किसी भी पौधे को लगाने के लिए सीडलिंग तैयार करना एक अहम् कदम होता है। अक्सर हम इन नाजुक पौधों को बहुत केयर के साथ उगाते हैं, लेकिन कभी-कभी आपने सीडलिंग तैयार करने के दौरान सीडलिंग के पत्तों को कर्ल और पीले होते हुए देखा होगा। दरअसल यह सीडलिंग की एक आम समस्या है, हालांकि इसके पीछे बहुत से कारण होते हैं, लेकिन सही वजह पता न होने की वजह से अधिकांश लोग इसे ठीक करने के बजाय नई सीडलिंग तैयार करने का फैसला ले लेते है। यदि आप भी सीडलिंग की पत्तियां पीली तथा कर्ल होने की इस समस्या से परेशान हैं, तो ये आर्टिकल आपके बहुत काम आने वाला है, जिसमें हम आपको सीडलिंग के पौधे की पत्तियां कर्ल या मुड़ी हुई और पीली (Plant Leaves Curling And Turning Yellow In Hindi) होने के कारण और ठीक करने के उपाय बतायेंगे।
सीडलिंग के पौधे की पत्तियां पीली और कर्ल होने के कारण – Causes Of Seedling Leaves Curl And Turn Yellow In Hindi
यदि आप अपने गार्डन में पौधे लगाने के लिए बीज से सीडलिंग तैयार करते हैं, तो हम आपको सीडलिंग की पत्तियां पीली और कर्ल होने की इस समस्या के कारण तथा अपने छोटे नन्हें अंकुरित पौधे को कैसे सुरक्षित करें? इसकी जानकारी देंगे। आइये जानते हैं- सीडलिंग की पत्तियां मुड़ी हुई और कर्ल होने के कारण के बारे में:-
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पर्यावरणीय तनाव – Environmental Stress Is The Reason Of Seedling Leaves Curl And Turn Yellow In Hindi
आमतौर पर सीडलिंग के नाजुक पौधों को अच्छी तरह बढ़ने के लिए अनुकूल वातावरण की आवश्यकता होती है। अत्यधिक गर्म या ठंडे तापमान से इन पौधों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है और इसके परिणामस्वरूप पत्ती मुड़ जाती है और पीली हो जाती है। इसलिए सीडलिंग तैयार करते समय पौधों को अच्छी तरह ग्रो करने के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करना जरूरी है।
सीडलिंग को मौसम में बदलाव से कैसे बचाएं – How To Protect Seedlings From Weather Changes In Hindi
सीडलिंग तैयार करते समय यह सुनिश्चित करें, कि ट्रे को उचित तापमान और आर्द्रता के स्तर वाले क्षेत्र में रखा गया है, इसके लिए आप अपने पौधों को घर के अंदर, पोर्च या बालकनी में भी रख सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप आउटडोर छोटे पौधों को मौसम के बदलाव अर्थात अत्याधिक धूप, बारिश, ठंडी या गर्म हवाओं से बचाने के लिए ग्रीन शेड नेट का उपयोग भी कर सकते हैं।
ओवरवाटरिंग या अंडर वाटरिंग होना – Watering Issue Is Common Reason Of Seedling Leaves Curl And Turn Yellow In Hindi
पानी देने के तरीके भी सीडलिंग के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं। जिस प्रकार अत्यधिक पानी देने से पौधों में रूट रॉट, डंपिंग ऑफ जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं, उसी प्रकार सीडलिंग में पानी की कमी से भी पौधे की पत्तियों का मुरझाना और रंग फीका होना जैसे कई लक्षण देखे जा सकते हैं। सीडलिंग में ओवरवाटरिंग और अंडर वाटरिंग दोनों ही स्थितियों में पत्तियां पीली और कर्ल हो सकती हैं, इसलिए उन्हें उचित मात्रा में पानी देना जरूरी है।
सीडलिंग को पानी देने का सही तरीका – The Right Way To Water The Seedlings In Hindi
ट्रे में लगे पौधों को पानी देने से पहले मिट्टी की नमी के स्तर की जाँच करें। अंकुरित पौधों को अच्छी तरह से पानी दें और सुनिश्चित करें, कि अतिरिक्त पानी जल निकासी छिद्रों से निकल जाए। सीडलिंग ट्रे में बीज लगाते समय अच्छी जल निकासी वाले सीड स्टार्टर मिक्स या पॉटिंग मिक्स का प्रयोग करें।
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पोषक तत्वों की कमी या असंतुलन – Use Wrong Fertilizer Is The Causes Of Seedling Leaves Curl And Turn Yellow In Hindi
अंकुरित पौधों को ग्रोथ करने के लिए पोषक तत्वों की संतुलित मात्रा की आवश्यकता होती है। यदि आप इन छोटे पौधों को बहुत कम या अधिक मात्रा में पोषक तत्व देते हैं, तो इसका सीधा असर उनकी ग्रोथ पर पड़ सकता है और इसके परिणामस्वरूप पौधे की पत्तियां पीली और मुड़ सकती हैं।
सीडलिंग को उचित पोषक तत्व देने के उपाय – Ways To Give Proper Nutrients To Seedlings In Hindi
सीडलिंग के पौधों को इस समस्या से बचाने के लिए सही समय और सही मात्रा में खाद या उर्वरक देना जरूरी है। इसके लिए आप बीज लगाते समय जैविक कार्बनिक पदार्थों से युक्त सीड स्टार्टिंग मिक्स का उपयोग करें तथा जब छोटे पौधों में पत्तियों का नया सेट तैयार हो जाए, तब आवश्यकतानुसार जैविक तरल उर्वरक जैसे बायो NPK, प्लांट ग्रोथ प्रमोटर आदि प्रदान करें।
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ट्रांसप्लांटिंग शॉक – Transplant Shock Can Also Cause Seedlings To Turn Yellow And Curl In Hindi
सीडलिंग के पौधों की पत्तियां पीली और कर्ल होने का एक कारण ट्रांसप्लांटिंग शॉक भी हो सकता है। यदि पौधों को हाल ही में ट्रांसप्लांट किया गया है, तो वह नए वातावरण में आने के कारण तनावग्रस्त हो सकते हैं और इसके प्रभाव से पत्तियां पीली और मुड़ सकती हैं।
सीडलिंग को ट्रांसप्लांटिंग शॉक से कैसे बचाएं – How To Protect Seedlings From Transplanting Shock In Hindi
छोटे पौधों को ट्रांसप्लांट करने से पहले उनकी मजबूत जड़ प्रणाली की जाँच करें और सुनिश्चित करें कि उन्हें पर्याप्त धूप, पानी और पोषक तत्व प्राप्त हो सकें। इसके अतिरिक्त घर के अंदर तैयार किये गए पौधों को बाहर गार्डन में ट्रांसप्लांट करने के लगभग 1 सप्ताह पहले से प्रतिदिन कुछ समय के लिए धूप में रखें, इससे सीडलिंग हार्ड तथा बाहरी वातावरण के अनुकूल हो जाएगी।
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कीट या रोग का संक्रमण – Pest Or Disease Infestation Is The Causes Of Seedling Leaves Curl And Turn Yellow In Hindi
अंकुरित पौधे कीटों और रोगों के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं। सीडलिंग में लगने वाले यह कीट और रोग उनके विकास में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं और पत्तियों को मुड़ने और पीले होने का कारण भी बन सकते हैं। एफिड्स, स्पाइडर माइट्स और फंगल संक्रमण आदि कीट और रोग छोटे पौधों को संक्रमित करते हैं, जिससे पौधे कमजोर हो जाते हैं तथा सीडलिंग पीली पड़ने और कर्ल होने का कारण बनते हैं।
सीडलिंग को कीटों और रोगों से कैसे बचाएं – How To Protect Seedlings From Pests And Diseases In Hindi
अपने छोटे पौधों में कीटों या रोगों के संकेतों की नियमित जांच करें। आप इनका पता पौधे की पत्तियों पर हुई क्षति को देखकर लगा सकते हैं या फिर ट्रे के पास स्टिकी ट्रैप लगाकर भी कीटों का पता लगाया जा सकता है। यदि सीडलिंग में किसी कीट व रोग के लक्षण दिखाई देते हैं, तो जैविक कीटनाशक या फंगीसाइड जैसे नीम तेल का स्प्रे करें।
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इस लेख में आपने सीडलिंग के पौधे की पत्तियां मुड़ी हुई या कर्ल होने तथा पीली पड़ने के कारण तथा ठीक करने के उपाय के बारे में जाना। उम्मीद है यह लेख आपको अच्छा लगा हो, इस लेख के संबंध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट करके जरूर बताएं।