कोकोपीट कॉइंस का उपयोग कर कैसे करें बीज अंकुरित – Coco Peat Coin, Use To Germinate Seeds in Hindi

कई बार बीज को गार्डन की मिट्टी में लगाने के बाद वह अंकुरित नहीं होता है या फिर अंकुरण नष्ट हो जाता है। इसी समस्या से छुटकारा पाने के लिए तथा बीज अंकुरण दर को बढ़ावा देने के लिए गार्डनिंग में कोकोपीट कॉइंस का उपयोग किया जाता है। कोकोपीट कोइन में बीज बहुत ही आसानी से अंकुरित हो जाता है और बीज खराब भी नहीं होता है। यदि आप भी होम गार्डन में पौधे लगाने के लिए बीज अंकुरित कर पौधे तैयार करना चाहते हैं तथा जानना चाहते हैं कि कोकोपीट कॉइंस या कोको कॉयर कॉइन क्या हैं? कोकोपीट कॉइन में बीज कैसे लगाएं? तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें, जहाँ पर आप कोकोपीट कॉइन के फायदे क्या हैं तथा बीज उगाने के लिए कोकोपीट कॉइंस के उपयोग कैसे करें? से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी के बारे में जानेगें।

कोकोपीट कॉइन क्या है – What is Coco Peat Coin in Hindi

कोकोपीट कॉइन क्या है - What is Coco Peat Coin in Hindi

कोको पीट कॉइंस या कोकोपीट डिस्क को विशेष रूप से सीडलिंग ट्रे में या किसी अन्य ग्रोइंग ट्रे में बीज बोने तथा उन्हें अंकुरित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसे नारियल के फाइबर या भूसी को कंप्रेस्ड करके बनाया जाता है। कोको पीट कॉइंस बायो-डिग्रेडेबल एवं छिद्रपूर्ण (porous) होते हैं जिसके कारण इनका उपयोग बीजों को सफलतापूर्वक अंकुरित करने के लिए किया जाता है। कोको कॉयर कॉइन की कुछ खास बातें निम्न हैं:

  • पानी में डालने पर कोकोपीट कॉइन पानी सोखकर अपने आकार से 4 गुना बड़े हो जाते हैं।
  • कोकोपीट कॉइंस एक सफ़ेद रंग की बायो-डिग्रेडेबल लेयर से कवर होते हैं। यह सफ़ेद लेयर कोकोपीट को बांधे रखती है इसलिए बीज बोते समय इसे हटाना नहीं चाहिए।
  • सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कोको पीट डिस्क या सिक्कों में अंकुरित किये गए पौधों को आप बेहद आसानी से प्रत्यारोपित कर सकते हैं वो भी पौधे की जड़ को नुकसान पहुंचाए बिना। क्योंकि अंकुरित पौधे को सीधे बड़े गमले की मिट्टी में रोपित कर दिया जाता है बिना सफ़ेद लेयर हटाये।

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सीडलिंग ट्रे
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कोकोपीट कॉइन के फायदे – Coco Peat Coins Benefits for Seed Germination in Hindi

कोकोपीट कॉइन में बीज अंकुरित करना तथा बीज अंकुरित होने के बाद पौधे की जड़ों को बगैर कोई नुकसान पहुंचाए, मिट्टी में रोपित करना बहुत आसान है।

  • कोको पीट कॉइन को पानी में डालने पर यह कुछ ही समय में कई गुना तक फैल जाती है, जिससे यह तुरंत बीज लगाने के लिए तैयार हो जाता है। इसके आलावा इसमें बीज अंकुरण के दौरान जड़ें अच्छे से विकसित हो पाती हैं।
  • इसका उपयोग हाइड्रोपोनिक्स में किया जाता है अर्थात इसमें बीज अंकुरित करने के लिए मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती, केवल पानी की मदद से कोकोपीट कॉइन में बीज अंकुरित हो जाता है।
  • ये इको फ्रेंडली होते हैं क्योंकि कोकोपीट कॉइंस एवं उसकी सफ़ेद कवरिंग लेयर दोनों मिट्टी में आसानी से मिल जाते हैं और मिट्टी तथा पौधे को कोई नुकसान नही पहुंचाते।
  • कोकोपीट कॉइन लम्बे समय तक पानी स्टोर करके रखता है, जिससे पौधे सूखते नहीं है।
  • कोकोपीट कॉइन्स छिद्रयुक्त (Porous) होते हैं जिस कारण इनमें बीज अंकुरित करने से कोकोपीट कॉइन्स में ओवरवाटरिंग की समस्या नहीं हो पाती, और बीज अच्छे से जर्मीनेट हो पाता है।
  • ये कॉइन्स छिद्रयुक्त फाइबर सामग्री से बने होते हैं जिस कारण इनमें पौधे की जड़ें रेशेदार व सीधी सीधी विकसित होती हैं जबकि मिट्टी में बीज अंकुरित करने से पौधे की जड़ों के एक दूसरे में उलझने की संभावना अधिक होती है।
  • कोको कॉयर कॉइन एंटी फंगल होता है, अर्थात हानिकारक कीट और फंगस इससे दूर ही रहते हैं।

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कोकोपीट कॉइन कहाँ से खरीदें – Where To Buy Coco Peat Coin in Hindi

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बीज उगाने के लिए कोकोपीट कॉइंस का उपयोग कैसे करें – How to Use Coco Peat Coin In Seed germination in Hindi

बीज उगाने के लिए कोकोपीट कॉइंस का उपयोग कैसे करें - How to Use Coco Peat Coin In Seed germination in Hindi

  • सर्वप्रथम कोकोपीट कॉइन को बाजार या ऑनलाइन साईट से खरीदें।
  • सीडलिंग ट्रे या कोई अन्य ग्रोइंग ट्रे लेकर उसमें कोकोपीट कोइन्स को सफ़ेद लेयर हटाए बिना रखें।
  • अब सीडलिंग ट्रे में रखे कोकोपीट कॉइन को नम बनाने के लिए वाटर केन से तब तक पानी डालें, जब तक वे फूल कर आकार में बड़े नहीं हो जाते। पानी डालने के बाद कोकोपीट कॉइन का आकार लगभग चार गुना बढ़ जाता है।
  • कोकोपीट कॉइन का आकार बढ़ने के बाद उसमे बीज को डालने के लिए बिलकुल सेण्टर में पतली लकड़ी या छोटे स्क्रू ड्राईवर से होल बनाएं एवं उस छिद्र में बीज को उचित गहराई (0.5 inch) में लगाएं और बीज को उसी कोकोपीट से कवर कर देते हैं।
  • बीज लगाने के बाद कोकोपीट कॉइन्स में थोडा पानी डालते हैं। इसके बाद नियमित रूप से कॉइन को चेक करते रहते हैं ताकि पानी की कमी न हो पाए।
  • बीज अंकुरण की प्रोसेस के दौरान ज्यादा धूप की आवश्यकता नहीं होती है, अतः आप कोकोपीट कॉइन को किसी प्रकाशित खिड़की या अन्य स्थान पर रख सकते हैं।
  • 2 सप्ताह में कोकोपीट में बोया गया बीज जर्मीनेट हो जाता है। अब इस कोकोपीट कॉइन के अंकुरित पौधे को कॉइन सहित गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में रोपित कर सकते हैं।
  • गमले या गार्डन की मिट्टी में अंकुरित पौधे को प्रत्यारोपित करने के बाद पौधे पर पानी डालें एवं पौधे को ऐसी जगह पर रखें जहाँ सूर्य की पर्याप्त रोशनी मिल सके।

कोकोपीट कॉइन में लगे बीज की देखभाल – Care of seedlings in coco peat coin in Hindi

कोकोपीट कॉइन्स में बीज लगाने के बाद उसकी देखभाल बहुत जरूरी है वरना बीज समय पर अंकुरित नहीं हो पायेगा। इसलिए हमें कोको कॉइन में बीज लगाने के बाद कुछ देखभाल संबंधी बातों को ध्यान में रखना चाहिए:

  • सीडलिंग ट्रे को कवर करें – सीडलिंग ट्रे को पतली पॉलिथीन से ढक दें ताकि कोई कीट आदि उसे नुकसान न पहुंचा सके।
  • पानी – कोकोपीट कॉइन में बीज लगाने से पहले आकार को बड़ा करने के लिए गर्म पानी (वार्म वाटर) का भी उपयोग कर सकते हैं जिससे वह जल्दी फूल जाता है। बीज लगाने के बाद कोको कोइन्स में नमी बनाए रखें।
  • सूरज की रोशनी – कोकोपीट कॉइन को कम रोशनी एवं थोड़ी गर्म जगह पर रखें, क्योंकि इसको बीज अंकुरण के दौरान ज्यादा धूप की जरूरत नहीं होती है।
  • फर्टिलाइजर कोकोपीट कॉइन में बीज अंकुरित करने के लिए किसी भी उर्वरक की जरूरत नहीं होती है, लेकिन जब पौधे को उगाने के लिये मिट्टी व कोकोपीट के मिश्रण में प्रत्यारोपित किया जाता है, तब गमले में लिक्विड जैव उर्वरकों का उपयोग किया जा सकता है।

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FAQ

कोकोपीट कॉइन से सम्बंधित अक्सर पूंछे जाने वाले प्रश्न:

प्रश्न 1. क्या एक ही कोकोपीट कॉइन को दोबारा उपयोग किया जा सकता है?

उत्तर – कोकोपीट कॉइन में एक बार बीज उगाने के बाद दोबारा उपयोग नहीं किया जा सकता, बेहतर यही है कि अंकुरित कॉइन को सीधा मिट्टी में रोपित कर दें।

प्रश्न 2. क्या अंकुरित पौधो को गमले में लगाने से पहले कॉइन की सफ़ेद लेयर हटाना जरूरी है?

उत्तर – नहीं, क्योंकि कोकोपीट कॉइन की सफ़ेद लेयर शत प्रतिशत बायोडिग्रेडेबल होती है जिससे मिट्टी और पौधे को कोई नुकसान नही होता।

प्रश्न 3. क्या कोकोपीट कॉइन में सभी प्रकार के पौधे अंकुरित हो जाते हैं?

उत्तर – हाँ, सब्जी व फूल वाले पौधों के लिए कोकोपीट कॉइन सबसे अच्छा होता है।

निष्कर्ष – Conclusion

इस आर्टिकल में आपने जाना कोकोपीट कॉइन क्या है, इसके फायदे व बीज जर्मीनेट करने के लिए कोकोपीट कॉइन के उपयोग के बारे में। आशा करते हैं कि इस आर्टिकल में दी गयी जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। गार्डनिंग से रिलेटेड अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Organicbazar.net पर विजिट करें।

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