पीट मॉस क्या है, इसके फायदे और उपयोग की जानकारी – Peat moss information in Hindi

आपने अपने घर या रिश्तेदारों के गार्डन और नर्सरी में कोकोपीट के समान डार्क ब्राउन रंग का रेशेदार पदार्थ (dark brown fibrous material) जरूर देखा होगा, जिसे पीट मॉस (Peat Moss) कहा जाता है। किचन गार्डन और टैरेस गार्डन में बड़े पैमाने पर पीट मॉस का उपयोग होता है। पीट मॉस न केवल तेजी से पौधों का विकास करता है, बल्कि मिट्टी में पोषक तत्वों (nutrients) को बनाए रखता है। इसके साथ ही यह मिट्टी की बनावट (texture) और सघनता (कठोरता) में भी सुधार करता है। आमतौर पर अक्सर पीट मॉस का इस्तेमाल करने वाले गार्डनर भी यह नहीं जानते हैं कि वास्तव में पीट मॉस क्या होता है, पीट मॉस कैसे बनता है, गार्डन में पीट मॉस का सही तरीके से उपयोग कैसे किया जाता है इत्यादि। इस आर्टिकल के माध्यम से आप पीट मॉस के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

पीट मॉस क्या होता है – What is Peat Moss in Hindi

पीट मॉस वास्तव में स्फेगनम मॉस (sphagnum moss) और अन्य कार्बनिक पदार्थों से बना डार्क ब्राउन रंग का रेशेदार उत्पाद (fibrous product) है, जिसका निर्माण हजारों वर्षों में पीट बोग्स (peat bogs) में आंशिक अपघटन से होता है। वास्तव में यह अपघटित या सड़ता गलता नहीं है, क्योंकि पीट मॉस अवायुजीवी (anaerobic) होता है। चूँकि अपघटन की प्रक्रिया हवा के बिना होती है, यही कारण है कि इसकी अपघटित होने की गति धीमी है। यह हर साल केवल एक मिलीमीटर से भी कम गहराई तक अपघटित होता है।

वास्तव में पीट मॉस एक मृत रेशेदार प्राकृतिक उत्पाद (natural product) है, जो तब बनता है जब काई (स्फेगनम मॉस) और अन्य जीवित सामग्री की परतें एक दूसरे के ऊपर बढ़ने से पीट बोग्स में विघटित होती जाती है। पीट बोग्स में पीट मॉस सबसे नीचे की परत होती है। पीट बोग (peat bogs) से पीट मॉस की परत को खोदकर निकाला जाता है। इसके बाद इसे संसाधित (process) करते हैं और सुखाकर बैग में पैक करते हैं। फिर इसे गार्डनिंग स्टोर (gardening stores) पर बेचा जाता है।

पीटफ्री कंपोस्ट कैसे बनाएं – How to make peat-free compost in Hindi

बेशक, आप अपना खुद का पीट-फ्री कम्पोस्ट बना सकते हैं। पीट-फ्री पॉटिंग मिक्स (peat-free potting mix) तैयार करने के लिए आपको कई सामग्रियों को मिलाकर एक मिश्रण तैयार करना होता है। पीट-फ्री पॉटिंग मिक्स बनाने के लिए आपको निम्न सामग्री की जरूरत होगी, जैसे:

  • सड़ी हुई पत्तियां (Leaf mould) – लीफ मोल्ड या सड़ी हुई पत्तियां मिट्टी के लिए कंडीशनर का काम करती हैं। अगर आपके पास पर्याप्त मात्रा में पत्तियां हैं, तो इसे प्लास्टिक की बोरी या लीफ मोल्ड बिन (leaf mould bin) में रखकर सड़ा सकते हैं। यह पीट-फ्री कम्पोस्ट बनाने के काम आ सकती है।
  • गार्डन की खाद (Garden compost) – गार्डन या घर में बनी खाद आमतौर पर हर जगह मिल जाती है। कार्बन युक्त भूरे रंग की सामग्री (carbon-rich brown material) जैसे लकड़ी के तने और कार्डबोर्ड के साथ हरे पत्ते और नाइट्रोजन युक्त छिलकों (किचिन वेस्ट) से घर पर बनी खाद या बगीचे की खाद बनाई जा सकती है।
  • चिकनी बलुई मिट्टी या लोम (Loam) – इसे बगीचे की मिट्टी (garden soil) कहते हैं। पीट-फ्री कम्पोस्ट बनाने के लिए आप गार्डनिंग शॉप से अच्छी क्वालिटी का लोम खरीद सकते हैं।
  • कोको पीट या कॉयर (Coir) – यह भारत में उष्णकटिबंधीय स्थानों पर नारियल के बगीचों में मिलने वाला अपशिष्ट उत्पाद (waste product) है। इसे शोषक या अब्जॉर्बेंट (absorbent) कहा जाता है। इसे बीज बोने और पौधे उगाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह मिट्टी में पोषक तत्वों को बढ़ाता है और इसका इस्तेमाल पीट-फ्री कम्पोस्ट बनाने में किया जा सकता है।

आप अच्छी तरह सड़ी हुई पत्तियां (well-rotted leaf), बगीचे की खाद (garden compost), कोकोपीट और बगीचे की मिट्टी (garden soil) को आपस में अच्छी तरह मिलाकर पीट मॉस बना सकते हैं।

(और पढ़ें: जीवामृत क्या है, कैसे बनाएं, गार्डन में जीवामृत के फायदे….)

गार्डनिंग में पीट मॉस का उपयोग – Peat moss uses in gardening in Hindi

  • मिट्टी को अधिक गीला और सूखा होने से रोके वेजिटेबल गार्डन में पीट मॉस मिट्टी के अधिक सूखेपन (dryness) और गीलेपन (wetness) को रोकता है। पीट मॉस टमाटर (tomatoes), स्ट्राबेरी और ब्लू बेरी जैसी सब्जियों और फलों के लिए अच्छा माना जाता है।
  • पीएच का स्तर कम करे पीट मॉस का पीएच कम होता है। यह मिट्टी के पीएच को कम करता है और अम्लीय मिट्टी में अच्छी तरह से उगने वाले फलों और सब्जियों के लिए बेहतर होता है।
  • बीजों के अंकुरण में मदद करे – अधिकांश गमले की मिट्टी के लिए पीट मॉस रामबाण माना जाता है। यह गमले की मिट्टी में नमी बनाए रखता है और बीज को अंकुरित होने में मदद करता है। इसके अलावा यह पौधों की जड़ों में जरूरत के अनुसार नमी छोड़ता है। यह पौधों में पानी डालने पर मिट्टी से पोषक तत्वों को बहने नहीं देता है।

पीट मॉस मिट्टी में मिलाने के फायदे – Benefits of Adding Peat Moss to the Soil in Hindi

  • जल प्रतिधारण क्षमता में सुधार (water retention) – पीट मॉस मिट्टी में वाटर रिटेंशन या जल प्रतिधारण के लिए फायदेमंद है। यह अपने वजन का 20 गुना तक जल स्टोर करके रख सकता है।
  • पोषक तत्वों को बनाए रखना (Peat Moss holding nutrients) – पीट मॉस मिट्टी में पोषक तत्वों को बरकरार रखता है। इससे पौधों को मिट्टी में मौजूद पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में मिलते हैं और पौधे स्वस्थ रहते हैं।
  • मिट्टी की संरचना में सुधार (improves soil structure) – पीट मॉस मिट्टी की संरचना (soil structure) में सुधार करता है, जल निकासी (drainage) को बढ़ावा देता है और संघनन (compaction) को रोकता है।
  • कार्बनिक पदार्थ का अच्छा स्रोत (Good source of organic matter) – पीट मॉस कार्बनिक पदार्थों का अच्छा स्रोत है, जो मिट्टी में धीरे-धीरे कई सालों तक पोषण बनाए रखता है।
  • अम्लीय गुण (Peat Moss is Acidic) – अधिकांश पीट मॉस का पीएच औसतन 3.5 से 6 तक होता है। यह स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी जैसे अम्लीय पौधों के लिए बहुत उपयुक्त (suitable) है।
  • जीवाणु रहित (Sterility) – पीट मॉस ऊसर (Sterile) अर्थात जीवाणुरहित होता है। इसमें कोई भी बैक्टीरिया, कवक (fungus), हानिकारक रसायन (harmful chemicals) नहीं होते हैं। जिसके कारण यह मिट्टी और पौधों के लिए फायदेमंद माना जाता है।

(और पढ़ें: ऑर्गेनिक गार्डन की मिट्टी तैयार कैसे करें….)

गार्डन में पीट मॉस का इस्तेमाल कैसे करें – How to use peat moss in container gardening in Hindi

गार्डन में पीट मॉस का इस्तेमाल कैसे करें - How to use peat moss in container gardening in Hindi

  • वेजिटेबल गार्डन में 12 इंच मोटी मिट्टी  की सतह पर 2 से 3 इंच मोटी पीट मॉस की सतह बिछाएं और अच्छे से मिलाएं।
  • गमले या ग्रो बैग में भरी जाने वाली मिट्टी और कंपोस्ट के साथ 1/3 से 2/3 हिस्सा पीट मॉस मिलाएं।
  • बीज से पौधा उगाने या बीज अंकुरित करने के लिए पीट मॉस में पर्लाइट (perlite) मिलाएं। इससे अंकुरण तेजी से होता है।
  • अगर आपके पौधे लगे गमले की मिट्टी सूखी या बलुई है, तो मिट्टी में सुधार करने के लिए गमले में पीट मॉस को 1 से 2 इंच गहराई तक सावधानी पूर्वक मिलाएं। यह मिट्टी में नमी बनाता है और जल निकासी को भी बढ़ावा देता है।

क्या आप मिट्टी के ऊपर पीट मॉस डाल सकते हैं? – Can you put peat moss on top of soil in Hindi

पीट मॉस को मिट्टी के ऊपर न डालकर, मिट्टी तैयार करते समय मिलाना अधिक फायदेमंद होता है। इसका कारण यह है कि मिट्टी के ऊपर से पीट मॉस हवा में बिखर सकता है और बारिश होने पर कठोर हो सकता है। जब यह टूटता है तो खरपतवार, सड़ी घास या मल्च से इसे पोषण मिलता है और यह मिट्टी को पोषण देता है। जब पीट मॉस को मिट्टी में अच्छी तरह मिलाया जाता है तो यह पौधों को पोषक तत्व प्रदान करने में मदद करता है। लेकिन इसमें बहुत कम या कोई पोषक तत्व नहीं होता है।

(और पढ़ें: ग्रो बैग में पौधे कैसे उगाएं, जानें गार्डन में ग्रो बैग के प्रयोग की सम्पूर्ण जानकारी…)

पीट मॉस की जगह हम क्या इस्तेमाल कर सकते हैं What can I use instead of peat moss in Hindi

अगर आपको पीट मॉस नहीं मिल रहा है या आप पीट मॉस नहीं खरीद पा रहे हैं, तो आप गार्डनिंग में पौधे उगाने के लिए पीट मॉस के स्थान पर नीचे दी गई चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे:

इनडोर प्लांट में पीट मॉस का इस्तेमाल कैसे करेंHow do you use peat moss on indoor plants in Hindi

इनडोर पौधों के गमले की मिट्टी (potting soil) में पीट मॉस मिलाया जा सकता है। यह मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करता है। इसके अलावा आप अपने गमले के लिए पैकेट बंद पीट मिक्स मिट्टी भी खरीद सकते हैं। अगर आप खुद पीट मॉस बनाकर इनडोर प्लांट की मिट्टी में मिला रहे हैं तो पहले मिट्टी के पीएच की जांच जरूर कर लें।

पीट मॉस और कंपोस्ट में क्या अंतर है? – What is difference between peat moss and compost in Hindi

पीट मॉस एक प्राकृतिक उत्पाद (natural product) है, जो मॉस (काई) की परतों के एक दूसरे के ऊपर बढ़ने से बनता है। पीट मॉस सबसे नीचे की परत होती है।जबकि कम्पोस्ट पोषक तत्वों से भरपूर रोजमर्रा के अपशिष्ट पदार्थ (waste materials) के सड़ने से बनती है और मिट्टी को पोषण देती है। जबकि पीट मॉस उपजाऊ नहीं होता है, इसका पीएच स्तर अम्लीय होता है, और इसमें पोषक तत्वों या सूक्ष्मजीवों की अधिक मात्रा नहीं होती है।

(और पढ़ें: पौधों में पोषक तत्वों (प्लांट न्यूट्रिएंट्स) के कार्य और कमी के लक्षण….)

निष्कर्ष – Conclusion

बीज से पौधा बनने की प्रक्रिया के लिए पीट मॉस अच्छा माना जाता है, जो मिट्टी का ही एक रूप है। इसलिए बीज के अंकुरण के लिए बड़े पैमाने पर पीट मॉस का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि पीट मॉस में पोषक तत्व नहीं होते हैं लेकिन यह मिट्टी में मौजूद पोषक तत्व को बहने नहीं देता है और पौधों की जड़ों में आवश्यक नमी बनाए रखता है। पौधों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होने के कारण पीट मॉस की काफी मांग है।

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