Grow Neem Plant in pot in Hindi: नीम का पेड़ अपने औषधीय गुणों और पर्यावरणीय महत्व के कारण इंडियन हाउसहोल्ड्स में काफी पसंद किया जाता है। अगर आपके पास बैकयार्ड या बड़ी जगह नहीं है, तब भी आप गमले में नीम का प्लांट ग्रो कर सकते हैं। यह न सिर्फ घर की एयर क्वालिटी को इम्प्रूव करता है बल्कि पॉजिटिव एनर्जी भी देता है। नीम का प्लांट कम देखभाल में भी ग्रो हो सकता है, बस सही तरीके से केयर करनी होती है। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि घर पर गमले में नीम का पौधा कैसे लगाएं (Chhote gamle mein neem ka paudha kaise ugaye), उसकी ग्रोथ कैसे मेंटेन करें (Neem Plant Care In Pot In Hindi) और अपने घर में एक हेल्दी नीम का ट्री डेवलप कैसे करें।
छोटे गमले में नीम का पेड़ उगाने के टिप्स – Tips for growing a neem tree in a small pot in Hindi
क्या नीम का पेड़ गमलों में उगाया जा सकता है? कई गार्डनर का यही सवाल होता है। वास्तव में नीम के पेड़ को छोटे गमले में आसानी से उगाया जा सकता है अगर सही केयर और प्लानिंग की जाए। आइए जानते हैं neem ka ped ugaane से संबंधित कुछ जरुरी टिप्स –
1. सही पॉट का चयन करें – Right Pot Selection in Hindi
नीम का प्लांट हेल्दी ग्रो करे इसके लिए सबसे जरूरी है कि पॉट सही हो। मीडियम साइज का पॉट लें ताकि रूट्स को ग्रो करने के लिए अच्छी स्पेस मिले। पॉट के नीचे ड्रेनेज होल्स होने चाहिए ताकि एक्स्ट्रा पानी निकल जाए और वॉटर लॉगिंग से रूट्स सड़ें नहीं। मिट्टी का या सीमेंट का पॉट अच्छा रहेगा क्योंकि इसमें मॉइश्चर बैलेंस बना रहता है।
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2. सॉइल मिक्स तैयार करें – Soil Mix Preparation in Hindi
नीम का प्लांट नॉर्मल हार्ड मिट्टी में सही से ग्रो नहीं कर पाता इसलिए सही सॉइल मिक्स जरूरी है। पॉट में 60% गार्डन सॉइल, 20% कोकोपीट और 20% वर्मीकम्पोस्ट मिक्स करें। कोकोपीट सॉइल को लाइट रखता है और नमी बनाए रखता है जबकि वर्मी कम्पोस्ट जरूरी न्यूट्रिएंट्स देता है। आप चाहें तो थोड़ी रेत भी मिला सकते हैं जिससे सॉइल में एयर फ्लो बना रहे। यह मिक्सचर रूट्स के लिए बेस्ट कंडीशन तैयार करता है।
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3. बीज या सैपलिंग का चयन – Seed or Sapling Selection in Hindi
अगर आप बीज से ग्रो करना चाहते हैं तो ताजे बीज का यूज करें क्योंकि नीम के बीज जल्दी ड्राई हो जाते हैं और अंकुरित नहीं होते। बीज का ऊपरी कवर हटा दें जिससे अंकुर जल्दी निकले। अगर सैपलिंग नर्सरी से ले रहे हैं तो हेल्दी और पेस्ट-फ्री सैपलिंग लें। पत्ते हरे और फ्रेश दिखने चाहिए, जड़ें अच्छी तरह बंधी होनी चाहिए। सही सैपलिंग से प्लांट जल्दी सेट होगा और ग्रोथ स्ट्रॉन्ग रहेगी।
4. बीज बोना या सैपलिंग लगाना – Planting or Sapling in Hindi
बीज को एक इंच गहराई में सॉइल में दबाकर ऊपर से मिट्टी से ढक दें। फिर हल्के पानी से सॉइल को सैट करें। सैपलिंग लगा रहे हैं तो पॉट के सेंटर में रखें और चारों तरफ मिट्टी अच्छे से भर दें। ध्यान रखें कि जड़ें अच्छे से कवर हों और टूटें नहीं। हल्के हाथ से मिट्टी दबा दें ताकि एयर गैप न रहें। लगाने के बाद पानी जरूर दें ताकि मिट्टी और रूट्स में सही संपर्क बन जाए।
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5. हल्का पानी दें – Light Watering in Hindi
नीम का प्लांट ओवर वॉटरिंग से जल्दी खराब हो सकता है इसलिए पानी देने में सावधानी रखें। शुरू में हल्का पानी दें ताकि मिट्टी नम रहे और बीज जल्दी स्प्राउट हो या सैपलिंग सेट हो जाए। पानी देने के बाद देख लें कि ड्रेनेज होल्स से पानी निकल रहा है या नहीं।
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6. पर्याप्त धूप देंं – Sunlight Arrangement in Hindi
नीम का प्लांट अच्छी ग्रोथ के लिए रोज 5-6 घंटे की डायरेक्ट सनलाइट चाहता है। अगर प्लांट को सही रोशनी नहीं मिलेगी तो पत्ते पीले पड़ सकते हैं और ग्रोथ स्लो हो जाएगी। इसलिए पॉट को ऐसी जगह रखें जहां अच्छी रोशनी आती हो। छत, बालकनी या विंडो साइड बेस्ट ऑप्शन हैं। अगर बारिश बहुत हो रही हो तो पॉट को शेड में रखें ताकि ज्यादा पानी न भर जाए।
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7. सपोर्ट लगाएं – Support Stick in Hindi
जैसे-जैसे नीम का प्लांट बढ़ेगा उसकी स्टेम पतली और कमजोर हो सकती है, खासकर हवा या बारिश में। ऐसे में एक पतली लकड़ी या स्टिक का सहारा जरूर दें। स्टिक को प्लांट के पास लगाएं और स्टेम को सॉफ्ट धागे से हल्के से बांध दें। ध्यान रखें धागा ज्यादा टाइट न हो वरना स्टेम कट सकती है।
8. फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करें – Use Fertilizer in Hindi
नीम का प्लांट बहुत ज्यादा फर्टिलाइजर नहीं मांगता लेकिन महीने में एक बार लिक्विड फर्टिलाइजर या गोमूत्र घोल देना अच्छा रहता है। इससे न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं और पत्ते हेल्दी रहते हैं। आप घर का बना कम्पोस्ट भी यूज कर सकते हैं। बहुत ज्यादा केमिकल फर्टिलाइजर का यूज न करें क्योंकि इससे रूट्स डैमेज हो सकते हैं। जरूरत पड़ने पर नीम केक भी मिट्टी में डाल सकते हैं जिससे मिट्टी की क्वालिटी बेहतर रहती है।
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9. कीटों को कंट्रोल करें – Pest Control in Hindi
नीम वैसे खुद पेस्ट कंट्रोल का सोर्स माना जाता है लेकिन छोटे प्लांट में कभी-कभी इन्सेक्ट अटैक कर सकते हैं। अगर पत्तों पर कीड़े दिखें तो नीम ऑयल का स्प्रे करें या साबुन पानी घोल से पत्तों को साफ करें। केमिकल स्प्रे अवॉइड करें। वॉटर लॉगिंग न होने दें वरना फंगल अटैक हो सकता है।
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निष्कर्ष:
गमले में नीम का प्लांट ग्रो करना न केवल घर की एयर क्वालिटी इम्प्रूव करता है बल्कि हेल्थ बेनिफिट्स भी देता है। सही पॉट, सॉइल मिक्स, नियमित वॉटरिंग और सनलाइट अरेंजमेंट से नीम का प्लांट आसानी से ग्रो किया जा सकता है। गमले में नीम उगाकर आप घर में नेचुरल पेस्ट कंट्रोल, फ्रेश ऑक्सीजन और मेडिसिनल बेनिफिट्स पा सकते हैं।
सामान्य प्रश्न – Frequently Asked Questions by Gardeners
1. नीम का बीज कितने दिन में उगता है? – How many days does neem seed take to germinate?
नीम का बीज ताजा होने पर जल्दी अंकुरित होता है। आमतौर पर बीज लगाने के 7 से 15 दिनों के अंदर स्प्राउट निकलने लगते हैं। बीज की ऊपरी परत हटाकर लगाने से अंकुरण जल्दी होता है। अंकुरण के लिए मिट्टी में नमी बनी रहनी चाहिए, पर ओवरवॉटरिंग न करें। सही सनलाइट और मॉइश्चर मिलने पर नीम का पौधा तेजी से ग्रोथ पकड़ता है और धीरे-धीरे मजबूत होता जाता है।
2. क्या नीम कटिंग से उग सकता है? – Can neem grow from cuttings?
हाँ, नीम के पौधे को कटिंग से भी उगाया जा सकता है लेकिन यह तरीका बीज से उगाने की तुलना में थोड़ा मुश्किल होता है। इसके लिए 8-12 इंच लंबी हेल्दी ब्रांच काटें और पत्ते हटा दें। कटिंग को रूटिंग हॉर्मोन में डिप कर मिट्टी में लगाएं। नमी बनाए रखें और शेड में रखें। 4-6 हफ्तों में रूट्स डेवलप होने लगती हैं। इसके बाद इसे सनलाइट में शिफ्ट किया जा सकता है।
3. नीम के पौधे में कौन सी खाद डालें? – Which fertilizer should be used for neem plant?
नीम के पौधे में ऑर्गेनिक खाद सबसे अच्छी रहती है। वर्मी कम्पोस्ट, गोबर की खाद, या घर का बना कम्पोस्ट महीने में एक बार मिट्टी में मिलाएं। इसके अलावा नीम केक का पाउडर भी मिट्टी में डाल सकते हैं, यह मिट्टी की क्वालिटी और पौधे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। केमिकल फर्टिलाइजर अवॉइड करें और गोमूत्र घोल का स्प्रे भी कर सकते हैं ताकि पौधा हरा और हेल्दी रहे।
4. नीम का पेड़ तेजी से कैसे बढ़ता है? – How to make neem tree grow faster?
नीम का पेड़ तेजी से बढ़ाने के लिए उसे अच्छी सनलाइट, सही मिट्टी और नियमित पानी देना जरूरी है। ऑर्गेनिक खाद डालने से न्यूट्रिशन मिलेगा और ग्रोथ तेज होगी। ज्यादा पानी देने से बचें और पत्तों पर नीम ऑयल स्प्रे करें ताकि कीट न लगें। समय-समय पर ड्राई पत्ते हटाते रहें। अगर पॉट छोटा हो जाए तो रीपॉटिंग कर दें ताकि रूट्स को फैलने की जगह मिले और ग्रोथ अच्छी बनी रहे।
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