आमतौर पर किसी भी पौधे की स्वस्थ वृद्धि और विकास के लिए सीडलिंग तैयार करना सबसे पहला और महत्वपूर्ण कार्य होता है। बेशक बेहतर गार्डन की शुरुआत के लिए स्वस्थ सीडलिंग का होना बहुत जरूरी है। आमतौर पर अंकुरों (seedlings) को पौधों की नींव कहा जाता है, इनके माध्यम से ही पौधा वृद्धि करता है और उसमें फल-फूल लगते हैं। आज इस लेख में हम सीडलिंग तैयार करने की सही विधि के बारे में बात करेंगे, जिससे आप बीज से एक स्वस्थ पौधा उगा पाएं। बीज से पौध अर्थात सीडलिंग कैसे तैयार करें, अंकुर तैयार करने की प्रक्रिया या बीज से पौधा उगाने का सही तरीका जानने के लिए लेख पूरा पढ़ें।
सीडलिंग क्या होती है – What Is Seedling In Hindi
अंकुर (seedling) वे नन्हें पौधे होते हैं, जो अंकुरण (germination) के दौरान बीज से निकलते हैं अर्थात बीज लगाने के बाद उनकी पहली अवस्था को सीडलिंग कहा जाता है। बीजों को अनुकूल परिस्थितियों में जर्मिनेट करके सीडलिंग तैयार की जाती है, इसमें नाजुक तना, दो से चार पत्तियों का नया सेट और एक विकासशील जड़ प्रणाली होती है। अंकुरों को परिपक्व पौधों में विकसित होने के लिए उपयुक्त परिस्थितियों जैसे पानी, प्रकाश और पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, इसके लिए उन्हें ट्रांसप्लांट किया जाता है।
आइये जानते हैं- बीज से पौध कैसे उगाएं अर्थात सीडलिंग कैसे तैयार करें?
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सीडलिंग तैयार करने की विधि – Method Of Prepare Seedling In Hindi
किसी भी पौधे के बीज लगाने के पहले सीडलिंग तैयार करने का सही तरीका पता होना बेहद जरूरी है, क्योंकि यह छोटे-नन्हें पौधे नाजुक होते हैं, जो विपरीत परिस्थितियों में बहुत जल्दी मर भी सकते हैं। सफलतापूर्वक बीज उगाने के लिए पौध या सीडलिंग तैयार करने के स्टेप्स निम्न हैं:-
स्वस्थ बीज का चयन – Select Good Quality Seed For Prepare Seedling In Hindi
सीडलिंग तैयार करने का सबसे पहला कदम उच्च गुणवत्ता वाले बीजों का चयन करना है, ऐसे बीजों का चयन करें जो स्वस्थ और रोगमुक्त हों और किसी भी तरह से क्षतिग्रस्त न हों। बीजों का चयन करते समय यह सुनिश्चित करें, कि आप जिन बीजों को लगाने जा रहे हैं, उन्हें अंकुरित (germinate) होने के लिए अनुकूल जलवायु, उपजाऊ मिट्टी और पर्याप्त प्रकाश मिले।
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बीजों को भिगोना – Before Planting Seed Soaking For Better Germination In Hindi
आमतौर पर बीजों को भिगोना उनकी निष्क्रियता को तोड़कर अंकुरण प्रक्रिया को बढ़ावा देता है। हालाँकि सभी बीजों को भिगोने की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन कुछ बड़े बीज, जैसे सेम या मटर, यह भिगोने पर तेजी से जर्मिनेट होते हैं, इसलिए सभी बीजों के लिए यह तरीका वैकल्पिक है। सीडलिंग ट्रे में लगाने से पहले बीजों को 4 से 12 घंटे के लिए पानी से भिगो दें या फिर गीले तौलिये या टिशु पेपर में लपेटकर रख दें।
बीज लगाने के लिए मिश्रण तैयार करना – Prepare Seed Starting Mix For Sowing Seed In Hindi
सीडलिंग ट्रे में बीज लगाने के लिए उनकी ग्रोइंग कंडीशन के अनुकूल सीड स्टार्टिंग मिक्स तैयार करना जरूरी है। हालाँकि आप तैयार पॉटिंग मिक्स बाजार या ऑनलाइन माध्यम से भी खरीद सकते हैं।
यदि आप होममेड मिश्रण बनाने जा रहे हैं, तो उसमें संतुलित अनुपात में मिट्टी, वर्मीकम्पोस्ट, कोकोपीट और वर्मीक्यूलाइट या पर्लाइट मिलाएं। यह सुनिश्चित करें, कि मिक्सचर हल्का, अच्छी जल निकासी वाला और पोषक तत्वों से भरपूर होना चाहिए।
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बीज को मिश्रण में लगाना – Sow Seed In Starting Mix In Hindi
यह बीज से सीडलिंग तैयार करने की सबसे मुख्य स्टेप है। ट्रे के प्रत्येक सेल में सीड स्टार्टिंग मिक्स भरें तथा बीजों को उचित गहराई और दूरी पर लगायें, सतह पर बोए जाने वाले छोटे बीजों को धीरे से दबाएं और गहराई वाले बीज को उचित गहराई में लगाएं। बीज लगाने से पहले सुनिश्चित करें, कि मिक्सचर नम हो।
बीज लगाने के बाद ट्रे को पानी देना – Watering Seedling After Seed Sowing In Hindi
बीज लगाने के बाद सीडलिंग को वाटर कैन की मदद से गहराई से पानी दें तथा अंकुरण के दौरान मिट्टी को लगातार नम बनाए रखें। पानी देते समय यह ध्यान रखें, कि मिट्टी नम रहे, लेकिन जल भराव न हो, अतः नमी के स्तर की जांच करने के बाद ही सीडलिंग के पौधों को पानी दें।
सीडलिंग को कवर करना – Cover Seedling For Good Germination In Hindi
यह सीडलिंग तैयार करने की वैकल्पिक स्टेप है, क्योंकि बीजों को अंकुरित होने के लिए अपनी अलग-अलग आवश्यकतायें होती है, कुछ बीज खुले वातावरण में जर्मिनेट होते हैं, तो कुछ नमीयुक्त और गर्म वातावरण में, अर्थात बीजों को उनकी जरूरत के अनुसार पॉलिथीन या न्यूज पेपर से कवर करें।
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बीज अंकुरण की स्थिति – Provide Good Germination Conditions For Seedling In Hindi
बीजों को अंकुरित होने के लिए अनुकूल स्थितियों की आवश्यकता होती है, कुछ बीज फिल्टर्ड धूप या रोशनी में अंकुरित होते हैं, तो कुछ अँधेरे में। अतः बीजों को उनकी जरूरत के अनुसार गर्म, अच्छी तरह से रोशनी वाले स्थान पर रखें। आप अपनी सीडलिंग की अच्छी वृद्धि के लिए आर्टिफीशियल ग्रो लाइट से भी प्रकाश दे सकते हैं।
अंकुरों की नियमित जांच करना – Checking Seedling Regularly After Seed Sowing In Hindi
बीज लगाने के बाद उनके अंकुरण के लिए ट्रे की नियमित रूप से जांच करें। जैसे ही अंकुर निकलते हैं, ट्रे के कवर को हटा दें और उन्हें बढ़ने के लिए पर्याप्त प्रकाश दें। अपने अंकुरों को सावधानी से पानी दें, अत्यधिक नमी से उनमें फंगल रोग हो सकता है। इसके अलावा पोषक तत्वों की कमी या कीट के संक्रमण की भी जांच करते रहें।
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सीडलिंग को ट्रांसप्लांट करना – Transplant The Seedling In Pot Or Garden In Hindi
जब अंकुर 4 से 6 इंच लंबाई के होते हैं और उनमें पत्तियों का सेट विकसित हो जाता है, तो वे रोपाई (transplanting) के लिए तैयार हो जाते हैं। ट्रांसप्लांटिंग से पहले सीडलिंग को हार्ड करने के लिए 7-10 दिनों तक प्रति दिन कुछ घंटों के लिए उसे सूर्य के प्रकाश में रखें, इससे वह धीरे-धीरे बाहरी परिस्थितियों के अनुकूल हो जाएगी, इससे ट्रांसप्लांटिंग के बाद आपके पौधे खराब भी नहीं होंगे। इसके बाद पौध (सीडलिंग) की नाजुक जड़ों को नुकसान पहुंचाए बिना, सावधानी बरतते हुए एक-एक पौधे को गमले या ग्रो बैग में लगाएं।
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अब तो आप समझ ही गए होंगे कि पौधा लगाने के लिए बीज से पौध कैसे उगाएं अर्थात सीडलिंग कैसे तैयार की जाती है? लेख में आपने सीडलिंग तैयार करने की विधि या बीज उगाने का सही तरीका जाना। उम्मीद है सीडलिंग तैयार करने की यह स्टेप्स आपके काम आई हों, यदि हमारा लेख आपको पसंद आया हो, तो अपने दोस्तों को शेयर करें तथा लेख के संबंध में अपने सुझाव हमें कमेंट करके बताएं।