किसी भी पौधे की ग्रोथ के लिए खाद उतनी ही जरूरी है, जितना कि पानी, क्योंकि जिस प्रकार पानी के बिना पौधा उगना संभव नहीं है, उसी प्रकार खाद के बिना पौधे की ग्रोथ। लेकिन किसी भी पौधे को खाद देने से पहले यह पता होना जरूरी है, कि किन पौधों को अधिक खाद देना चाहिए, और किन पौधों को कम। क्योंकि यदि सही मात्रा में खाद का उपयोग नहीं किया गया, तो इससे पौधे की ग्रोथ पर बुरा प्रभाव और फल-फूल की गुड़वत्ता में भी कमी आ सकती है। यदि आपने अपना सब्जियों का गार्डन तैयार किया है, तो आपको यह जान लेना चाहिए, कि अधिक खाद वाली या हैवी फीडर सब्जियां कौन कौन सी हैं तथा इन हैवी फीडर सब्जी के पौधों को कौन सी खाद दें? आइये जानते हैं हैवी फीडर सब्जियों के बारे में।
हैवी फीडर सब्जियों के नाम – List Of Heavy Feeder Vegetables In Hindi
आइए जानते हैं कुछ ऐसे पौधों अर्थात सब्जियों के बारे में, जिन्हें अच्छी तरह उगने और अच्छी पैदावार के लिए अधिक खाद की आवश्यकता होती है। कुछ हैवी फीडर सब्जियों के नाम निम्न हैं:-
सब्जियों के नाम |
उगाने की विधि |
हार्वेस्टिंग टाइम |
बीज कहाँ से खरीदें |
शतावरी (Asparagus) |
ट्रांसप्लांट |
2 से 3 साल |
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ब्रोकली (Broccoli) |
ट्रांसप्लांट |
100-150 दिन |
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सेलेरी (Celery) |
ट्रांसप्लांट |
4-5 महीने |
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मक्का (Corn) |
डायरेक्ट |
2-3 महीने |
|
खीरा (Cucumber) |
डायरेक्ट |
50-70 दिन |
|
बैंगन (Eggplant) |
ट्रांसप्लांट |
70-150 दिन |
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खरबूजे (Muskmelon) |
डायरेक्ट |
60-110 दिन |
|
भिंडी (Ladyfinger) |
डायरेक्ट |
60-65 दिन |
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शलजम (Turnip) |
ट्रांसप्लांट |
40 से 60 दिन |
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पालक (Spinach) |
डायरेक्ट |
38-50 दिन |
|
मिर्च (Pepper) |
ट्रांसप्लांट |
60 से 90 दिन |
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कद्दू (Pumpkin) |
डायरेक्ट |
90-120 दिन |
|
स्क्वैश (Squash) |
डायरेक्ट |
45-60 दिन |
|
टमाटर (Tomato) |
ट्रांसप्लांट |
60-110 दिन |
|
प्याज (Onion) |
ट्रांसप्लांट |
80-150 दिन |
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ब्रसेल्स स्प्राउट्स (Brussels Sprouts) |
ट्रांसप्लांट |
80-110 दिन |
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पत्ता गोभी (Cabbage) |
ट्रांसप्लांट |
90-120 दिन |
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फूलगोभी (Cauliflower) |
ट्रांसप्लांट |
50 से 100 दिन |
|
कोहलबी (Kohlrabi) |
डायरेक्ट |
40-80 दिन |
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लीक (Leek) |
ट्रांसप्लांट |
100-150 दिन |
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तरबूज (Watermelon) |
डायरेक्ट |
70-120 दिन |
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लेट्युस (Lettuce) |
ट्रांसप्लांट |
6-8 सप्ताह |
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आलू (Potato) |
डायरेक्ट |
80-100 दिन |
उपलब्ध नहीं |
टमाटर – Heavy Feeder Vegetable Plant Tomato In Hindi
टमाटर एक हैवी फीडर प्लांट है, अर्थात टमाटर को उगने और अच्छे फल लगने के लिए अधिक पोषक तत्वों की जरूरत होती है। जब आप टमाटर के बीज को अपने गार्डन या घर पर पॉट में लगाते हैं, तब बीजों को अच्छी तरह अंकुरित होने के लिए आप कुछ मात्रा में खाद मिलाकर पोषक तत्वों से युक्त मिट्टी तैयार कर सकते हैं। टमाटर के पौधे नाइट्रोजन और पोटेशियम युक्त खाद में अच्छी तरह उगते हैं, लेकिन आप इन पौधों को अतिरिक्त पोषक तत्व के रूप में राख, सीप के खोल का आटा (oyster shell flour), सीवीड, रॉक फॉस्फेट, बोन मील और जैविक खाद भी दे सकते हैं।
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ब्रोकली – Broccoli Is Heavy Feeder Plant In Hindi
ब्रोकली को अच्छी तरह उगने के लिए आप बीज लगाने के पहले मिट्टी में तथा अंकुरण के बाद जब पौधे 6 से 8 इंच लंबे हो जाएँ तब और फिर जब कलियाँ बन जाएँ, तब पौधों को खाद दें। आप ब्रोकली के पौधे को प्रति 4 सप्ताह बाद खाद दे सकते हैं। इस पौधे को अच्छी तरह उगने के लिए अधिक नाइट्रोजन की आवश्यकता नहीं होती है, इसलिए आप इसे 5-10-10 के आदर्श अनुपात में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम युक्त खाद दे सकते हैं।
मक्का या कॉर्न – Corn Is Heavy Feeder Plant In Hindi
मक्का, जिसे मकई भी कहा जाता है यह नाइट्रोजन और फास्फोरस युक्त उर्वरक देने पर अच्छी तरह से उगता है। मकई के बीज लगाने से पहले मिट्टी में खाद मिलाएं, इसके बाद जब अंकुरित पौधे की लम्बाई लगभग 4 इंच की हो जाती है, तब आप इन्हें दोबारा खाद दे सकते हैं। बीज लगाने से हार्वेस्टिंग तक आप इस पौधे को प्रति 3 सप्ताह के अंतराल से खाद दे सकते हैं।
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बैंगन – Heavy Feeder Vegetable Eggplant In Hindi
बैंगन, जिसे ब्रिंजल के नाम से भी जाना जाता है, यह पौधा 10-10-10 NPK (नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम) के संतुलित उर्वरक में अच्छी तरह उगता है। आप इस पौधे को लगाते समय जैविक खाद या कम्पोस्ट खाद का उपयोग कर सकते हैं या फिर आप उसे पानी में घुलनशील उर्वरक भी दे सकते हैं। बैंगन के पौधे पर फल लगने की स्थिति में अधिक नाइट्रोजन युक्त खाद न दें, इससे पौधे पर पत्तियों की मात्रा अधिक तथा पौधे फल पैदा करने में विफल हो सकते हैं।
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पत्ता गोभी – Cabbage Is Heavy Feeder Plant In Hindi
पत्तागोभी की अधिक उपज प्राप्त करने के लिए इसे अधिक खाद देने की आवश्यकता होती है। पत्ता गोभी के बीज लगाने से पहले आपको मिट्टी में खाद मिलाकर कार्बनिक पदार्थों से युक्त मिट्टी तैयार करना चाहिए, तथा जब पौधा अंकुरित होकर उसमें दो से चार पत्तियां आ जाएँ, तब आप इन्हें कम्पोस्ट टी के रूप में खाद दे सकते हैं। इस पौधे की अच्छी वृद्धि के लिए आप प्रति 3 सप्ताह के अंतराल से खाद दें। गोभी के लिए सबसे अच्छे उर्वरक का अनुपात 1-1-1 एनपीके (नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम) होता है।
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लेट्युस – Lettuce Vegetable Is Heavy Feeder In Hindi
लेट्युस एक हरी पत्तेदार सब्जी है, जिसे उगाने के लिए अधिक खाद युक्त मिट्टी की आवश्यकता होती है। इस सब्जी के पौधे को प्रति दो सप्ताह बाद तरल उर्वरक देना चाहिए। यह पत्तियों के रूप में बढ़ती है इसलिए इसकी पत्तियों की तीव्र वृद्धि के लिए अधिक नाइट्रोजन की आवश्यकता होती है। लेट्यूस को अच्छी तरह विकसित होने के लिए सबसे अच्छा उर्वरक फिश इमल्शन (Fish Emulation) उर्वरक है।
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मिर्च – Pepper Is Heavy Feeder Plant In Hindi
मिर्च के पौधे के लिए संतुलित उर्वरक का अनुपात 1-2-2 (NPK) होता है, जिसमें नाइट्रोजन (N) हरी पत्तेदार वृद्धि का समर्थन करता है, फास्फोरस (P) जड़ विकास और फूल को प्रोत्साहित करता है, जबकि पोटेशियम (K) मिर्च के पौधों को रोग से लड़ने और स्वस्थ रहने की क्षमता देता है। मिर्च के पौधे को खाद देते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें, कि यदि मिट्टी में फास्फोरस की मात्रा पर्याप्त है, तो पौधे के लिए कम या बिना फास्फोरस वाले उर्वरक का उपयोग करना चाहिए।
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आलू – Heavy Feeder Vegetable Plant Is Potato In Hindi
आलू एक भारी फीडर जड़ वाली सब्जी है, इस सब्जी ग्रो करने से पहले मिट्टी में गोबर खाद या कम्पोस्ट खाद, रोपण के बाद लगभग 2 महीने तक इसे नाइट्रोजन रिच खाद देना चाहिए 2 महीने बाद आलू के पौधों में कंद विकसित करने के लिए फास्फोरस और पोटेशियम रिच खाद जैसे- बोन मील, रॉक फॉस्फेट, पोटाश इत्यादि का उपयोग किया जाता है।
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भिंडी – Ladyfinger Vegetable Is Heavy Feeder In Hindi
भिंडी एक हैवी फीडर पौधा है, जिसकी अच्छी ग्रोथ के लिए आप कम नाइट्रोजन वाले उर्वरकों का उपयोग करना चाहिए। भिंडी के बीज अंकुरण के बाद प्रति दो से 4 सप्ताह बाद कम्पोस्ट टी का छिड़काव किया जाना चाहिए। ग्रोइंग सीजन के समय आप इस पौधे को हर 4 सप्ताह के अंतराल से खाद (मस्टर्ड केक, गोबर खाद, बनाना पील फर्टिलाइजर) दे सकते हैं।
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फूलगोभी – Heavy Feeder Vegetable Plant Is Cauliflower In Hindi
हैवी फीडर प्लांट फूल गोभी को अच्छी तरह उगने के लिए प्रति 3-4 सप्ताह के अंतराल से कम्पोस्ट खाद या गोबर खाद देना चहिए। फूल गोभी का पौधा ट्रांसप्लांट के दौरान कमजोर हो जाता है, अतः इस समय आप इसे तरल खाद जैसे- कम्पोस्ट टी (Compost Tea), मैन्योर टी (Manure Tea) या फिश इमल्शन (Fish Emulation) दे सकते हैं।
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इस लेख में आपने जाना हैवी फीडर सब्जियां कौन-कौन सी हैं उनके नाम तथा हैवी फीडर पौधों को कौन सी खाद दें? आशा करते हैं यह लेख आपको पसंद आया होगा, इस लेख से सम्बंधित आपके जो भी सवाल या सुझाव हैं हमें कमेंट में अवश्य बताएं।
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