हरियाली के शौंकीन सभी गार्डनर्स अपने होम गार्डन में लगे हुए पेड़-पौधों की अच्छी तरह देखभाल करते हैं, ताकि उनके गार्डन के गमले में लगे हुए पौधे हमेशा स्वस्थ व हरे-भरे बने रहें, लेकिन उचित जलवायु में सही रखरखाव के बाद भी अगर पौधों की ग्रोथ नहीं बढ़ रही है, तो यह पोषक तत्वों की कमी के कारण हो सकता है, अगर आप अपने गमले में लगे हुए पौधों को जल्दी बड़ा करना चाहते हैं तथा पौधों के लिए सबसे अच्छे उर्वरक की तलाश में हैं तो यह लेख पूरा पढ़ें, जहाँ आप जानेंगे कि, पौधे को जल्दी बड़ा कैसे करें, पौधों को बढ़ाने के लिए किन-किन चीजों की आवश्यकता होती है, पौधों को तेजी से बड़ा करने के लिए सबसे अच्छा उर्वरक कौन सा है? प्लांट ग्रोथ फर्टिलाइजर की जानकारी पाने के लिए आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें।
पौधों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए आवश्यकता – Things Needed For Plants To Grow In Hindi
किसी भी पौधे को बड़ा होने के लिए अलग-अलग जलवायु तथा वातावरण की आवश्यकता होती है, लेकिन अगर बात करें, पौधों को बढ़ाने के लिए आवश्यकताओं की, तो इसमें अनेक कारक शामिल हैं, जो निम्न हैं:
- उचित जलवायु तथा स्थान
- उच्च गुणवत्ता वाली मिट्टी
- सही आकार व उचित जलनिकासी वाला कंटेनर
- अच्छी किस्म के बीज या पौधे
- पर्याप्त मात्रा में पानी
- तापमान व आर्द्रता
- पर्याप्त धूप
- आवश्यक पोषक तत्व (खाद तथा उर्वरक) इत्यादि।
उपर्युक्त सभी कारक पौधों की बुनियादी जरूरतें हैं, जो पौधे को जल्दी बड़ा करने के लिए उपयोगी तथा पौधों की देखभाल में शामिल हैं, लेकिन इस आर्टिकल में हम केवल पौधों को तेजी से बड़ा करने के लिए आवश्यक तथा सबसे अच्छे उर्वरकों के बारे में बात करेंगे, जिनकी मदद से आप अपने पौधों की ग्रोथ बढ़ा सकते हैं। पौधों की तेजी से ग्रोथ बढ़ाने के लिए आवश्यक पोषक तत्व के बारे में जानने के लिए आगे पढ़ें।
पौधों की ग्रोथ के लिए आवश्यक पोषक तत्व – Essential Nutrients For Plant Growth In Hindi
उचित देखभाल होने पर भी अगर किसी पौधे को उसकी जरूरत के अनुसार पोषक तत्वों की पूर्ति नहीं की जाती है, तो वह अपनी पूरी क्षमता से बढ़ नहीं पाता। पोषक तत्वों की कमी के कारण बीज अंकुरित नहीं हो पाता तथा पौधे फलों तथा फूलों को विकसित करने में भी असमर्थ होते हैं। वैसे तो पौधों को स्वस्थ रखने के लिए कई प्रकार के पोषक तत्व महत्वपूर्ण हैं, लेकिन पौधों को तेजी से बड़ा करने के लिए मुख्य रूप से निम्न तीन पोषक तत्व सबसे ज्यादा जरूरी होते हैं:
- नाइट्रोजन (N) – प्रकाश संश्लेषण क्रिया तथा क्लोरोफिल के निर्माण में आवश्यक।
- फास्फोरस (p) – जड़ों को विकसित करने तथा फलों-फूलों के उत्पादन की वृद्धि में सहायक।
- पोटेशियम (K) – रोग प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाने में सहायक।
पौधों की वृद्धि के लिए खाद एवं उर्वरक यहाँ से खरीदें:
पॉटिंग मिट्टी |
|
कोकोपीट |
|
गोबर खाद |
|
वर्मीकम्पोस्ट |
|
बोन मील |
|
रॉक फॉस्फेट |
|
मस्टर्ड केक |
पौधों की ग्रोथ के लिए प्रमुख खाद एवं उर्वरक – Fertilizers To Make Plants Grow Faster In Hindi
- ब्लड मील – Blood Meal
- बोन मील – Bone Meal
- एनिमल मैन्योर – Animal Manure
- फिश इमल्शन – Fish Emulsion
- फिश मील – Fish Meal
- कम्पोस्ट खाद – Compost Khad
- कॉटनसीड मील – Cottonseed Meal
- अल्फाल्फा और सोयाबीन मील – Alfalfa and Soybean Meal
- सीवीड फर्टिलाइजर – Seaweed Fertilizer
- रॉक फॉस्फेट – Rock Phosphate
- शेलफिश फर्टिलाइजर – Shellfish Fertilizer
ब्लड मील – Blood Meal In Hindi
ब्लड मील उर्वरक पशुओं के रक्त से तैयार किया गया एक उर्वरक है, जो पाउडर रूप में आता है। यह मिट्टी में आवश्यक पोषक तत्व नाइट्रोजन (N) की मात्रा में सुधार कर, पौधों को सघन बना सकता है। मिट्टी में घुलनशील ब्लड मील में मौजूद नाइट्रोजन पौधों में जल्दी फूल खिलने को बढ़ावा देती है।
नोट – ब्लड मील का अधिक मात्रा में उपयोग पौधे की जड़ों को जला सकता है, अतः इसका इस्तेमाल उचित मात्रा में करें।
बोन मील – Bone Meal For Plants In Hindi
बोन मील को अस्थि भोजन नाम से भी जाना जाता है, जिसे जानवरों की कुचली हुई हड्डियों से बनाया जाता है। इसमें फास्फोरस और कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है तथा यह कुछ मात्रा में नाइट्रोजन की आपूर्ति भी करता है। बोन मील उर्वरक पौधे की ग्रोथ को तेजी से बढ़ाने में मदद करता है तथा फूलों और फलों के उत्पादन को बढ़ाता है।
(यह भी जानें: पौधों के लिए फायदेमंद होता है मिट्टी में बोन मील का प्रयोग…)
एनिमल मैन्योर – Animal Manure In Hindi
एनिमल मैन्योर अर्थात् पशु खाद विभिन्न प्रकार के पशुओं से प्राप्त हो सकती है, उदहारण के लिए गाय के गोबर से बनी हुई खाद, मिट्टी में नमी धारण क्षमता को बढ़ाती है तथा मिट्टी में वायु परिसंचरण को बनाए रखने में उपयोगी है। गोबर खाद में नाइट्रोजन, फोस्फोरस तथा पोटेशियम के अतिरिक्त अन्य कार्बनिक पदार्थ भी पाए जाते हैं, जो पौधों के विकास के लिए जरूरी होते हैं।
(यह भी जानें: पौधों के लिए गोबर की खाद का इस्तेमाल करने के तरीके और फायदे…)
फिश इमल्शन – Fish Emulsion In Hindi
मछली के सूखे हुए कचरे इत्यादि से फिश इमल्शन उर्वरक बनाया जाता है, इसमें आवश्यक NPK का लगभग 5:2:2 का अनुपात पाया जाता है, यह उर्वरक पानी के साथ आसानी से घुलनशील है जिसका उपयोग आप अपने होम गार्डन में लगे हुए पौधों को जल्दी बड़ा करने के लिए लिक्विड फर्टिलाइजर के रूप में कर सकते हैं।
फिश मील – Fish Meal In Hindi
फिश मील उर्वरक को फिश इमल्शन की तरह ही सूखे मछली के कचरे से बनाया जाता है, लेकिन इसमें फिश इमल्शन की तुलना में नाइट्रोजन तथा फोस्फोरस की मात्रा अधिक पाई जाती है, फिश मील खाद में NPK का 10-12:6:2 का अनुपात पाया जाता है, जो पत्तेदार पौधों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए एक अच्छा उर्वरक है।
(यह भी जानें: गमलों में उगाई जाने वाली हरी पत्तेदार सब्जियां…)
कम्पोस्ट खाद – Compost Manure In Hindi
कम्पोस्ट खाद पोषक तत्वों से भरपूर जैविक खाद है, जिसे मिट्टी की उर्वरता को बढ़ावा देने तथा मिट्टी में कार्बनिक पदार्थों को मिलाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। कम्पोस्ट खाद मिट्टी में पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती है, जो पौधों को विकसित करने तथा ग्रोथ बढ़ाने में सहायक होते हैं।
(यह भी जानें: घर पर कम्पोस्ट खाद और उर्वरक कैसे बनाएं…)
कॉटनसीड मील – Cottonseed Meal In Hindi
कॉटनसीड उर्वरक को बिनौला भोजन नाम से भी जाना जाता है, यह नाइट्रोजन का एक समृद्ध स्रोत है, जिसमें थोड़ी मात्रा में फास्फोरस और पोटेशियम भी उपलब्ध होते हैं, जो पौधों को जल्दी बड़ा करने तथा हरा-भरा रखने में आपकी सहायता करते हैं।
अल्फाल्फा और सोयाबीन मील – Alfalfa and Soybean Meal Fertilizer In Hindi
होम गार्डन में लगे हुए पौधों की वृद्धि के लिए उपयोगी अल्फाल्फा और सोयाबीन मील उर्वरक मिट्टी में लम्बे समय तक पोषक तत्वों को बनाये रखकर आपके पौधों को आवश्यक पोषक तत्व नाइट्रोजन तथा फास्फोरस प्रदान करता है। सोयाबीन मील एक उच्च नाइट्रोजन उर्वरक है, जो आपके पौधों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए उपयोगी है।
सीवीड फर्टिलाइजर – Seaweed Fertilizer For Plant Growth In Hindi
समुद्री शैवालों से तैयार सीवीड फर्टिलाइजर धीरे-धीरे मिट्टी में पोषक तत्व छोड़ता रहता है, जिससे लंबे समय तक पौधे को न्यूट्रिशन मिलता है। सीवीड फर्टिलाइजर में पौधे की वृद्धि के लिए जरूरी उत्प्रेरक हार्मोन होते हैं, जो सूर्य से प्राप्त ऊर्जा का उचित उपयोग करके मजबूत व स्वस्थ पौधा बनाते है।
(यह भी जानें: सीवीड फर्टिलाइजर क्या है? जानिए गार्डनिंग में इसका उपयोग और फायदे…)
रॉक फॉस्फेट – Rock Phosphate In Hindi
रॉक फॉस्फेट चट्टानों और मिट्टी से निकाला गया एक खनिज है, जिसको संशोधित करके पौधों की ग्रोथ को बढ़ाने तथा गार्डनिंग में अन्य उद्देश्यों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है, इसमें सूक्ष्म पोषक तत्वों की उच्च सांद्रता के साथ-साथ 30% से अधिक फॉस्फेट पाया जाता है। रॉक फॉस्फेट का उपयोग मिट्टी की अम्लता बढ़ाने और पौधों के अंकुर विकास को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है।
(यह भी जानें: गार्डनिंग में रॉक फॉस्फेट उर्वरक के उपयोग व फायदे…)
शेलफिश फर्टिलाइजर – Shellfish Fertilizer In Hindi
शेलफिश फर्टिलाइजर समुद्र में पाए जाने वाले शंख इत्यादि से बनाया जाता है। यह एक बेस्ट प्लांट ग्रोथ जैविक उर्वरक है जो कैल्शियम से भरपूर है तथा इसमें फास्फोरस और अन्य ट्रेस खनिज तत्व भी पाए जाते हैं। शेलफिश फर्टिलाइजर पौधे में फूलने और मजबूत जड़ विकास में मदद कर सकता है, जिसके कारण आपके गार्डन के पौधे स्वस्थ तथा तेजी से बढ़ते हैं।
अगर आपके होम गार्डन में लगे हुए पौधे बढ़ नहीं रहे हैं या पौधे स्वस्थ हैं, लेकिन वे धीमी गति से बढ़ रहे हैं, तो आप उपर्युक्त बताए गये प्रमुख खाद व उर्वरकों का उपयोग कर अपने पौधों की ग्रोथ तेजी से बढ़ा सकते हैं। गार्डनिंग से जुड़े और भी उपयोगी लेख पढ़ने के लिए Organicbazar.net पेज पर जाएं। इस आर्टिकल से सम्बंधित आपके जो भी सवाल या सुझाव हैं, हमें कमेंट में जरूर बताएं। यह लेख आपको कैसा लगा, कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं।