आप अपने पौधों की अच्छी ग्रोथ चाहते हैं, तो इसका एक तरीका उनकी जड़ प्रणाली को मजबूत बनाना है। स्वस्थ जड़ प्रणाली पौधे को बढ़ने में मदद करने के लिए जरूरी पोषक तत्व प्रदान करती है और पौधे को बीमारी से बचाती है। यदि आप भी पौधे की जड़ों को मजबूत बनाने और पौधे की जड़ को बढ़ाने के उपाय जानना चाहते हैं, तो यह लेख लास्ट तक जरूर पढ़ें। पौधे की जड़ों को तेजी से कैसे बढ़ाएं, जड़ों की ग्रोथ के लिए क्या करें और पौधों की जड़ की अच्छी ग्रोथ की टिप्स आपको इस लेख में मिलेगी।
कटिंग की जड़ों को तेजी से बढ़ाने के उपाय – Encourage Root Growth In Cuttings In Hindi
यदि आप पौधे की कटिंग को लगाने की सोच रहे हैं, तो उसकी जड़ों की ग्रोथ के लिए आप निम्न टिप्स को फॉलो कर सकते हैं:
स्वस्थ पौधे से कटिंग लें – Take Cutting From Healthy Plants In Hindi
कटिंग से पौधे उगाते समय कटिंग को एक स्वस्थ पौधे से लिया जाना चाहिए। कटिंग कम से कम 4 से 6 इंच लम्बी होनी चाहिए। स्वस्थ कटिंग को लगाने से जड़े भी स्वस्थ उगती हैं।
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कटिंग के बेस में रूट हार्मोन लगायें – Use Rooting Hormone On Cuttings In Hindi
पौधे की कटिंग को मिट्टी में लगाने से पहले उसके सिरे को रूट हार्मोन में डुबोया जाता है। इसके बाद कटिंग को लगा देने से उसमें जड़ें जल्दी आती हैं। रूट हार्मोन में वे हार्मोन मौजूद रहते हैं, जो पौधे की कटिंग में जड़ें बढाने में मदद करते हैं। रूट हार्मोन कटिंग को बीमारियों से भी बचाते हैं। एलोवेरा, शहद, एप्प्प्ल साईडर विनेगर, दालचीनी पाउडर आदि रूट हार्मोन की तरह उपयोग किये जाते हैं।
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अच्छी भुरभुरी मिट्टी में कटिंग को लगाएं – Plant Cutting In Well Drained Soil In Hindi
कटिंग को उगने के लिए अच्छी भुरभुरी मिट्टी की आवश्यकता होती है। ऐसी मिट्टी में हवा का प्रवाह अच्छे से बना रहता है, जिस वजह से कटिंग की जड़ों की ग्रोथ भी अच्छे से हो पाती है। कोकोपीट, पर्लाइट, वर्मीकुलाइट और गोबर खाद मिलाकर नॉर्मल मिट्टी को भुरभुरी और उपजाऊ बनाया जा सकता है।
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कटिंग की मिट्टी में नमी बनाये रखें – Water To Cutting To Stimulate Root Growth In Hindi
पौधे की कटिंग को लगा देने के बाद मिट्टी में नमी बनाये रखें। कटिंग की जड़ों की अच्छी ग्रोथ के लिए मिट्टी का नम रहना जरूरी होता है।
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पौधे की कटिंग को पॉलीथीन से ढक दें – Cover Cutting With Plastic Bag In Hindi
कटिंग को मिट्टी में लगाने के बाद उसे पॉलीथीन से ढक देना चाहिए। इससे कटिंग को आर्द्रता मिलती रहती है और जड़ों की बेहतर ग्रोथ होती रहती है।
पौधे की कटिंग को उजाले वाली जगह पर रखें – Keep Cutting In Bright Light Area In Hindi
कटिंग को लगाने के बाद उस गमले को उजाले वाली जगह पर रखना चाहिए। इससे कटिंग में से जड़ें तेजी से निकलती हैं।
पौधे की जड़ों की अच्छी ग्रोथ के उपाय – Stimulate Root Growth In Potted Plants In Hindi
ऊपर हमने आपको कटिंग की जड़ों की ग्रोथ को तेजी से बढ़ाने के उपाय के बारे में बताया है। अब सीडलिंग या पहले से लगे पौधे की जड़ों की अच्छी ग्रोथ के उपाय जानते हैं।
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रूट ट्रेनर में पौधे उगायें – Use Root Trainers To Promote Seedling Root Growth In Hindi
यह रूट ट्रेनर एक गार्डनिंग टूल है, जो सीडलिंग ट्रे की तरह दिखता है, लेकिन उसकी तुलना में थोड़ा अधिक गहरा रहता है। यह टूल गिलास के समान संरचना वाली अलग-अलग साइज की ट्रे होती है। इस में नए पौधों को तैयार किया जाता है। रूट ट्रेनर में पौधे की जड़ें आसपास की ओर फैलने की बजाय नीचे की ओर विकसित होती हैं। इसमें जड़ों की अच्छी ग्रोथ होने के कारण मजबूत पौधा तैयार होता है।
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मिट्टी का पीएच मान बैलेंस करें – Adjusting The Ph Of Soil In Hindi
यदि मिट्टी का पीएच 6 और 7 के बीच होता है, तभी फास्फोरस पोषक तत्व का मिट्टी में अवशोषण होता है। अगर आपकी मिट्टी का पीएच 6 से नीचे है, तो यह आपके पौधों के लिए बहुत अधिक अम्लीय है, जबकि 7.5 से अधिक मिट्टी का पीएच स्तर पौधों के लिए बहुत क्षारीय है। पीएच स्तर को बढ़ाने के लिए मिट्टी में चूना या लकड़ी की राख मिलाएं। पीएच स्तर को कम करने के लिए मिट्टी में सल्फर या एल्युमिनियम सल्फेट मिलाएं। मिट्टी का पीएच 6 और 7 होगा, तभी मिट्टी में फास्फेट उपलब्ध होगा और नई जड़ों की ग्रोथ होगी।
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फास्फोरस और पोटेशियम फर्टिलाइजर का यूज करें – Use Phosphorus and Potassium Fertilizer In Hindi
यदि आपके पौधे की मिट्टी में फॉस्फोरस या पोटेशियम का असंतुलन दिखाई देता है, तो हो सकता है कि आपके पौधे मजबूत जड़ें विकसित करने में सक्षम न हों। इसके लिए आपको पौधे की मिट्टी में फास्फोरस और पोटेशियम से भरपूर उर्वरक का पौधे के चारों ओर छिड़काव करने की जरूरत है। प्रोम खाद, बोन मील फास्फोरस उर्वरक हैं और रॉक फास्फेट पोटेशियम से भरपूर जैविक उर्वरक है।
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विलो वाटर का करें उपयोग – Use Willow Water To Encourage Root Growth In Hindi
पेड़-पौधों की टहनियों को पेन्सिल जितनी लम्बाई में काट लें और उन्हें उबले हुए पानी में 24 से 48 घंटे के लिए रखा रहने दें। इसके बाद पानी को छान लें। इस पानी को ही विलो वाटर (willow water) कहते हैं। इस पानी में ऑक्सिन हार्मोन, सैलिसिलिक अम्ल और एब्सिसिक अम्ल पाया जाता है, जो पौधे की जड़ों को बढ़ने में मदद करते हैं।
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पौधे को बड़े गमले में लगायें – Move Potted Plants To Larger Pots In Hindi
आपके पौधों की जड़ों की ग्रोथ बहुत धीमी हो सकती है, यदि वे ऐसे गमलों में हैं, जो उनकी जड़ प्रणाली के लिए बहुत छोटे हैं। ऐसे में उन पौधों को वर्तमान गमलों से 2 गुना बड़े गमलों या ग्रो बैग में लगा दें। गमले में ज्यादा जगह होने से रूट सिस्टम को 40% तक बड़ा होने में मदद मिल सकती है। अगर जड़ें मिट्टी से बाहर निकलने लगें, तो भी यह एक संकेत है कि आपका पौधा उस कंटेनर के लिए बहुत बड़ा है, जिसमें वह लगा हुआ है। जड़ों को फैलने और बढ़ने के लिए बहुत अधिक जगह की आवश्यकता होती है, इसलिए यह आपके पौधे को एक बड़े बर्तन या प्लांटर में स्थानांतरित करने का समय है।
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पौधे की मिट्टी की गुड़ाई करें – Loosens And Aerates Soil To Promote Root Growth In Hindi
समय-समय पर पौधे की मिट्टी की गुड़ाई करते रहना चाहिए। इससे मिट्टी में हवा का प्रवाह बना रहता है, जिस वजह से जड़ों को सांस लेने में आसानी होती है। जड़ों को ऑक्सीजन मिलते रहने से उनकी ग्रोथ बहुत अच्छी होती है। इसके साथ ही आपको पौधों में गहराई से पानी भी डालते रहना चाहिए।
इस लेख में पौधे की जड़ों की अच्छी ग्रोथ की टिप्स के बारे में बताया गया है। उम्मीद करते हैं यह लेख आपको पसंद आया होगा। यदि यह लेख आपके काम आया हो तो इसे अपने अन्य साथी, दोस्तों के साथ भी शेयर जरूर करें।