सब्जियों की बेहतर ग्रोथ के लिए केवल पौधे लगाना व पानी देना काफी नहीं होता है, इसके साथ-साथ इन्हें खाद देने की आवश्यकता भी होती है, क्योंकि कई बार सिर्फ मिट्टी से मिल रहे पोषक तत्व सब्जियों की पैदावार को बढ़ाने के लिए पर्याप्त नहीं होते हैं। अगर आप भी अपने होम गार्डन में लगी हुई सब्जियों व पौधों की बेहतर ग्रोथ व अच्छी पैदावार चाहते हैं तो आपको सब्जियों के लिए सबसे अच्छे जैविक खाद (ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर) का उपयोग करना चाहिए। ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर (जैविक खाद) क्या हैं और सब्जियों के लिए सबसे अच्छी जैविक खाद कौन सी होती है, के बारे में जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर (जैविक खाद) क्या है – What is Organic Fertilizer in Hindi
जैविक उर्वरक प्राकृतिक उत्पाद होते हैं, जिनका उपयोग पेड़-पौधों को पोषक तत्व प्रदान करने के लिए किया जाता है और समग्र मिट्टी के स्वास्थ्य में योगदान देते हैं। जबकि जीव-जंतुओं व प्राकृतिक अवशिष्टों से तैयार खाद को जैविक खाद कहते हैं। यह प्राकृतिक रूप से तैयार की जाने के कारण बेहद सुरक्षित व उपयोगी मानी जाती है। जैविक खाद मुख्यतः कार्बन युक्त होती है इसीलिए इसे कार्बनिक खाद भी कहते हैं। जैविक खाद- गोबर की खाद, वर्मी-कम्पोस्ट खाद, जीव -जंतुओं, फल-फूल व किचिन से निकले हुए अवशिष्ट पदार्थों इत्यादि से बनाई जाती है।
सब्जियों के लिए सबसे अच्छी जैविक खाद कैसे चुनें – How to choose best organic fertilizer for vegetables in Hindi
सब्जियों के लिए जैविक खाद चुनने के लिए आपको सबसे पहले लगाये हुए पौधों की किस्म, पौधे के लिए खाद की जरूरत, मिट्टी की गुणवत्ता इत्यादि के बारे में पता करना होगा। जिससे मिट्टी की गुणवत्ता व पौधे की पोषक तत्वों की जरूरत का पता लगाने के बाद आप NPK अनुपात के अनुसार जैविक खाद खरीद सकते हैं।
एनपीके अनुपात क्या है – What is NPK value in Hindi
उर्वरक में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम के अनुपात को NPK से प्रदर्शित किया जाता है। पौधों के लिए उपयोग में लाये जाने वाले जैविक उर्वरक का NPK अनुपात इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि:
- नाइट्रोजन (N) – नाइट्रोजन पौधे के शुरूआती विकास व पौधे की पत्तियों के लिए आवश्यकता होता है।
- फास्फोरस (P) – फास्फोरस मजबूत और स्वस्थ जड़ वृद्धि और पौधे के फूलने, फलने के लिए महत्वपूर्ण होता है।
- पोटेशियम (K) – पोटेशियम पौधे के सभी महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करने, पौधे को स्वस्थ रखने और तापमान सहन करने में मदद करता है।
(और पढ़ें: महत्वपूर्ण जैविक उर्वरक और उनका एनपीके अनुपात…)
सब्जियों की अच्छी वृद्धि के लिए बेस्ट जैविक खाद – Best organic fertilizer for good growth of vegetables in Hindi
विभिन्न प्रकार की सब्जियों में पौधों के प्रकार, वृद्धि व उनकी पोषक तत्त्वों की आवश्यकता के अनुसार उनमें अलग-अलग प्रकार की जैविक खाद का प्रयोग किया जाता है। जैविक खाद का प्रयोग सुरक्षित व फायदेमंद होता है। आप अपने होम गार्डन में सब्जियों व पौधों की आवश्यकतानुसार उनमें जैविक उर्वरक और खाद का प्रयोग उनके NPK अनुपात के अनुसार कर सकते हैं। सब्जियों के गार्डन में उपयोग किये जाने वाले जैविक उर्वरक निम्न हैं:
- ब्लड मील (Blood Meal)
- कृमि कास्टिंग (Worm Castings)
- फिश इमल्शन (Fish Emulsion)
- बोन मील (Bone Meal)
- कॉटनसीड मील (Cottonseed Meal)
- फेदरमील (Feather Meal)
- रॉक फोस्फेट (Rock Phosphate)
- मशरूम कम्पोस्ट (Mushroom Compost)
ब्लड मील – Blood Meal best fertilizer for vegetable garden in Hindi
ब्लड मील एक नाइट्रोजन युक्त जैविक खाद है। इसमें नाइट्रोजन की मात्रा बहुत अधिक होती है। ब्लड मील में लगभग 13.25% नाइट्रोजन, 1.0% फॉस्फोरस और 0.6% पोटेशियम होता है। इसका उपयोग मिट्टी के PH मान को संतुलित करने के लिए किया जाता है। ब्लड मील का इस्तेमाल मिट्टी की अम्लीयता को बढ़ाता है।
नोट- अतिरिक्त नाइट्रोजन पौधों की जड़ों को जला सकती है। इसीलिए ब्लड मील का उपयोग केवल आवश्यकता के अनुसार करें।
कृमि कास्टिंग – Worm Castings in Hindi
कृमि कास्टिंग को वर्मीकम्पोस्ट खाद भी कहा जाता है। वर्मीकंपोस्ट में नाइट्रोजन 2 से 3%, पोटेशियम 1 से 2% और फास्फोरस 1 से 2% होता है। इसके अतिरिक्त जिंक, कॉपर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सल्फर, कोबाल्ट बोरॉन की संतुलित मात्रा पाई जाती है। इसका उपयोग पौधों को मिट्टी द्वारा आवश्यक न्यूट्रीशन (पोषक तत्व) प्रदान करने के लिए किया जाता है।
फिश इमल्शन – Fish Emulsion Fertilizer in Hindi
फिश इमल्शन का उपयोग विशेष रूप से शुरुआती वसंत में लॉन उर्वरक (lawn fertilizer) के रूप में किया जाता है। फिश मील का एनपीके अनुपात (NPK ratio) 5: 2: 2 होता है। इसकी उच्च नाइट्रोजन सामग्री के कारण यह पत्तेदार हरी सब्जियों के लिए उपयोग किया जाता है।
बोन मील – Bone Meal Fertilizer in Hindi
NPK वैल्यू के आधार पर बोन मील फॉस्फोरस का एक उत्तम स्रोत होता है। बोन मील में फॉस्फोरस की अधिक मात्रा पाए जाने के कारण इसका उपयोग मजबूत जड़ों तथा फूल और फलों की पैदावार बढाने के लिए किया जाता है। बोन मील (bone meal) में NPK वैल्यू 3:15:0 होती है। कुछ बोन मील जैविक उर्वरक में NPK 4:20:0 का अनुपात पाया जाता है। बेहतर परिणाम पाने के लिए इसे ब्लड मील के साथ भी मिलाया जाता है।
(और पढ़ें: पौधों के लिए फायदेमंद होता है मिट्टी में बोन मील का प्रयोग…)
कॉटनसीड मील – Cottonseed Meal Fertilizer in Hindi
कॉटनसीड मील मिट्टी की बनावट में सुधार करता है तथा पौधों की उचित वृद्धि और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक ह्यूमिक एसिड बनाने में मदद करता है। कॉटनसीड मील में 6:0:4 (नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम) का एनपीके अनुपात होता है। अपने पोषक तत्वों के कारण, इसका एक आदर्श नाइट्रोजन उर्वरक के रूप उपयोग किया जाता है। यह उच्च नाइट्रोजन युक्त खाद है साथ ही इसमें पोटेशियम की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है ।
फेदर मील – Feather Meal Fertilizer in Hindi
फेदर मील जैविक उर्वरक नाइट्रोजन का उत्कृष्ट स्रोत है। फेदर मील में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम का अनुपात 12-0-0 होता है। जैविक खाद फेदर मील के इस्तेमाल से आपके पौधों को उनकी वृद्धि और विकास के दौरान नाइट्रोजन की निरंतर आपूर्ति होगी, जिससे आपके पौधे मजबूत बनेगें।
रॉक फास्फेट – Rock Phosphate Fertilizer in Hindi
जैविक उर्वरक रॉक फॉस्फेट का एनपीके अनुपात लगभग 0:20:0 होता है, जो फास्फोरस का उच्चतम स्रोत है। रॉक फॉस्फेट, फास्फोरस का एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक स्रोत है, जिसे बोन मील के स्थान पर एक शाकाहारी उत्पाद के रूप में उपयोग लाया जा सकता है। इसका सीधा प्रयोग अम्लीय मिट्टी में किया जा सकता है, क्योंकि कम पीएच होने के कारण रॉक फॉस्फेट आसानी से घुल जाता है।
मशरूम कम्पोस्ट – Mushroom Compost Fertilizer in Hindi
मशरूम कम्पोस्ट में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम (NPK) का अनुपात 1.2:0.2:1.3 होता है। मशरूम खाद हर पौधे के लिए नहीं है, क्योंकि यह घुलनशील लवण और अन्य पोषक तत्वों में समृद्ध है। इसका प्रयोग करने से आपके अंकुरित बीज नष्ट हो सकते हैं और नमक के प्रति संवेदनशील पौधों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसे युवा पौधों पर भी लागू नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि वे विशेष रूप से उच्च स्तर के लवण और अमोनियम के प्रति संवेदनशील होते हैं।
नोट – उपर्युक्त किसी भी जैविक खाद का आवश्यकता से अधिक उपयोग किये जाने से आपके पौधों को नुकसान हो सकता है। जरूरत के अनुसार पौधों को खाद दें।
(और पढ़ें: पौधों में पोषक तत्वों (प्लांट न्यूट्रिएंट्स) के कार्य और कमी के लक्षण…)
निष्कर्ष – Conclusion
इस आर्टिकल में हमने जाना कि जैविक खाद या उर्वरक किसे कहते हैं। अपने होम गार्डन में सब्जियों व पौधों के लिए कौन-कौन से जैविक उर्वरक का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसी तरह की हमारी और भी उपयोगी पोस्ट पढ़ने के लिए organicbazar.net पर विजिट करें।