How To Grow Bananas In Home In Hindi: अगर आपको केला खाना पसंद है और इसे अपने घर पर गमले में उगाना चाहते हैं, तो आप केला के पौधों को प्यार व केयर के साथ अपने गार्डन के गमले, ग्रो बैग या जमीन में उगा सकते हैं। आप सही मेथड और देखभाल के साथ केले के पौधों को उगा सकते हैं और आपको केमिकल फ्री केले खाने को मिल सकते हैं। आज इस लेख में हम, केला का पौधा घर पर गमले में कैसे उगाएं और केले के पौधों की देखभाल कैसे करें, के बारे में step by step जानेंगे।
केले की वैरायटी – Types Of Banana In Hindi
केला की अलग-अलग वैरायटी होती है, जिन्हें आप अपने होम गार्डन या टेरेस गार्डन में ग्रो कर सकते हैं। केले की कुछ महत्वपूर्ण किस्में निम्न हैं। जैसे: G9, रोबस्टा, बौना कैवेंडिश, ग्रैंड नैने, रस्थली, पूवन, नेंद्रन, लाल केला, कर्पूरावल्ली, उदयम और नेपूवन आदि। आप अपने गार्डन की जगह के हिसाब से केले की वैरायटी चुन सकते हैं।
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केला लगाने का समय – Banana Planting Time In Hindi
केले का पौधा गर्म और आर्द्र जलवायु में अच्छा बढ़ता है। केला को लगाना क्षेत्र और बरसात पर निर्भर करता है। अगर आपके क्षेत्र में भारी बारिश होती है, तो आप बरसात निकल जाने के बाद सितंबर-अक्टूबर में और यदि आपके क्षेत्र में ज्यादा बारिश नही होती है, तो आप जून-जुलाई में इसे लगा सकते हैं। हालाँकि केला लगाने का सबसे उपयुक्त समय जून-जुलाई का है।
नोट – जब आप राइजोम या पौधे खरीदकर केला लगते हैं, तो इसमें फल लगने में लगभग 6 से 8 महीने का समय लग सकता है। यह समय अलग-अलग वैरायटी के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है।
केला उगाने के लिए जरूरी चीजें – Things Required For Growing Banana In Hindi
अगर आप अपने गार्डन में केला के पौधे उगाने की सोच रहें हैं, तो आपको निम्न चीजों की आवश्यकता होगी।
- कंद या राइजोम (Rhizome) – आप केला के पौधों को उससे प्राप्त होने वाले कंद (Rhizome) से लगा सकते हैं। इसके अलावा आप नर्सरी से छोटे पौधे लाकर भी लगा सकते हैं।
- गमला (pot or Grow bag) – केला लगाने के लिए सही आकार के गमले का चयन करें। आप 18×18, 24×24, 18X24 और 15×18 (चौड़ाई x ऊंचाई) आकार के गमले या ग्रो बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- सही स्थान (Right Location) – अगर केला गमले में उगा रहे हैं, तो पौधे को आँगन, बालकनी या छत पर रखें। इसे धूप वाली जगह पर रखें, जहाँ रोजाना 6-8 घंटे की सीधी धूप मिल सके।
- उपजाऊ मिट्टी (Fertile soil) – केले के लिए उपजाऊ, अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। मिट्टी में गोबर की खाद, कम्पोस्ट और थोड़ी रेत मिलाएं।
- गार्डनिंग टूल्स (gardening tools) – आप अपने बागवानी कामों को आसान और मजेदार बनाने लिए बागवानी उपकरणों का उपयोग कर सकते हैं।
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केला लगाने की स्टेप्स – How Do Bananas Grow Step By Step In Hindi
गमले की मिट्टी में केला लगाने के लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें:
- Step: सही कंद या पौधा चुनें – आप केला के पौधों को ग्रो करने के लिए अच्छे व स्वस्थ कंद या नर्सरी से छोटे पौधे चुनें।
- Step: मिट्टी पोषक तत्वों से भरपूर होनी चाहिए, इसके लिए आप इसमें गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट या जैविक खाद मिला सकते हैं।
- Step: गमले की गहराई कम से कम 18-24 इंच होनी चाहिए। नीचे छेद होना चाहिए ताकि पानी जमा न हो।
- Step: गमले की मिट्टी में केले के कंद को लगाएं और ऊपर से पानी का छिड़काव करें।
- Step: अब यदि जिस पॉट में आपने केला का पौधा लगाया है, अगर वह बाद में छोटा पड़ने लगे, तो आप पौधों को किसी बड़े गमले या ग्रो बैग में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।
नोट – केले का पौधा केवल एक बार फल देता है, फिर सूख जाता है। फल आने के बाद पुराने पौधे को काटकर उसके पास से निकली नई शाखाओं को बढ़ने दें, जो एक बड़े पौधे के रूप में विकसित हो जाती हैं। लेकिन इस प्रोसेस में फलों की गुणवत्ता में धीरे-धीरे कमी आती जाती है।
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केला के पौधे की देखभाल – Care Of Banana Plants In Hindi
घर पर जमीन या गमले में लगे केले की देखभाल करना बहुत ही आवश्यक होता है। आप केला के पौधों की देखभाल निम्न प्रकार कर सकते हैं।
- पानी (Watering) – केले को नियमित पानी की जरुरत होती है। गर्मी में हर रोज़ पानी दें, लेकिन जलभराव नहीं होना चाहिए। सर्दी में पानी कम कर दें।
- जैविक खाद (Organic fertilizer) – हर 15-20 दिन में गोबर की खाद या कम्पोस्ट डालें। महीने में एक बार पोटाश और फास्फोरस युक्त जैविक खाद देना फायदेमंद है। शुरुआती समय में केला के पौधों को नाइट्रोजन युक्त खाद देना सही होता है।
- खरपतवार हटाएं (Remove weeds) – पौधे के आस-पास की घास और खरपतवार हटाते रहें। कीटों से बचाव के लिए नीम का तेल स्प्रे करें।
- मल्चिंग (Mulching) – आप पौधों की मल्चिंग कर उगने वाली खरपतवार पर नियंत्रण कर सकते हैं। गर्मी के दिनों में मल्चिंग करने से पौधों की मिट्टी में नमी बनी रहती है और पौधों की ग्रोथ अच्छी होती है।
- पौधों को सहारा दें (Support the Plants) – जब केला का पौधा बड़ा हो जाता है, तो पौधों को किसी लकड़ी के डंडे, बांस या अन्य चीजों से सहारा दें।
- कीट व रोग (insects and disease) – आमतौर पर पौधे को कॉर्म वेविल कीट नुकसान पहुंचाता है, इसके अलावा एफिड्स, छोटे कीट भी नुकसान पहुंचाते हैं। इन्हें नियंत्रित करने के लिए फॉस्फेमिडोन 2 मिली/लीटर या मिथाइल डेमेटोन 2 मिली/लीटर को कम से कम तीन बार 21 दिन के अंतराल पर छिडकें। इसके अतिरिक्त पौधे में कई प्रकार के रोग हो सकते हैं, आप रोग प्रभावित हिस्सों को पौधे से अलग कर सकते हैं या किसी प्रभावी रोगनाशक का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप शुरुआती समय में कीटों व रोगों की रोकथाम के लिए नीम तेल स्प्रे का इस्तेमाल कर सकते हैं।
पौधे से केले को तोड़ने का समय – Harvesting Time Of Banana In Hindi
फल आने के बाद जब झुंड पीले पड़ने लगे, तभी काटें, लेकिन हार्वेस्टिंग करने से पहले सुनिश्चित कर लें कि, फलों में पर्याप्त गूदा बन चुका है। कभी-कभी फल तो पीले पड़ जाते हैं, लेकिन उनमें गूदा नहीं बन पाता।
केले के पौधे से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
1. क्या केले में बीज होते हैं – Do Bananas Have Seeds In Hindi
आमतौर पर केले के बीज नहीं होते हैं, लेकिन जंगली केले के फल में बीज होते हैं, जो काले और बहुत सख्त होते हैं।
निष्कर्ष:
अब तो आप जान ही गए होंगे कि, घर पर केला उगाना कितना सरल और आसान है। उम्मीद है यह लेख आपको पसंद आया होगा। ऐसे ही informative लेख पढ़ने के लिए वेबसाइट organicbazar.net पर विजिट करें।
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