घर पर जड़ी-बूटियां कैसे उगाएं – How To Grow Herbs At Home in Hindi

भोजन में जड़ी-बूटियों या हर्ब्स को शामिल करना स्वाद को बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है। ताजी जड़ी-बूटियों को प्राप्त करने का सबसे बेहतर तरीका यह है कि आप उन्हें अपने घर पर गमलों में स्वयं उगाएं। आप होम गार्डन, टेरेस गार्डन, किचन गार्डन या खिड़की पर कहीं भी छोटे गमले या ग्रो बैग में सभी प्रकार की हर्ब्स जड़ी बूटियों को बहुत आसानी से उगा सकते हैं। इस लेख में आप जानेगें कि घर पर गमले में जड़ी बूटी /हर्ब कैसे लगाएं और गमले में उगाई गई जड़ी-बूटियों की देखभाल कैसे करें।

वार्षिक, द्विवार्षिक और बारहमासी जड़ी-बूटियाँ – Annual, Biennial and Perennial Herbs in Hindi

सभी पौधों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है- वार्षिक, द्विवार्षिक और बारहमासी। जड़ी-बूटियाँ या हर्ब्स भी इन्हीं तीनों श्रेणियों में विभाजित की गई हैं। यह जानना आवश्यक है कि कौन सा पौधा किस श्रेणी में आता है और उगाई गई जड़ी बूटियां या हर्ब्स कैसा व्यवहार करती हैं।

वार्षिक जड़ी-बूटियाँ – Annual herbs in Hindi

वार्षिक जड़ी बूटियों (हर्बल प्लांट्स) में उनको शामिल किया जाता है, जो केवल एक वर्ष में ही अंकुरित होती है, खिलती है, बीज देती है और मर जाती है। वार्षिक जड़ी बूटियों के उदाहरण हैं:

  • तुलसी (Basil)
  • सीलेंट्रो (Cilantro)
  • लेमनग्रास (Lemongrass)
  • स्टीविया (Stevia)
  • कैलेंडुला (Calendula)
  • डिल (Dill)
  • सौंफ (Fennel)
  • एपाजोट (Epazote)

द्विवार्षिक जड़ी-बूटियाँ – Biennial herbs in Hindi

द्विवार्षिक जड़ी-बूटियों का जीवन चक्र लगभग दो वर्षों का होता है, जिसका अर्थ है कि यह जड़ी बूटियां एक वर्ष में अंकुरित होती हैं और ग्रोथ करती हैं, तथा एक वर्ष बाद पौधा खिलता हैं और फिर नष्ट हो जाता है। द्विवार्षिक हर्बल प्लांट्स हैं:

बारहमासी जड़ी-बूटियाँ – Perennial herbs in Hindi

बारहमासी पौधे कई वर्षों तक जीवित रहते हैं। स्थानीय जलवायु के आधार पर वे सर्दियों (ठंड) के मौसम में अपने पत्ते गिरा देते हैं और मृत, सूखी छड़ियों की तरह दिखाई देते हैं। बारहमासी पौधे अपने ग्रोइंग सीजन में हर साल वापिस हरे भरे हो जाते हैं। बारहमासी जड़ी बूटियों के उदाहरण हैं:

  • थाइम (thyme)
  • पुदीना (mint)
  • अजवायन (oregano)
  • तारगोन (tarragon)
  • नींबू बाम (lemon balm)
  • मार्जोरम (marjoram)
  • लैवेंडर (lavender)
  • रोजमेरी (Rosemary)
  • बे लॉरेल (Bay Laurel)
  • इलायची (Cardamom)

(और पढ़ें: पत्तेदार सब्जी, हर्ब्स और फूलों के पौधे उगाने के लिए बेस्ट ग्रो बैग्स…)

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गमलों में जड़ी बूटियां कब उगाएं – When to Grow Herbs in Pots in Hindi

घर पर गमलों में अधिकांश जड़ी बूटियों को साल में कभी भी उगाया जा सकता है। लेकिन बेहतर तरीके से ग्रो करने के लिए जड़ी बूटियां/ हर्ब के पौधे उगाने की जानकारी नीचे तालिका में दी गई है:

No.
जड़ी बूटी के नाम (herbs)
बुआई का सही समय (Best Sowing season)
अंकुरण तापमान (germination temperature)
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1.
लैवेंडर (Lavender)
अगस्त से दिसंबर और फरवरी से मार्च
20 से 30 डिग्री सेल्सियस
2.
चाइव्स (Chives)
शुरुआती ठण्ड और शुरुआती वसंत
15  से 30 डिग्री सेल्सियस
3.
अजमोद (Parsley)
सितंबर से दिसंबर (सर्दियों का मौसम)
15 से 27 डिग्री सेल्सियस
4.
ओरिगैनो (Oregano)
अक्टूबर से दिसंबर और फरवरी से मार्च
18 से 25 डिग्री सेल्सियस
5.
तुलसी (Basil)
गर्मियों की शुरुआत
15 से 25 डिग्री सेल्सियस
6.
डिल (Dill)
वसंत ऋतु (फरवरी से अप्रैल)
10 से 27 डिग्री सेल्सियस
7.
पुदीना (Mint)
सितंबर से नवंबर और फरवरी से मार्च
15 से 22 डिग्री सेल्सियस
8.
लेमनग्रास (Lemongrass)
नवंबर-दिसंबर और फरवरी-मार्च
20 से 30 डिग्री सेल्सियस
9.
कैलेंडुला (calendula)
सितंबर-अक्टूबर और मार्च-अप्रैल
20 से 25 डिग्री सेल्सियस
10.
सेज (Sage)
वसंत ऋतु
18 से 22 डिग्री सेल्सियस
11.
रोजमेरी (Rosemary)
वसंत ऋतु (मार्च-अप्रैल) या शरद ऋतु (अक्टूबर से दिसंबर)
20 से 30 डिग्री सेल्सियस
12.
थाइम (Thyme)
फरवरी से अप्रैल के बीच या ग्रीष्म ऋतु के बाद
20 से 30 डिग्री सेल्सियस
13.
सौंफ (Fennel)
सितंबर से नवंबर या मार्च से मई
15 से 25 डिग्री सेल्सियस
14.
लेमन बाम (lemon balm)
 वसंत ऋतु
18 से 25 डिग्री सेल्सियस
15.
तारगोन (tarragon)
अगस्त से दिसंबर
10 से 25 डिग्री सेल्सियस

हर्ब लगाने के लिए मिट्टी कैसे तैयार करें – How to prepare soil for planting herbs in Hindi

जड़ी बूटियां लगाने के लिए मिट्टी कैसे तैयार करें - How to prepare soil for planting herbs in Hindi

कंटेनर, गमले या ग्रो बैग में जड़ी बूटी के सफलतापूर्वक उत्पादन के लिए, उच्च गुणवत्ता वाली मिट्टी या पॉटिंग मिक्स का उपयोग करना चाहिए। पॉटिंग मिक्स या मिट्टी, गार्डन की मिट्टी की तुलना में हल्की और कम घनत्व वाली होती है और कार्बनिक पदार्थों से समृद्ध होती है। इसके अलावा अच्छी तरह से तैयार की गई पॉटिंग मिट्टी बेहतर जल निकासी के साथ-साथ नमी बनाए रखने के लिए आदर्श होती है। अतः इन सभी गुणों से परिपूर्ण गमले की मिट्टी में हर्ब्स (जड़ी-बूटी) का उत्पादन अच्छी तरह से होता है।

गार्डन की मिट्टी में रेत को जोड़ने से जल निकासी में मदद मिलती है और हल्की सामग्री जैसे पर्लाइटवर्मीक्यूलाइट, पीट मॉस या कोकोपीट के साथ मिट्टी तैयार करने से मिट्टी के संकुचन और घनत्व में कमी आती है तथा मिट्टी को हवादार और नम बनाए रखने में भी मदद मिलती है। गमले में हर्ब्स (जड़ी बूटियाँ) उगाने के लिए आप निम्न तरीके से एक उच्च गुणवत्तापूर्ण मिट्टी तैयार कर सकते हैं, जैसे:-

(और पढ़ें: ऑर्गेनिक गार्डन की मिट्टी तैयार कैसे करें…)

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गमले में हर्ब्स कैसे लगाएं – How to plant herbs in pots in Hindi

गमले में हर्ब्स कैसे लगाएं - How to plant herbs in pots in Hindi

घर पर बने गार्डन में जड़ी-बूटियां उगाना बहुत आसान है, शुरुआत करने के लिए आपको बस एक धूप वाली जगह और उगाई जाने वाली जड़ी बूटी के आधार पर जल निकासी छेद युक्त गमले या ग्रो बैग की आवश्यकता होती है। जड़ी बूटी उगाने के लिए लगभग 7 से 10 इंच गहरा गमला होना चाहिए। आप हैंगिंग पॉट्स में भी जड़ी-बूटियों को उगा सकते हैं।

गमले का चुनाव करने के बाद पॉटिंग मिश्रण या अच्छे तरीके से तैयार की गई मिट्टी से गमले को भरे। मिट्टी में जैविक खाद मिलाकर जड़ी-बूटियों को तेजी से बढ़ने में मदद मिलती है। गमले में मिट्टी भरने के बाद मिट्टी में पानी डाले और एक दिन बाद जड़ी बूटियों के बीज को एक निश्चित गहराई पर लगाएं। जब तक बीज अंकुरित न हो जाएं, मिट्टी को नम बनाएं रखें। कुछ जड़ी बूटियों को कटिंग के माध्यम से भी उगाया जा सकता है। हर दो हफ्ते में तुलसी और धनिया जैसी वार्षिक जड़ी-बूटियों के बीज बोएं, ताकि आपको गर्मियों भर ताजी पत्तियां तोड़ने को मिल सकें।

(और पढ़ें: घर पर गमलों में जड़ी बूटियां उगाने की टिप्स…)

घर पर जड़ी बूटियों की देखभाल कैसे करें – How to take care of herbs at home in Hindi

आप अपने घर पर गमले में उगाई जा रही जड़ी बूटियों के अच्छे उत्पादन के लिए पौधों की देखभाल करें। गमले या ग्रो बैग में जड़ी बूटियों को अच्छे तरीके से बढ़ने में मदद करने के लिए आप उनकी निम्न तरीके से देखभाल कर सकते हैं:

गमले में हर्ब उगाने के लिए पानी – Water for grow herbs in pots in Hindi

गमले में हर्ब उगाने के लिए पानी - Water for grow herbs in pots in Hindi

विभिन्न जड़ी-बूटियों को अलग-अलग मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है। अच्छे विकास के लिए मिट्टी को नम बनाए रखना आवश्यक होता है। जड़ी-बूटियों को बढ़ने के लिए मिट्टी को लगातार नम बनाए रखें। अधिक गीली मिट्टी (खासकर ठंडे तापमान में) जड़ी-बूटियों के लिए घातक हो सकती है। अतः पानी देने से पहले गमले की मिट्टी में नमी की जाँच करें। अपनी उंगली को एक इंच मिट्टी में दबाएँ और बाहर निकालें। यदि मिट्टी सूखी है और उंगली में नहीं चिपकती हैं, तो गमले की मिट्टी को पानी देने की आवश्यकता है। आप जड़ी-बूटियों को अच्छी तरह से विकसित करने में मदद करने के लिए सप्ताह में दो बार पानी दें।

कम नमी में अच्छी तरह से ग्रो करने वाली जड़ी-बूटियों में सैवरी (savory), रोजमेरी (rosemary), थाइम (thyme), अजवायन और सेज (sage) शामिल हैं, जो सूखी मिट्टी पसंद करती हैं। पुदीनातुलसीअजमोदधनिया और लेमन बाम उगाने के लिए मिट्टी को नम रखने की आवश्यकता होती है, लेकिन अधिक गीली मिट्टी पौधों को नुकसान पहुंचा सकती है।

(और पढ़ें: पौधों को पानी देने के लिए बेहतरीन गार्डन टूल्स…)

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जड़ी-बूटियों के लिए आवश्यक धूप – How much light do need herbs in Hindi

अधिकांश जड़ी बूटियों को ग्रो करने के लिए मुख्य रूप से लाइट (पर्याप्त धूप) की आवश्यकता होती है। आप जड़ी बूटी को उगाने के लिए रोशनदान और अच्छी तरह से प्रकाशित खिड़कियों, बालकनी के पास गमले या कंटेनर को रख सकते हैं। 4 से 6 घंटे की धूप में कई जड़ी-बूटियां अच्छी तरह से ग्रो कर सकती हैं। तुलसी, अजवायन (oregano), थाइम (thyme), रोजमेरी (rosemary) और सेज (sage) को पूर्ण रूप से विकसित होने के लिए 6 से 8 घंटे प्रकाश की आवश्यकता होती है। पुदीना (Mint), अजमोद (parsley) और सीलेंट्रो / धनिया (cilantro) आदि जड़ी बूटियां अधिक छाया की स्थिति में भी आसानी से उगाई जा सकती हैं। हालाँकि जड़ी बूटियों को 4 घंटे प्रकाश प्राप्त होना फायदेमंद होता है।

(और पढ़ें: सुगंधित फूलों और पौधों से महकाएं अपना गार्डन…)

गमले में उगने वाली जड़ी बूटियों के लिए उर्वरक – Best fertilizer for potted herbs in Hindi

गमले में उगने वाली जड़ी बूटियों के लिए उर्वरक - Best fertilizer for potted herbs in Hindi

अच्छे और स्वस्थ विकास को बढ़ावा देने के लिए, आप जड़ी-बूटियों को समय-समय पर उपयुक्त उर्वरक दे सकते हैं। गमलों में उगाई जाने वाली जड़ी बूटियों को हर 3 से 4 सप्ताह में एक तरल जैविक उर्वरक दिया जा सकता है। इसके अलावा जड़ी बूटियां उगाने के लिए मिट्टी तैयार करते समय आप पुरानी गोबर खादनीम केकसरसों की खली इत्यादि उर्वरक को मिला सकते हैं।

(और पढ़ें: घर पर जैविक खाद कैसे बनाएं, जानें आसान तरीके…)

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जड़ी बूटी के पौधे की करें नियमित छंटाई – Pruning herbs for better growth in Hindi

वार्षिक जड़ी बूटियों के पौधों को छंटाई की आवश्यकता नहीं होती है, इसके पौधों को जमीन से काटा जा सकता है। लेकिन बारहमासी जड़ी बूटियों को उनके आकार और साइज़ को नियंत्रित करने और ताजा पत्तों के उत्पादन के लिए वार्षिक रूप से छंटाई की आवश्यकता होती है। छंटाई करते समय शाखाओं के एक तिहाई हिस्से को काटें। छंटाई करते समय फूलों और फूलों के डंठल को भी हटा दें। उपयुक्त जड़ी बूटियों की कटिंग या छंटाई (pruning) वसंत या गर्मियों में की जानी चाहिए, जब पौधे स्वस्थ होते हैं और तेजी से बढ़ते हैं।

प्रूनर्स (pruners) की मदद से जड़ी बूटियों की बार-बार कटाई करने से नई ताजा हर्ब के विकास को बढ़ावा मिलता है, इसलिए अपने घर में उगाई जाने वाली जड़ी-बूटियों को काटने में संकोच न करें।

(और पढ़ें: जानें पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए प्रूनिंग करने का सही समय…)

जड़ी बूटियों की कीट और रोग से देखभाल – Care of Herbs from Pest and Disease in Hindi

गार्डन या घर के अन्दर लगे पौधों या जड़ी-बूटियों को कवक (फंगस) और कीटों के खतरे से सुरक्षित रखने के लिए पत्तियों के चारों ओर पर्याप्त जगह और वायु का प्रवाह होना चाहिए। गमलों को एक दूसरे से दूर-दूर रखें, और यदि पत्तियाँ बहुत घनी हो रही हैं, तो उनकी कटाई करें।

(और पढ़ें: गमले के पौधों को कीट से बचाने के तरीके…)

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हर्ब्स की कटाई कैसे करें – How to harvest herbs from pots in Hindi

हर्ब्स की कटाई कैसे करें - How to harvest herbs from pots in Hindi

जड़ी-बूटीयों को उगाने के बाद जब वह परिपक्वता पर पहुँच जाती हैं, तो नए पत्ते और शाखा के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए जड़ी बूटियों की कटाई की जानी आवश्यक हो जाती है। जड़ी-बूटियों की कटाई करने का सबसे अच्छा तरीका उन्हें लीफ नोड (leaf node) के ठीक ऊपर से काटना है। ऐसा करने से पौधे में नई पत्तियों के विकास को प्रोत्साहन मिलता है, और पौधों को पूर्ण विकसित होने में भी मदद मिलेगी।

एक बार जब एक जड़ी बूटी फूल खिलना शुरू कर देती है, तो जड़ी बूटियों के खाने योग्य पत्ते छोटे, सख्त और अधिक कड़वे हो जाते हैं। यदि आप लम्बे समय तक जड़ी बूटियों का आनंद लेना चाहते हैं, और अधिक पत्तियों के उत्पादन को प्रोत्साहित करना चाहते हैं, तो जैसे ही फूल बाहर निकलते हैं तो आप उन्हें चुटकी या कैंची से काट सकते हैं।

(और पढ़ें: हार्वेस्टिंग करने के लिए बेस्ट टूल्स…)

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