गुलाब के पौधे की देखभाल के बेहद कारगर टिप्स से खिलेंगे ढेरों फूल – How To Take Care Of Rose Plant In Hindi 

गुलाब जिसे “फूलों का राजा” कहा जाता है, अपनी मनमोहक सुंदरता और मादक खुशबू के कारण इसका गार्डन में अद्वितीय स्थान है। इस पौधे की कांटेदार शाखाओं और पत्तियों के बीच खिलते कलरफुल फूल गार्डन में एक अलग ही सुंदरता बिखेरते हैं, इसलिए प्रत्येक गार्डनर की यह इच्छा होती है, कि वह अपने गुलाब को आँखों के सामने बढ़ता और हमेशा खिलता हुआ देखें। हालाँकि गुलाब की देखभाल जितना हम सोचते हैं उससे कहीं अधिक आसान होती है, बस इसके लिए हमें पौधे की कुछ जरूरतों को समझना होता है। आज हम आपको गुलाब के पौधे की देखभाल के कुछ आसान तरीके के बारे में बताएंगे, जिससे आप अपने पौधे को सुरक्षित और साल-दर-साल फूलते हुए देख सकें। गुलाब के पौधे की देखभाल कैसे करें, केयर के कुछ टिप्स (Rose Plant Care Tips In Hindi) या तरीके जानने के लिए लेख पूरा पढ़ें।

गुलाब के पौधे की केयर के टिप्स – Tips For Making Healthy Roses In Hindi

गुलाब के पौधे की केयर के टिप्स - Tips For Making Healthy Roses In Hindi

वैसे तो गुलाब ही नहीं किसी भी फूल के पौधे को अच्छी तरह बढ़ने और स्वस्थ रखने के लिए कुछ देखभाल की आवश्यकता होती है। यदि आप गुलाब के पौधे की उचित देखभाल करते हैं, तो वह न सिर्फ तेजी से वृद्धि करेगा, बल्कि लंबे समय तक आपके गार्डन में फूलों की सुंदरता बिखेरेगा। गुलाब के पौधे की देखभाल या केयर के कुछ टिप्स निम्न हैं:-

(यह भी जानें: गमले में गुलाब का पौधा कैसे लगाएं….)

अपने गुलाब के पौधे को पानी दें – Water Your Rose Plant Well to Grow In Hindi 

अपने गुलाब के पौधे को पानी दें - Water Your Rose Plant Well to Grow In Hindi 

अन्य फूलों की अपेक्षा गुलाब को अच्छी तरह बढ़ने के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है, इसलिए ग्रोइंग सीजन (स्प्रिंग से समर सीजन) के दौरान प्रतिदिन अपने गुलाब को सुबह के समय पानी दें। पानी देते समय पौधे के आधार अर्थात गमले की मिट्टी में पानी डालें, पत्तियों को गीला करने से बचें, अन्यथा इससे पौधे में फंगस लग सकती है। इसके अतिरिक्त पानी देने के पहले गमले की मिट्टी में नमी की जांच जरूर कर लें और इसके बाद ही पानी दें।

फॉल सीजन और सर्दियों के दौरान, आप अपने गुलाब के पौधे को कम बार पानी दे सकते हैं। फॉल सीजन के दौरान उन्हें सप्ताह में एक बार पानी देना उचित है, लेकिन सर्दियों के दौरान पानी देना बहुत कम या बंद कर देना चाहिए।

गुलाब के पौधे को पर्याप्त धूप प्रदान करें – Provide Enough Sunlight To Rose Plant In Hindi 

गुलाब के पौधे को पर्याप्त धूप प्रदान करें - Provide Enough Sunlight To Rose Plant In Hindi 

आमतौर पर गुलाब के पौधे की अच्छी ग्रोथ करने के लिए प्रतिदिन 6 से 8 घंटे धूप की आवश्यकता होती है। यदि उसे पर्याप्त धूप नहीं मिलेगी, तो पौधा धीरे-धीरे मुरझा जाएगा और अंततः मर भी सकता है। अगर आपने अपने घर के अंदर गुलाब का पौधा लगाया है, तो उसे धूप वाली खिड़की के पास रखें। इसके अतिरिक्त यदि आपके पौधे को पर्याप्त धूप नहीं मिल रही है, तो आप ग्रो लैंप (लाइट) का उपयोग भी कर सकते हैं।

(यह भी जानें: गुलाब की ग्राफ्टिंग कैसे की जाती है, जानें सबसे आसान विधि….)

अपने गुलाब की मल्चिंग करें – Mulching Rose Plants In Hindi 

अपने गुलाब की मल्चिंग करें - Mulching Rose Plants In Hindi 

गमले में लगे गुलाब को बढ़ने के लिए नम मिट्टी की आवश्यकता होती है, इसके लिए ग्रोइंग सीजन की शुरुआत में गीली घास, लकड़ी के चिप्स, पुआल आदि की मल्चिंग करें। इससे पौधे में लगातार नमी बनी रहेगी और यह खरपतवार की वृद्धि को कम करेगी।

गुलाब के पौधे को खाद और उर्वरक दें – Fertilize The Rose Plant For Better Growth In Hindi 

गुलाब के पौधे को खाद और उर्वरक दें - Fertilize The Rose Plant For Better Growth In Hindi 

गुलाब एक हैवी फीडर प्लांट है, जो नियमित रूप से खाद मिलने पर तेजी से ग्रोथ करता है। गुलाब के पौधे को कम से कम साल में तीन बार खाद देना चाहिए, इसके बाद जब पौधे में फूल खिलने लगें, तब अधिक उर्वरक देना अच्छा होता है। पौधे की ग्रोथ के समय आप उन्हें जैविक उर्वरक जैसे बायो NPK, प्लांट ग्रोथ प्रमोटर, मस्टर्ड केक, नीम केक, सीवीड आदि और फ्लावरिंग के समय एप्सम साल्ट, PROM, रॉक फास्फेट आदि दे सकते हैं।

अपने गुलाब की प्रूनिंग करें – Pruning Your Roses For New Growth In Hindi 

अपने गुलाब की प्रूनिंग करें - Pruning Your Roses For New Growth In Hindi 

होम गार्डन में लगे गुलाब के पौधे में मृत पत्तियों और शाखाओं की नियमित रूप से जाँच करें। यह क्षतिग्रस्त पत्तियाँ आपके पौधे को फंगस जैसी बीमारियों के प्रति संवेदनशील बनाती हैं। अगर आपको पौधे में कोई भी रोगग्रस्त या मृत पत्तियां दिखाई देती हैं, तो प्रूनर की मदद से उन्हें हटा दें, इससे पौधे में नई वृद्धि होने लगेगी। इसके अतिरिक्त आप पौधे के विस्तार को रोकने और वायु संचरण में सुधार करने के लिए भी उसकी शाखाओं की प्रूनिंग कर सकते हैं।

(यह भी जानें: पौधों की कटाई छटाई के काम को बनाएं आसान, करें इन प्रूनिंग टूल्स का इस्तेमाल…)

गुलाब की डेडहेडिंग करें – Deadheading Roses For Flowering In Hindi

गुलाब की डेडहेडिंग करें - Deadheading Roses For Flowering In Hindi

जैसे ही गुलाब के फूल खिलने के बाद मुरझाने और सूखने लगते हैं, तो उन्हें कैंची या प्रूनर का उपयोग करके पौधे से हटा दें, इससे गुलाब में अधिक फूल खिलेंगे। यदि आप पौधे की डेडहेडिंग नहीं करते हैं, तो अधिक फूल खिलने के बजाय पौधा बीज बनाने लगता है।

अपने गुलाब को सर्दियों से बचाएं – Protect Your Rose Plant From Winter In Hindi 

अपने गुलाब को सर्दियों से बचाएं - Protect Your Rose Plant From Winter In Hindi 

सर्दियों के दौरान अपने पौधे को घर के अंदर ले जाएँ, इस समय पौधा निष्क्रिय अवस्था में होता है। विंटर सीजन में गुलाब की पत्तियाँ और तने सूख सकते हैं और पौधे में कलियाँ निकलना बंद हो सकती हैं, लेकिन ग्रोइंग सीजन के दौरान आपका पौधा फिर से वृद्धि करने लगेगा।

(यह भी जानें: गुलाब के पौधे को सूखने से कैसे बचाएं….)

गुलाब के पौधे को कीटों और बीमारियों से बचाएं – Protect Rose Plant From Pests And Diseases In Hindi 

गुलाब के पौधे को कीटों और बीमारियों से बचाएं - Protect Rose Plant From Pests And Diseases In Hindi 

गमले में लगे गुलाब के पौधे कुछ कीट जैसे एफिड्स, बीटल, स्पाइडर माइट्स आदि के प्रति संवेदनशील होते हैं, इससे इन कीटों का ख़तरा पौधे पर बना रहता है। अतः अपने पौधे का नियमित रूप से निरीक्षण करें। यदि किसी कीट के लक्षण जैसे पत्तियों को क्षति, स्पॉट्स, जाले आदि दिखाई देते हैं, तो स्टिकी ट्रैप, कीटनाशक साबुन और कीट नियंत्रण के जैविक तरीकों को अपनाएँ।

गुलाब के पौधे में ब्लैक स्पॉट और पाउडरी मिल्ड्यू, रष्ट फंगस आदि बीमारियों का ख़तरा बना रहता है, इसलिए पौधे की जांच करें। यदि किसी रोग के लक्षण दिखाई देते हैं, तो क्षतिग्रस्त हिस्से को प्रून करें तथा नीम ऑयल का स्प्रे करें।

(यह भी जानें: फ्लावर प्लांट्स को कीट व रोगों से कैसे बचाएं….)

इस लेख में आपने जाना गार्डन में लगे गुलाब के पौधे की देखभाल कैसे करें, केयर के कुछ टिप्स या तरीके के बारे में। यदि हमारा लेख आपको अच्छा लगा हो, तो इसे अपने दोस्तों को शेयर करें तथा लेख के संबंध में अपने सुझाव हमें कमेंट बॉक्स में बताएं।

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