बरसात के मौसम में पौधों को पानी देने के नियम – Rules For Watering Plants In Rainy Season In Hindi

वर्षा ऋतु हमारे गार्डन के पौधों को एक ताजगी भरे स्पर्श से भर देती है। इस मौसम में बारिश की बूंदों से गार्डन के पौधे हरे-भरे हो जाते हैं। हालाँकि कुछ हद तक बारिश तो पौधे के लिए लाभदायक होती है, लेकिन नमी और पानी की अधिकता गार्डन के पौधों में ओवरवाटरिंग जैसी समस्याओं को उत्पन्न करती है। इस वजह से बरसात के मौसम में पौधों को समझदारी के साथ पानी देना आवश्यक है। आज इस लेख में हम आपको बरसात के मौसम में पौधों को पानी देने के सही नियम या तरीकों के बारे में बताएंगे, जिससे आप अपने पौधों को स्वस्थ और रोगमुक्त रख सकें। बारिश के मौसम में पौधों को पानी कैसे दें (Tips For Watering Plants In Rainy Season In Hindi), पानी देने का सही नियम और तरीका जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

बारिश में वाटरिंग का ध्यान रखना क्यों जरूरी है – Why Is It Necessary To Take Care Of Watering Plants In Rain In Hindi

बारिश में पौधों को पानी का ध्यान रखना क्यों जरूरी है - Why Is It Necessary To Take Care Of Watering Plants In Rain In Hindi

जहाँ एक ओर तो बारिश का पानी पौधों के लिए फायदेमंद होता है, वहीं दूसरी ओर इस पानी की अधिकता से ओवरवाटरिंग, रूट रॉट जैसे कई समस्याएं सामने आती हैं। हालाँकि कई बार हम सिर्फ गमले की ऊपरी मिट्टी को देखकर ही पर्याप्त पानी होने या न होने का अंदाजा लगा लेते हैं जिससे पानी की कमी और अधिकता से पौधे ख़राब होने लगते हैं, इसलिए होम गार्डन या टेरेस गार्डन के पौधों को पर्याप्त नमी प्रदान करने और जलभराव को रोकने के बीच बरसात में पानी का सही संतुलन बनाना महत्वपूर्ण है।

(यह भी जानें: पौधों को पानी देने के लिए बेहतरीन गार्डन टूल्स…..)

बरसात में पौधों को पानी कब दें – When To Water Plants In Rainy Season In Hindi 

बरसात में पौधों को पानी कब दें - When To Water Plants In Rainy Season In Hindi

होम गार्डन में बरसात के मौसम में पौधों को सही समय पर पानी देना उन्हें स्वस्थ रखने और ओवरवाटरिंग से बचाने के लिए महत्वपूर्ण है। बरसात में पौधों को पानी देने से पहले गमले की मिट्टी में नमी की जाँच करें, यदि मिट्टी नमीयुक्त है, तो अभी पानी न दें, लेकिन यदि सूखी हुई है, तो पौधे को पानी दें। बारिश में पौधों को पानी देने का अच्छा समय सुबह का होता है, इससे मिट्टी को पानी सोखने और नमी को नियंत्रित करने का पर्याप्त समय मिल जाता है।

बारिश में पौधों को पानी कैसे दें – How To Water Plants In Rainy Season In Hindi

बारिश में पौधों को पानी कैसे दें - How To Water Plants In Rainy Season In Hindi

रैनी सीजन अर्थात बरसात के मौसम में आप पौधों को पानी देने के नियम कुछ इस प्रकार हैं:-

Rule 1. वर्षा की स्थिति – Give Water According To The Condition Of Rain In Hindi 

बरसात के मौसम में अपने होम गार्डन के पौधों को पानी देने का पहला कदम यह है, कि आपके क्षेत्र में होने वाली वर्षा की मात्रा पर कड़ी नज़र रखें। इससे आप यह निर्धारित कर सकते हैं, कि पौधों को कब पानी देना सही होगा? यदि लगातार भारी वर्षा हुई है, तो कुछ सप्ताह (1-2 सप्ताह) के लिए पानी की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन यदि बारिश हल्की हुई है, तो कुछ दिन बाद पौधों को पानी देने की आवश्यकता पड़ सकती है।

Rule 2. नमी की मात्रा – Give Water According To The Amount Of Moisture In Hindi

बारिश के बावजूद भी गार्डन की मिट्टी में नमी के स्तर की जांच करना आवश्यक है, क्योंकि बारिश की हल्की फुहारें मिट्टी में गहराई तक प्रवेश नहीं कर पातीं, जिससे वह ऊपर से तो गीली, लेकिन नीचे से सूखी रह जाती है, इसलिए मिट्टी की नमी की नियमित जांच करना महत्वपूर्ण है। अपनी उंगली को गमले की मिट्टी में लगभग 1-2 इंच की गहराई तक डालें। यदि मिट्टी नम है, तो अतिरिक्त पानी देने की आवश्यकता नहीं है, इसके विपरीत मिट्टी सूखी दिखने पर पौधे को पानी दें।

Rule 3. पौधों के संकेत – Water As Indicated By The Plants In Hindi

बरसात के सीजन में आपके पौधों में कुछ संकेत जैसे पत्तियां कोमल और उनमें हल्का पीलापन आना आदि दिखाई देते हैं, तो इसका मतलब है कि गमले कि मिट्टी में अधिक पानी है। इस स्थिति में पौधों को पानी देना बंद कर देना चाहिए, लेकिन इसके विपरीत यदि वर्षा के बावजूद भी पौधे का मुरझाना, पत्तियों का गिरना या तनाव के लक्षण दिखाई देते हैं, तो उन्हें पानी देना आवश्यक हो सकता है।

(यह भी जानें: यह संकेत बताएंगे, पौधों को नहीं मिल रहा पर्याप्त पानी…..)

बरसात में पौधों को कितनी बार पानी दें – How Often To Water The Plants In Rainy Season In Hindi

बरसात में पौधों को कितनी बार पानी दें - How Often To Water The Plants In Rainy Season In Hindi

वर्षा की तीव्रता और स्थिरता के आधार पर पौधों को पानी देने की आवृत्ति सुनिश्चित करें। यदि बार-बार बारिश होती है, तो आपको पौधों को अधिक बार पानी देने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन यदि वर्षा कम हुई है, तो आपको पौधों के लिए पर्याप्त नमी प्रदान करने के लिए जब गमले की मिट्टी सूखी हुई दिखने लगे तब गहराई से पानी देने की आवश्यकता हो सकती है।

(यह भी जानें: पौधों में ओवरवाटरिंग और अंडरवाटरिंग को कैसे पहचाने….)

बरसात में पौधों को पानी देते समय ध्यान रखने योग्य बातें – Things To Keep In Mind While Watering Plants In Monsoon In Hindi

बरसात में पौधों को पानी देते समय ध्यान रखने योग्य बातें - Things To Keep In Mind While Watering Plants In Monsoon In Hindi

रैनी सीजन में गार्डन के पौधों को पानी देते समय निम्न बातों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है:-

  • बारिश में पौधों को पानी देते समय पत्तियों को गीला करने के बजाय उन्हें आधार से पानी दें, पत्तियों पर अत्याधिक नमी से उनमें फंगल रोग हो सकते हैं।
  • गमले में लगे पौधों की जल निकासी में सुधार करने के लिए आप मिट्टी में रेत, वर्मीकुलाईट, पर्लाइट मिला सकते हैं।
  • बारिश के मौसम में अपने पौधों की मल्चिंग करने से उन्हें काफी फायदा हो सकता है। मल्चिंग न सिर्फ भारी वर्षा के प्रभाव को कम करती है बल्कि मिट्टी के कटाव को रोकती है।
  • बरसात के समय मिट्टी के संपर्क वाली पौधे की पत्तियों को काटकर अलग कर दें, जिससे मिट्टी को पर्याप्त हवा मिलती रहे।

(यह भी जानें: पौधों को पानी देने के लिए वाटर कैन क्यों हैं जरूरी, जानें फायदे और उपयोग…..)

इस लेख में आपने बारिश या बरसात के मौसम में पौधों को पानी कब और कैसे देना चाहिए, पानी देने के नियम या सही तरीका के बारे में। उम्मीद है यह लेख आपके लिए हेल्पफुल रहा होगा, इस लेख के संबंध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *