पौधों में बोल्टिंग क्या होती है, जानें पूरी जानकारी – What Is Bolting In Plants In Hindi

बोल्टिंग (bolting) को बीज बनने की प्रक्रिया (going to seed) भी कहा जाता है। जब ठंड के मौसम में उगने वाली सब्जियों को गर्म मौसम में उगाते हैं, तो ज्यादा तापमान के कारण पौधे समय से पहले बीज बनाने लगते हैं, इस स्थिति को ही बोल्टिंग कहते हैं। वार्षिक पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, लेट्स, अरुगुला आदि में बोल्टिंग की समस्या अधिक देखी जाती है। यदि आप पौधे से बीज तैयार करना चाहते हैं तो बोल्टिंग आपके लिए फायदेमंद हो सकती है। आज इस लेख में हम आपको पौधों में बोल्टिंग से जुड़े आपके सभी सवालों के जबाब देंगे। पौधों में बोल्टिंग क्या है, पौधे का बोल्ट होना फायदेमंद है या नुकसानदायक? पौधों में बोल्टिंग की पहचान और रोकथाम कैसे करें, और इससे पौधों को कैसे बचाएं? इसकी पूरी जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी।

प्लांट बोल्टिंग क्या है – What Is Bolting In Plants In Hindi 

प्लांट बोल्टिंग क्या है - What Is Bolting In Plants In Hindi 

सब्जियों के पौधों में समय से पहले बीज बनने की स्थिति को बोल्टिंग (bolting) कहा जाता है। बोल्टिंग की अवस्था में पौधे अधिक लम्बे और पतले होने लगते हैं, पालक जैसी पत्तेदार सब्जी की पत्तियां छोटी रह जाती है और कड़वी भी होने लगती हैं और बैंगन, टमाटर जैसी सब्जियों में फल नहीं लगते हैं।

किन पौधों में बोल्टिंग ज्यादा होती है – What Plants Are More Affected By Bolting In Hindi 

किन पौधों में बोल्टिंग ज्यादा होती है - What Plants Are More Affected By Bolting In Hindi 

बोल्टिंग की समस्या प्याज, चुकंदर और अन्य जड़ वाली सब्जियों सहित कई पत्तेदार सब्जियों जैसे लीक, लेट्यूस, पालक, अरुगुला, सेलेरी और पत्ता गोभी, ब्रोकली आदि में होती है।

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पौधों में बोल्टिंग खराब क्यों है – Why Is Bolting Bad In Plants In Hindi 

बोल्टिंग इसीलिए ख़राब है क्योंकि इस स्थिति में पौधा अपनी सारी ऊर्जा इन बीजों के निर्माण में ही खर्च कर देता है। इस कारण फल नहीं बन पाते हैं, जिससे पैदावार में कमी आ जाती है। बैंगन, टमाटर, मटर आदि सब्जी के पौधों में उपज की कमी हो जाती है। लेट्यूस, स्विस चार्ड, पालक जैसे पत्तेदार सब्जियों में बोल्टिंग होने से इनके पत्तों का आकार बड़ा नहीं हो पाता है और उनका स्वाद भी कड़वा हो जाता है।

पौधों में बोल्टिंग अच्छी क्यों है – Why Is Bolting Good In Plants In Hindi 

बोल्टिंग एक पौधे का बीज बनाने का प्राकृतिक तरीका है। यदि आपका पौधे उगाने का उद्देश्य बीज तैयार करना है, तो ऐसे में बोल्टिंग आपके लिए फायदेमंद है।

पौधों में बोल्टिंग क्यों होती है – What Causes Plants To Bolt Or Go To Seed In Hindi 

तापमान में अचानक उतार-चढ़ाव, सूर्य प्रकाश में कमी, पानी की कमी, ज्यादा खाद देना, दिन लम्बे होना आदि कुछ ऐसे कारण हैं, जिनके कारण सब्जी और हर्ब के पौधों में बोल्टिंग (bolting) होने लगती है। इन सभी स्थितियों में पौधा मरने से पहले अपनी सभी ऊर्जा को बीज बनाने में खर्च करने लगता है।

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बोल्टिंग की पहचान कैसे करें – How To Identify Bolting In Plants In Hindi

बोल्टिंग की पहचान कैसे करें - How To Identify Bolting In Plants In Hindi

आप निम्न पौधों में निम्न लक्षणों की चेक करके बोल्टिंग की पहचान कर सकते हैं:

  1. सबसे पहले पालक या अन्य पौधों में बोल्टिंग के कारण छोटे-छोटे कठोर नुकीले तने (stalk) निकलने लगते हैं।
  2. इसके बाद ये तने फूलों की कलियाँ बनाने लगते हैं।
  3. इन कलियों से पौधे में पीले या सफेद रंग के फूल खिलने लगते हैं और फिर फूलों से बीज बनने लगते हैं।
  4. बोल्टिंग के कारण पौधा अपनी ऊँचाई से अधिक लम्बा (leggy plant) होने लगता है।
  5. पौधे में कम पत्तियां बचती हैं।
  6. प्लांट की ग्रोथ रुक जाती है।
  7. बोक चोय या पालक की पत्तियां बड़ी और गोलाकार होने के बजाय छोटी और आगे से नुकीली होने लगती हैं।
  8. पालक, अरुगुला, लेट्स जैसे पौधों की पत्तियां स्वाद में कड़वी और खराब होने लगती हैं।

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पौधों में बोल्टिंग को कैसे रोकें – How To Stop/Prevent Bolting In Plants In Hindi 

पौधों में बोल्टिंग को कैसे रोकें - How To Stop/Prevent Bolting In Plants In Hindi 

सब्जियों के पौधों में बोल्टिंग की रोकथाम करने के लिए निम्न टिप्स फ़ॉलो करें:

  1. पौधों को ज्यादा खाद न दें। पोटेशियम और फॉस्फोरस की बजाय नाइट्रोजन युक्त खाद का इस्तेमाल करें
  2. समय-समय पर पौधे की मिट्टी सूखी होने पर पानी डालते रहें, अर्थात मिट्टी को अधिक समय तक सूखा न रखें।
  3. पौधों को सही समय पर लगाएं।
  4. पौधों की बोल्ट प्रतिरोधी (bolt resistant) वैरायटी को खरीदना सही रहता है।
  5. नियमित रूप से पत्तियों (विशेष रूप से बड़ी, बाहरी पत्तियों) की कटाई करते रहें।
  6. सीवीड जैसे फर्टिलाइजर का उपयोग करें, ये पौधे की इम्युनिटी को भी बढ़ाता है।
  7. पौधों को उचित धूप वाली जगह पर रखें। जो पौधे छाया में उगना पसंद करते हैं, उन्हें अधिक धूप वाले स्थान पर न लगाएं। पौधों को छाया प्रदान करने के लिए शेड नेट का इस्तेमाल करें।

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पौधों को बोल्टिंग से कैसे बचाएं – How To Save Plant From Bolting In Hindi

बोल्टिंग से प्रभावित पौधे के फूल वाले तने (flower stalk) को तोड़ कर अलग कर दें। इससे बोल्टिंग को रोकने में मदद मिलती है। इसके अलवा जैसे ही पत्तेदार सब्जियों के पत्ते थोड़े बड़े हो तो उन्हें तोड़ लेना चाहिए। इससे पत्ते स्वादिष्ट भी लगते हैं और उनमें बोल्टिंग की समस्या भी रूकती है। पौधों की पुआल, घास आदि से मल्चिंग कर दें, इससे जड़ें ठंडी रहती हैं।

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