बीज अंकुरण को प्रभावित करने वाले कारक – Factors Affecting Seed Germination In Hindi

हमारे द्वारा होम गार्डन की मिट्टी में बीज लगाए जाने पर उसे सफलतापूर्वक अंकुरित (Germinate) होने के लिए आवश्यक परिस्थितियों की जरूरत होती है, अन्यथा बीज उगने में असमर्थ रहता है। वातावरण अंकुरण प्रक्रिया के विपरीत होने पर बीज अंकुरित नहीं हो पाते और अगर बीज उगने लगते हैं तो वह पौधे तैयार होने से पहले ही मर जाते हैं, इसीलिए पौधे लगाने के लिए सबसे आवश्यक व प्राथमिक चरण बीज अंकुरण की प्रक्रिया है, जो पौधे के स्वस्थ विकास को निर्धारित करता है। बीज से पौधा बनने की प्रक्रिया में बीज लगाते समय अनुकूल वातावरण की आवश्यकता होती है, गमले में बीज लगाने के बाद बीजों के अंकुरण के लिए आवश्यक परिस्थितियां और अंकुरण को प्रभावित करने वाले कारक कौन-कौन से हैं, जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

बीजों के अंकुरण को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक – Major Factors Affecting Seed Germination Process In Hindi

बीजों के अंकुरण को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक - Major Factors Affecting Seed Germination Process In Hindi

गार्डन या गमले की मिट्टी में अच्छी तरह बीज से पौधा बनने के लिए विभिन्न परिस्थितियों जैसे उचित मात्रा में पानी, ऑक्सीजन, तापमान और प्रकाश इत्यादि की आवश्यकता होती है। जब इन स्थितियों को पूरा किया जाता है तब बीज का कोट खुल जाता है और बीज से एक रूट या रेडिकल (root or radical) उभरता है, जिससे बीज अंकुरित होते हैं पौधे के विकास का यह प्रारंभिक चरण अंकुरण या जर्मिनेशन (germination) कहलाता है। अंकुरण के लिए विपरीत वातावरण और आवश्यक परिस्थितियों के अभाव में बीज अच्छी तरह नहीं उग पाते। आइये जानते हैं, बीज अंकुरण प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले कारकों के बारे में :

  1. पर्यावरणीय कारण या बाह्य कारण
  2. आंतरिक कारण

(और पढ़ें: सब्जियों के बीजों को अंकुरित करने की सम्पूर्ण जानकारी….)

पर्यावरणीय कारक या बाह्य कारक – Environmental Or External Factors Affecting Seed Germination In Hindi

पर्यावरणीय कारण अर्थात् वे परिस्थितियाँ जिनको नियंत्रित करना हमारे वश में नहीं होता, लेकिन कुछ तरीकों को अपनाकर हम इनके प्रभावों को कम कर सकते हैं। बीज की अंकुरण दर को प्रभावित करने वाले कुछ प्रमुख पर्यावरणीय कारण निम्न हैं:

  • वातावरणीय तापमान – Temperature
  • आर्द्रता या नमी – Humidity
  • वायु – Wind
  • प्रकाश – Light
  • माध्यम जैसे मिट्टी – Medium

वातावरणीय तापमान – Germination Affected By Temperature In Hindi

अंकुरण की प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों में से एक है, तापमान। अधिकतर बीजों को अंकुरित होने के लिए 18℃-30℃ के मध्यम तापमान की आवश्यकता होती है, लेकिन कुछ ऐसे बीज भी हैं जिन्हें विशेष रूप से 5℃-40℃ के बीच कम या उच्च तापमान की आवश्यकता होती है। बीज अंकुरण के लिए आदर्श तापमान न मिलने पर बीज नष्ट हो सकते हैं या बीज अंकुरण प्रक्रिया धीमी हो सकती है।

नोट – कम या अधिक तापमान अंकुरण की गति को निर्धारित करता है, अगर आपके आस-पास का वातावरण और मिट्टी का तापमान अधिक होगा तो बीज अंकुरण तेजी से होगा अन्यथा बीज अंकुरित होने में अधिक समय लग सकता है।

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आर्द्रता या नमी – Germination Affected By Moisture In Hindi

बीज के अंकुरण के लिए नमी एक प्राथमिक व महत्वपूर्ण कारक है, क्योंकि यह बीज अंकुरण की शुरूआत होने के लिए रासायनिक क्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मिट्टी में कम या अधिक नमी का होना बीज के अंकुरण में बाधा खड़ी कर सकता है क्योंकि मिट्टी या ग्रोइंग मीडियम में नमी की कमी के कारण बीज रासायनिक क्रियाएं शुरू नहीं कर पाएगा, इसके विपरीत अत्याधिक नमीं से बीजों के सड़ने की सम्भावना होती है। बीज अंकुरण प्रक्रिया में उचित नमी (पानी) का होना निम्न कार्यों के लिए आवश्यक है, जैसे:

  • नमी शुरूआती गतिविधियों के लिए आवश्यक हाइड्रेशन प्रदान करने में मदद करती है
  • बीज को ऑक्सीजन प्रदान करती है
  • सीड कोट को नरम बनाती है
  • बीज पारगम्यता को बढ़ाती है
  • बीज कोट को खुलने में मदद करती है
  • अघुलनशील भोजन को घुलनशील रूप में परिवर्तित करती है

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वायु – Wind Affect The Growth Of Plants In Hindi

आपने अक्सर सुना होगा कि बीजों को उचित और निर्धारित गहराई पर लगाया जाना चाहिए, क्योंकि अधिक गहराई पर लगे हुए बीज मिट्टी से ऑक्सीजन (हवा) नहीं ले पाते, फलस्वरूप बीज अंकुरित होने में असफल हो जाते हैं। अतः अच्छे अंकुरण के लिए बीजों को उचित गहराई पर लगाया जाना चाहिए तथा मिट्टी या पॉटिंग मिक्स को पोरस (वातित) तथा ऊचित जल निकासी युक्त होना चाहिए, जिससे बीजों को पर्याप्त ऑक्सीजन मिल सके।

नोट – अंकुरित बीज मिट्टी में निहित हवा से ऑक्सीजन प्राप्त करते हैं।

प्रकाश – Germination Affected By Sunlight In Hindi

अधिकतर बीजों को अँधेरे स्थान पर या इनडोर अंकुरित करने की सलाह दी जाती है, लेकिन कुछ बीज ऐसे होते हैं जो आंशिक धूप में उगना (अंकुरित होना) पसंद करते हैं, इसीलिए अंकुरण के समय अपने बीज की अंकुरण आवश्यकताओं के अनुसार उसे पर्याप्त सूर्यप्रकाश देना सुनिश्चित करें, प्रकाश की आवश्यकताएं पूरी न होने पर बीज सही से अंकुरित नहीं हो पाते हैं।

ग्रोइंग माध्यम – Germination Affected By Growing Medium In Hindi

बीज अंकुरण की प्रक्रिया में हवा, पानी इत्यादि के अलावा एक और महत्वपूर्ण कारक है माध्यम, जिसमें हम अपने बीज को लगाते हैं। जैसे कई बीजों को मिट्टी के अलावा कोकोपीट, रेत, कोको कॉइन इत्यादि में अंकुरित किया जाता है। बीज अंकुरण के लिए अच्छी जलधारण क्षमता वाली जैविक खाद युक्त मिट्टी का उपयोग करना चाहिए, ताकि सीडलिंग को बढ़ने के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त हो सकें।

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आंतरिक कारक – Internal Factors Affecting Seed Germination In Hindi

उपर्युक्त बताए हुए पर्यावरणीय या बाह्य कारणों के अतिरिक्त बीज की क्वालिटी (किस्म) भी बीज अंकुरण की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है, जैसे:

  • बीज परिपक्वता (seed maturity)
  • बीज जीवंतता (seed viability)
  • सीड निष्क्रियता या बीज प्रसुप्ति (seed dormancy)

बीज परिपक्वता – Seed Maturity Affects Germination In Hindi

बीज परिपक्वता - Seed Maturity Affects Germination In Hindi

अंकुरण के लिए सबसे जरूरी है, बीज की परिपक्वता। अगर आपके द्वारा लगाया गया बीज परिपक्व नहीं होगा तो उससे अंकुरण की आशा नहीं की जा सकती, इसीलिए बीज लगाते समय अच्छी गुणवत्ता वाले मिच्योर बीज का चुनाव करें, ताकि आपको जल्द ही नये अंकुर (युवा पौधे) की प्राप्ति हो सके।

सीड वाइटैलिटी (बीज जीवंतता) – Seed Vitality Is Essential For Germination In Hindi

किसी भी प्रकार के बीज को अंकुरित होने के लिए उसका जीवित होना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है, कभी-कभी बीज को सही तरीके से स्टोर (Store) न किये जाने के कारण या बीज की भौतिक क्षति और टूटने-फूटने के कारण बीज मृत हो जाता है, ऐसे बीजों को लगाने के बाद कितनी ही अनुकूल परिस्थितियां उपलब्ध करा दी जाएं, बीज अंकुरित नहीं होगा।

बीज प्रसुप्ति या निष्क्रियता – Do Not Plant Dormant Seeds For Germination In Hindi

बीज प्रसुप्ति या निष्क्रियता - Do Not Plant Dormant Seeds For Germination In Hindi

बीज अंकुरण के दौरान बीज की प्रसुप्ति या निष्क्रियता वह स्थिति है जब अंकुरण के लिए बीज को चाहे कितना ही अनुकूल वातावरण क्यों न दे दिया जाए, बीज अंकुरित (Germinate) नहीं होगा। बीजों में प्रसुप्ति (Dormancy), बीज की अपरिपक्वता या कठोर आवरण के कारण हो सकती है, इसके अलावा वृद्धि निरोधकों (growth inhibitors) की उपस्थिति भी इसका प्रमुख कारण हो सकता है।

(और पढ़ें: सीडलिंग से उगाए जाने वाले पौधे….)

नोट – एक हेल्दी गार्डनिंग तथा पौधे के अच्छे विकास के लिए सबसे जरूरी है अच्छी किस्म तथा उच्च गुणवत्ता वाले बीजों का चयन करना, इसीलिए बीज लगाते समय अच्छी क्वालिटी के सही बीज का चुनाव करें।

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इस आर्टिकल में आपने जाना कि बीज अंकुरण प्रक्रिया क्या है तथा होम गार्डन में या इनडोर प्लांटिंग के लिए सीडलिंग तैयार करते समय कौन-कौन से कारक आपके बीज अंकुरण की प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं, अच्छी सीडलिंग तैयार करने के लिए उपर्युक्त परिस्थितियों का अनुकूल होना आवश्यक है, वातावरण व अनुकूल परिथितियाँ होने पर आप सफलतापूर्वक बीज अंकुरित कर सकते हैं। 

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