सदाबहार पौधे कैसे उगाएं, पौधे की देखभाल कैसे करें – Sadabahar plant care and growing tips in Hindi

सदाबहार का पौधा या सहाबहार के फूल (Sadabahar Flower) को आमतौर पर अधिकांश लोग अपने घरों में लगाते हैं। सदाबहार का फूल कई रंगों में पाया जाता है और घर की सुंदरता को बढ़ाता हैइस बजह से इसे सजावटी पौधा भी कहा जाता है। सदाबहार या विंका फूल (Vinca flower) का पौधा भारत में सबसे आम पौधा है, जिसे घर पर बहुत आसानी से उगाया जा सकता है। इसे सदा सुहागन, पेरिविंकल (periwinkle) और विंका (vinca) सहित अनेक नामों से जाना जाता है। सदाबहार में छोटे-छोटे फूल खिलते हैं जो बहुत ताजे और सुंदर नजर आते हैं। यदि आप अपने घर सदाबहार पौधे को उगाना चाहते हैं तो इस आर्टिकल में आप जानेगें कि घर पर सदाबहार का पौधा कैसे लगाए? तथा सदाबहार प्लांट की देखभाल कैसे करें? तो आइये जानते हैं सदाबहार का पौधा क्या है?

सदाबहार पौधा क्या है? – What is sadabahar plant in Hindi

सदाबहार पौधा क्या है? - What is sadabahar plant in Hindi

मेडागास्कर पेरिविंकल या सदाबहार वर्ष भर खिलने वाला बारहमासी फूल है। इसे भारत में सदा सुहागन पौधे के नाम से जाना जाता है। सदाबहार सदा हरा भरा रहने वाला पौधा है और विभिन्न पर्यावरणीय परिस्थितियों में आसानी से बढ़ता है। इसे अधिक पानी की जरूरत नहीं पड़ती है। भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में इस पौधे को मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए उगाते हैं।

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सदाबहार के फूलों के रंग – Colors of Sadabahar flowers in Hindi

सदाबहार के पौधे पर विभिन्न रंग के फूल लगते हैं। सदाबहार सफेद, गुलाबी, लाल, नीला और कई अलग-अलग रंगों में आता है।

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सदाबहार के पौधे के लिए मिट्टी – Soil For Sadabahar plant in Hindi

सदाबहार के पौधे के लिए मिट्टी - Soil For Sadabahar plant in Hindi

सदा सुहागन या सदाबहार के पौधे को लगाने के लिए ऐसी मिट्टी की जरूरत होती है, जिसमें जल निकासी (draining) अच्छी तरह होती हो। इसका मतलब यह है कि पौधे को पानी देने के बाद पानी कंटेनर से तेजी से निकल जाना चाहिए। सदाबहार का पौधा उगाने के लिए गमले की मिट्टी तैयार करने के लिए 35%  गार्डन की मिट्टी (Soil), 15% कोको पीट (Coco Peat), 25% वर्मीकम्पोस्ट (Vermicompost) और 25% रेत (Sand) की जरूरत पड़ती है। अगर आप घर पर सदाबहार पौधे के लिए मिट्टी नहीं तैयार कर सकते हैं तो आप बाजार से या ऑनलाइन स्टोर organicbazar.net से मिट्टी खरीद सकते हैं।

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सदाबहार लगाने के लिए गमले का साइज – Best Container Size For Growing Periwinkle in Hindi

सदाबहार लगाने के लिए गमले का साइज - Best Container Size For Growing Periwinkle in Hindi

सदाबहार के पौधे को ग्रो करने के लिए कम से कम 10 इंच (गहराई x चौड़ाई) का गमला (pot) या ग्रो बैग (grow bag) उपयोग करना चाहिए। गमले या ग्रो बैग में ड्रेनेज होल होने चाहिए जिससे हवा और अतिरिक्त पानी निकल सके। हालांकि यदि आप सदाबहार की कटिंग से पौधा उगाना कहते हैं तो आपको लगभग 6 इंच के गमले या कंटेनर की जरूरत पड़ेगी। जब आप यह तय कर लें कि किस साइज़ के ग्रो बैग या गमले में सदाबहार का पौधा लगाना है उसके बाद ही गमले में मिट्टी भरें।

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क्या सदाबहार पौधे को धूप की जरूरत होती है? – Does Sadabahar Need Sunlight in Hindi

सदाबहार के पौधे को बढ़ने के लिए धूप की जरूरत होती है। वास्तव में, सदाबहार पौधे को लगाने के लिए सबसे अच्छी जगह वह होगी जहां सुबह सीधी धूप और दोपहर में आंशिक या छनी हुई धूप (filtered sunlight) मिलती है। दोनों ही तरह की धूप सदाबहार पौधे के लिए अच्छी होती है। सदाबहार धूप में वृद्धि करने वाला पौधा है, इसलिए इसे हर दिन लगभग 5-6 घंटे धूप की आवश्यकता होती है। धूप में सदाबहार का पौधा स्वस्थ रहता है और अच्छी तरह बढ़ता और फूलता है।

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बीज से सदाबहार का पौधा कैसे उगाएं – How to grow sadabahar plant From Seeds at home in Hindi

बीज से सदाबहार का पौधा कैसे उगाए -How to grow sadabahar plant From Seeds at home in Hindi

बीज से सदाबहार का पौधा उगाना बहुत आसान है। इसे बीज के माध्यम से घर पर गमले में अच्छी तरह उगाया जा सकता है। बीज से सदा सुहागन उगाने के लिए आप नीचे दिए गए टिप्स को फॉलो करें:

  1. सबसे पहले बीज बोने के लिए सीडलिंग ट्रे लें।
  2. ट्रे में पॉटिंग मिक्स (potting mix) भरें, जिसमें 50% कंपोस्ट (compost), 25% रेत (sand) और 25% मिट्टी (soil) होनी चाहिए।
  3. पोटिंग मिक्स का उपयोग सदाबहार के बीज को अंकुरित करने के अलावा अन्य फूल वाले पौधों के बीजों को भी अंकुरित करने में किया जा सकता है। इसलिए इन्हें अच्छी तरह मिला लें।
  4. अब, पॉटिंग मिक्स को गीला करने के लिए इसमें पानी डालें।
  5. इसके बाद सीडलिंग ट्रे के प्रत्येक खंड में सदाबहार (periwinkle) के 2 से 3 बीज रखें।
  6. बीजों के ऊपर पॉटिंग मिश्रण की एक परत डालें और वाटर स्प्रेयर की मदद से उन पर पानी छिड़कें।
  7. पानी देने के लिए हाई प्रेशर वाटरिंग कैन का प्रयोग न करें, क्योंकि यह बीज को अलग कर देगा।
  8. अब, सीडलिंग ट्रे को ऐसी जगह पर रख दें, जहां उसे सीधे धूप न मिलकर आंशिक धूप मिले।
  9. 6 से 10 दिनों के बाद बीज अंकुरित होने लगते हैं।
  10. सीडलिंग ट्रे में लगे सदाबहार के बीजों को नियमित रूप से पानी दें और मिट्टी को नम बनाए रखें।
  11. 30 से 40 दिनों के बाद सदाबहार के पौधे कंटेनर में प्रत्यारोपण के लिए तैयार हो जाएंगे।
  12. सदाबहार के पौधे को लगाने के लिए चुने गए ग्रो बैग या गमले में जल निकासी के लिए छेद बनाएं और इसमें तैयार की गई मिट्टी भरें।
  13. गमले की मिट्टी (potting soil) में पौधे लगाने के लिए जगह बनाएं।
  14. ट्रॉवेल (trowel) की मदद से सीडलिंग ट्रे से बहुत सावधानीपूर्वक सदाबहार का पौधा निकालें, ताकि पौधे की जड़ न टूटे।
  15. अब गमले की मिट्टी में सदाबहार पौधे का रोपण करें।
  16. रोपण करने के बाद अंत में पौधे को पानी दें।
  17. गमले या ग्रो बैग को ऐसी जगह पर रखें, जहां उसे पर्याप्त मात्रा में धूप मिल सके।

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सदाबहार का पौधा कटिंग से कैसे लगाए – How to Grow Sadabahar Plant From Cutting in Hindi

सदाबहार के पौधे को बहुत आसानी से कटिंग (cutting) से उगाया जा सकता है। इस विधि में बीज अंकुरित (germinate) होकर पौधे बनने का लंबा इंतजार नहीं करना पड़ता है। सदाबहार के पौधे को कटिंग से उगाने के लिए, आप निम्न स्टेप फ़ॉलो कर सकते हैं:

  • आपको सदाबहार पौधे से 3 से 4 स्वस्थ कटिंग (healthy cutting) प्राप्त करनी होगीं। कटिंग की लम्बाई 4 से 5 इंच होना चाहिए। कटिंग के नीचे से पत्तियों को हटा दें और केवल ऊपर के भाग को ही रहने दें।
  • फिर एक 6 इंच के बर्तन में मिट्टी (potting soil) भरें और इन कटिंग को उसमें लगा दें।
  • इस कंटेनर को ऐसी जगह पर रखें, जहां बहुत तेज या सीधी धूप न मिले, क्योंकि तेज धूप में कटिंग सूख सकती हैं।
  • मिट्टी में पर्याप्त पानी डालें।
  • एक बार जब ये कटिंग बड़े हो जाएं, तो हर कटिंग को एक बड़े कंटेनर में ट्रांसप्लांट करें, और इसे सीधे धूप में रखें।

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गमले में सदाबहार उगाने के लिए खाद – Manure for growing Sadabahar in pots in Hindi

गमले में सदाबहार उगाने के लिए खाद - Manure for growing Sadabahar in pots in Hindi

सदाबहार को महीने में एक बार खाद (fertilizer) और पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इससे पौधा स्वस्थ रहता है। सदाबहार पौधे के लिए बेस्ट खाद के रूप में वर्मीकम्पोस्ट या गोबर खाद का इस्तेमाल किया जा सकता है। यहां तक कि रसोई के कचरे यानी किचन वेस्ट (kitchen waste) से भी घर पर खाद बना सकते हैं। यह ध्यान रखें कि सदाबहार को खाद देते समय जड़ों को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।

(यह भी जानें: पौधे में फूल नहीं आ रहे हैं, तो करें इन खाद और उर्वरकों का इस्तेमाल.…)

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सदाबहार प्लांट केयर टिप्स – Sadabahar Plant Care Tips in Hindi

  • सदाबहार पौधे की पत्तियों को पीला न पड़ने दें। यदि पत्तियां पीली पड़ रही हैं, तो ध्यान दें कि गमले से पानी का भराव न हो। मिट्टी अधिक गीली होने पर पानी देना बंद कर दें। पौधा जब सामान्य स्थिति में आ जाए और मिट्टी जब सूख जाए तभी दोबारा पानी दें।
  • सदा सुहागन या सदाबहार के पौधे को अधिक पानी की जरूरत नहीं होती है। इसलिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी (draining soil) का इस्तेमाल करें। इसके लिए आप गमले की मिट्टी (potting soil) में परलाइट (perlite) या रेत (sand) मिलाएं।
  • सदाबहार के पौधे (periwinkle plant) की सबसे जरूरी देखभाल यह है कि मिट्टी अधिक अम्लीय नहीं होनी चाहिए। यदि आपकी मिट्टी बिल्कुल भी अम्लीय नहीं है और पौधे की पत्तियां पीली पड़ रही हैं, तो मिट्टी को अम्लीय बनाने के लिए मिट्टी के ऊपर कोको पीट (coco peat) की पतली परत डालें। इसके अलावा एक लीटर पानी में एक चम्मच विनेगर मिलाकर मिट्टी में डालें।
  • भारी बारिश होने पर पौधों को छाया में रखना चाहिए। अधिक बारिश के कारण सदाबहार की जड़ें सड़ सकती हैं और मिट्टी में फंगस लग सकता है। मानसून के मौसम में पेरिविंकल यानी सदाबहार के पौधे की अधिक देखभाल करने की जरूरत पड़ सकती है।
  • यदि आप कटिंग से सदाबहार का पौधा लगा रहे हैं या नर्सरी से छोटा पौधा लेकर आए हैं, तो इसे सीधी धूप में न रखें। शुरुआत में छाया में रखना बेहतर होगा।
  • सदाबहार के पौधे की प्रूनिंग भी समय-समय पर करते रहें। ऐसा करने से पौधा घना होता है और इसके अधिक फूल का उत्पादन करता है। प्रूनिंग करने से नई शाखाएं निकलती हैं।
  • पेरीविंकल या सदाबहार के पौधे को खाद या फर्टिलाइजर की जरूरत नहीं होती है। लेकिन अच्छे स्वास्थ्य के लिए जैविक खाद दिया जा सकता है।

ये टिप्स फॉलो करके आप Sadabahar Plant की Care अच्छी तरह से कर सकते हैं।

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सदाबहार पौधे का उपयोग – Uses For Sadabahar Plant in Hindi

  • सदा सुहागन या सदाबहार बहुत उपयोगी पौधा है। यह जहां घास नहीं उगती है उन क्षेत्रों में ग्राउंड को कवर करता है।
  • सदाबहार का पौधा मिट्टी के कटाव (soil erosion) को रोकता है।
  • इसके अलावा इसमें एंटी-एजिंग गुण होते हैं, जो बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकता है।
  • सदाबहार के पौधे में alkaloids होता है इसलिए यह दवाओं के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।
  • सदाबहार का पौधा यादाश्त भी सुधारता है।

निष्कर्ष – Conclusion

सदाबहार का पौधा इनडोर और आउटडोर दोनों ही जगहों पर लगाया जा सकता है। चूंकि इस पर कई रंगों में फूल लगते हैं इसलिए यह सजावट के रूप में भी इस्तेमाल होता है। इस पौधे पर बरसात के मौसम में सामान्य दिनों से अधिक फूल लगते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं यह औषधीय गुणों से भी भरपूर होता है।

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