पौधों में कैल्शियम की कमी के लक्षण और दूर करने के उपाय – Calcium Deficiency in Plants in Hindi

जिस तरह इंसान की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम की जरूरत होती है, उसी तरह पौधों की अच्छी सेहत के लिए भी कैल्शियम बेहद जरूरी होता है। अगर पौधों में कैल्शियम की कमी होती है तो इसका असर पौधों की पत्तियों से लेकर जड़ों तक दिखाई देने लगता है। अगर समय रहते पौधों में कैल्शियम की कमी को पूरा न किया जाए, तो इससे पौधे की ग्रोथ रुक सकती है और वह मुरझाने लगते हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि पौधे में कैल्शियम की कमी का पता कैसे लगाएं, पौधों में कैल्शियम की कमी के लक्षण क्या हैं और पौधों में कैल्शियम की कमी दूर करने के उपाय क्या हैं? तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

अगर आपके गार्डन में गमलों में लगे पौधे भी मुरझा रहे हैं या उनकी ग्रोथ रुक गई है और उनकी पत्तियां पीली पड़ने लगी हैं तो हो सकता है कि पौधों में कैल्शियम या अन्य पोषक तत्व की कमी हो गई हो, तो आपको पौधों में कैल्शियम की कमी के लक्षण को समझकर उन्हें दूर करने की जरूरत होती है। आइये जानते हैं पौधों में कैल्शियम की कमी को पहचानने और इसे दूर करने के तरीकों के बारे में।

कैल्शियम पौधों के लिए क्यों जरूरी – Why is Calcium Important for plants in Hindi

पौधों के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी होता है, यह पानी में पाये जाने वाले आवश्यक पोषक तत्वों को पौधे की जड़ों से अवशोषित करने में मदद करता है। इसके अलावा कैल्शियम पौधे में प्लांट सेल को बनाए रखने और फल बनाने के लिए जरूरी होता है।

(और पढ़ें: पौधों में पोषक तत्वों (प्लांट न्यूट्रिएंट्स) के कार्य और कमी के लक्षण…)

पौधों में कैल्शियम की कमी के लक्षण – Symptoms of Calcium Deficiency in plants in Hindi

पौधों में कैल्शियम की कमी के लक्षण - Symptoms of Calcium Deficiency in plants in Hindi

मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरे पौधे को कैल्शियम की जरूरत है? यह जानने के लिए आपको पौधे में कैल्शियम की कमी लक्षणों को पहचानना होगा जो इस तरह के देखने को मिल सकते हैं, जो निम्न प्रकार हैं:

  • कैल्शियम की कमी के लक्षण सबसे पहले नई पत्तियों में नजर आने लगते हैं। इसकी कमी से पौधों का विकास रुक जाता है।
  • पौधे में कैल्शियम की कमी के कारन पौधे मुरझाए हुए दिखाई देते हैं।
  • इस पोषक तत्व की कमी के कारण पौधे की पत्तियों के किनारों पर ब्राउन रंग के धब्बे दिखाई देने लगते हैं तथा पत्तियां गलने लगती हैं।
  • कैल्शियम एक ऐसा पोषक तत्व है जिसकी कमी से पौधों की टहनियों का विकास नहीं हो पाता है। बता दें कि, पुरानी पत्तियों पर कैल्शियम की कमी का कोई खास असर दिखाई नहीं देता।
  • पौधे में कैल्शियम की कमी के कारण पौधे की जड़ें अच्छी तरह से विकास नहीं कर पाती और पौधा मुरझाने लगता है या उसका विकास रूक जाता है।
  • अगर कैल्शियम की बहुत ज्यादा कमी हो जाती है तो इसके कारण पौधे के फूल भी सूख सकते हैं। और टमाटर जैसे सब्जियों में उनके फल नीचे से गलने लगते हैं, जिसे ब्लॉसम एंड रोट रोग के नाम से जाना जाता है।

(और पढ़ें: पौधों में पोटाश या पोटेशियम की कमी के लक्षण और उपाय…)

पौधों में कैल्शियम की कमी के कारण Calcium Deficiency Causes in Plants in Hindi

पौधे में कैल्शियम की कमी के कई कारण हो सकते हैं। कई बार तो मिट्टी में इसकी कमी होने के कारण पौधों में इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं। मिट्टी का पीएच मान भी काफी हद तक कैल्शियम की उपलब्धता को प्रभावित करता है। यदि गमले या ग्रो बैग की मिट्टी का पीएच मान 6.0 से कम है, तो पौधों को कैल्शियम पोषक तत्व लेने में दिक्कत हो सकती है। इसके अलावा हवा में ज्यादा नमी या मिट्टी ज्यादा गीली होने के कारण पौधे के ऊतकों तक पानी अच्छी तरह से नहीं पहुंच पाता, इसकी वजह से भी पौधों में कैल्शियम की कमी हो जाती है।

पौधे में कैल्शियम की कमी दूर करने के उपाय – How to Prevent Calcium Deficiency in Plants in Hindi

यदि आपके पौधों में कैल्शियम (Calcium) की कमी है और आप इसे दूर करना चाहते हैं तो इसके लिए आप नीचे दी गई खाद व पोषक को मिट्टी में मिला सकते हैं, जैसे:

जिप्सम – Gypsum for plants in Hindi

जिप्सम - Gypsum for plants in Hindi

जिप्सम को कैल्शियम सल्फेट (Calcium Sulphate) के रूप में भी जाना जाता है। जिप्सम एक ऐसा खनिज है जो प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। इसमें कैल्शियम और सल्फर भरपूर मात्रा में होता है। कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए आप जिप्सम को पौधे की मिट्टी में मिला सकते हैं।

बोन मील – Bone Meal for plants in Hindi

बोन मील हड्डियों से बना एक अच्छा पाउडर है, जो पौधों में 15-20% तक कैल्शियम की कमी को पूरा करता है।

(और पढ़ें: पौधों के लिए फायदेमंद होता है मिट्टी में बोन मील का प्रयोग…)

पत्थरों का चूरा – Stone powder for Calcium Deficiency Plant in Hindi

मिट्टी में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए आप पत्थरों का चूरा (स्टोन पाउडर) का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। पत्थरों का चूरा (Stone powder) को बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन साइट या स्टोन वर्क करने वाली दुकानों से प्राप्त कर सकते हैं।

अंडे के छिलके – Egg shells for plants in Hindi

अंडे के छिलके - Egg shells for plants in Hindi

पौधे में कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए अंडे के छिलकों का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। इसके लिए आप अंडे के छिलकों को अच्छी तरह से कुचल लें और इसमें थोड़ा सिरका डाल कर इसे मिट्टी में डालें।

(और पढ़ें:  फेंकेंगे अंडों के छिलके से खाद किस बनाएं जानें गार्डनिंग में इसके फायदे…)

बुझा हुआ चूना – Calcium Hydroxide in Hindi

बुझा हुआ चूना - Calcium Hydroxide for gardening plants in Hindi

पौधे में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए आप बुझे हुए चूने के पानी का स्प्रे कर सकते हैं। इसके लिए आप बुझे हुए 1 किलो चूने को 10 लीटर पानी में मिला लें और इसको रात भर रखा रहने दें। फिर इसमें से 1 लीटर लिक्विड को 15 लीटर पानी में मिला लें और इसका स्प्रे पौधों पर करें।

डोलोमाइट – Dolomite in Hindi

डोलोमाइट पौधों के लिए एक बहुत अच्छा पोषक तत्व होता है और मिट्टी के pH को बढ़ाने में भी मदद करता है। अगर मिट्टी का PH 5.5 से कम है तो आप डोलोमाइट का इस्तेमाल कर सकते हैं।

ऊपर बताये गए तरीका को अपनाकर आप पौधों में कैल्शियम की कमी (Calcium Deficiency in Plants) को दूर कर सकते हैं.

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