आमतौर पर स्वस्थ पौधे की शुरुआत एक छोटे बीज से होती है, इसलिए सीडलिंग को ध्यानपूर्वक तैयार किया जाता है। हालाँकि गार्डनिंग में रुचि रखने वाले लोगों को यह बात पता होती है, कि स्वस्थ सीडलिंग से लगाया गया पौधा तेजी से वृद्धि करता है, लेकिन इसके बाद भी कुछ बिगिनर्स बीज को ट्रे में न लगाकर उन्हें बाहर, तेज धूप में या सीधे जमीन पर बोने की गलती करते हैं, जिस वजह से कुछ बीज अंकुरित नहीं होते या फिर अंकुरित हुए छोटे-नन्हें पौधे खराब हो जाते हैं। इस परेशानी से बचने के लिए बीजों को सीडलिंग ट्रे में लगाना फायदेमंद होता है, ट्रे में लगाए गए बीज न सिर्फ तेजी से जर्मिनेट होते हैं, बल्कि सीडलिंग भी स्वस्थ होती है। हालाँकि इसके अलावा सीडलिंग ट्रे में बीज लगाने के और भी कई सारे फायदे/लाभ हैं, जिनके बारे में हम इस लेख में चर्चा करेंगे।
बीज ट्रे या सीडलिंग ट्रे क्या होती है, इस ट्रे में बीज बोने के लाभ या इसका उपयोग करने के फायदे (Benefits Of Seedling Tray In Hindi), जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
सीडलिंग ट्रे क्या है – What Is A Seedling Tray In Hindi
सीडलिंग ट्रे में बीज बोने के लाभ या फायदों को जानने से पहले हम आपको सीडलिंग ट्रे क्या होती है? इसकी जानकारी देंगे। सीडलिंग ट्रे, जिसे सीड ट्रे, नर्सरी ट्रे या बीज ट्रे के नाम से भी जाना जाता है। यह एक उथला कंटेनर है, जिसमें कई छोटे-छोटे खंड या सेल होते हैं, इन सेल्स में सीड स्टार्टिंग मिक्स या पॉटिंग मिक्स भरकर बीजों को लगाया जाता है, जिससे वह उच्च पोषक तत्व और अपनी अनुकूल कंडीशन में जर्मिनेट होते हैं। सीडलिंग ट्रे विभिन्न सामग्रियों जैसे कि प्लास्टिक, बायोडिग्रेडेबल फाइबर,पीट या कोको कॉयर आदि की आती हैं।
(यह भी जानें: कोकोपीट कॉइंस का उपयोग कर कैसे करें बीज अंकुरित…)
आइये अब जानते हैं- सीडलिंग ट्रे के उपयोग के फायदे के बारे में।
सीडलिंग ट्रे में बीज लगाने के फायदे – Advantages/Benefits Of Planting Seeds In Seedling Trays In Hindi
अगर आप एक बिगिनर है और बीज लगाने के लिए पहली बार सीडलिंग ट्रे का उपयोग करने जा रहे हैं, तो हम आपको बता दें, सीड ट्रे बीज अंकुरण के लिए एक इष्टतम वातावरण प्रदान करती है, जिससे वह तेजी से जर्मिनेट होते हैं। इसके अलावा सीडलिंग ट्रे के कुछ फायदे आगे लेख में बताए गए हैं, जो कि इस प्रकार हैं:-
बीजों के लिए अनुकूल वातावरण – Favorable Condition For Germination Seeds In Seedling Tray In Hind
आमतौर पर बीजों को जर्मिनेट होने के लिए उचित तापमान, आर्द्रता और लाइट जैसी आवश्यक परिस्थितियों की जरूरत होती है। अतः इस छोटी ट्रे में बीज लगाकर हम उसे आसानी से घर से अंदर और बाहर रख कर बीजों को अंकुरित होने के लिए अनुकूल स्थितियां प्रदान कर सकते हैं।
(यह भी जानें: सीडलिंग हार्डनिंग अपनाएं ट्रांसप्लांट पौधों को खराब होने से बचाएं…)
ग्रोइंग सीजन से पहले बीज उगाना आसान – Planting Seeds Before The Plant’s Growing Season In Seedling Tray In Hindi
सीडलिंग ट्रे का उपयोग करके पौधों के ग्रोइंग सीजन से कुछ समय पहले बीजों को घर के अंदर लगाकर पौध तैयार कर सकते हैं, जिससे कि ग्रोइंग सीजन की शुरुआत में ही हम पौधे को बाहर ट्रांसप्लांट कर सकते हैं। इससे छोटे पौधे एक मजबूत जड़ प्रणाली विकसित कर लेते हैं और जब हम उन्हें गमले या ग्रो बैग में लगाते हैं, तब वह अच्छी वृद्धि करते हैं।
छोटे से स्थान पर बहुत से बीज लगाना संभव – Possible To Plant Many Seeds In A Small Space With Seedling Tray In Hindi
सीडलिंग ट्रे में कई सारे छोटे-छोटे सेल्स होते हैं, जिससे आप एक छोटे से स्थान पर बहुत से बीज लगाकर पौधे तैयार कर सकते हैं। सीडलिंग ट्रे का उपयोग करना बालकनी गार्डनिंग, टेरेस गार्डनिंग और किचन गार्डनिंग करने वाले लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है। आप एक ही सीडलिंग ट्रे में अलग अलग पौधों के बीज लगाकर उन्हें उगा सकते हैं।
कीटों और रोगों से सुरक्षा – Protection Of Plants From Pests And Diseases In Seedling Tray In Hindi
सीडलिंग ट्रे प्रतिकूल मौसम की स्थिति में कीटों और बीमारियों से बीजों की सुरक्षा करती है, इसके अलावा सीडलिंग (छोटे पौधों) को तेज हवाओं, भारी बारिश और अत्यधिक तापमान के प्रभाव से भी बचाया जा सकता है।
बीज ट्रे में पौधे अलग-अलग सेल्स में लगे होते हैं, जिसके कारण बीमारियों या रोगों के संक्रमण की संभावना कम हो जाती है।
(यह भी जानें: गमले के पौधों को कीट से बचाने के तरीके…)
समान मात्रा में पानी और पोषक तत्वों की आपूर्ति – Equal Supply Of Water And Nutrients Of Seedling In Hindi
सीडलिंग ट्रे के प्रत्येक सेल में जल निकासी के लिए छिद्र होते हैं, जिससे अतिरिक्त पानी बाहर निकल जाता है, इससे अंकुरों में ओवरवाटरिंग या रूट रॉट का खतरा कम होता है। इसके अलावा, सीडलिंग ट्रे के प्रत्येक सेल में पोषक तत्वों से भरपूर सीड स्टार्टर मिक्स भरा होता है, जिससे सभी पौधों को समान रूप से पोषक तत्व प्राप्त होते हैं।
पौधे की ट्रांसप्लांटिंग में आसानी – Easy To Transplant A Plant Grown In A Seedling Tray In Hindi
गार्डन में पौधों की ट्रांसप्लांटिंग एक नाजुक प्रक्रिया होती है। यदि आपने बीजों से पौध सीडलिंग ट्रे में तैयार की है, तो ट्रे में प्रत्येक पौधे की जड़ें अलग मिट्टी में लगी होती हैं और जब उनको ट्रांसप्लांट करने का समय आता है, तो जड़ों को बिना नुकसान पहुंचाए पौधों को आसानी से हटाया जा सकता है और मिट्टी समेत ट्रांसप्लांट किया जा सकता है। इससे ट्रांसप्लांटिंग शॉक को कम किया जा सकता है।
(यह भी जानें: ट्रांसप्लांट मेथड से पौधे उगाने के लिए ग्रोइंग चार्ट….)
अक्सर पूंछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर – FAQ And Their Answer In Hindi
प्रश्न:- सीडलिंग ट्रे में किस प्रकार के बीज लगाए जाते हैं?
उत्तर:- सीडलिंग ट्रे में फूलों, सब्जियों, हर्ब्स और यहां तक कि कुछ छोटे बीज वाले फलों के बीजों को भी लगाया जा सकता है।
प्रश्न: क्या सीडलिंग ट्रे का दोबारा उपयोग किया जा सकता है?
उत्तर:- जी हाँ, अधिकांश सीडलिंग ट्रे रीयूजेबल होती हैं, लेकिन दोबारा उपयोग से पहले ट्रे को अच्छी तरह धोना और कीटाणुरहित जरूरी करें।
प्रश्न: सीडलिंग ट्रे में कौन सा ग्रोइंग मीडियम भरा जाता है?
उत्तर:- बीज ट्रे में उच्च गुणवत्ता वाले सीड स्टार्टिंग मिक्स का प्रयोग किया जाता है। आप इसे गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट, पर्लाइट, वर्मीक्यूलाइट, मस्टर्ड केक, नीम केक मिलाकर भी तैयार कर सकते हैं या फिर ऑनलाइन सीड स्टार्टर मिक्स भी खरेद सकते हैं।
(यह भी जानें: प्लांट रिपॉटिंग के दौरान न करें यह गलतियाँ, मर सकता है पौधा…)
इस लेख में आपने जाना सीडलिंग ट्रे क्या होती है? इस ट्रे में बीज लगाने या बोने के फायदे/लाभ क्या हैं। उम्मीद है सीडलिंग ट्रे का उपयोग करने के फायदे (Benefits Of Seedling Tray In Hindi) से जुड़ा यह लेख आपको पसंद आया हो, इस लेख के संबंध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।