इलायची एक ऐसा प्लांट है जो दिखने में काफी खूबसूरत और इसका उपयोग किचन से लेकर आयुर्वेद तक हर जगह होता है। बहुत से लोग इसे पॉट या कंटेनर में भी ग्रो करते हैं, लेकिन सबसे बड़ा चैलेंज होता है, इलायची में जल्दी फूल और बीज कैसे लाएं (Elaichi Me Jaldi Phool Aur Beej Kaise Laye In Hindi)? अगर सही मिट्टी, नमी, न्यूट्रिएंट्स और टाइम-टू-टाइम इलायची के पौधे की देखभाल की जाए तो ये घर के गमले में भी आसानी से फूल और फली (seed pods) देना शुरू कर देती है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे इलायची में जल्दी फूल और बीज लाने के तरीके और इलायची के पौधे में कौन सी खाद डालें, ताकि आप अपने कार्डमम प्लांट से जल्दी फ्लावरिंग और सीड प्रोडक्शन पा सकें।
इलायची के फूल और बीज जल्दी पाने के आसान उपाय – Easy Ways To Get Flowers And Seeds From Cardamom Plants Quickly In Hindi
गमले या गार्डन में लगा इलायची का पौधा बहुत नाज़ुक होता है और इसमें फूल व बीज आने में समय लगता है। लेकिन अगर आप सही देखभाल, खाद, और सिंचाई के तरीके अपनाएं, तो पौधा जल्दी फूल और बीज देने लगता है। चलिए जानते हैं इलायची के पौधे में फूल और बीज जल्दी पाने के आसान तरीके, जो कि निम्न हैं-
1. शुरू से ही हेल्दी पौधा लगाएं – Select a Healthy Plant from Start in Hindi
अगर आप शुरुआत किसी कमजोर या पतले इलायची प्लांट से करेंगे तो उसमें फ्लावरिंग और सीड प्रोडक्शन डिले हो जाएगा। हमेशा ऐसा पौधा चुनें जिसकी पत्तियाँ मोटी, हरी और स्टेम मजबूत हो। अगर आप नर्सरी से खरीद रहे हैं तो उसकी जड़ों पर ध्यान दें कि वो सड़ी या काली न हों। हेल्दी स्टार्टिंग प्लांट में ग्रोथ स्पीड ज्यादा होती है और वह जल्दी मैच्योर होकर फूल देने लगता है। कमजोर पौधा पहले अपनी जान बचाने में लगा रहता है, इसलिए उसमें फल लगना बहुत देर से शुरू होता है।
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2. गमले की मिट्टी को ब्रीदेबल रखें – Use Well Aerated Soil Mix in Hindi
इलायची की जड़ें नर्म और फैलाव वाली होती हैं, इसलिए मिट्टी बहुत हार्ड या चिपचिपी नहीं होनी चाहिए। इसके लिए आप गार्डन सॉइल में कोकोपीट, नदी की रेत, वर्मीकंपोस्ट और पत्ती खाद मिलाएँ। इससे मिट्टी में एयर सर्कुलेशन बना रहता है और जड़ें तेजी से फैलती हैं। हेल्दी रूट सिस्टम ही फ्लावरिंग और सीड फॉर्मेशन की शुरुआत करता है। अगर मिट्टी सांस नहीं ले पाएगी तो पौधा सुस्त रहेगा और फूल आने में समय लगेगा।
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3. पौधे के लिए रोजाना मॉर्निंग स्प्रे करें – Do Morning Mist Spraying in Hindi
इलायची को ह्यूमिडिटी बहुत पसंद है, खासकर जब गमले में उगाया जा रहा हो। रोज सुबह स्प्रे बोतल से हल्की फुहार डालने से पौधे की पत्तियाँ फ्रेश रहती हैं और पौधा डिहाइड्रेशन से बचा रहता है। इससे स्टोमाटा एक्टिव रहते हैं और फ्लावरिंग जल्दी शुरू होती है। ये तरीका गर्म इलाकों में ज्यादा असरदार होता है, क्योंकि हवा में नमी कम होने पर पौधा फूल बनने की प्रक्रिया टाल देता है।
4. पत्तों की नियमित सफाई करें – Keep Leaves Clean Regularly in Hindi
जब इलायची के पत्तों पर धूल, मिट्टी या कीड़े जम जाते हैं तो पौधा सही से फोटोसिंथेसिस नहीं कर पाता। इससे उसकी एनर्जी कम हो जाती है और फ्लावरिंग में देरी होती है। आप हर 7 से 10 दिन में हल्के गीले कपड़े से पत्तों को साफ करें या स्प्रे से वॉश करें। साफ पत्तियों से पौधा ज्यादा ऑक्सीजन और लाइट लेकर तेजी से फ्लावरिंग फेज में आता है। यह छोटा काम बहुत बड़ा फर्क लाता है।
5. गुनगुने पानी से सिंचाई करें – Use Lukewarm Water for Watering in Hindi
बहुत ठंडा या बहुत गरम पानी इलायची की ग्रोथ रोक देता है। अगर आप उसे हल्के गुनगुने पानी से सिंचाई करेंगे तो पौधे की जड़ें जल्दी पोषक तत्व सोखेंगी। खासकर सर्दियों या ठंडी जगहों में यह तरीका फूल बनने की प्रक्रिया को एक्टिव रखता है। चौंकाने वाली बात यह है कि कई बार सिर्फ पानी बदलने से भी पौधे में ग्रोथ और फ्लावरिंग बढ़ जाती है।
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6. पौधे के आस पास मल्चिंग करें – Do Mulching Around the Plant in Hindi
मल्चिंग से नमी लंबे समय तक मिट्टी में बनी रहती है और टेंपरेचर भी कंट्रोल में रहता है। आप सूखी पत्तियाँ, नारियल भूसी, लकड़ी का बुरादा या घास का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे जड़ों को कम मेहनत करनी पड़ती है और पौधा स्ट्रेस-फ्री रहता है। स्ट्रेस कम होगा तो फ्लावरिंग और सीड डवलपमेंट जल्दी शुरू होगा।
7. हल्की कॉफी या केला खाद इस्तेमाल करें – Use Banana or Coffee Fertilizer in Hindi
इलायची को पोटैशियम और माइक्रो न्यूट्रिएंट्स की जरूरत होती है। इसके लिए आप केले के छिलके की खाद, कॉफी ग्राउंड और नीम खली का पाउडर महीने में एक बार मिट्टी में मिलाएँ। यह पौधे की इम्युनिटी बढ़ाकर फ्लावरिंग हार्मोन को स्टिम्युलेट करता है। इससे छोटे प्लांट भी जल्दी सीड पॉड बनाना शुरू कर देते हैं।
8. अचानक जगह बदलने से बचें – Avoid Frequent Location Changes in Hindi
बहुत से लोग गमले को बार-बार धूप, छाँव और अलग जगहों पर शिफ्ट करते रहते हैं। ऐसा करने से पौधा कंफ्यूज़ हो जाता है और उसकी ग्रोथ रुक जाती है। एक बार सही लोकेशन मिलने के बाद 30-45 दिन तक उसे वहीं सेट रहने दें। स्टेबल एनवायरनमेंट में पौधा अपना नेचुरल फ्लावरिंग साइकिल शुरु कर देता है।
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9. समय पर पेस्ट कंट्रोल करें – Do Timely Pest Control in Hindi
इलायची पर अक्सर एफिड्स, माइट्स और फंगस अटैक करते हैं। अगर पौधे में कीड़े लगेंगे तो वो एनर्जी बचाने के लिए फ्लावर डेवलपमेंट रोक देगा। हर 15 दिन में नीम ऑयल स्प्रे या लहसुन-अदरक वॉटर मिक्स इस्तेमाल करें। इससे पौधा हेल्दी रहेगा और जल्दी बीज बनाने लगेगा।
10. प्लांट को ग्रोथ हार्मोन से बूस्ट करें – Use Mild Growth Booster in Hindi
अगर पौधा मैच्योर हो गया है लेकिन फूल नहीं दे रहा तो आप जैविक ग्रोथ स्टिम्युलेटर जैसे सीवीड लिक्विड, पंचगव्य या बायो-एंजाइम का स्प्रे कर सकते हैं। यह पौधे को फ्लावरिंग स्टेज में धकेलता है और बीज बनने की प्रक्रिया भी तेज हो जाती है।
निष्कर्ष:
इलायची का पौधा गमले में तभी जल्दी फूल और बीज देता है जब उसे सही मिट्टी, नियमित नमी, हल्की छाँव, ऑर्गैनिक न्यूट्रिएंट्स और स्टेबल माहौल मिले। पौधा बार-बार जगह बदलने, मिट्टी के सूखने, तेज धूप या कीड़ों से परेशान होने पर फ्लावरिंग रोक देता है। लेकिन अगर तापमान कंट्रोल हो, पत्तों पर हल्का स्प्रे मिलता रहे, रूट ज़ोन नम रहे और समय-समय पर हल्की खाद दी जाए, तो पौधा खुद ही फ्लावर और सीड पॉड बनाना शुरू कर देता है। गमले में इलायची उगाना मुश्किल नहीं है, बस लगाकर छोड़ देने वाली चीज नहीं है। थोड़ी सी नियमित देखभाल, मिट्टी की क्वालिटी और नमी पर ध्यान रखें, तो पौधा कम समय में फूल और बीज दोनों देने लगता है।
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