घर पर फूलगोभी कैसे उगाएं – How To Grow Cauliflower At Home In Hindi

फूलगोभी एक प्रकार की सब्जी है, जो कई प्रकार के पौष्टिक गुणों से भरी हुई है। आपने इसका उपयोग सूप, स्टॉज, स्टर-फ्राई, उबली हुई सब्जी के रूप में या सलाद के रूप में जरूर किया होगा। यदि आपको फूलगोभी खाना पसंद है और आप इसे अपने गार्डन में उगाना चाहते हैं, तो आज हम आपको फूलगोभी उगाने से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी देंगें। फूलगोभी को घर पर गमले या ग्रो बैग में कैसे उगाएं, कॉलीफ्लावर के बीज लगाने की विधि क्या है तथा गोभी की देखभाल कैसे करें, जानने के लिए इस लेख को लास्ट तक जरूर पढ़ें।

फूलगोभी के बारे में मुख्य जानकारी – Common Information About Cauliflower in Hindi

फूलगोभी के बारे में मुख्य जानकारी – Common Information About Cauliflower in Hindi

होम गार्डन या टेरेस गार्डन में फूलगोभी उगाने से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी निम्न है, जैसे:-

1.
बीज लगाने का सही समय
सर्दी का मौसम (जनवरी-फरवरी और सितंबर-नवंबर)
2.
सीड ग्रोइंग मेथड
ट्रांसप्लांट मेथड
3.
बीज अंकुरित होने के लिए तापमान
15-25 डिग्री सेल्सियस
4.
फूलगोभी के बीज अंकुरित होने में लगा समय
6 से 14 दिन
5.
हार्वेस्टिंग टाइम
90 से 120 दिन
6.
ग्रो बैग साइज
12×12 इंच

फूलगोभी के बीज लगाने का सही समय – Best Time To Grow Cauliflower In Hindi

आप फूलगोभी के बीजों को गार्डन या गमले की मिट्टी में जनवरी-फरवरी और सितंबर-नवंबर के महीने में लगा सकते हैं।

(यह भी जानें: सीजन के अनुसार सब्जियों के बीज लगाने का कैलेंडर…..)

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फूलगोभी लगाने के लिए बेस्ट ग्रो बैग – Size Of Grow Bag For Planting Cauliflower In Hindi

फूलगोभी लगाने के लिए बेस्ट ग्रो बैग – Size Of Grow Bag For Planting Cauliflower In Hindi

यदि आप अपने टेरेस गार्डन में फूलगोभी को उगाना चाहते हैं, तो इसके लिए आप निम्न ग्रो बैग का उपयोग करें, जैसे:-

(यह भी जानें: ग्रो बैग साइज चार्ट फॉर वेजिटेबल…..)

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फूलगोभी के बीज को लगाने के लिए मिट्टी कैसे तैयार करें – How To Prepare Soil For Cauliflower Seeds Plant In Hindi

फूलगोभी के बीज को लगाने के लिए मिट्टी कैसे तैयार करें – How To Prepare Soil For Cauliflower Seeds Plant In Hindi

ग्रो बैग में फूलगोभी के बीज को लगाने के लिए मिट्टी तैयार करने की आवश्यकता होती है, इसके लिए आपको निम्न सामग्री की जरूरत होगी, जो कि निम्न है:-

मिट्टी तैयार करने के लिए सामग्री

मिट्टी तैयार करने की विधि

  • सबसे पहले आप 50% सामान्य मिट्टी को लें।
  • अब इसमें 40% पुरानी गोबर की खाद मिलाएं।
  • फिर इस मिश्रण में 10-50 ग्राम नीम खली और 10% रेत को भी अच्छी तरह से मिक्स कर लें।
  • नीम खली वैकल्पिक है, अगर आपके पास यह उपलब्ध नहीं है, तो इसके बिना भी मिट्टी को तैयार किया जा सकता है।
  • आप इस प्रकार तैयार मिट्टी का इस्तेमाल, फूलगोभी के बीज लगाने के लिए कर सकते हैं।

(यह भी जानें: पौधे की मिट्टी में फंगल संक्रमण है, तो अपनाएं ये नेचुरल फंगीसाइड…..)

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किचन गार्डन में फूलगोभी लगाने का तरीका – Method Of Growing Cauliflower In Kitchen Garden In Hindi

अलग-अलग प्रकार की सब्जियों के बीजों को अलग-अलग तरीके से लगाया जाता है, जिसमें पहला तरीका डायरेक्ट मेथड और दूसरा तरीका ट्रांसप्लांट मेथड है। फूलगोभी को ट्रांसप्लांट मेथड यानि प्रत्यारोपण विधि से लगाया जाता है, इसके लिए आपको पहले फूलगोभी के पौधे तैयार करने की जरूरत होती है। फूलगोभी के पौधे तैयार होने के बाद आप इन्हें बड़े गमले या ग्रो बैग में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।

फूलगोभी के पौधे कैसे तैयार करें – Prepare Cauliflower Plants For Planting In Hindi

सबसे पहले फूलगोभी के सीड्स से इसके पौधे तैयार करने की आवश्यकता होती है। बीज से पौधों को जल्दी जर्मिनेट करने के लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें, जैसे:-

  • अच्छी क्वालिटी के फूलगोभी के बीज लें।
  • इसके बाद ऊपर बताई गई विधि से तैयार की गई मिट्टी को प्रो ट्रे (सीडलिंग ट्रे) या छोटे गमले में भर लें।
  • अब सीडलिंग ट्रे की मिट्टी में फूलगोभी के बीजों को लगभग 0.5 इंच की गहराई में लगाएं।
  • बीज लगाने के बाद स्प्रे पंप या वाटर कैन की मदद से पानी दें।
  • बीजों के जर्मिनेट होने तक मिट्टी में पानी देकर इसकी नमी को हमेशा बनाएं रखें, लेकिन ओवरवाटरिंग से बचें।
  • फूलगोभी के बीज जर्मिनेट होने में लगभग 6 से 14 दिन का समय लग सकता है।
  • मिट्टी में बीज लगाने के लगभग 30 से 35 दिन बाद फूलगोभी के पौधे की साइज़ लगभग 5-6 इंच हो जाती है और यह बड़े ग्रो बैग या गमले में ट्रांसफर करने के लिए तैयार हो जाते हैं।

(यह भी जानें: ऐसे करेंगे पौधों को रिपॉट तो नहीं मरेगा एक भी पौधा…..)

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गमले में फूलगोभी सीडलिंग को ट्रांसफर कैसे करें – How To Transfer Cauliflower Seedlings In Pot In Hindi

  • सबसे पहले आप पौधों को सीड सीडलिंग ट्रे या गमले से निकालने के लिए गमले में पानी देकर इसकी मिट्टी को अच्छी तरह से गीला कर दें।
  • फिर सावधानीपूर्वक पौधों को मिट्टी से बाहर निकालें, ताकि पौधे की जड़ें न टूटें।
  • इसके बाद गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में गड्ढा बनाकर इसके पौधों को लगाएं।
  • अब फूलगोभी के पौधे को पानी दें और इसे धूप में रख दें, क्योंकि इसे फुल सनलाइट की आवश्यकता होती है।
  • ग्रो बैग की मिट्टी शुष्क होने पर आप इसमें पानी दें।
  • पानी के साथ-साथ गोभी के पौधों को ऑर्गेनिक खाद जैसे पुरानी गोबर खाद, वर्मी कम्पोस्ट आदि देते रहें। आप बदल-बदल कर हर 45 दिनों में पौधे की मिट्टी में खाद दे सकते हैं।
  • गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में फूलगोभी के पौधे लगाने के लगभग 90 से 120 दिन बाद आपको गोभी हार्वेस्टिंग को मिल जाएगी।

(यह भी जानें: सीडलिंग हार्डनिंग अपनाएं ट्रांसप्लांट पौधों को खराब होने से बचाएं…..)

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होम गार्डन में फूलगोभी उगाने की टिप्स – Tips For Growing Cauliflower In Terrace Garden In Hindi

होम गार्डन में फूलगोभी उगाने की टिप्स – Tips For Growing Cauliflower In Terrace Garden In Hindi

  • फूलगोभी को ग्रो करने के लिए फुल सनलाइट की जरूरत होती है, इसे कम से कम रोजाना 5-6 घंटे की धूप मिलना चाहिए।
  • आप 12×12 इंच के ग्रो बैग में केवल एक ही फूल गोभी का पौधा लगाएं, इससे आपको अच्छा रिजल्ट मिलेगा।
  • आप हर 15 दिन में इसके पौधे की मिट्टी की गुड़ाई जरूर करें, जिससे ऊपर की मिट्टी लूज हो जाएं और जड़ों में प्रॉपर एयर सर्कुलेशन बना रहे।
  • आप मिट्टी की गुड़ाई करने के दौरान वर्मी कम्पोस्ट और गोबर की खाद आदि भी मिला सकते हैं।

(यह भी जानें: गार्डन में खुदाई के काम आने वाले बेस्ट हैंड गार्डनिंग टूल्स…..)

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फूलगोभी में लगने वाले रोग और उनका उपचार – Cauliflower Plant Diseases And Their Treatment In Hindi

फूलगोभी में लगाने वाले रोग और उसके उपचार – Cauliflower plant diseases and treatment in Hindi

गोभी का पौधा सर्दियों के मौसम में होता है, इसलिए इसके फूल में कई प्रकार के रोग लगते हैं। इसमें लगने वाले प्रमुख रोग ब्लैक रोट, ब्लैक लेग, क्लब रूट, ब्लैक लीफ स्पॉट और डाउनी फफूंदी आदि होते हैं। इसकी वजह से पौधा और गोभी का फूल दोनों ख़राब होने लगते हैं। हमेशा ही कीट,फंगल या किसी अन्य संक्रमण के शुरूआती लक्षणों की तलाश करें और किसी भी लक्षण के दिखते ही नीम ऑयल का स्प्रे करें, इसके अलावा आप फूलगोभी को रोगों व कीटों से बचाने के लिए अन्य उपाय भी अपना सकते हैं।

(यह भी जानें: क्रूसिफेरस सब्जियों (गोभी) में होने वाले रोग और उनका नियंत्रण…..)

इस आर्टिकल में हमने फूलगोभी को सही तरीके से लगाने, उसकी देखभाल करने और हार्वेस्टिंग की जानकारी दी है। आप ऊपर दी गई स्टेप्स को फॉलो करके आसानी से अपने टेरेस गार्डन या होम गार्डन में फूलगोभी को ग्रो कर सकते हैं और फ्रेश फूलगोभी प्राप्त कर सकते हैं।

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