मार्जोरम (Marjoram), जिसे नॉटेड मर्जोरम या मरुआ के रूप में भी जाना जाता है, एक बारहमासी जड़ी-बूटी वाला पौधा (Herb plant) है। यह अजवायन की तरह दिख सकता है, लेकिन मार्जोरम एक अलग हर्बल प्लांट है। इसके फूलों की कलियाँ गाँठ जैसी दिखती हैं और इस पौधे में एक विशिष्ट मीठी और तीखी सुगंध होती है, जो इसे कई रसोई व्यंजनों में उपयोगी बनाती है। मार्जोरम हर्बल प्लांट आपके गार्डन में लाभकारी कीड़ों या परागणको को भी आकर्षित करने का काम करता है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको घर पर मर्जोरम हर्ब प्लांट कैसे उगाएं के बारे में विस्तार से बताएंगे। इनडोर या आउटडोर गमले में मार्जोरम या मरुआ का पौधा कैसे लगाएं, मर्जोरम के बीज लगाने की विधि तथा इसकी देखभाल करने के तरीके (Growing marjoram from seed and Plant Care Tips In Hindi) के बारे में जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
मार्जोरम हर्ब के बारे में मुख्य जानकारी – Information About Marjoram (Marua Plant) in Hindi
- साधारण नाम – मर्जोरम (Marjoram), स्वीट मार्जोरम, नॉटेड मार्जोरम, मरुआ
- वानस्पतिक नाम – ओरिजिनम मेजराना (Origanum majorana)
- पौधे का प्रकार – बारहमासी हर्बल प्लांट
- पौधे का परिपक्व आकार – 1-2 फुट लंबा एवं चौड़ा
- आदर्श बीज अंकुरण तापमान – 18-25°C
- सूर्य का प्रकाश – रोजाना कम से कम 4-6 घंटे की धूप
- मिट्टी का प्रकार – अच्छी जलनिकासी वाली रेतीली दोमट मिट्टी
- कटाई का समय –लगभग 60-70 दिन बाद
- कम्पेनियन प्लांट्स – तुलसी, ओरेगैनो, चाइव्स, पार्सले, लैवेंडर, रोजमेरी, सेज इत्यादि।
मरुआ का पौधा कब लगाना चाहिए – Marjoram (Marua) Planting Time In Hindi
हर्बल प्लांट मार्जोरम (मरुआ का पौधा), गर्म जलवायु में उगना पसंद करता है। आप अपने घर पर वसंत (फरवरी-मार्च) में मर्जोरम के बीज लगा सकते हैं। अगर आप मार्जोरम के पौधे को इनडोर ग्रो करना चाहते हैं, तो साल के किसी भी समय 4-6 घंटे की धूप वाले स्थान पर इसे गमले में लगा सकते हैं। अच्छी गुणवत्ता एवं उच्च अंकुरण क्षमता वाले इम्पोर्टेड मर्जोरम सीड्स (Marjoram Imported Seeds) खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें।
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मरुआ के पौधे लगाने के लिए गमला – Pot Size For Planting Marua Plant In Hindi
घर पर किचिन गार्डन में या आउटडोर गमलों में मरुआ अर्थात मार्जोरम के पौधे लगाने के लिए आप कम से कम 9 इंच गहराई वाले गमले या ग्रो बैग का उपयोग कर सकते हैं। हालाँकि मार्जोरम को 6×6 इंच साइज वाले गमले में भी लगा सकते हैं, लेकिन छोटे गमले में लगाने पर आपको इसे जल्दी रिपॉट करने की आवश्यकता होगी। आप मर्जोरम के पौधे उगाने के लिए निम्न साइज़ के ग्रो बैग्स का उपयोग कर सकते हैं:
- 9 x 9 इंच (चौड़ाई x गहराई)
- 9 x 12 इंच (चौड़ाई x गहराई)
- 12 x 12 इंच (चौड़ाई x गहराई)
- 4F X 2F X 1F रेक्टेंगल ग्रो बैग (चौड़ाई x ऊँचाई x गहराई)
- 3F X 2F X 1F रेक्टेंगल ग्रो बैग (चौड़ाई x ऊँचाई x गहराई)
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मर्जोरम के पौधे लगाने के लिए आवश्यक मिट्टी – Best Soil For Marjoram Plant In Hindi
यदि आप पौधे की जड़ सड़न (root rot) और गमले में जल भराव की समस्या से बचना चाहते हैं, तो गार्डन की मिट्टी का उपयोग करने के बजाय एक अच्छी जलनिकासी वाली गमले की मिट्टी तैयार करें, जिसे बनाने की जानकारी नीचे दी गई है। इसके अतिरिक्त आप नर्सरी स्टोर या ऑनलाइन के माध्यम से रेडी टू यूज़ पॉटिंग सॉइल को भी खरीद सकते हैं।
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घर पर मरुआ का पौधा कैसे उगाएं – How To Grow Marua Plant (Marjoram) at Home In Hindi
मर्जोरम हर्बल प्लांट को बीज लगाकर आसानी ग्रो कर सकते हैं। इसे लगाने के लिए आप बीजों को डायरेक्ट गमले की मिट्टी में या इनडोर सीडलिंग ट्रे में उगाएं। मरुआ के बीज 18-25°C के मध्य तापमान में आसानी से जर्मिनेट हो जाते हैं।
गमले में मार्जोरम के बीज लगाने की विधि – How to Plant Marjoram Seeds In Pot In Hindi
घर पर इनडोर या आउटडोर गमले में मर्जोरम के बीज लगाने के लिए निम्न स्टेप्स फॉलो करें:
- गमले या सीडलिंग ट्रे में जैविक खाद युक्त मिट्टी या पॉटिंग सॉइल भरें।
- अब गमले में ¼ इंच की गहराई तथा 6 इंच की दूरी पर बीज लगाएं और मिट्टी की हल्की परत से ढँक दें।
- इसके बाद सीडलिंग ट्रे या गमले में पर्याप्त पानी दें ताकि मिट्टी नम हो जाए।
- गमले को धूप वाले स्थान पर रखें तथा जर्मिनेशन के दौरान मिट्टी को नम रखें।
- लगभग 7-21 दिन के अन्दर मर्जोरम सीड्स जर्मिनेट हो जाएंगे।
अगर आपने इनडोर मार्जोरम की सीडलिंग तैयार की है, तो सीडलिंग में 3 जोड़े पत्तियां निकल आने के बाद या जब सीडलिंग 4-6 इंच बड़ी हो जाए, तब आप इसे आउटडोर गार्डन में या बड़े गमले में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं। मर्जोरम पौध को आउटडोर ट्रांसप्लांट करते समय सीडलिंग हार्डनिंग प्रक्रिया जरूर अपनाएं और ठंड का खतरा निकल जाने के बाद ही इन्हें घर के बाहर प्रत्यारोपित (Transplant) करें।
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मरुआ के पौधों की देखभाल कैसे करें – Care Of Marjoram (Marua Plant) In Hindi
आप निम्न तरीके अपनाकर अपने मर्जोरम प्लांट की देखभाल कर सकते हैं (Marjoram Plant Care In Hindi):
पानी – Water For Growing Marjoram Plant In Hindi
मार्जोरम/ मरुआ के पौधे अच्छी जलनिकासी वाली नम मिट्टी में उगना पसंद करते हैं, इसीलिए अपने पौधों को पर्याप्त पानी दें, मिट्टी को अधिक गीला या शुष्क न होने दें। अपने मार्जोरम प्लांट्स को पानी देते समय पत्तियों को गीला करने से बचें, जिससे फंगल की समस्या हो सकती हैं।
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तापमान – Marjoram Growing Temperature In Hindi
मरुआ के पौधे मध्यम जलवायु स्थानों पर तेजी से बढ़ते हैं और उच्च आर्द्रता वाले क्षेत्रों में उगना पसंद नहीं करते। मरुआ प्लांट की बेहतर ग्रोथ के लिए 15-27°C के मध्य का तापमान सबसे बेस्ट होता है। हालाँकि ये पौधे 10°C तक के तापमान को सहन कर सकते हैं।
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उर्वरक – Fertilizer for Grow Marjoram Plant in Pot In Hindi
मार्जोरम हर्बल प्लांट्स को अतिरिक्त खाद की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन आप अपने प्लांट्स की हेल्दी ग्रोथ के लिए मिट्टी में वर्मी कम्पोस्ट, गोबर की खाद या बायो एनपीके फर्टिलाइजर मिला सकते हैं।
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सन लाइट – Sunlight for Growing Marjoram Plant In Hindi
मरुआ या मर्जोरम के पौधे पूर्ण सूर्य प्रकाश में अच्छी तरह ग्रो होते हैं, इसीलिए पौधों की बेहतर ग्रोथ के लिए इन्हें ऐसे स्थान पर रखें, जहाँ रोजाना कम से कम 4-6 घंटे की धूप मिल सके।
प्रूनिंग – Prune Marjoram plant to encourage the growth in Hindi
नई कलियों के विकास को प्रोत्साहित करने और मरजोरम के स्वाद को बढ़ाने के लिए, सूखे और संक्रमित फूलों और पत्तियों को छांट कर अलग कर दें। नियमित रूप से कटाई करना भी पौधों की प्रूनिंग का एक प्रकार है। यदि कोई फूल दिखाई देने लगे तो पौधे को बोल्टिंग से रोकने के लिए उन्हें भी काटकर अलग कर दें।
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कीट और रोग – Pests and Diseases of Marjoram Plant In Hindi
एफिड्स, मिली बग्स और स्पाइडर माइट्स मर्जोरम सहित अन्य कीट सभी जड़ी-बूटियों के लिए एक बड़ी समस्या है। यदि आप अपने मर्जोरम के पौधे पर संक्रमण के लक्षण देखते हैं, तो इसे जल्द से जल्द अन्य पौधों से दूर कर दें और संक्रमित पौधे पर नीम तेल या कीटनाशक साबुन के घोल का स्प्रे करें।
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मर्जोरम की कटाई कब और कैसे करें – How And When to Harvest Marjoram In Hindi
मिट्टी में मर्जोरम के बीज लगाने के लगभग 60-70 दिनों में मरुआ या मार्जोरम की कटाई की जा सकती है। आप अपनी जरूरत के अनुसार किसी भी समय मर्जोरम की पत्तियां काट सकते हैं। हालाँकि यदि गर्म मौसम में पत्तियों की कटाई की जाती है, तो उनका स्वाद थोड़ा अलग लग सकता है।
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मरुआ के पौधे को आप अपने घर पर गमले में बीज से आसानी से उगा सकते हैं। गमले में मरजोरम के बीज लगाने की विधि और देखभाल के तरीके अपनाकर आप अधिक उत्पादन भी प्राप्त कर सकते हैं। उम्मीद है आपको जानकारी पसंद आई होगी। अगर इससे सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट में जरूर बताएं, और गार्डनिंग से रिलेटेड अन्य पोस्ट पढ़ने के लिए OrganicBazar.Net वेबसाइट के ब्लॉग सेक्शन पर विजिट करें।
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