Pear Plant Kaise Lagaye In Hindi: अगर आप गार्डनिंग के शौकीन हैं और अपने घर पर नाशपाती का पौधा उगाना चाहते हैं, तो आप बिल्कुल सही जगह आये हैं। आप नाशपाती लगाने का समय, मिट्टी, गमला और देखभाल के बारे में जानकर आसानी से नाशपाती प्लांट ग्रो कर सकते हैं। आज के इस लेख में आप, घर पर गमले में नाशपाती का पौधा/पेड़ कैसे लगाएं, नाशपाती का पौधा लगाने की विधि और नाशपाती के पौधे की देखभाल कैसे करें (pear plant care in hindi), के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
नाशपाती का पौधा कब लगाना चाहिए – What Month Is Best To Plant Pear Trees In Hindi
अगर आप नर्सरी से पौधा खरीदकर लाते हैं, तो आप इसे गर्मी के मौसम को छोड़कर कभी भी लगा सकते हैं। नाशपाती का पौधा लगाने का सबसे अच्छा समय शुरुआती वसंत ऋतु अर्थात फरवरी से मार्च होता है, जब पौधा सुप्त अवस्था में होता है।
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नाशपाती के लिए अच्छी मिट्टी – Best Soil For Pear Tree In Hindi
सही ग्रोथ के लिए नाशपाती प्लांट के लिए हल्की, भुरभुरी और ड्रेनेज युक्त मिट्टी जरूरी होती है। अगर आप पौधे को गमले में उगाना चाहते हैं, तो ऐसी मिट्टी चुनें जिसमें जैविक खाद (कम्पोस्ट), कोकोपीट और रेत का संतुलन हो। चिपचिपी मिट्टी का इस्तेमाल करने से बचें, क्योंकि यह पौधे की ग्रोथ में बाधा होती है। नाशपाती को न्यूट्रिशन युक्त मिट्टी पसंद होती है जो उसकी ग्रोथ और फूल-फल लाने में सहायक होती है। हर 3-4 महीने में मिट्टी में ताजा खाद मिलाते रहें ताकि पोषण बना रहे।
नाशपाती लगाने के लिए गमला – Pot Size For Pear Tree In Hindi
घर पर नाशपाती का पौधा लगाने के लिए ड्रेनेज युक्त और उचित आकार के गमले का इस्तेमाल करें। आप पौधे लगाने के लिए निम्न आकार के गमले या ग्रो बैग इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे-
यदि समय के साथ आपका प्लांट बड़ा हो जाए तो उसे और बड़े गमले में ट्रांसप्लांट करें। आप अपनी जरूरत के अनुसार नाशपाती का पौधा लगाने के लिए गमले का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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नाशपाती का पौधा लगाने के विधि – Best Way To Plant Pear Trees In Hindi
अगर आप पहली बार नाशपाती का पौधा लगा रहे हैं, तो आप नर्सरी से पौधा खरीदकर लगा सकते हैं। नाशपाती लगाने के लिए आप निम्न प्रोसेस को फॉलो कर सकते हैं, जो कि इस प्रकार है:-
लगाने की विधि:-
- पौधा – यदि आप जल्दी फल पाना चाहते हैं, तो नर्सरी से तैयार ग्राफ्टेड पौधा लाएं।
- अब चुनें हुए गमले में उपजाऊ मिट्टी भरें, लेकिन गमले को ऊपर से 2 से 3 इंच खाली रखें, ताकि पानी देते समय मिट्टी बहे न।
- गार्डन या गमले की मिट्टी में गड्ढा करें और अब पौधे को इसमें लगाएं।
- पानी दें और आस-पास की मिट्टी को हल्का दबा दें।
- शुरुआत में गमले या गार्डन की मिट्टी में नमी बनाए रखें, इससे मिट्टी में जड़ें जल्दी सेट हो जाएंगी।
- पौधे की देखभाल करें।
अधिकांश नाशपाती के पौधे स्व-परागण नहीं करते, इसलिए सफल परागण के लिए अलग-अलग किस्म के एक से अधिक पौधे लगाएं ताकि आपको अधिक फल प्राप्त हो सकें।
नोट – अगर आप गार्डनिंग में मास्टर हो गए हैं, तो आप नाशपाती के पौधे को एयर लेयरिंग, ग्राफ्टिंग जैसी विधियों का इस्तेमाल करके भी ग्रो कर सकते हैं।
नाशपाती के पौधे की देखभाल कैसे करें – Pear Plant Care At Home In Hindi
नाशपाती के पौधे की सही देखभाल से यह सालों तक मीठे और रसीले फल दे सकता है। आप गमले या गार्डन की मिट्टी में लगे नाशपाती के पौधे की देखभाल निम्न लिखित तरीके से कर सकते हैं, जैसे-
1. धूप व सूर्य प्रकाश
पौधे को ऐसे स्थान पर लगाएं, जहाँ उसे रोजाना कम से कम 6–8 घंटे की सीधी धूप मिल सके। आपने अगर पौधे को गमले में लगाया है तो आप उसे बालकनी, छत या खिड़की के पास रख सकते हैं। पर्याप्त धूप मिलने से पौधा सही से ग्रो करता है और फूल व फल भी जल्दी आते हैं।
2. पानी
मिट्टी को हल्का नम रखें, लेकिन जलभराव से बचें। सप्ताह में 2-3 बार पानी देना सही रहता है, लेकिन मौसम के अनुसार कम या ज्यादा पानी देना होता है। गर्मी में अधिक पानी की आवश्यकता होती है और सर्दियों में कम। गार्डन या गमले की मिट्टी चेक करें अगर ऊपर की परत सूखी है तो पानी दें।
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3. संतुलित खाद या उर्वरक
नाशपाती के पौधे को नियमित पोषण देना जरूरी होता है। आप हर 3-4 हफ्ते में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम (NPK) युक्त बैलेंस्ड फर्टिलाइज़र पौधे की मिट्टी में मिला सकते हैं। इसके अलावा लिक्विड सीवीड, वर्मी कम्पोस्ट या गोबर की खाद भी फायदेमंद होती है। फूल और फल आने से पहले फॉस्फोरस युक्त खाद देना बेहतर होता है। हर कुछ महीने में मिट्टी पलटें और आवश्यकता हो तो खाद मिलाएं।
4. प्रूनिंग
प्रूनिंग अर्थात छंटाई से नाशपाती के पौधे की ग्रोथ नियंत्रित और अच्छे आकार में बनी रहती है। सूखी, मरी हुई या रोगग्रस्त शाखाओं को समय-समय पर काटें। इससे नया विकास होता है और पौधा ज्यादा फूल व फल देता है। छंटाई का सबसे अच्छा समय सर्दियों के अंत में या फ्रूटिंग टाइम निकल जाने के बाद होता है, जब पौधा निष्क्रिय अवस्था में होता है। कंटेनर प्लांट्स में ओवरग्रोथ रोकना जरूरी होता है ताकि ऊर्जा सही दिशा में जाए। इसके अतिरिक्त प्रूनिंग के लिए साफ-सुथरे गार्डनिंग टूल्स का इस्तेमाल करें।
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5. कीट व रोग
गमले में उगाए गए नाशपाती के प्लांट्स में एफिड्स, माइट्स और फंगल रोगों का खतरा होता है। इसलिए समय-समय पर पत्तियों की जांच करें और नीम ऑयल या हल्का कीटनाशक और फंगीसाइड का स्प्रे करें। फंगल संक्रमण से बचाने के लिए पानी देने के बाद पत्तियों को सूखने दें और ज्यादा नमी से बचें।
6. सहारा दें
जब पौधा बड़ा होता है तो उसकी शाखाएं वजन के कारण झुककर टूट सकती हैं। इसलिए पौधों को सहारा देने के लिए स्टिक, बैम्बू या जाली का उपयोग करें। छोटे गमले में लगे पौधे को सीमित स्थान में स्थिर बनाए रखने के लिए सहारा देना जरूरी होता है।
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नाशपाती का पेड़ कितने दिन में फल देता है – Pear Tree Fruiting Time In Hindi
नाशपाती का पेड़ आकार और किस्म के आधार पर लगभग 3 से 7 वर्ष में फल देना शुरू कर सकता है। वैरायटी, देखभाल और ग्रोइंग स्थान के आधार पर पौधा कम समय में भी फल दे सकता है। अगर आप बीज से उगाते हैं तो फल देने में अधिक समय भी लग सकता है और शायद वो फल न भी दे।
निष्कर्ष:
नाशपाती को थोड़ी सी केयर के साथ आसानी से घर पर ग्रो किया जा सकता है। पर्याप्त धूप, संतुलित खाद, समय पर पानी और नियमित छंटाई से आप घर पर ही स्वादिष्ट और पौष्टिक नाशपाती का आनंद ले सकते हैं। इस लेख से संबंधित आपके सुझाव हों, तो कमेंट में जरूर बताएं। ऐसे ही informative लेख पढ़ने के लिए organicbazar.net पर विजिट करें।
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