गमले में गुलदाउदी का पौधा कैसे उगाएं – How To Grow Chrysanthemum Plant In Pot In Hindi

अगर आप चाहते हैं कि आपका घर हमेशा रंग-बिरंगे फूलों से सजा रहे और इसके लिए आप फूल वाले पौधे की कई किस्में अपने होम गार्डन में लगा चुके हैं तो इस बार सुन्दर दिखने वाले सुगन्धित गुलदाउदी फ्लावर के पौधे लगाना आपके मन को प्रसन्न कर सकता है, गुलदाउदी अर्थात क्रिसैंथेमम ठण्ड के मौसम में खिलने वाला एक बहुत ही खूबसूरत और लोकप्रिय फूल वाला पौधा है। यदि आप गमलों में गुलदाउदी का पौधा कब और कैसे लगाएं, गुलदाउदी का फूल उगाने व इसकी देखभाल करने के तरीके जानने की जिज्ञासा रखते हैं तो इस आर्टिकल में आप गुलदाउदी फूल का पौधा उगाने की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकेगें। (Garden me Guldaudi kaise lagaye iski dekhbhal ke tips)

अच्छी क्वालिटी के गुलदाउदी प्लांट का चयन कैसे करें – How To Choose A Good Quality Chrysanthemum Plant In Hindi

अच्छी क्वालिटी के गुलदाउदी प्लांट का चयन कैसे करें - How To Choose A Good Quality Chrysanthemum Plant In Hindi

गुलदाउदी का वैज्ञानिक नाम डेंड्रान्थेमा ग्रैंडिफ्लोरा (dendranthema grandiflora) है और यह ऐस्टरेसिए कुल का पौधा है इसे मम्स प्लांट भी कहा जाता है। गुलदाउदी के फूलों की बड़े और मध्यम आकार व विभिन्न रंगों वाली लगभग 50 किस्में उपलब्ध हैं जिन्हें आप अपनी इच्क्षानुसार अपने घर पर गमले की मिट्टी में लगाने के लिए चुन सकते हैं। गुलदाउदी के सुन्दर व विभिन्न रंग वाले फूलों की कुछ प्रमुख किस्में निम्न हैं:

गुलदाउदी के पौधे की किस्में – Chrysanthemum Plants Varieties In Hindi

  • क्लारा कर्टिस गुलदाउदी (Clara Curtis Chrysanthemum)
  • सनी मॉर्निंग गुलदाउदी (sunny morning chrysanthemum)
  • सारा गुलदाउदी (Sarah chrysanthemum)
  • रोज ब्लश गुलदाउदी (Rose Blush Chrysanthemum)
  • पोम्पोन गुलदाउदी (pompon chrysanthemum)
  • हनी ग्लो गुलदाउदी (honeyglow chrysanthemum)
  • ग्रैंडचाइल्ड गुलदाउदी (Grandchild Chrysanthemum)

गुलदाउदी का पौधा कब लगाएं – When To Plant Chrysanthemum In Hindi

गुलदाउदी का पौधा लगाने का सही समय वसंत का समय (फरवरी-मार्च) होता है, हालांकि आप इसकी विभिन्न किस्मों को वर्षभर किसी भी महीने में लगा सकते हैं, लेकिन अगर आप इसे कटिंग, कलम या बीज से उगाना चाहते हैं तो निम्न समय गुलदाउदी लगाने के लिए सही होगा:

  • गमले में स्टेम कटिंग से गुलदाउदी के पौधे को आप जून-जुलाई में लगा सकते हैं, कटिंग लगाने से आपको उचित देखभाल के बाद गुलदाउदी के पौधे में फूल अक्टूबर-नवम्बर तक मिल सकते हैं।
  • गुलदाउदी के बीज लगाने का सही समय सितम्बर माह का होता है इस समय बीज लगाने पर आपको जून-जुलाई में इसके फूल प्राप्त हो सकते हैं।

गुलदाउदी के पौधी की वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक सामग्री यहां से खरीदें:

पॉटिंग मिट्टी
वर्मीकम्पोस्ट
गोबर खाद
नीम केक (नीम खली)
रॉक फॉस्फेट
स्प्रे पंप
प्रूनर
शेड नेट

गुलदाउदी का पौधा कहाँ उगाएं – Where To Grow Chrysanthemum Plants In Hindi

सुन्दर फूल वाला पौधा गुलदाउदी रोजाना 5-6 घंटे की धूप में उगना पसंद करता है, अगर आप गुलदाउदी को इनडोर लगाना चाहते हैं तो इसे गमले की मिट्टी में लगाकर किसी उज्जवल प्रकाश वाली खिड़की के पास रखें, लेकिन अगर आप इसे गार्डन में लगाना चाहते हैं तो दोपहर की तेज धूप से बचाते हुए अच्छी जल निकास वाली मिट्टी में लगाना उचित होगा।

(यह भी जानें: पौधे की ग्रोथ के लिए अच्छी मिट्टी…)

गमलों में गुलदाउदी का पौधा कैसे लगाएं – How To Plant Chrysanthemum In Pots In Hindi

गमलों में गुलदाउदी का पौधा कैसे लगाएं - How To Plant Chrysanthemum In Pots In Hindi

इनडोर गमले की मिट्टी में गुलदाउदी उगाने के लिए आप निम्न तरीके अपना सकते हैं:

  • गुलदाउदी का पौधा लगाने के लिए उचित जल निकासी वाले गमले या ग्रो बैग का चयन करें, इसके लिए आप जियो फैब्रिक ग्रो बैग का उपयोग भी कर सकते हैं।
  • गमले में जैविक खाद युक्त सूखी मिट्टी या पॉटिंग मिक्स (potting soil) भरें, लेकिन ध्यान रखें कि गमला ऊपर से 2-3 इंच खाली रहे।
  • अब गमले की मिट्टी में गुलदाउदी की चुनी हुई किस्म के छोटे पौधे लगाएं।
  • गुलदाउदी प्लांट को अच्छी तरह से पानी दें।
  • गुलदाउदी लगे हुए गमले की मिट्टी में हमेशा नमी बनाए रखें, लेकिन पौधों को अतिरिक्त पानी देने से बचना चाहिए।
  • गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगे गुलदाउदी के पौधे को उचित जगह पर रखें।

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गुलदाउदी का पौधा कटिंग से कैसे उगाएं – How To Grow Chrysanthemum Plants From Cuttings In Hindi

बारहमासी गुलदाउदी फ्लावर वाले पौधे को कटिंग से भी आसानी से लगा सकते हैं। आइये जानते हैं कटिंग से गुलदाउदी के पौधे उगाने के तरीके के बारे में:

  • सबसे पहले विकसित गुलदाउदी के पौधे से जरूरत के अनुसार स्वस्थ पत्तेदार स्टेम (stem) काट लें, कटिंग में कम से कम 4 पत्तियां होनी चाहिए।
  • स्टेम कटिंग की लंबाई कम से कम 4-6 इंच होनी चाहिए। कटिंग लेने के बाद, इसके निचले हिस्से की अतिरिक्त पत्तियों को हटा दें, ताकि इसे किसी भी प्रकार के नुकसान से बचाया जा सके।
  • इसके बाद गमले में जैविक खाद युक्त मिट्टी या पॉटिंग साइल (potting soil) भरें और इस मिट्टी में पौधे की कटिंग को लगा दें, ध्यान रखें पत्तियां मिट्टी से ऊपर ही रहें मिट्टी को छुएं नहीं। अगर आप बहुत सी कटिंग लगा रहें हैं तब भी इस बात का ध्यान रखें की पत्तियां आपस में स्पर्श न करें।
  • कटिंग लगाने के बाद गमले की मिट्टी में पानी दें, ताकि कटिंग मिट्टी में स्थापित हो जाए और मिट्टी नम हो जाए, लेकिन ध्यान रखें ओवर वाटरिंग से पौधे की जड़े सड़ सकती हैं।
  • पौधे लगे गमले को ऐसे स्थान पर रखें, जहां इसे आंशिक धूप प्राप्त हो सके।
  • तीन से चार सप्ताह में गुलदाउदी की कलमों में जड़ें विकसित हो जाती हैं, जब कटिंग से युवा गुलदाउदी का पौधा तैयार हो जाये तब आप इस पौधे को किसी दूसरे गमले में प्रत्यारोपित कर सकते हैं।

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गुलदाउदी के पौधे की देखभाल कैसे करें – Chrysanthemum Plant Care In Hindi

बारहमासी गुलदाउदी के पौधों की देखभाल और रखरखाव करना बहुत ही आसान होता है, आइये जानते हैं इन पौधों की देखभाल करने की कुछ जरूरी टिप्स:-

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गुलदाउदी के पौधे को पानी देना – Watering A Chrysanthemum Plant In Hindi

गुलदाउदी के पौधे को पानी देना - Watering A Chrysanthemum Plant In Hindi

घर पर लगे गुलदाउदी फ्लावर के पौधे उथली जड़ प्रणाली वाले होते हैं, जो पानी को जल्दी सोख लेते हैं, इसीलिए गुलदाउदी के पौधों को अधिक बार पानी देने की आवश्यकता होती है, लेकिन ध्यान रखें जरूरत से ज्यादा पानी देने के कारण पौधे की जड़ें सड़ सकती हैं, इसीलिए ओवर वाटरिंग से बचना चाहिए। इसके अतिरिक्त गुलदाउदी के पौधे की जड़ों को सड़ने से रोकने के लिए अच्छी तरह से सूखी व जल निकासी वाली मिट्टी का उपयोग करना चाहिए, ताकि मिट्टी में जलभराव न हो सके तथा गुलदाउदी के पौधे लगे हुए गमले में अतिरिक्त जल निकासी छिद्र होना सुनिश्चित करें।

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इंडोर गुलदाउदी के पौधे के लिए धूप – Sunlight Requirements For Chrysanthemum Plant In Hindi

रोजाना 5-6 घंटे की धूप में गुलदाउदी के पौधे अच्छी तरह से ग्रो करते हैं, गुलदाउदी को पर्याप्त मात्रा में धूप मिलने पर पौधों की ग्रोथ अच्छी होने के साथ-साथ इसमें फूल भी अच्छी तरह खिलते हैं। अत्याधिक गर्मी के समय तेज धूप पौधों को नुकसान पहुंचा सकती है इसीलिए गर्मी के समय इन पौधों को आंशिक छाया देना सुनिश्चित करें।

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गुलदाउदी पौधों के लिए उचित तापमान व आर्द्रता – Best Temperature & Humidity For Chrysanthemum Plants In Hindi

गमले या गार्डन में लगे गुलदाउदी पौधे में अच्छी तरह फूल खिलने के लिए आदर्श तापमान दिन में 20-28°C तथा रात में 15 – 20°C होना चाहिए तथा ये पौधे 70-90% आर्द्रता वाली जलवायु में उगना पसंद करते हैं।

गुलदाउदी प्लांट को खाद देना – Fertilizer For Chrysanthemum Plant In Hindi

गुलदाउदी प्लांट को खाद देना - Fertilizer For Chrysanthemum Plant In Hindi

अगर आपने गुलदाउदी के पौधे लगाते समय गमले की मिट्टी में अच्छी तरह जैविक खाद, वर्मी कम्पोस्ट खाद या सड़ी हुई पुरानी गोबर की खाद मिलाई थी, तब आपको इसमें शुरुआत में खाद देने की आवश्यकता नहीं है, इस स्थिति में पौधों को फूल खिलने के दौरान (blooming Time) खाद देना चाहिए, फूल खिलते समय पौधों को तुरंत पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, इसीलिए सूखी खाद (कम्पोस्ट इत्यादि) के स्थान पर लिक्विड खाद देना अधिक फायदेमंद होता है। जैविक लिक्विड खाद (organic liquid fertilizer) बनाने के लिए 1 Kg वर्मी कम्पोस्ट या गोबर खाद में 1 Kg नीम खली या सरसों खली मिलाकर 4-5 लीटर पानी में घोल बना लें। इस घोल को आप सप्ताह में कई बार प्रयोग कर सकते हैं। 1 लीटर घोल को 10 लीटर पानी में मिलाकर 4-5 दिन में पौधों लगे गमले की मिट्टी में डालते रहें।

(यह भी जानें: पोटेड प्लांट्स के लिए टॉप 10 होममेड जैविक खाद…)

गुलदाउदी के पौधे की छटाई कैसे करें – How To Prune Chrysanthemum Plants In Hindi

गुलदाउदी के पौधे की छटाई कैसे करें - How To Prune Chrysanthemum Plants In Hindi

होम गार्डन या टेरिस गार्डन में लगे गुलदाउदी की मृत शाखाओं व पत्तियों को प्रूनिंग टूल्स की मदद से हटा दें। गुलदाउदी के पौधे को अतिरिक्त छटाई की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन प्रूनिंग व पिंचिंग की प्रक्रिया गुलदाउदी के पौधे में फूलों के अधिक खिलने को बढ़ावा देने के लिए एक अच्छा विकल्प है।

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गुलदाउदी पौधों की कीट से सुरक्षा – Insect Protection Of Chrysanthemum Plants in Hindi

इनडोर गमले में लगे हुए गुलदाउदी के पौधे कुछ कीटों के शिकार हो सकते हैं, आमतौर पर इसकी पत्ती और तना एफिड्स (aphids), गुलदाउदी ईलवर्म (chrysanthemum eelworm), कैटरपिलर (caterpillar) जैसे अन्य कीड़ों से प्रभावित हो सकते हैं। अपने पौधे की निगरानी करें और किसी भी संभावित कीट संक्रमण का तुरंत इलाज करें, इसके लिए आप जैविक कीटनाशक नीम तेल का उपयोग कर सकते हैं।

(यह भी जानें: पौधों से एफिड्स कैसे निकालें…)

इस लेख में आपने जाना कि, अपने घर पर गार्डन या गमलों में गुलदाउदी फ्लावर का पौधा कब लगाएं, कटिंग से गुलदाउदी का पौधा कैसे लगाएं तथा इसकी देखभाल के तरीके क्या हैं। उम्मीद है कि, यह लेख आपको अच्छा लगा होगा। हमारी और भी उपयोगी पोस्ट पढ़ने के लिए Organicbazar.net पेज पर जाएं। यह लेख आपको कैसा लगा, कमेंट में जरूर बताएं।

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