ऐसे करेंगे पौधों को रिपॉट तो नहीं मरेगा एक भी पौधा – How To Repot A Plant Without Killing It In Hindi

आम तौर पर जब आप अपने पौधों को एक बड़े गमले में रिपॉट या ट्रांसप्लांट (Repot plants) करते हैं, तो यह कार्य बड़ी सावधानीपूर्वक करना होता है, ताकि पौधे को कोई नुकसान न पहुंचे। क्योंकि कई बार पौधों को रिपॉट करने के बाद भी पौधों की ग्रोथ रुक जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि, पौधों को सही तरीके से प्रत्यारोपित नहीं किया गया होता है। पौधों को रिपॉट करना क्या है, प्लांट रिपोटिंग क्यों करते हैं, रिपोट करने का सही समय क्या है, पौधे को रिपॉट या ट्रांसप्लांट कैसे करें? आदि सावालों के जबाब जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा अवश्य पढ़ें। Repot Plants In Hindi

प्लांट्स को रिपॉट करना क्या है? – What Is Repotting Plants In Hindi

प्लांट्स को रिपॉट करना क्या है? – What Is Repotting Plants In Hindi

इंडोर या आउटडोर लगे पौधों को हरा-भरा और स्वस्थ बनाये रखने के लिए, किसी भी पौधे को वर्तमान गमले से निकालकर नए गमले और नये पॉटिंग मिक्स में लगाना रिपॉटिंग (Repotting Plants) कहलाता है। रिपोटिंग के दौरान यदि वर्तमान गमला पौधे के लिए उचित आकार का है, तो उसका उपयोग भी दोबारा कर सकते हैं, लेकिन बस सिरका या ब्लीच आदि की मदद से उसे अच्छे से साफ कर लेना चाहिए।

पौधों को रिपॉट या ट्रांसप्लांट क्यों करते हैं? – What Is The Purpose Of Repotting A Plant In Hindi

एक पौधे को दोबारा लगाने या ट्रांसप्लांट करने से उसे आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं, नई ग्रोथ को बढ़ावा मिलता है, बेहतर जल निकासी होती है, और किसी भी बीमारी या कीड़ों से बचा जा सकता है। इससे पौधे के लिए गमले में अधिक जगह मिलती है। कुल मिलाकर, रिपोटिंग से पौधे को स्वस्थ और सुन्दर बनाये रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा प्लांट्स की रिपॉटिंग करने के निन्म कारण हो सकते हैं:

  • नर्सरी से खरीदे गए पौधे को ट्रांसप्लांट करना हो।
  • पौधे को बड़े गमले में लगाना हो ताकि उसे ग्रो होने के लिए ज्यादा जगह मिल सके।
  • पौधे में कोई रोग (जैसे जड़ सड़न रोग) हो जिससे बचाव के लिए उसे रिपॉट करना हो।
  • यदि वर्तमान पॉटिंग मिक्स में ओवर वाटरिंग की समस्या हो, जिससे बचाव के लिए प्लांट को नए पॉटिंग मिक्स में लगाने की जरूरत हो।
  • पौधे की ग्रोथ के लिए पोषक तत्वों से भरपूर फ्रेश पॉटिंग मिश्रण की जरूरत हो।

प्लांट रिपोटिंग करने के बाद पौधे मरने के कारण – Causes Of Dying Of Plants After Repotting In Hindi

पौधों को अच्छे से रिपोर्ट करने के लिए यह जानना काफी जरूरी है, कि किन कारणों की वजह से पौधे ट्रांसप्लांट करने के बाद भी मुरझाने या नष्ट होने लगते हैं। आइये जानते हैं ट्रांसप्लांट करने के बाद पौधों के मरने के कारण:

  • रिपॉटिंग के दौरान पौधे की जड़ों के खराब या घायल होने की वजह से जड़ें पौधे को पर्याप्त पोषक तत्व नहीं प्रदान कर पातीं और परिणाम स्वरुप पौधा कमजोर होने लगता है।
  • प्लांट की जड़ों को उचित गहराई में न लगाना भी पौधे के नष्ट होने का एक मुख्य कारण है क्योंकि ज्यादा गहराई में लगाने से जड़ों का दम घुटता है और उथले में लगाने से उन पर दबाब पड़ता है।
  • यदि ट्रांसप्लांट के बाद पौधे को उचित पानी न दिया जाए तो भी पौधा मुरझाने लगता है।
  • यदि पौधों को रिपॉट करने के बाद तेज धूप में रख दिया जाये तो इससे भी पौधे मुरझाने (wilting plants) लगते हैं।

(यह भी जानें: पौधों को ट्रांसप्लांट करने के टिप्स…)

पौधों को रिपोट करने का सही समय क्या है? – When To Repot Plants In Hindi

अपने पौधों को प्रत्यारोपित करने के लिए वर्ष का सबसे अच्छा समय वसंत की शुरुआत (early spring) या पतझड़ के मौसम के अंत (last autumn) में होता है। ये दो मौसम प्रत्यारोपण के लिए सर्वोत्तम अनुकूल वातावरण प्रदान करते हैं। आप बादल वाले दिन (cloudy day) या देर शाम को प्लांट्स को उचित आकार के गमले या ग्रो बैग में रिपॉट कर सकते हैं। इस समय सूरज की रोशनी कम से कम होती है जिसके कारण गमले में पौधे को ग्रो होने के लिए अनुकूल ठण्डा वातावरण मिल जाता है और बिना किसी ट्रांसप्लांट शॉक (Transplant shock) के नए वातावरण में समायोजित होने के लिए पौधे को पर्याप्त समय मिल जाता है।

(यह भी जानें: ट्रांसप्लांट मेथड से पौधे उगाने के लिए ग्रोइंग चार्ट…)

पौधे को नुकसान पहुंचाए बिना रिपॉट करने के तरीके – Ways To Repot Without Harm To The Plant In Hindi

आइये जानते हैं पौधों को ट्रांसप्लांट करने के तरीके:

  1. पौधे को गमले में से आराम से निकालना
  2. जड़ों को ट्रिम करना
  3. उचित आकार का नया गमला लेना
  4. गमले को पानी में भिगोना
  5. गमले में जल निकासी छिद्र बनाना
  6. मिट्टी तैयार करना
  7. नए गमले में मिट्टी भरना
  8. पौधे को रिपॉट करना
  9. प्लांट की मिट्टी में पानी डालना
  10. पौधे लगे गमले को उचित लाइट में रखना

कम से कम जड़ क्षति के साथ पौधों को गमलों से निकालें – Remove Plants From Pots Without Damaging In Hindi

कम से कम जड़ क्षति के साथ पौधों को गमलों से निकालें - Remove Plants From Pots Without Damaging In Hindi

यदि आप अपने पौधे को एक नए ग्रो बैग या गमले में लगा रहे हैं, तो वर्तमान पॉट में से पौधे को सावधानी पूर्वक निकालें ताकि जड़ों को कोई नुकसान न पहुंचे। इसके लिए आप आगे बतायीं गयी स्टेप्स को फॉलो करें:

  • पौधे को पॉट से निकालने के एक दो दिन पहले उसकी मिट्टी में पानी डालें, क्योंकि गीली मिट्टी गमले में से आसानी से बाहर निकल जाती है।
  • यदि गमले के जल निकासी छिद्र से पौधे की जड़ें निकल रहीं हैं तो प्रूनर से उनकी छंटाई कर दें, क्योंकि पौधे को निकालने में ये बाधा बनेंगी।
  • अब तेज चाकू को गमले के किनारों की मिट्टी में चारो ओर घुमाएं, ताकि प्लांट आसानी से बाहर निकल सके।
  • अब पॉट को उलटा कर लें और उसकी तली में हाथ मारते हुए (knocking) आराम से पौधे को गमले में से बाहर निकाल लें।

(यह भी जानें: इन सीडलिंग प्लांट्स को न करें ट्रांसप्लांट…)

जड़ों को ट्रिम करें – Trimming Roots Of Plants In Hindi

जड़ों को ट्रिम करें – Trimming Roots Of Plants In Hindi

पौधे को पुराने पॉट से निकालने के बाद उसकी जड़ों या रूटबॉल (plant root ball) को अँगुलियों की मदद से हल्के से ढीला करें, अर्थात जड़ों में चिपकी मिट्टी को हटायें। और फिर जो जड़ें सड़ या गल चुकी हों, उन्हें प्रूनर की मदद से काटकर अलग कर दें। स्वस्थ जड़ें मजबूत और सफ़ेद होती हैं जबकि अस्वस्थ जड़ें काली, मटमैली और कमजोर होती हैं।

उचित आकार का नया गमला लें – Take A New Pot For Repotting Plants In Hindi

उचित आकार का नया गमला लें – Take A New Pot For Repotting Plants In Hindi

यदि आप नये गमले या ग्रो बैग में पौधे को ट्रांसप्लांट करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको वर्तमान गमले से व्यास में 1 से 2 इंच बड़ा और 1 से 2 इंच गहरा नया पॉट लेना चाहिए। यदि आप पुराने गमले को ही उपयोग करना चाहते हैं, तो पुन: उपयोग करने से पहले उसे कीटाणुरहित करना महत्वपूर्ण है। स्वच्छ करने के लिए इसे कम से कम दस मिनट के लिए 1 भाग ब्लीच और 9 भाग पानी वाले घोल में या पानी और डिश डिटर्जेंट के घोल में रखें। इसके बाद गमले को अच्छे तरह पानी से धो लें।

(यह भी जानें: गार्डन में फैब्रिक ग्रो बैग्स का उपयोग, जानें कैसे लगाएं पौधे…)

मिट्टी के नये गमले को पानी में भिगोएँ – Soak The New Clay Pot In Water In Hindi

रिपॉटिंग की प्रक्रिया शुरू करने से पहले मिट्टी के नये गमले को कुछ घंटों के लिए पानी में भिगो दें। यह पानी को आसानी से सोख लेता है। ऐसा करने से जब आप पौधे को रिपोट करेंगे तो यह पानी को सोखेगा नहीं और पूरा पानी पौधे के लिए उपयोग होगा। मिट्टी के गमले का उपयोग करने के स्थान पर आप ग्रो बैग्स का उपयोग कर सकते हैं जिनको पानी से भिगोने की आवश्यकता नहीं होती है। अच्छी क्वालिटी के ग्रो बैग खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।

गमले में ड्रेनेज होल बनाएं – Make Drainage Holes In Pots In Hindi

आप पौधे को प्रत्यारोपित करने के लिए जिस भी गमले या ग्रो बैग का उपयोग कर रहें हैं, उसमें जल निकासी छेद की जांच अवश्य कर लें, ताकि पानी उसमें से सुगमता से बाहर निकलता रहे। यदि पॉट में ड्रेनेज होल न हो तो ड्रिल मशीन, चाकू, या पेंचकस की मदद से आवश्यकता के अनुसार ड्रेन होल बना लें।

(यह भी जानें: गार्डनिंग में ड्रेनेज मैट का उपयोग और उसके फायदे…)

प्लांट रिपोटिंग के लिए मिट्टी तैयार करना – Making Potting Mix For Repotting Plants In Hindi

प्लांट रिपोटिंग के लिए मिट्टी तैयार करना - Making Potting Mix For Repotting Plants In Hindi

आप प्लांट्स को ट्रांसप्लांट करने के लिए रेडी टू यूज पॉटिंग मिक्स (Ready to use potting mix) को organicbazar.net साईट से खरीद सकते हैं जिसमें आप सब्जी, फल, फूल एवं लगभग सभी प्रकार के प्लांट्स को रिपॉट कर सकते हैं। या आप मिट्टी में पर्लाइट या वर्मीकुलाइट एवं उर्वरकों को मिलाकर भी पॉटिंग मिक्स को तैयार कर सकते हैं। पॉटिंग मिक्स में आप नीम खली या दालचीनी पाउडर भी मिला सकते हैं, क्योंकि इससे मिट्टी में फंगस आदि नहीं लगती है। पर्लाइट, नीम खली आदि खरीदने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें।

नए गमले में मिट्टी भरना – Fill The Pot With Potting Mix For Repotting Plants In Hindi

नए गमले में मिट्टी भरना – Fill The Pot With Potting Mix For Repotting Plants In Hindi

सबसे पहले गमले की तली में 1-2 इंच बजरी या छोटे कंकड़-पत्थर भर दें। गमले में पहले बजरी डालने का कारण यह है कि इससे मिट्टी, पॉट के ड्रेनेज होल में नहीं फंस पाती है। बजरी की जगह आप ग्रीन नेट के टुकड़े को भी गमले की तली में बिछा सकते हैं। इसके बाद आधे गमले को मिट्टी से भरें।

पौधे को गमले में रिपॉट करें – Repotting Plants In Hindi

पौधे को गमले में रिपॉट करें - Repotting Plants In Hindi

गमले या ग्रो बैग को आधा मिट्टी से भरने के बाद आप पौधे को गमले की मिट्टी में बिलकुल बीचों-बीच में रखें और फिर उसके बाद ऊपर से मिट्टी डालते जाएँ, जब तक कि पौधे की जड़ें अच्छे तरह मिट्टी से ढक न जाएँ।

(यह भी जानें: पौधे को रिपॉट कैसे करें…)

रिपॉटिंग के बाद पौधों को पानी दें – Watering Plants After Repotting In Hindi

रिपॉटिंग के बाद पौधों को पानी दें - Watering Plants After Repotting In Hindi

एक बार जब पौधे को नए गमले में लगाकर, गमले को मिट्टी से भर दिया जाता है, तो इसके बाद पौधे को पानी देना आवश्यक होता है। यह पौधे की जड़ों को मिट्टी से पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करेगा और पौधे को जल्दी एस्टेब्लिश (establish) होने में भी मदद करेगा।

(यह भी जानें: पौधों को पानी देते समय न करें ये 7 गलतियां…)

रिपॉटिंग के बाद प्लांट्स को सीधी धूप में न रखें – Do Not Keep Plants In Direct Sunlight After Repotting In Hindi

पौधों को रिपॉट करने के बाद गमलों को कम से कम एक हफ्ते तक तेज धूप में न रखें, क्योंकि इससे पौधे मुरझा सकते है। इसलिए प्लांट्स की रिपॉटिंग के बाद, उन्हें ऐसी जगह पर रखना चाहिए, जहाँ रोशनी बनी रहे लेकिन उन पर सीधी धूप न पड़े।

रिपोटिंग के समय सावधानियां – Mistakes You Should Avoid While Repotting Plants in Hindi

गमले या गार्डन में प्लांट्स को रिपॉट करना, एक सावधानी पूर्वक किया जाने वाला काम है। इसीलिए रिपॉटिंग करते समय ध्यान रखने योग्य कुछ सावधानियां आगे इस लेख में बतायी गयी हैं, जिनको अपना कर आप पौधों को मरने से बचा सकते है:

  1. यदि आप किसी पौधे को धूप वाले दिन प्रत्यारोपण करने की योजना बना रहे हैं, तो विचार छोड़ दें। यह आपके पौधे को नुकसान पहुंचाएगा। इसलिए पौधे को रिपॉट करने के लिए कोई भी बादल वाला दिन (Cloudy day) या शाम का समय चुनें।
  2. पौधे को सावधानी पूर्वक गमले में से बाहर निकालें, अन्यथा इससे जड़ें डैमेज हो सकती हैं और आपके पौधे को दोबारा लगाने के बाद उसके मुरझाने का खतरा बढ़ सकता है।
  3. सुनिश्चित करें कि आप जिस नए पॉटिंग मिक्स का उपयोग कर रहे हैं, वह कीट या बीमारी से मुक्त है। यदि आप पुराने पॉटिंग मिक्स का पुन: उपयोग कर रहें हैं, तो मिट्टी को स्टरलाइज कर कीटाणुरहित कर लें।
  4. नए गमले में जल निकासी छिद्र अवश्य होना चाहिए।
  5. रिपॉट करने के बाद पौधों को उचित मात्रा में पानी जरूर दें।
  6. प्लांट्स की रिपॉटिंग के बाद उन्हें सीधी धूप में रखने से बचें।
  7. नए प्रत्यारोपित पौधों का नियमित रूप से निरीक्षण करें, ताकि यदि कोई कीट और रोग के संक्रमण का ख़तरा हो तो, उसे समय पर दूर किया जा सके।

गार्डनिंग के लिए आवश्यक सामग्री यहाँ से खरीदें:

अच्छी किस्म के बीज
पॉटिंग सॉइल
गमले या ग्रो बैग
वर्मीकम्पोस्ट
गोबर खाद
रॉक फास्फेट
प्लांट ग्रोथ प्रमोटर
नीम तेल
प्रूनर
स्प्रे पंप
वॉटर केन
स्टिकी ट्रैप

अक्सर पूंछे जाने वाले प्रश्न – Frequently Asked Questions About Repotting Plants In Hindi

प्रश्न (1) एक प्लांट को कितनी बार रिपोट करना चाहिए? – How often should a plant be repotted In Hindi

उत्तर – किसी भी प्लांट को 1-2 बार ही रिपॉट करना चाहिए, इससे ज्यादा नहीं।

प्रश्न (2) क्या रिपोटिंग करने से कोई पौधा नष्ट हो सकता है? – Can repotting kill a plant In Hindi

उत्तर – यदि पौधे को रिपॉट करते समय ऊपर बताई गयी सावधानियों का पालन न किया जाए, तो पौधा निश्चित ही मुरझा सकता है या नष्ट हो सकता है।

निष्कर्ष – Conclusion

उम्मीद करते हैं यह लेख आपको पसंद आया होगा जिसमें आपने जाना कि पौधों को रिपॉट करना क्या होता है, करने के कारण, रिपॉट करने का सही मौसम और पौधे को रिपॉट कैसे करें। यदि इस लेख से सम्बंधित आपके कुछ सवाल या सुझाव हों तो उन्हें कमेन्ट बॉक्स में जरूर बताएं।

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