यदि पसंद आते हैं रंग-बिरंगे फूल, तो अभी तैयार करें अपना फूलों का गार्डन – How To Grow A Flower Garden In Hindi 

एक खाली बेकार जगह को भी सुन्दरता से भरा जा सकता है, यदि उसमें एक फूलों का गार्डन तैयार किया जाए तो। गार्डन में खिलते हुए फूल हमें शांति, सौन्दर्य तथा पॉजिटिव एनर्जी प्रदान करते हैं। यह न सिर्फ हमें प्रकृति (nature) से जोड़े रखते हैं, बल्कि यह हमारे गार्डन में कई सारे पोलिनेटर्स और लाभकारी कीड़ों को भी आकर्षित करते हैं। हालाँकि फूलों की बागवानी करने के लिए घर में खाली जगह होना बहुत जरूरी नहीं है, आप अपने टेरेस या बालकनी में भी फ्लावर गार्डन तैयार कर सकते हैं।

यदि आप जानना चाहते हैं कि फूलों की बागवानी कैसे करें, तो यह लेख आपके लिए ही है, इसमें हम आपको फ्लावर गार्डन तैयार करने के स्टेप्स की जानकारी देंगे, जिससे आप अपने घर पर एक अच्छा गार्डन बना पायेंगे। फूलों का गार्डन कैसे तैयार करें या बनाएं (How To Prepare Flower Garden In Hindi) तथा गार्डन बनाने की विधि जानने के लिए लेख पूरा पढ़ें

फूलों का गार्डन कैसे बनाएं – How To Start A Flower Garden In Your Front Yard In Hindi

फूलों का गार्डन कैसे बनाएं - How To Start A Flower Garden In Your Front Yard In Hindi

आमतौर फूल, गार्डन का अभिन्न हिस्सा हैं। इन्हें न सिर्फ अलग गार्डन में बल्कि सब्जी व फल वाले पौधों के बीच भी लगाया जाता है, क्योंकि यह उन पौधों में पॉलिनेशन के लिए काफी मददगार होते हैं। यदि आप अपने पुराने गार्डन में फूल के पौधे लगाने जा रहे हैं या फिर नया फ्लावर गार्डन तैयार करने जा रहे हैं, तो दोनों ही स्थितियों में आपको नीचे दी गई इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

एक बेहतरीन फूलों का गार्डन तैयार करने के स्टेप्स या विधि निम्न हैं:-

(यह भी जानें: होम गार्डन में फ्लावर सीड्स उगाने के लिए फुल ग्रोइंग गाइड…)

1. फूलों का गार्डन बनाने के लिए सही जगह का चुनाव – Choosing The Right Place For Prepare Flower Garden In Hindi

फूलों की बागवानी करने के लिए आपको सबसे पहले सही जगह का चयन करना होगा। आमतौर पर अधिकांश फूल वाले पौधों की वृद्धि और बेहतर फ्लावरिंग के लिए प्रतिदिन कम से कम छह घंटे की धूप जरूरी होती है, इसलिए ऐसे स्थान पर गार्डन बनाएं, जहाँ सूर्य की सीधी धूप आती हो। छाया वाला स्थान फूलों के विकास को रोक सकता है। इसके अतिरिक्त ऐसे स्थान पर फ्लावर गार्डन तैयार करें, जहाँ जलभराव वाली स्थिति न बने।

2. गार्डन में लगाने के लिए फूलों का चयन – Select of Flowers For Garden Planting In Hindi 

अपने गार्डन में लगाने के लिए सही फूल वाले पौधों का चुनाव स्थान, मिट्टी के प्रकार और जलवायु सहित कई कारकों पर निर्भर करता है। इसके अलावा फूलों का चयन उनके रंग, आकार और प्रत्येक फूल के खिलने के समय के अनुसार करें। जैसे- वार्षिक फूल सिर्फ एक साल चलते हैं, लेकिन लम्बे समय खिले रहते हैं तथा बारहमासी कई सालों तक चलते हैं, लेकिन यह कम समय तक खिलते हैं और इन्हें उगाने में भी अधिक समय लगता है। आप अपने घर पर बने गार्डन में वार्षिक फूलों के साथ कुछ बारहमासी फूलों को भी लगाएं।

(यह भी जानें: गर्मियों में अच्छे से बढ़ेंगे और खिलेंगे, यह टॉप 10 फूलों के बल्ब…)

3. फूल वाले पौधों के लिए गमले या ग्रो बैग खरीदना – Buying Pots Or Grow Bags For Flowering Plants In Hindi 

3. फूल वाले पौधों के लिए गमले या ग्रो बैग खरीदना - Buying Pots Or Grow Bags For Flowering Plants In Hindi 

यदि आप टेरेस या बालकनी में फूलों का गार्डन बनाने जा रहे हैं, तो उसके लिए कंटेनर या ग्रो बैग की आवश्यकता होगी, जिसके लिए आप वॉल हैंगिंग पॉट और ग्रो बैग, थर्मोफॉर्म पॉट, प्लास्टिक या सिरेमिक पॉट तथा HDPE और फैब्रिक बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे आप जो भी गमला या ग्रो बैग खरीदते हैं, वह ड्रेनेज होल्स युक्त होना चाहिए, जिससे ओवरवाटरिंग की समस्या न हो।

फूल के पौधों को लगाने के लिए आप निम्न साइज के गमले या ग्रो बैग खरीद सकते हैं:-

4. फूल लगाने के लिए पॉटिंग सॉइल मिक्स तैयार करना – Soil Preparation For Planting Flowers In Hindi 

4. फूलों के पौधे पॉटिंग सॉइल मिक्स तैयार करना - Soil Preparation For Planting Flowers In Hindi 

स्वस्थ फूलों का गार्डन बनाने के लिए मिट्टी तैयार करना एक आवश्यक कदम है। यदि आप जमीन की मिट्टी में पौधे लगाने जा रहे हैं, तो गार्डन फोर्क या टिलर का उपयोग करके मिट्टी को कम से कम 12 इंच की गहराई तक ढीला करें और यदि आप कंटेनर या ग्रो बैग में फूल के पौधे लगाने जा रहे हैं, तो पोषक तत्वों से भरपूर, अच्छी जल निकासी वाला पॉटिंग मिक्स तैयार करें। आप 100% सामान्य मिट्टी में निम्न चीजें मिलाकर पॉटिंग सॉइल मिक्स तैयार कर सकते हैं:-

इसके अतिरिक्त आप गमलों या ग्रो बैग में फूल वाले पौधे लगाने के लिए रेडी टू यूज़ पॉटिंग सॉइल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं, यह मिट्टी भी जैविक कार्बनिक पदार्थों से युक्त होती है।

5. अपने गार्डन में फूल के पौधे लगाना – Planting Flowers Plants In Garden In Hindi 

5. अपने गार्डन में फूल के पौधे लगाना - Planting Flowers Plants In Garden In Hindi 

 

 

फूलों की बागवानी का सबसे रोमांचक हिस्सा है, अपने गार्डन के गमले में फूल वाले पौधे लगाना। इसके लिए आपको प्रत्येक फूल की अनुकूल ग्रोइंग कंडीशन की जानकारी होना चाहिए, जैसे- फूल के बीज उगाने की विधि, लगाने की गहराई, दूरी तथा उसे जर्मिनेट होने के लिए लाइट आदि। इसलिए बीज लगाने के पहले रोपण निर्देशों को अच्छी तरह पढ़ें और उनका पालन करें। आप यह जानकारी हमारी वेबसाइट Organicbazar.Net से भी प्राप्त कर सकते हैं।

(यह भी जानें: उच्च अंकुरण दर वाले 40 फूलों के बीज…)

6. फूल वाले पौधों को पानी देना और खाद देना – Watering And Fertilizing Of Flower Gardening In Hindi 

6. फूल वाले पौधों को पानी देना और खाद देना - Watering And Fertilizing Of Flower Plants In Hindi 

अपने फूलों के गार्डन को स्वस्थ और हरा भरा बनाए रखने के लिए, इसे नियमित रूप से पानी और खाद देना महत्वपूर्ण है। सप्ताह में एक बार अपने पौधों को गहराई से पानी दें, यदि मौसम गर्म या शुष्क हो तो इन्हें अधिक बार पानी की आवश्यकता हो सकती है। फ्लावर प्लांट्स को पानी देते समय पत्तियों को गीला न करें, इससे फंगल रोग हो सकते हैं। पानी देने के लिए वाटरिंग कैन का उपयोग करें।

पौधों की अच्छी ग्रोथ तथा उनमें बेहतर फूल खिलने के लिए ग्रोइंग सीजन के समय हर दो से चार सप्ताह में संतुलित उर्वरक (प्लांट ग्रोथ प्रमोटर, बायो NPK, प्रोम फर्टिलाइजर आदि) दें तथा फ्लावरिंग के समय आप फास्फोरस रिच जैविक उर्वरक जैसे- रॉक फास्फेट, बोनमील, सीवीड आदि दे सकते हैं।

7. अपने फ्लावर गार्डन को मेंटेन करना – Maintenance Of Your Flower Garden In Hindi 

8. अपने फ्लावर गार्डन को मेंटेन करना - Maintenance Of Your Flower Garden In Hindi 

फूलों के गार्डन को स्वस्थ बनाए रखने के लिए नियमित देखभाल की आवश्यकता होती है। आप निम्न तरह अपने फ्लावर गार्डन की देखभाल कर सकते हैं:-

  • फूल वाले पौधे की मृत या क्षतिग्रस्त वृद्धि को हटाने के लिए प्रूनिंग करें।
  • फ्लावरिंग के समय पौधे में नए फूल खिलने के लिए उनकी डेडहेडिंग करें।
  • पौधों के आसपास से अनावश्यक पौधे जैसे- खरपतवार हटाएं
  • मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए पौधों के चारों ओर मल्चिंग करें।
  • फूल वाले पौधों के कीटों और रोगों की जांच करें, तथा शुरूआती लक्षण दिखाई देने पर जैविक कीट नियंत्रक उपाय तथा नीम के तेल का स्प्रे करें।

(यह भी जानें: पौधे लगाने के लिए उपयोग किये जाने वाले टूल्स…)

ऊपर लिखे इन स्टेप्स की मदद से आप फूलों की बागवानी कर सकते हैं। लेख में आपने जाना फूलों का गार्डन कैसे तैयार करें तथा फ्लावर गार्डन बनाने की विधि के बारे में। उम्मीद हैं यह लेख आपके लिए हेल्पफुल रहा होगा। लेख के सम्बन्ध में आपके जो भी सुझाव हैं हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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