घर पर डायनथस फ्लावर प्लांट कैसे उगाएं – How To Grow Dianthus Flower At Home In Hindi

गुलदस्ता बनाने के लिए गुलाब के बाद यदि किसी फूल का नाम आता है तो वह डायनथस है। इस पौधे के गुलाबी रंग के सुन्दर फूल 14 से 21 दिनों तक ताजा रह सकते हैं। इसी वजह से इन फूलों को घर के अन्दर सजावट के तौर पर फूलदान (flower vase) में भी रखा जाता है। इसके अलावा डायनथस अधिक समय तक खिलने वाले (मई से अक्टूबर तक) फूलों में से एक है। इस सुन्दर फूल के पौधे को होम गार्डन में कम जगह में भी उगाया जा सकता है और इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत भी नहीं होती है। घर पर डिएन्थुस (Dianthus) फूल कैसे लगाएं, डायन्थस के बीजों को उगाने के लिए आवश्यक सामग्री क्या है? डायन्थस या डिएन्थुस की देखभाल कैसे करें? इन सभी जानकारियों के लिए इस ब्लॉग को लास्ट तक जरूर पढ़ें।

डायन्थस फ्लावर के बारे में मुख्य जानकारी – Information To Grow Dianthus Flower Seeds In Hindi

डायन्थस फ्लावर के बारे में मुख्य जानकारी - Information To Grow Dianthus Flower Seeds In Hindi

कार्नेशन और स्वीट विलियम डायन्थस की मुख्य प्रजातियां (species) हैं। आइये जानते हैं डिएन्थुस फ्लावर के बारे में कुछ प्रमुख जानकारियां:

पौधे का प्रकार
वार्षिक, द्विवार्षिक या बारहमासी प्रजातियाँ
पौधे की लम्बाई
वैरायटी के अनुसार 6 से 36 इंच
बीज लगाने का सही समय
शुरुआती बसंत (फरवरी), शुरुआती पतझड़ (सितंबर)
मिट्टी का पीएच
6 से 7.5
बीज अंकुरण के लिए मिट्टी का तापमान
15-25°C
बीज लगाने की गहराई
1/8 इंच (0.3 सेंटीमीटर)
अंकुरण का समय
1 से 3 सप्ताह
पानी की आवश्यकता
मध्यम (Moderate)
फूल खिलने का समय
बीज लगाने के 8 से 10 सप्ताह बाद। लास्ट बसंत (मई) से पतझड़ (अक्टूबर) तक
फूल का रंग
गुलाबी, बैंगनी, लाल, सफेद

डायन्थस फूल के पौधे उगाने के लिए आवश्यक सामग्री – What Do I Need To Grow Dianthus Flowers In Hindi

होम गार्डन में डायनथस फ्लावर उगाने के लिए आपको निम्न चीजों की जरूरत पड़ेगी:

  • बीज (Seeds)
  • सीडलिंग ट्रे (Seedling Trays)
  • पॉट्स (Pot)
  • पॉटिंग मिक्स (Potting Mix)
  • फर्टिलाइजर (Fertilizer)
  • गार्डनिंग टूल्स (Garden Tools)

(यह भी जानें: गार्डनिंग शुरू करने के लिए किन चीजों की पड़ती है जरूरत…..)

बीज – Buy Dianthus Seeds Online In Hindi

सबसे पहले आप लोकल गार्डन स्टोर या ऑनलाइन गार्डनिंग वेबसाइट organicbazar.net से डायनथस फूल के बीज खरीद लें। डायनथस की कई किस्में पाई जाती हैं, आप जिसे उगाना चाहते हैं उसे खरीदें।

(यह भी जानें: बीज अंकुरित कैसे होता है, जानें सीड जर्मिनेशन की आवश्यकताएं…..)

बीज खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

सीडलिंग ट्रे – Seedling Trays For Dianthus Seed Germination In Hindi

सीडलिंग ट्रे – Seedling Trays For Dianthus Seed Germination In Hindi

डायनथस, सीडलिंग तैयार कर उगाए जाने वाले फूलों के पौधों में से एक है। इसी वजह से डायन्थस के बीजों से पौध या नर्सरी तैयार करने के लिए सीडलिंग ट्रे की आवश्यकता होती है। सीडलिंग ट्रे की मदद से बड़ी ही आसानी से डायनथस के बीजों को अंकुरित कर लिया जाता है।

(यह भी जानें: बीज जर्मिनेट होने के बाद ऐसे करें सीडलिंग की देखभाल…..)

पॉट्स – Pot Size For Dianthus Flower Plant In Hindi

पॉट्स - Pot Size For Dianthus Flower Plant In Hindi

डायनथस सीडलिंग या पौधे को ट्रांसप्लांट करने के लिए आपको उचित साइज के बड़े गमले या ग्रो बैग की आवश्यकता होगी। नीचे दिए गए ग्रो बैग का इस्तेमाल आप डायन्थस के पौधों को लगाने के लिए कर सकते हैं:

(यह भी जानें: फूल वाले पौधे लगाने के लिए ग्रो बैग का साइज.….)

ग्रो बैग खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:

पॉटिंग मिक्स – Potting Mix For Grow Dianthus In Hindi

पॉटिंग मिक्स – Potting Mix For Grow Dianthus In Hindi

डायन्थस के बीज लगाने के लिए आप रेडी टू यूज पॉटिंग मिक्स खरीद लें या घर पर बना लें। होममेड पॉटिंग मिक्स बनाने के लिए 50% मिट्टी, 30% गोबर खाद, 10% रेत और 10% कोकोपीट को आपस में अच्छे से मिला लें। अब इस पॉटिंग मिक्स का उपयोग डायन्थस के बीजों या पौधों को लगाने के लिए कर सकते हैं।

(यह भी जानें: पौधे लगाने के लिए गमले की मिट्टी कैसे तैयार करें.….)

मिट्टी व जरूरी चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

फर्टिलाइजर – Fertilizer For Dianthus Flower Plant In Hindi

फर्टिलाइजर – Fertilizer For Dianthus Flower Plant In Hindi

डायनथस पौधे की ग्रोथ तेजी से बढाने के लिए उसके ग्रोइंग सीजन में, गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट या मस्टर्ड केक फर्टिलाइजर देने की आवश्यकता होती है। और जब पौधे में कलियाँ आने लगें, तब प्रोम या बोनमील फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करने से अधिक फूल खिलते हैं। इसके अलावा रॉक फास्फेट भी फूल वाले पौधों के लिए प्रमुख उर्वरक है।

(यह भी जानें: फूल वाले पौधों के लिए खाद तथा सबसे अच्छे उर्वरक….)

आवश्यक चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

गार्डनिंग टूल्स – Garden Tools To Grow Dianthus In Pot In Hindi

गार्डनिंग टूल्स – Garden Tools To Grow Dianthus In Pot In Hindi

हैण्ड ट्रोवेल, हैंड ग्लव्स और वाटरिंग कैन बेसिक गार्डनिंग टूल्स हैं, जिनका उपयोग डायनथस या अन्य किसी पौधे को ग्रो करते समय होता है। इस गार्डनिंग हैंड ट्रोवेल की मदद से गमले में मिट्टी भरी जा सकती है, मिट्टी की खुदाई की जा सकती है। इसके अलवा वाटरिंग कैन पौधों को पानी देने के लिए और हैण्ड ग्लव्स हाथों की सुरक्षा के लिए बेहद उपयोगी टूल हैं।

(यह भी जानें: गार्डनिंग टूल्स और उनके उपयोग की जानकारी….)

टूल्स खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

डायनथस फूल की कुछ प्रमुख किस्में – Dianthus Flower Varieties In Hindi

डायनथस सुन्दर फूल वाले पौधों में से एक है। इस पौधे की वार्षिक, द्विवार्षिक और बारहमासी फूल वाली प्रजातियाँ पाई जाती हैं। वैसे तो डायनथस पौधे की 300 से अधिक किस्में होती हैं, लेकिन आगे केवल कुछ प्रमुख किस्मों के बारे में ही बताया गया है जैसे:

  1. स्वीट विलियम (Sweet William/Dianthus Barbatus)
  2. चाइना पिंक (Dianthus Chinensis/China pink)
  3. डायनथस डेल्टोइड्स (Dianthus Deltoides/Maiden pink)
  4. कारनेशन फ्लावर (Carnation/Dianthus Caryophyllus)
  5. डायनथस प्लुमेरिया (Dianthus Plumarius/Garden pink)

(यह भी जानें: सुन्दर फूल वाले पौधे, जिन्हें घर पर गमले में उगाना है आसान…)

डायन्थस फूल के बीज कब लगाएं – When To Sow Dianthus Seeds In India In Hindi

डायनथस के बीजों या पौधों को बसंत (फरवरी-मार्च) के समय और पतझड़ (सितंबर-अक्टूबर) के समय लगाया जाता है। पौधा 3 से 4 महीने बाद फ्लावरिंग करने लगता है। यह मई से अक्टूबर के महीने तक फूल देता रहता है।

(यह भी जानें: ट्रांसप्लांट विधि से उगने वाले फूलों के लिए ग्रोइंग कैलेंडर…..)

डायन्थस को बीज से उगाने की विधि – How To Plant Dianthus From Seed In Hindi

आइये जानते है होम गार्डन में डायनथस फ्लावर सीड्स उगाने की विधि:

  1. सबसे पहले सीडलिंग ट्रे को लें और उसके जितने खानों में बीज लगाने हों, उनको पॉटिंग मिक्स या केवल कोकोपीट / वर्मीकुलाइट से भर लें। कोकोपीट या वर्मीकुलाइट में बीज अच्छे से अंकुरित होते हैं।
  2. इसके बाद बीजों को उन खानों में 1/8 इंच (3cm) की गहराई में लगा दें और उन्हें आसपास की मिट्टी से पूरी तरह से ढक दें।
  3. अब बोये गए बीजों को स्प्रे पंप या वाटरिंग कैन की मदद से पानी दें।
  4. इसके बाद सीडलिंग ट्रे को किसी रोशनी वाली जगह पर रख दें, लेकिन डायरेक्ट धूप में नहीं रखना है। घर के अन्दर सीडलिंग को रोशनी देने के लिए ग्रो लाइट का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
  5. सीडलिंग तैयार होने पर उसे गमले में ट्रांसप्लांट कर दें। और फिर गमले को कुछ दिन तक रोशनी वाली जगह (जैसे खिड़की) पर रखें।
  6. उसके बाद गमले को ऐसी जगह पर रख दें, जहाँ उस पर रोजाना 6 घंटे की सीधी धूप पड़ती हो।
  7. सही तरीके से पौधे की देखभाल करने पर 8 से 10 सप्ताह बाद पौधे में फूल खिलने की शुरुआत हो जाती है।

(यह भी जानें: प्लांट रिपॉटिंग के दौरान न करें यह गलतियाँ, मर सकता है पौधा…..)

डायन्थस फूल के पौधे की देखभाल – How To Take Care For Dianthus Plant In Hindi

डायन्थस या डिएन्थुस लम्बे समय तक फूल देने वाला पौधा है, लेकिन लम्बे समय तक फूल लेने के लिए इस पौधे की उचित देखभाल करना काफी जरूरी है। आइये डायनथस फूल के पौधे की धूप, पानी और खाद की आवश्यकताओं के बारे में जानते हैं:

पानी – Dianthus Watering Needs In Hindi

वैसे डायन्थस या डिएन्थुस को ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन गर्मी के समय इसे दिन में 2 बार पानी जरूर देना चाहिए। बाकि ठंड के समय 2 दिन में 1 बार पानी देना सही रहता है। वैसे सबसे सही तो यह है कि जब भी डायनथस फूल के पौधे की ऊपरी 2 इंच की मिट्टी सूखी लगे, तभी पौधों की मिट्टी में पानी दें।

(यह भी जानें: पौधों को पानी कब दें, जानें पानी देने का सही समय क्या है…)

गार्डनिंग टूल्स खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

धूप – Dianthus Sun Needs In Hindi

धूप – Dianthus Sun Needs In Hindi

वैसे डायनथस पौधे को रोजाना कम से कम छह घंटे सीधी धूप की जरूरत होती है, लेकिन गर्मी में दोपहर की तेज धूप से पौधों को बचाने के लिए आंशिक छाया में रख देना चाहिए।

खाद या उर्वरक – Fertilizer For Dianthus In Hindi

डायनथस पौधे में जब कलियाँ आने लगे तब पोटेशियम और फास्फोरस युक्त फर्टिलाइजर जैसे रॉक फास्फेट, पोटाश और प्रोम खाद का उपयोग किया जाना चाहिए।

(यह भी जानें: पौधे में फूल नहीं आ रहे हैं, तो करें इन खाद और उर्वरकों का इस्तेमाल…..)

बेस्ट खाद खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

कीट नियंत्रण – Dianthus Pest Control In Hindi

स्लग, स्नेल, एफिड्स, ग्रासहोपर आदि कीट डायनथस पौधे को प्रभावित कर सकते हैं। पौधों से एफिड्स निकालने के लिए पौधे पर पानी की तेज धार चलायें, स्नेल या बड़े कीट को हाथ से उठाकर भी अलग किया जा सकता है, और अन्य कीटों से बचाव के लिए नीम तेल का घोल बनाकर छिड़काव करें।

(यह भी जानें: गमले के पौधों को कीट से बचाने के तरीके…..)

जरूरी चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

डायनथस पौधे में फूल खिलने का समय – Dianthus Bloom Time In Hindi

डायनथस पौधे में फूल खिलने का समय - Dianthus Bloom Time In Hindi

बीज लगाने के 8 से 10 सप्ताह बाद आप डायनथस के पौधे में सुन्दर फूलों को खिलते हुए देख पाएंगे। इसके फूल बसंत ऋतु (अप्रैल) से लेकर शुरूआती पतझड़ (अक्टूबर) के मौसम तक खिलते रहते हैं। डायन्थस फूलों की सुगंध लौंग के समान प्यारी होती है। यह फूल बगीचे में तितलियों, चिड़ियों (hummingbirds) और अन्य पोलीनेटर्स (pollinators) को आकर्षित करते हैं।

इस ब्लॉग में डिएन्थुस (Dianthus) फूल कैसे लगाएं और डायन्थस या डिएन्थुस पौधे की देखभाल कैसे करें? की जानकारी दी गयी है। यदि डायनथस फूल को उगाने से सबंधित यह लेख आपको पसंद आया हो या इस लेख के बारे में आपकी जो भी राय या सवाल हो, उसे कमेन्ट में जरूर बताएं।

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