क्या आप बीन्स या फलियों के पौधों की तेजी से ग्रोथ चाहते हैं, यदि हाँ तो इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर के बारे में बताने जा रहें हैं, जिनके इस्तेमाल से फलियों वाले पौधों (Beans Plant) की अच्छी ग्रोथ होती है और अधिक से अधिक फलियों की पैदावार प्राप्त की जा सकती है। इस लेख में आप, बीन्स प्लांट के लिए बेस्ट जैविक फर्टिलाइजर कौन से हैं और बीन्स (फलियों) पौधों के लिए ऑर्गेनिक खाद व उर्वरक के नाम क्या हैं, के बारे में जानेंगे। घर पर कौन सी बीन्स उगाई जा सकती हैं, बीन्स पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक पोषक तत्व कौन-कौन से हैं तथा खाद देने की टिप्स जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें। (What Is The Best Fertilizer For Beans In Hindi)
घर पर उगाई जाने वाली बीन्स – Types Of Beans To Grow At Home Garden In Hindi
टेरिस गार्डन या होम गार्डन में नीचे बताए गए फलियों वाले पौधे (Beans Plant) आसानी से ग्रो किये जा सकते हैं, जो निम्न हैं।
- सेम फली (Runner Beans)
- फ्रेंच बीन्स (French Beans)
- बरबटी (Green Long Beans/Cowpea)
- बाकला की फली (Fava Beans/Broad Beans)
- राजमा (Kidney Beans)
- मटर (Pea)
- ग्वारफली (Cluster Beans)
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बीन्स की ग्रोथ के लिए आवश्यक पोषक तत्व – Essential Nutrients For Beans Plant In Hindi
फलीदार या बीन्स के पौधों को ग्रो करने के लिए नाइट्रोजन, फास्फोरस, और पोटेशियम पोषक तत्वों की अधिक जरूरत होती है, जबकि कैल्शियम, बोरान, मैंगनीज, जिंक, कॉपर और आयरन जैसे पोषक तत्वों की कम मात्रा में आवश्यकता होती है। चूंकि, फलियों वाले पौधे स्वयं नाइट्रोजन का उत्पादन करते हैं, इसीलिए इन्हें बहुत अधिक नाइट्रोजन युक्त फर्टिलाइजर देने की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन जड़ों को मजबूत करने और फलियों की पैदावार बढ़ाने के लिए बीन्स के पौधों में फास्फोरस और पोटेशियम रिच उर्वरकों का उपयोग करना जरूरी होता है।
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बीन्स सीड |
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वर्मीकम्पोस्ट |
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गोबर खाद |
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प्लांट ग्रोथ प्रमोटर |
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एप्सम साल्ट |
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रॉक फॉस्फेट |
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पोटाश |
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नीम तेल |
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क्रीपर नेट |
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प्रूनर |
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स्प्रे पंप |
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वॉटर केन |
बीन्स की ग्रोथ बढ़ाने वाले उर्वरक के नाम – Good Fertilizer For Beans Plant In Hindi
चूंकि, फलीदार पौधे हैवी फीडर (Heavy Feeder) नहीं होते हैं अर्थात उन्हें अधिक खाद और उर्वरक की जरूरत नहीं होती है। आप बीन्स प्लांट की वृद्धि के लिए ऐसे जैविक खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसमें नाइट्रोजन की मात्रा कम तथा फास्फोरस व पोटेशियम की मात्रा अधिक हो। आइये जानते हैं, बीन्स या फलियों वाले पौधों में डाले जाने वाले बेस्ट ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर के बारे में।
- बोन मील (Bone Meal)
- प्रोम खाद (PROM Manure)
- ग्रीन सेंड फर्टिलाइजर (Greensand Fertilizer)
- लकड़ी की राख (Wood Ash)
- कम्पोस्ट (Compost Manure)
- कम्पोस्ट टी (Compost Tea)
- गोबर खाद (Cow Dung Manure)
बोन मील – Bone Meal Fertilizer For Beans Plants In Hindi
बोन मील आर्गेनिक फर्टिलाइजर, फास्फोरस और कैल्शियम पोषक तत्वों से भरपूर होता है तथा इसमें नाइट्रोजन की मात्रा कम पाई जाती है। अतः इसके इस्तेमाल से बीन्स (फलियों) की पैदावार अच्छी होती है। आप बोन मील की आधा कप मात्रा को महीने में एक से दो बार बीन्स के पौधे लगे गमले या गार्डन की मिट्टी में मिला सकते हैं।
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प्रोम खाद – Phosphate Rich Organic Manure For Beans Plant In Hindi
प्रोम (prom) एक आर्गेनिक फर्टिलाइजर है, जिसका उपयोग बीन्स के पौधों में फास्फोरस, जिंक और कॉपर जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए किया जाता है। प्रोम जैविक खाद के इस्तेमाल से बीन्स प्लांट की मिट्टी भुरभुरी और पौधे की जड़ें मजबूत होती हैं। आप पौधों के लिए खाद का इस्तेमाल निम्न प्रकार कर सकते हैं, जैसे:
- आप गमले या गार्डन की मिट्टी में प्रोम खाद सीधे मिला सकते हैं।
- इसके अलावा दो चम्मच प्रोम खाद को एक लीटर पानी में मिलाकर घोल तैयार करें, और पौधे की मिट्टी में डालें।
ग्रीन सेंड फर्टिलाइजर – Green Sand Fertilizer To Grow Beans Plants In Hindi
ग्रीन सैंड या हरी रेत को एक फर्टिलाइजर के रूप में उपयोग किया जाता है, जिसका निर्माण समुद्र तल पर जमा परत से होता है। यह अन्य उर्वरकों की तरह सीधे पौधों को पोषक तत्व प्रदान नहीं करता है, बल्कि मिट्टी की संरचना में सुधार कर उसकी पोषक तत्वों और नमी धारण करने की क्षमता को बढ़ाता है। ग्रीन सैंड फर्टिलाइजर में लोहा (Iron), पोटेशियम (Potassium) और मैग्नीशियम (Magnesium) की उच्च मात्रा पाई जाती है, जो बीन्स के पौधों के लिए उपयोगी पोषक तत्व हैं। आप प्रत्येक बीन्स के पौधे की मिट्टी में दो कप ग्रीन सैंड उर्वरक डायरेक्टली मिला सकते हैं।
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लकड़ी की राख – Wood Ash Organic Fertilizer To Grow Bean Plants In Hindi
लकड़ी की राख फलीदार या बीन्स पौधों के लिए फायदेमंद होती है। इसमें सबसे ज्यादा पोटेशियम और कैल्शियम तथा कुछ मात्रा में सूक्ष्म पोषक तत्व जैसे लोहा (Iron), मैंगनीज (Manganese), बोरॉन (Boron), तांबा (Copper) और जस्ता (Zink) पाये जाते हैं। लकड़ी की राख के इस्तेमाल से मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार होता है तथा फलियों की ग्रोथ अच्छी होती है। आप बीन्स प्लांट की मिट्टी में एक मुट्ठी लकड़ी की राख (Wood Ash) डाल सकते हैं।
कम्पोस्ट – Compost Manure For Beans Growth In Hindi
Compost Manure (कम्पोस्ट खाद) के इस्तेमाल से फलीदार पौधे लगे गमले की मिट्टी में सुधार होता है और मिट्टी की जल धारण क्षमता बढ़ जाती है। कम्पोस्ट में फास्फोरस, पोटेशियम और नाइट्रोजन पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पाये जाते हैं, जिनसे बीन्स की बेल हरी-भरी रहती है और ज्यादा फलियों की पैदावार होती है। बीन्स पौधों की ग्रोइंग सीजन में महीने में एक बार प्रत्येक पौधे की मिट्टी में एक से दो मुट्ठी कम्पोस्ट खाद दिया जा सकता है।
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कम्पोस्ट टी – Compost Tea Liquid Fertilizer To Grow Beans In Hindi
यदि आप फलियों वाले पौधों (Beans Plant) के लिए कम्पोस्ट टी बनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले बेस्ट क्वालिटी की कम्पोस्ट खाद खरीदें और फिर उसको 3 से 4 दिनों के लिए पानी में डालकर रख दें। 3 से 4 दिन के बाद उस घोल को छान लें, इस प्रकार तैयार तरल उर्वरक या लिक्विड खाद को कम्पोस्ट टी कहते हैं। आप 1 कप कम्पोस्ट टी में 10 कप पानी मिलाकर घोल तैयार कर लें, और इसे पौधों पर फोलिअर स्प्रे करें या पौधे की मिट्टी में डालें।
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गोबर खाद – Cow Dung Manure For Beans Plant Growth In Hindi
अच्छी तरह से अपघटित पुरानी गोबर खाद बीन्स प्लांट के साथ-साथ सभी पौधों के लिए फायदेमंद होती है। गोबर खाद में 2-3 प्रतिशत नाइट्रोजन, 1-2 प्रतिशत फास्फोरस और 1 प्रतिशत पोटैशियम होता है। प्रत्येक बीन्स के पौधे पर महीने में एक बार एक मुट्ठी गोबर खाद को डाला जा सकता है। गोबर खाद मिट्टी को छिद्रयुक्त (Porous) बनाकर उसकी जल धारण क्षमता में सुधार करती है।
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बीन्स प्लांट्स को फर्टिलाइज करने की टिप्स – Fertilizing Tips To Beans Plant In Garden In Hindi
- फलीदार पौधों को ओवर फर्टिलाइज न करें, क्योंकि इससे फूलों का उत्पादन कम हो सकता है और फलस्वरूप फलियों की ग्रोथ भी नहीं हो होती है।
- यदि बीन्स प्लांट की ग्रोथ रुक गयी है या नई पत्तियां पीली पड़ रहीं हैं, तो यह जिंक की कमी के कारण हो सकता है। अतः इस समय पौधों में जिंक युक्त फर्टिलाइजर जैसे प्रोम खाद दें।
- जब पौधे में फलियाँ लगना शुरू हो जाए तब उनमें पोटेशियम रिच फर्टिलाइजर डालें, इससे फलियाँ अधिक बीज का उत्पादन करती हैं।
- आप बीन्स पौधों के लिए गमले या गार्डन की मिट्टी तैयार करते समय मिट्टी में खाद मिला सकते हैं।
- इसके अलावा आप बीन्स प्लांट में फ्लावरिंग शुरू होने पर तथा जब 4 से 6 इंच लम्बाई की फलियाँ हो जाए तब खाद दे सकते हैं।
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FAQ
प्रश्न (1) बीन्स के लिए कौन सा उर्वरक सबसे अच्छा है? – Which Fertilizer Is Best For Beans Plant In Hindi?
उत्तर – फलियों (beans) वाले पौधों के लिए कम्पोस्ट (Compost) और प्रोम खाद (Prom) सबसे अच्छे उर्वरक है।
प्रश्न (2) बीन्स के पौधों को किन पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है? – What Nutrients Does A Bean Plant Need In Hindi?
उत्तर – फलीदार या बीन्स प्लांट्स को नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम पोषक तत्वों की अधिक आवश्यकता होती है।
प्रश्न (3) बीन्स को कितनी बार फर्टिलाइज किया जाना चाहिए? – How Often Should Beans Be Fertilized In Hindi?
उत्तर – इन पौधों को फ्लावरिंग के समय और जब फलियाँ 4 से 6 इंच की हो जाएं, तब खाद और उर्वरक दिया जाना चाहिए।
आशा करते हैं कि, यह लेख आपको पसंद आया होगा, जिसमें आपने बीन्स के पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्व व उर्वरक एवं उनके उपयोग करने के बारे में जाना। इस लेख के बारे में आपकी जो भी राय हो, हमें कमेन्ट करके अवश्य बताएं।