जुकिनी के पत्ते पीले क्यों हो रहे हैं, जानें कारण और उपाय – Why Are Zucchini Plant Leaves Turning Yellow? Know Reason And Solution In Hindi

Why Zucchini Plant Leaves Turn Yellow In Hindi: जुकिनी आसान सब्जियों में से एक है, जिसे होम गार्डन या टेरेस गार्डन में आसानी से उगाया जा सकता है। गार्डन में लगे जुकिनी के पौधों की पत्तियां कभी-कभी पीली पड़ने लगती हैं, जिसके कई कारण हो सकते हैं। ज्यादातर मामलों में, इस समस्या को पौधे से दूर किया जा सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि, जुकिनी (zucchini) की पत्तियां पीली क्यों हो रही हैं, जुकिनी के पत्ते पीले होने के क्या कारण हैं और पत्तों को पीला होने से रोकने के उपाय क्या हैं।

जुकिनी के पत्ते पीले होने के कारण – What Causes Zucchini Leaves To Turn Yellow In Hindi

आमतौर पर जुकीनी के पत्ते पीले हो जाते हैं, जिसके कई कारण हो सकते हैं। यहां हम जुकिनी के पत्ते पीले पड़ने के कुछ सामान्य कारणों की चर्चा करेंगे। तो चलिए जानते हैं कि, जुकिनी के पत्ते पीले होने के क्या कारण हैं।

1. बहुत कम या ज्यादा पानी देना – Give Too Little Or Too Much Water To Zucchini Plants In Hindi

जुकिनी के पौधों को सप्ताह में कम से कम 1 इंच गहराई से पानी देने की आवश्यकता होती है, और गर्म मौसम में थोड़ा अधिक। पौधों को बहुत कम या बहुत ज्यादा पानी देने से पत्तियां पीली हो जाती हैं। बहुत अधिक पानी देने से पौधे की जड़ें जलमग्न हो जाती हैं, और पोषक तत्वों को ग्रहण करने में असमर्थ हो जाती हैं, फलस्वरूप पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं। वहीं कम पानी देने से मिट्टी में नमी नहीं रहती, जिससे पौधे की जड़ें सूखने लगती हैं और पत्ते पीले होने लगते हैं।

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2. पोषक तत्वों की कमी – Lack Of Nutrients In Soil In Hindi

गमले या गार्डन की मिट्टी में नाइट्रोजन, आयरन और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों की कमी के कारण जुकिनी की पत्तियां पीली हो सकती हैं। अगर पौधे की निचली पत्तियां पीली हैं और ऊपर की पतियां थोड़ी हरी हैं, तो इसका कारण संभवतः नाइट्रोजन की कमी हो सकता है; पौधे में नाइट्रोजन गतिशील होता है और जब इसकी कमी होती है तो यह पुरानी वृद्धि से नहीं वृद्धि की ओर मूव करता है।

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3. बहुत ज्यादा उर्वरक – Yellowing Of Leaves Due To Excess Fertilizers In Hindi

जुकिनी की मिट्टी में बहुत अधिक उर्वरक या पौधे की गीली पत्तियों पर उर्वरक डालने से ऐसा हो सकता है, क्योंकि उर्वरक में उपस्थित अतिरिक्त लवण पौधों से नमी खींच लेते हैं, जिसके कारण पत्तियां पीली, भूरी या सूख जाती हैं।

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4. ट्रांसप्लांट शॉक – Zucchini Plant Leaves Turning Yellow By Transplant Shock In Hindi

जुकीनी की जड़ें कोमल होती हैं, अगर अचानक से इनको ट्रांसप्लांट कर दिया जाता है, तो इसके पत्ते पीले हो सकते हैं। हालांकि, पुरानी पत्तियां ट्रांसप्लांट करने के बाद पीली होकर गिर जाती हैं जबकि पौधा अपनी ऊर्जा नई पत्तियां उगाने और जड़ों को विकसित करने में लगाता है।

5. कीटों का प्रकोप – Pest Infestation On Zucchini Plants In Hindi

एफिड्स, स्क्वैश बग जैसे छोटे-छोटे कीट पौधे की पत्तियों से रस चूसते हैं, जिससे पत्ते पीले या भूरे हो जाते हैं और मुर्झा जाते हैं। इसके अलावा spider mites, पौधे की पत्तियों पर धब्बे छोड़ते हैं जो आगे जाके पीले पड़ जाते हैं।

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6. पौधों में रोग हो जाना – Diseases In Zucchini Plants To Turn Leaves Yellow In Hindi

जुकिनी के पौधे में रोग हो जाने से भी पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं। powdery mildew fungus, पत्तियों में सफेद रंग से शुरु होती है और बाद में सफेद व पीली हो सकती है। वर्टिसिलियम विल्ट एक मिट्टी जनित फंगस रोग है, जो पौधे को मुरझाने, पीला करने और उसे मार डालने का कारण बनता है।

नोट – जब पौधा पुराना हो जाता है, तब भी पत्तियां पीली होने लगती हैं जो आंशिक रूप से पौधे की प्राकृतिक उम्र बढ़ने की प्रक्रिया है और इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है।

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जुकिनी के पत्ते पीले होने से रोकने के उपाय – Ways To Prevent Zucchini Leaves From Turning Yellow In Hindi

जुकिनी के पत्ते पीले होने से रोकने के उपाय - Ways To Prevent Zucchini Leaves From Turning Yellow In Hindi

अगर आपके जुकिनी की पत्तियां पीली हो रही हैं या हो चुकी हैं, तो आप नीचे बताए गए तरीकों को अपनाकर पत्तों को पीला होने से रोकने का प्रयास कर सकते हैं। जो कि इस प्रकार हैं:-

  1. अगर आप जुकिनी को ट्रांसप्लांट मेथड से उगा रहें हैं, तो पौधों को उस दिन ट्रांसप्लांट करें, जिस दिन बादल छाए रहें। शुरुआत में कुछ दिनों के दौरान पौधों को छाया दें और उन्हें तेज हवाओं से बचाएं।
  2. गमले या ग्रो बैग को ऐसे स्थान पर रखें, जहाँ पौधों को रोजाना कम से कम 6 से 8 घंटे की आंशिक धूप मिल सके।
  3. पानी देने से पहले चेक करें कि, मिट्टी सूखी हुई है और अगर मिट्टी गीली है तो अभी पानी न दें। इसके अलावा गमले में जलभराव न होने दें, नहीं तो जड़ें सड़ सकती हैं।
  4. पौधे लगाने के लिए रोग व कीटाणु रहित पॉटिंग मिट्टी का इस्तेमाल करें और ध्यान रखें कि मिट्टी पोषक तत्वों से युक्त अच्छी जल निकासी वाली हो। आप मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए जैविक खाद जैसे गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट और शुरुआती समय में नाइट्रोजन युक्त खाद मिला सकते हैं। पौधों को जल्दी से पोषक तत्व देने के लिए आप तरल खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  5. कीटों को पानी की तेज धार से हटाने की कोशिश करें, लेकिन ध्यान रखें कि पौधों को नुकसान न पहुंचे। इसके अलावा आप नीम तेल स्प्रे या जैविक कीटनाशक का उपयोग कर सकते हैं।
  6. पाउडरी फफूंद की प्रारंभिक अवस्था को कंट्रोल करने के लिए प्रभावित पत्तियों को हटा दें या सिरका, बेकिंग सोडा जैसे जैविक कीटनाशक का इस्तेमाल करें।
  7. वर्टिसिलियम विल्टरोग से ग्रसित पौधे को आप गार्डन से हटा सकते हैं।

सामान्य प्रश्न

1. जुकिनी के पौधे को अधिक पानी देने से क्या होता है?

जब जुकिनी को अधिक पानी दिया जाता है, तो पौधे की पत्तियां पीली, लटकी हुई हो जाती हैं, और पौधों की वृद्धि रुक जाती है या धीमी हो जाती है।

2. छोटी जुकिनी पीली होकर क्यों गिर गई?

छोटे पौधों के पीले पड़ने और सड़ने का सामान्य कारण खराब परागण (pollination) या पोषक तत्वों की कमी है।

निष्कर्ष:

अब तो आप जान ही गए होंगे कि, जुकिनी की पत्तियां पीली क्यों होती हैं और इन्हें पीला होने से रोकने के उपाय क्या हैं। उम्मीद है यह लेख आपको पसंद आया होगा। ऐसे ही informative लेख पढ़ने के लिए वेबसाइट organicbazar.net पर विजिट करें।

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