को पानी देना आवश्यक होता है लेकिन, पौधे के आकार तथा प्रकृति के अनुसार उन्हें पानी की आवश्यकता अलग-अलग होती है। इसके अलावा पौधों को पानी देते समय हमें मौसम का ध्यान रखना भी जरूरी होता है। गर्मियों के समय पौधों को नियमित रूप से तथा अधिक गर्मी के समय दिन में 2 बार पानी देने की आवश्यकता होती है वहीं बरसात में पौधों को पानी देना वैकल्पिक होता है तथा ठंड के समय पौधों को हर दूसरे दिन उनकी जरूरत के अनुसार पानी देने की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही पौधों को पानी देने के लिए सही समय भी निर्धारित है आइये जानते हैं पौधों में पानी कब डालना चाहिए।

आप गर्मियों के समय पौधों को सुबह या शाम के समय पानी दें सकते हैं जबकि ठण्ड में पौधों को पानी देने का बेस्ट टाइम दोपहर का माना जाता है। पौधों को एकसमान रूप से पानी देने के लिए आप वाटरिंग केन (water can) का इस्तेमाल कर सकते हैं।

नोट – गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगे पौधों को जरूरत के अनुसार समय-समय पर पानी दें।

(यह भी जानें: पौधों को पानी देने के 10 गोल्डन रूल…)

प्रूनिंग से बढ़ती है पौधों की ग्रोथ – Pruning Increases Plant Growth In Hindi

प्रूनिंग से बढ़ती है पौधों की ग्रोथ - Pruning Increases Plant Growth In Hindi

स्वस्थ विकास व अच्छी उपज के लिए पौधों की छटाई (pruning) करना आवश्यक है। नियमित रूप से देखभाल व समय-समय पर कटाई-छटाई से पौधे को कीट व रोग ग्रस्त होने से बचाया जा सकता है इसलिए, यह पौधों की वृद्धि के लिए सहायक है। अगर आप पौधे की किसी शाखा या पत्तियों को रोग ग्रस्त पाते हैं तो तुरंत उसे काट कर अलग करें। ऐसा करने से आप अपने बाकी पौधों को भी बीमार होने से बचाते हैं। पौधों की कटाई-छटाई करने के लिए आप हैंड प्रूनर (Hand pruner) या गार्डनिंग टूल्स का उपयोग कर सकते हैं।

इसके अलावा बहुत से लोगों का सवाल होता है कि, पेड़ पौधों की कटिंग कब करनी चाहिए? तो हम उन्हें बता दें कि, अगर आपको पौधे में क्षतिग्रस्त भाग दिखाई दे रहे हैं तो आप गार्डन में लगे पौधे की कटिंग किसी भी समय कर सकते हैं।

पौधों को सही जलवायु व सहायता प्रदान करना – Best Climate And Support For Plants Grow In Hindi

आपके द्वारा पौधे लगाने के लिए उपयोग की गयी मिट्टी, आस-पास का वातावरण व तापमान इनकी ग्रोथ पर सीधा प्रभाव डालते हैं इसलिए, गार्डन या गमले की मिट्टी में लगे पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यकता के अनुसार सही वातावरण मिलना बहुत जरूरी है। पोषक तत्वों से भरपूर उपजाऊ दोमट (रेतीली) मिट्टी अधिकांश पौधे लगाने के लिए बेस्ट है।

इसके अलावा बेल वाले पौधों तथा अधिक फल देने वाले पौधों को अक्सर सहारे की जरूरत होती है ताकि, उनमें फलों की उपज अच्छी हो सके और आस-पास की मिट्टी को कीट से सुरक्षित रखा जा सके। इसलिए आप बेलदार पौधों को बढ़ने के लिए लकड़ी या क्रीपर नेट (जालीदार नेट) का उपयोग कर सकते हैं।

मल्चिंग व खरपतवार नियंत्रण से बढ़ता है पौधा – Plants Grow By Mulch And Weed Control In Hindi

मल्चिंग व खरपतवार नियंत्रण से बढ़ता है पौधा - Plants Grow By Mulch And Weed Control In Hindi

मल्चिंग, पौधे लगे हुए मिट्टी को एक परत (घास/सूखी पत्तियों/लकड़ी के टुकड़े इत्यादि) से कवर करती है ताकि, पौधों को अत्यधिक गर्मी, तेज सर्दी, पानी के वाष्पीकरण व खरपतवार इत्यादि से सुरक्षित रखा जा सके। आमतौर पर घर के गार्डन में लकड़ी के टुकड़े, सूखी घास और पत्तियां इत्यादि का उपयोग करना उचित होता है जो धीरे-धीरे अपघटित होकर कार्बनिक पदार्थों में बदल जाते हैं तथा पौधों की तेजी से वृद्धि और विकास के लिए पौधे की जड़ों को पोषक तत्व प्रदान करते हैं।

नोट – सप्ताह में एक बार खरपतवार की जांच व उन्हें हटाने का कार्य अवश्य करें।

(यह भी जानें: मल्चिंग क्या है? अपने गार्डन को मल्च कैसे करें…)

पौधे की वृद्धि के लिए उर्वरक – Best Fertilizer For Plant Growth In Hindi

पौधे की वृद्धि के लिए उर्वरक - Best Fertilizer For Plant Growth In Hindi

होम गार्डन या टेरिस गार्डन में लगे पौधों के पूरे विकास चरण में खाद व उर्वरकों का प्रयोग करना सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो पौधे के बेहतर विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं। कई गार्डनर्स सोचते हैं कि, पौधों के लिए सबसे अच्छा उर्वरक कौन सा है? तो हम आपको बता दें कि, पौधों को बढ़ने के लिए कई प्रकार के पोषक तत्वों की जरूरत होती है जैसे सूक्ष्म पोषक तत्व, अति सूक्ष्म पोषक तत्व व ट्रेस तत्व इत्यादि की आवश्यकता होती है जो समय-समय पर उचित मात्रा में खाद देने से पूरी हो जाती है। इसके लिए आप मिट्टी में जैविक खाद जैसे वर्मीकम्पोस्ट, पुरानी गोबर खाद, नीम केक, मस्टर्ड केक और रॉक फास्फेट आदि मिला सकते हैं।

इसके अतिरिक्त अगर आपके पौधे की पत्तियां पीली हो जाती हैं या गिरने लगती हैं तो आपको अपने पौधों को नाइट्रोजन युक्त खाद देने की आवश्यकता है। तथा फास्फोरस तथा पोटैशियम पौधों की जड़ों को मजबूत बनाने तथा फलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं। आप पौधों के लिए किचिन वेस्ट से घरेलू खाद तैयार कर सकते हैं।

पौधों की वृद्धि के लिए उपयोगी मिट्टी और खाद यहाँ से खरीदें:

पॉटिंग मिट्टी
गोबर खाद
वर्मीकम्पोस्ट
नीम केक
मस्टर्ड केक

(यह भी जानें: पोटेड प्लांट्स के लिए टॉप 10 होममेड जैविक खाद…)

सही आकार के कंटेनर का करें उपयोग – Best Pots For Plants In Hindi

पौधों के आकार व उनकी जड़ों के विस्तार के अनुसार पौधों को उचित आकार के गमले में लगाया जाना चाहिए ताकि, वे अच्छी तरह से अपनी जड़ों को विकसित कर सकें और तेजी से विकसित हो सकें। अगर आप बड़ी जड़ वाले पौधे को छोटे व उथले आकार के गमले या ग्रो बैग में लगाते हैं तो आपके पौधे का विकास रुक सकता है और परिणाम स्वरूप आपका पौधा पूरी तरह से बढ़ नहीं पायेगा। इसके विपरीत अगर आप छोटे पौधे को बड़े गमले या ग्रो बैग में लगाते हैं तो यह बेवजह ही अधिक जगह घेर लेगा, इसलिए पौधे लगाते समय पौधे की ग्रोथ बढ़ाने के लिए सही आकार के गमले या ग्रो बैग का चुनाव करें।

(यह भी जानें: ग्रो बैग में गार्डनिंग करने के लिए 5 जरूरी टिप्स…)

पौधों की वृद्धि के लिए कीट और रोग नियंत्रण – Pest Or Disease Control For Plant Growth In Hindi

पौधों की वृद्धि के लिए कीट और रोग नियंत्रण - Pest Or Disease Control For Plant Growth In Hindi

आपके गार्डन में लगे हुए पेड़-पौधों पर कीटों द्वारा हमला करना एक आम बात है लेकिन इससे आपके पौधों को काफी नुकसान भी होता है और कई बार आपके पौधे की ग्रोथ भी रुक जाती है। बहुत से लोगो का सवाल होता है कि, पौधों को सुरक्षित रखने के लिए सबसे अच्छा कीटनाशक कौन सा है? तो हम आपको बता दें कि, आप कीटों से बचाने के लिए पौधों पर नीम तेल या अन्य किसी उपयुक्त कीटनाशक का छिड़काव कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप पौधे पर पानी की तेज धारा के द्वारा भी कीटों को हटा सकते हैं।

(यह भी जानें: आउटडोर प्लांट्स को कीड़ों से बचाने के लिए टिप्स…)

निष्कर्ष – Conclusion

इस आर्टिकल में आपने जाना कि, पौधों की जल्दी ग्रोथ बढ़ाने के तरीके व टिप्स क्या हैं जिन्हें अपनाकर आप अपने गार्डन में लगे हुए पौधों की तेजी से वृद्धि कर सकते हैं। उम्मीद है कि, यह लेख आपको अच्छा लगा होगा। हमारी और भी उपयोगी पोस्ट पढ़ने के लिए Organicbazar.net पर विजिट करें। इस लेख से संबंधित आपके सुझाव या सवाल हो तो कमेंट में जरूर बताएं।

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