अगर आप बारिश या मानसून के दौरान फूलों के पौधों को तेजी से उगाना चाहते हैं, तो आप उन्हें कटिंग (कलम) के माध्यम से लगा सकते हैं, क्योंकि कलम से तैयार किया गया पौधा, बीज से उगाए गए पौधे की तुलना में अक्सर तेजी से ग्रो करता है और जल्दी फूल देने लगता है। इस लेख के माध्यम से हम आपको कुछ ऐसे ही फूलों के पौधों के बारे में बताएँगे, जिन्हें आप अपने घर पर या रैनी सीजन गार्डन में आसानी से उगा सकते हैं। यदि आप जानना चाहते हैं कि, बारिश या बरसात के मौसम में कटिंग से लगने/उगने वाले फूल के पौधे कौन से हैं, मानसून में फूलों की कटिंग कैसे लगाते हैं, तो इस लेख को आगे पढ़ते रहें, जिसमें बारिश के मौसम में कटिंग से उगाए जाने वाले फूलों के नाम तथा उनकी कटिंग या कलम लगाने के तरीके के बारे में बताया गया है।
बारिश के मौसम में कटिंग से लगने वाले फूल के पौधे – Flower Plants That Grow From Stem Cuttings In Rainy Season In Hindi
यदि आप बीज से पौधे उगाने में लगने वाले लम्बे समय से बचना चाहते हैं, तो आप आगे इस लेख में कुछ फूलों के बारे में जानेंगे, जिन्हें मानसून गार्डन में कटिंग से आसानी से और कम समय में उगाया जा सकता है। आइये जानते हैं, बरसात में कलम या स्टेम कटिंग से उगने वाले फूलों के नाम, जो निम्न हैं।
- गुड़हल (Hibiscus)
- चांदनी फूल (Crepe Jasmine or crape jasmine)
- कनेर (Oleander/Kaner Plant)
- मोगरा (Mogra or Arabian jasmine)
- चंपा (Plumeria)
- गुलाब (Rose Plant)
- सदाबहार (Periwinkle)
- गुलदाउदी (Chrysanthemum)
- बोगनवेलिया (Bougainvillea)
- मधुमालती (Rangoon Creeper)
- कामिनी फूल (Murraya Paniculata)
- गार्डेनिया (Gardenia)
- पोर्टुलाका (Portulaca)
- पैशन फ्लावर (Passion Flower)
- अलामांडा प्लांट (Allamanda)
- टेकोमा/टिकोमा का पौधा (Tecoma Flower)
- डिएन्थुस फूल (Dianthus Chinensis/China Pink)
- अडेनियम (Adenium)
- रुक्मिणी फूल/ इक्सोरा प्लांट (Ixora Flower)
- अपराजिता (Aparajita)
- पर्सलेन/ पोर्टुलाका ओलेरासिया (Portulaca oleracea)
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बरसात में फूलों की कटिंग कैसे लगाएं – How To Plant Flower Cuttings In Rainy Season In Hindi
मानसून या बारिश के मौसम में फूल वाले पौधे जल्दी ग्रो होते हैं, लेकिन यदि उन्हें कटिंग से लगाया जाए तो वे और तेजी से बढ़ते हैं। चलिए जानते हैं, बरसात में फूल वाले पौधों की कटिंग लगाने के तरीके के बारे में।
- फूलों को कटिंग से लगाने के लिए कटिंग/कलम स्वस्थ होनी चाहिए तथा कलम की लम्बाई 6 से 9 इंच हो। आप अपनी सुविधा अनुसार कटिंग की लम्बाई ले सकते हैं।
- पौधे की कटिंग बहुत ज्यादा हार्ड या कमजोर नहीं होनी चाहिए।
- पौधे से कटिंग को 45 डिग्री के एंगल (कोण) पर काटना चाहिए और आप जिस भी फूल के पौधे की कटिंग ले रहे हैं, उस कटिंग में नोड (गठान) अवश्य होनी चाहिए।
- पौधे की कटिंग के सिरे में फंगीसाइड पाउडर लगाने के बाद ही उसे मिट्टी में लगाएं, ऐसा करने से कटिंग में फंगस आदि लगने का खतरा नहीं रहता और उसके ग्रो होने के चांस भी ज्यादा होते हैं।
- आप कटिंग को जैविक खाद युक्त पॉटिंग मिक्स में भी लगा सकते हैं।
- कलम या कटिंग को मिट्टी में कम से कम 2 इंच गहराई में लगाएं।
- मिट्टी में कटिंग लगाने के बाद पानी अवश्य दें, ताकि कटिंग पानी में अच्छे से स्थापित हो जाये।
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मानसून में कटिंग से उगने वाले टॉप 15 फूल – Top 15 Monsoon Flowers That Grow From Cuttings In Hindi
आइए जानते हैं, बारिश के मौसम में कटिंग से उगाए जाने वाले फूलों के बारे में।
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गमले या ग्रो बैग |
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पॉटिंग मिट्टी |
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गोबर खाद |
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वर्मीकम्पोस्ट |
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कोकोपीट |
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नीम तेल |
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स्प्रे पंप |
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वॉटर केन |
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शेड नेट |
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प्रूनर |
गुड़हल – Hibiscus Plant Grow By Cuttings In Rainy Season In Hindi
बरसात में कटिंग से आसानी से उगने वाले फूलों में सबसे पहला नाम गुड़हल या हिबिस्कस का आता है। आप गुड़हल की 15-20 सेंटीमीटर लम्बाई की कटिंग को मई से लेकर जुलाई के महीने तक लगा सकते हैं। पहले इस कटिंग को कुछ दिन के लिए पानी में लगा देना चाहिए और जब कटिंग से जड़ें निकलने लगें, तब इसे गार्डन या गमले की उपजाऊ मिट्टी में ट्रांसप्लांट कर देना चाहिए। शुरुआत में इस पौधे को आंशिक छाया में रखें एवं जब पौधा थोड़ा बड़ा हो जाए, तब आप इसे खुले में रख सकते हैं, क्योंकि इस पौधे को ग्रो करने के लिए अधिक धूप तथा अधिक पानी की आवश्यकता होती है। गमले की मिट्टी में गुड़हल की कटिंग लगा देने के दो महीने बाद गुड़हल के पौधे में फूल खिलने लगते हैं।
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चांदनी – Crape Jasmine Cutting Grow Best in monsoon In Hindi
आप घर पर गार्डन में बरसात के मौसम में चांदनी के पौधे को कटिंग से सरलता से उगा सकते हैं। चांदनी प्लांट की 5 से 6 इंच लम्बाई की स्वस्थ कटिंग को मार्च से मई के महीने में ग्रो बैग या गमले की मिट्टी में लगाया जा सकता है। शुरूआत में पौधे की कटिंग को मिट्टी में लगाने के बाद इनडायरेक्ट सनलाइट में रखना चाहिए। क्रेप जैस्मिन या चांदनी के पौधे को विकसित होने के लिए अधिक पानी व धूप की आवश्यकता होती है, इसीलिए जब पौधा ग्रो होने लगे तब इसे धूप वाली जगह पर रखें और पर्याप्त मात्रा में पानी दें।
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कनेर – Oleander or Kaner Cutting plant In Rainy Season In Hindi
बारिश के मौसम में कटिंग द्वारा आसानी से ग्रो होने वाले कनेर के पौधे को ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती है, इसीलिए इस पौधे की कटिंग को आउटडोर लगाया जा सकता है। आप ओलियंडर की 20 सेंटीमीटर लम्बाई की कटिंग को मई-जुलाई के महीने में गमले या गार्डन की मिट्टी में लगा सकते हैं। कुछ दिन बाद जब कनेर की कटिंग से जड़ें निकलने लगती हैं, तब कटिंग को बड़े गमले में ट्रांसप्लांट कर देना चाहिए।
मोगरा – Mogra Plant Fast Grow in Rainy Garden In Hindi
मानसून में मोगरा प्लांट को कटिंग से उगाने के लिए इसकी 6-8 इंच की कटिंग/कलम को जून से जुलाई के महीने में लगा सकते हैं। मोगरा के पौधे की कटिंग को पहले फंगीसाइड पाउडर में 1-2 इंच डुबोएं और फिर मिट्टी में लगाएं तथा मिट्टी में कलम लगाने के बाद ऊपर से पानी का छिड़काव करें। शुरूआत में कटिंग लगे गमले को छायादार जगह पर रखें एवं जब उसमें पत्तियां आने लगें, तब उसे खुले में रख दें।
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चंपा – Plumeria Flower cutting Grow Best in Rainy Garden In Hindi
स्टेम कटिंग से उगने वाले फूलों में चम्पा फूल भी शामिल है, जिसे रैनी सीजन में आसानी से ग्रो किया जा सकता है। इस पौधे की कम से कम 30-40 सेंटीमीटर लम्बाई की कटिंग को लगाना चाहिए। कटिंग को अच्छे से ग्रो करने तथा फंगस को लगने से रोकने के लिए कटिंग को फफूंदनाशक पाउडर में एक इंच तक डुबोएं और फिर इस कटिंग को अच्छे पॉटिंग मिक्स में लगाकर आउटडोर रख दें। चंपा या प्लुमेरिया को उगने के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है, इसलिए पौधों को जरूरत के अनुसार पानी दें।
गुलाब – Rose Rainy Season Flower Grow From Cutting In Hindi
गुलाब की कलम को फरवरी से लेकर जून-जुलाई के महीने तक लगाया जा सकता है। गुलाब के पौधे की 7-8 इंच लम्बाई की कटिंग को सीधे गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगाएं। गुलाब की कलम को लगाने के लिए मिट्टी में गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट और नीम केक, आदि को मिला लें, जिससे मिट्टी की उपजाऊ क्षमता बढ़ जाती है। कलम लगाने के बाद गमले को छाया में रख दें एवं कुछ दिनों बाद जब कटिंग में पत्तियां आने लगें तब आप गमले को हल्की बारिश में खुले में रख सकते हैं।
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सदाबहार – Periwinkle Plant Cuttings to Grow in Monsoon In Hindi
सदाबहार के पौधों को सदा सुहागन तथा विंका फूल के नाम से भी जाना जाता है, जिन्हें बरसात के मौसम में कटिंग से उगाना बहुत ही आसान है। सदाबहार की 10-15 सेंटीमीटर लम्बाई की कटिंग अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में लगा दें और गमले को छाया वाली जगह पर रख दें। जब कटिंग ग्रो हो जाए, तब आप इसे धूप वाली जगह पर खुले में रख दें। तेज बारिश में इस पौधे को शेड में रख दें या अन्दर रख लें, क्योंकि यह पौधा ओवर वाटरिंग को सहन नहीं कर पाता है।
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गुलदाउदी – Chrysanthemum Plant That Grow From Cuttings In Hindi
गमले या ग्रो बैग में गुलदाउदी पौधा की कटिंग लगाने का सही समय जून से जुलाई का होता है। इस पौधे की 4 से 6 इंच लम्बी कटिंग को पहले छोटे गमले की मिट्टी में लगा सकते हैं एवं जब कुछ समय बाद कटिंग में पत्तियां आने लग जाए, तब उसे बड़े गमले या ग्रो बैग में ट्रांसप्लांट करें। गुलदाउदी के पौधों को अच्छे से ग्रो होने के लिए अधिक पानी की जरूरत होती है, इसीलिए बारिश के मौसम में पौधे को आप बाहर खुले में रख सकते हैं। मिट्टी में गुलदाउदी की कलम/कटिंग लगा देने के 4 से 5 महीने बाद पौधे में फूल खिलना शुरू हो जाता है।
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बोगनवेलिया – Bougainvillea plant in rainy season In Hindi
बोगनविलिया एक क्रीपर प्लांट है अर्थात् बेल वाला पौधा है, जिसे बारिश के सीजन में कटिंग के माध्यम से ग्रो किया जा सकता है। बोगनवेलिया की कटिंग को मिट्टी में लगभग 2 इंच की गहराई में लगाना चाहिए और लगाने के बाद मिट्टी में अच्छे से पानी दें, ताकि कलम मिट्टी में अच्छे से स्थापित हो जाए। इसकी बेल को ग्रो होने के लिए अधिक पानी व धूप की आवश्यकता होती है, इसीलिए कटिंग से पौधा ग्रो होने के बाद गमले को बारिश के मौसम में खुले में आसमान के नीचे रख सकते हैं, लेकिन पौधों को तेज बारिश से बचाएं।
गार्डेनिया – Gardenia Flower Plant Easiest Grow in monsoon In Hindi
वर्षा ऋतु में गंधराज या गार्डेनिया के पौधे की कटिंग को इंडोर व आउटडोर दोनों जगह लगाया जा सकता है। गंधराज के पौधों को ग्रो होने के लिए ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन फिर भी पौधों को आवश्यकता अनुसार पानी दें। गार्डेनिया के पौधों को आप बरसात के मौसम में शेड में भी उगा सकते हैं।
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पोर्टुलाका – Portulaca plant In Hindi
पोर्टुलाका, बरसात में कटिंग से लगाने पर बहुत तेजी से ग्रो होने वाले फूलों के पौधों में से एक है, जिसे किसी भी तरह की मिट्टी में आसानी से ग्रो किया जा सकता है। पोर्टुलाका की 2 से 4 इंच लम्बाई की कटिंग लेना चाहिए और उन्हें मिट्टी में एक इंच की गहराई में रोप देना चाहिए, मिट्टी में कटिंग लगाने के बाद पानी अवश्य दें, ताकि कलम मिट्टी में अच्छे से लग जाए।
अडेनियम – Adenium Plant In Hindi
बरसात शुरू होने से पहले अप्रैल से मई तक अडेनियम की कटिंग को आउटडोर गमले या गार्डन की मिट्टी में लगाया सकता है। इस पौधे की 5-6 इंच हाइट की कटिंग को फंगीसाइड में 1-2 इंच डुबोकर, फंगीसाइड लगे हिस्से को मिट्टी में लगाएं। कटिंग लगे गमले को तब तक आंशिक छाया में रखें, जब तक कटिंग से कुछ पत्तियां न निकल आएं।
रुक्मिणी फूल या इक्सोरा प्लांट – Ixora Flower plant In Hindi
इक्सोरा प्लांट या रुक्मिणी फूल के पौधे को लगाने के लिए नरम व नवीन टहनी की 6-8 इंच लम्बाई की कटिंग को लेना चाहिए तथा कटिंग में रूट हार्मोन पाउडर लगाने के बाद, रूट हार्मोन पाउडर लगे भाग को मिट्टी में 2 से 3 इंच की गहराई में लगा दें और ऊपर से थोड़ा पानी डालें, ताकि मिट्टी नम हो जाए। इक्सोरा प्लांट की कटिंग में कुछ पत्तियां आने के बाद आप इसे सीधी धूप में रख सकते हैं। कलम/कटिंग लगाने के एक से दो महीने में एक्जोरा (रुक्मिणी फूल) के पौधे में फूल खिलने लगते हैं।
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डिएन्थुस फूल का पौधा – Dianthus Plant At Home In Hindi
डिएन्थुस पौधे की कटिंग को जून-जुलाई के महीने में लगाया जा सकता है तथा कटिंग लगाने के 2 महीने बाद पौधे में फूल खिलने लगते हैं। बरसात के मौसम में इस पौधे को आंशिक छाया में रखना चाहिए।
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अपराजिता – Aparajita Plant Grow In Garden In Hindi
अपराजिता का पौधा ब्लूबेल, ब्लू मटर आदि नामों से भी जाना जाता है, जिसे बारिश के मौसम में बीज तथा कटिंग दोनों माध्यम से उगाया जा सकता है, लेकिन कटिंग से लगाने पर पौधा तेजी से ग्रो होता है। इस पौधे की कटिंग को अच्छी उपजाऊ व अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में लगाना चाहिए।
(यह भी जानें: घर पर अपराजिता का पौधा कैसे लगाएं…)
निष्कर्ष – Conclusion
उम्मीद करते हैं कि, यह लेख आपको पसंद आया होगा, जिसमें आपने बरसात के मौसम में कटिंग से उगने वाले फूलों के बारे में जाना। इन फूल वाले पौधों को बारिश के सीजन में आप गार्डन में कटिंग से आसानी से ग्रो कर सकते हैं। यदि आप इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ना चाहते हैं, तो organicbazar.net साईट पर जाकर पढ़ सकते हैं। इस लेख से सम्बंधित आपके जो भी सवाल या सुझाव हैं, हमें कमेन्ट करके अवश्य बताएं।