अगर आप बागवानी के शौकीन हैं और घर पर पौधे लगाना पसंद करते हैं, तो घर पर बादाम का पौधा/पेड़ कैसे उगाएं यह जानना आपके लिए बहुत उपयोगी होगा। बादाम का पौधा न केवल सुंदर दिखाई देता है बल्कि इसके फल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। बादाम का पौधा लगाने की विधि आसान है — आप इसे बीज या कटिंग से घर के गमले या बगीचे में उगा सकते हैं। बस थोड़ी धूप, सही मिट्टी और नियमित देखभाल से यह पौधा अच्छी तरह बढ़ता है और कुछ सालों में फल देना शुरू कर देता है। एक बार पौधा लग जाने के बाद, बादाम के पौधे की देखभाल कैसे करें यह समझना जरूरी है ताकि पौधा स्वस्थ, हरा-भरा और फलदार बना रहे।
बादाम का पौधा कब लगाएं – Almond Planting Season In Hindi
आलमंड यानि बादाम का पौधा लगाने का सबसे अच्छा समय फरवरी से मार्च होता है। बरसात के मौसम में पौधा लगाने से जड़ों में सड़न की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए इस समय लगाने से बचना चाहिए, आप लगा भी सकते हैं लेकिन अधिक केयर करनी होगी। पौधे लगाने के बाद नियमित रूप से देखभाल करें।
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बादाम के लिए अच्छी मिट्टी – Best Soil For Almond Plant In Hindi
दोमट या बलुई दोमट मिट्टी बादाम के पौधे के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है। मिट्टी का जल निकास अच्छा होना चाहिए, ताकि पानी रुककर जड़ों को नुकसान न पहुंचाए। अगर आपकी मिट्टी गंदी है तो उसे साफ कर लें और कुछ देर के लिए धूप में रखें। आप मिट्टी और जैविक खाद के मिश्रण से उपजाऊ मिट्टी तैयार कर सकते हैं।
बादाम के पौधे के लिए गमला – Pot Size For Almond Plant In Hindi
अगर आप बादाम का पौधा गमले में लगाना चाहते हैं, तो कम से कम 18–20 इंच गहराई और चौड़ाई वाला गमला या ग्रो बैग चुनें। गमले के नीचे छेद होना चाहिए ताकि अतिरिक्त पानी निकल सके। आप पौधे लगाने के लिए निम्न साइज के गमले/ग्रो बैग इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे-
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बादाम लगाने की विधि – Almond Planting Methods In Hindi
बागवानी में सही विधि और थोड़ी मेहनत से पौधे जल्दी जड़ पकड़ते हैं और स्वस्थ बढ़ते हैं। बादाम लगाने के दो सामान्य तरीके हैं — बीज से और कटिंग से — दोनों सरल हैं, बस सही सामग्री और देखभाल जरूरी है।
1. विधि: बीज से
- बादाम के स्वस्थ बीज चुनें (रोस्टेड बादाम न हों)।
- बीज को 12-24 घंटे तक साफ पानी में रखें, ताकि अंकुरण तेज हो।
- अब बीजों को अंकुरित करने के लिए टिश्यू पेपर लें। टिश्यू पेपर में बीजों को रखकर प्लास्टिक जिप बैग या एयरटाइट डिब्बा में रखें।
- टिश्यू को पानी से हल्का गीला करें (बहुत ज्यादा नहीं, सिर्फ नम रखें)।
- 1–3 हफ्ते में अंकुर निकल सकता है; अब आप इसे गमले या गार्डन की मिट्टी में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।
- शुरुआती दिनों में तेज धूप से बचाकर आंशिक छाया दें और नियमित देखभाल करें।
2. विधि: कटिंग से
- बादाम के पौधे से 8 से 10 इंच लंबी स्वस्थ और रोगमुक्त कटिंग लें।
- निचले पत्ते हटा दें, ऊपर के कुछ पत्ते ही रखें।
- कटिंग में जल्दी जड़ ग्रो करने के लिए आप रूटिंग हार्मोन का इस्तेमाल करें।
- गमले या ग्रो बैग में अच्छी मिट्टी भरें और इसमें कटिंग को लगाएं।
- कटिंग को 5–8 सेमी मिट्टी में दबाकर रखें और हल्का पानी दें।
- मिट्टी हमेशा हल्की नम रखें, लेकिन पौधे की मिट्टी में ओवरवाटरिंग नहीं होना चाहिए।
- 4–8 हफ्ते में जड़ें (root) बन सकती हैं; मजबूत जड़ आने पर ट्रांसप्लांट करें।
आप बादाम के पौधे को ग्राफ्टिंग, एयर लेयरिंग जैसी विधियों से भी ग्रो कर सकते हैं।
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बादाम के पौधे की देखभाल कैसे करें – Almond Plant Care In Hindi
बादाम का पौधा एक उपयोगी और पौष्टिक फल देने वाला पौधा है। इसकी अच्छी बढ़त और अधिक फल प्राप्त करने के लिए सही देखभाल जरूरी होती है। यदि आप बादाम का पौधा गमले या गार्डन में लगाते हैं, तो उसकी रोशनी, पानी, तापमान और खाद का सही ध्यान रखने से यह स्वस्थ और फलदार बनता है।
1. रोशनी
बादाम के पौधे को भरपूर धूप की जरूरत होती है। इसे ऐसी जगह लगाएं जहां दिन में कम से कम 6 से 8 घंटे सीधी धूप मिल सके। छायादार जगह पर पौधा कमजोर और फल रहित हो सकता है।
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2. पानी
बादाम के पौधे को नियमित लेकिन सीमित मात्रा में पानी दें। मिट्टी को हल्का नम रखें, लेकिन पानी जमा न होने दें इससे जड़ों में सड़न हो सकती है। गर्मियों में सप्ताह में 2–3 बार सिंचाई करें। आप पौधे को सही से पानी देने के लिए ड्रिप इरीगेशन सिस्टम का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
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3. तापमान और आद्रता
बहुत ज्यादा ठंड या पाला पड़ने पर पौधे को नुकसान हो सकता है, इसलिए सर्दियों में इसकी सुरक्षा जरूरी है। अधिक नमी वाले इलाकों में फफूंदी या जड़ सड़न की समस्या हो सकती है, इसलिए मिट्टी का जल निकास अच्छा होना चाहिए। हल्का गर्म और सूखा वातावरण बादाम के पौधे की बढ़त और फलने के लिए आदर्श होता है।
4. उर्वरक
साल में दो बार संतुलित जैविक खाद या गोबर की सड़ी खाद डालना फायदेमंद रहता है। फूल आने से पहले हल्की मात्रा में नाइट्रोजन, फास्फोरस व पोटैशियम युक्त खाद देने से पौधा स्वस्थ और फलदार बनता है। आप पौधे के स्वस्थ विकास के लिए गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट या जैविक खाद दे सकते हैं।
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5. परागण
अधिकांश बादाम के पौधे स्व-परागण नहीं होते हैं, इसलिए दो या अधिक किस्में एक साथ लगाना जरूरी है जिनमें फूल आने का समय एक जैसा हो। इससे परागण सही होता है और फल उत्पादन भी बढ़ता है।
नोट – आप चाहें तो स्व परागण किस्म को लगा सकते हैं।
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6. कीट और रोग
बादाम के पौधे में कभी-कभी एफिड्स, सूंडी जैसे कीट लग सकते हैं। इसके लिए नीम का तेल या जैविक कीटनाशक छिड़कें। पत्तियों पर रोग दिखे तो तुरंत प्रभावित भाग हटा दें और उचित रोगनाशक या फफूंदनाशक का उपयोग करें।
निष्कर्ष:
अगर आप सही विधि अपनाकर घर पर बादाम का पौधा लगाते हैं और नियमित रूप से देखभाल करते हैं, तो यह पौधा आसानी से फल देने लगता है। थोड़ी मेहनत, धूप, और सही सिंचाई से बादाम का पौधा लंबे समय तक स्वस्थ और फलदार बना रहता है। यह लेख आपको कैसा लगा, कमेंट में जरूर बताएं। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए आपकी गार्डनिंग साथी वेबसाइट organicbazar.net पर विजिट करें।
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