How To Grow Chickpeas At Home In Hindi: अगर आप अपने घर के गार्डन में कुछ हेल्दी और जल्दी उगने वाली हरी सब्जी लगाना चाहते हैं, तो चना भाजी एक बेहतरीन विकल्प है। चना न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होता है, बल्कि इसकी भाजी भी पोषक तत्वों से भरपूर होती है। बहुत से लोग जानना चाहते हैं कि चना की भाजी कैसे उगाएं (Chana Bhaji Kaise Ugaye), और इसके लिए जरूरी है कि आप सही तरीके से चने के बीज लगाएं और उनकी देखभाल करें। इस लेख में हम आपको बताएंगे चना के बीज लगाने की विधि या चने के बीज कैसे लगाएं और चना भाजी की देखभाल कैसे करें, ताकि आप घर पर ही ताजगी से भरपूर हरी चना भाजी का आनंद ले सकें।
आप घर पर चने की भाजी लगा सकते हैं, इसके लिए आपको मार्केट से चने के बीज खरीदने की जरूरत होगी। आपको हर क्वालिटी में चने के बीज मिल जायेंगे, जिन्हें आप अपनी पसंद के अनुसार चुन सकते हैं।
चना की भाजी उगाने का सही समय – Right Time To Grow Chana Bhaji In Hindi
चूँकि चना की भाजी सर्दियों की सब्जी है, इसलिए इसे लगाने का सबसे उपयुक्त समय मध्य अक्टूबर से नवंबर होता है। मिट्टी में चने के बीज लगाने के लगभग 1 से 1.5 महीने में आपको चना की भाजी खाने को मिल जाएगी। पौधे से फूल आने के पहले ही पत्तियां तोड़ ली जाती हैं, अगर पौधे में फूल आ जाते हैं तो पत्तियां खाने के लायक नहीं रहती या उनका स्वाद कम हो जाता है।
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चना भाजी उगाने के लिए आवश्यक सामग्री – Materials Required For Growing Chana Bhaji In Hindi
घर पर चना भाजी उगाने के लिए आपको निम्न चीजों की जरूरत होगी, जैसे-
- चने के बीज
- गमला या कंटेनर
- मिट्टी
- जैविक खाद
- पानी
- स्प्रे पंप या वाटर केन
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चना साग के लिए गमले – Best Pot For Chana Bhaji In Hindi
चना साग उगाने के लिए आप ड्रेनेज युक्त गमले या ग्रो बैग इस्तेमाल करें, जिससे भाजी की जड़ें सड़ने से बच जाएं। आप चने के बीज लगाने के लिए निम्न साइज के ड्रेनेज युक्त गमले का उपयोग कर सकते हैं, जैसे-
ज्यादा भाजी प्राप्त करने के लिए आप अधिक चौड़ाई के गमले का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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चने के बीज लगाने के लिए मिट्टी – Which Soil Is Best For Chickpeas In Hindi
चना साग उगाना बहुत ही आसान है, बस इसके लिए आपको भुरभुरी, रेतीली, उपजाऊ व अतिरिक्त जल निकासी वाली मिट्टी लेनी होगी। इसके अलावा आप गार्डन की (40%) मिट्टी में पुरानी गोबर खाद (30%), वर्मीकम्पोस्ट (10%) और रेत (20%) मिलाकर अच्छी मिट्टी तैयार कर सकते हैं। आप चाहें तो अच्छी मिट्टी ऑनलाइन organicbazar.net से खरीद सकते हैं।
गमले में चना के बीज लगाने की विधि – How To Plant Chickpea Seeds In Hindi
आप घर पर चना के बीज लगाने के लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं, जो कि इस प्रकार हैं-
- तली में छिद्र युक्त गमला लें जिससे गमले में जलभराव न हो, और पौधे की जड़ें सड़ें नहीं।
- गमले या ग्रो बैग में मिट्टी भरें, लेकिन गमले को ऊपर से 1 से 2 इंच खाली रखें जिससे पानी देते समय मिट्टी बहे न।
- अब मिट्टी में चने के बीज फैलाएं और अपनी ऊँगली से हल्का सा दबा दें। इसके बाद ऊपर से मिट्टी की पतली परत बिछा दें (इतनी की बीज न दिखें)।
- स्प्रे पम्प या वाटर केन की मदद से पानी दें, क्योंकि अगर आप तेज धार से पानी देते हैं तो बीज यहाँ वहां बिखर सकते हैं। शुरूआती समय में मिट्टी में नमी बनाएं रखें, जिससे की बीज अच्छे से अंकुरित हो जाएं, लेकिन जल भराव से बचें।
- आपको लगभग 4 से 10 दिन में अंकुरण दिखाई देने लगेगा, तापमान व जलवायु के हिसाब से अधिक समय भी लग सकता है।
- चने के बीज लगाने के बाद देखभाल करें।
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चना की भाजी की देखभाल – Chana Bhaji Plant Care In Hindi
वैसे तो चना की भाजी को अधिक देखभाल की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन फिर भी आप कुछ चीजों का ध्यान रखकर अच्छी उपज प्राप्त कर सकते हैं। चलिए तो जानते हैं कि, चने की भाजी की देखभाल कैसे करें?
1. सूर्य प्रकाश
चने की भाजी को ऐसी जगह की जरूरत होती है, जहाँ उसे रोजाना 6 से 8 घंटे की धूप मिल सके।
2. मिट्टी
चने की भाजी के लिए मिट्टी पोषक तत्वों से युक्त, प्रचुर मात्रा में कार्बनिक पदार्थ वाली और उत्तम जल निकासी वाली होनी चाहिए।
3. पानी
चने उगाने के लिए, मिट्टी में नमी बनाए रखें। पौधों की जड़ों तक पहुँचने के लिए धीरे-धीरे और गहराई से पानी दें। आप ड्रिप इरीगेशन सिस्टम का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। मिट्टी सूखी लगे तभी पानी दें, अगर मिट्टी नम है तो पानी न दें।
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4. उर्वरक
चने के पौधे नाइट्रोजन स्थिरीकरण की प्रक्रिया से गुजरते हैं, जिससे इन्हें नाइट्रोजन युक्त खाद देने की ज्यादा जरूरत नहीं होती है। आप ऐसी खाद या उर्वक का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसमें फास्फोरस, पोटेशियम और सूक्ष्म पोषक तत्व ज्यादा हों। आप NPK खाद, गोबर खाद या अन्य उपयोगी जैविक लिक्विड खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
5. परागण
चना स्व परागण करता है और इसे परागण के लिए कीटों की आवश्यकता नहीं होती है।
6. कीट और रोग
चने के पौधे में कई प्रकार के कीट लग सकते हैं, जिनमें एफिड्स और फली छेदक कीट या इल्ली प्रमुख हैं। इसी प्रकार चने के पौधों में फफूंद जनित रोग जैसे एस्कोकाइटा ब्लाइट, पाइथियम रॉट और वाइट मोल्ड फैलते हैं। कीट व रोगों से बचाव के लिए वायु प्रवाह को सुनिश्चित करें और पौधों के बीच उचित दूरी बनाएं। आप जैविक कीटनाशक या फंगीसाइड का छिड़काव भी कर सकते हैं। अगर आपने छोटे से एरिया में चने उगाएं हैं, तो आप मैन्युअली भी सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं।
नोट – अगर आप खाने में भाजी का इस्तेमाल करते हैं, तो केमिकल फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करने से बचें।
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निष्कर्ष:
चना की भाजी उगाना आसान और लाभकारी है। अगर आप सही समय पर चना के बीज लगाएं और चना भाजी की देखभाल करें, तो कुछ ही हफ्तों में ताजी, हरी-भरी भाजी आपके गार्डन की शोभा बढ़ा सकती है। तो आज ही से शुरुआत करें और अपने ही गार्डन से केमिकल फ्री ढेर सारी भाजी प्राप्त करें।
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