गार्डनिंग की दुनिया में नए पौधे तैयार करने का सबसे आसान और मज़ेदार तरीका है डंठल (stem cutting) से प्लांट उगाना। जब किसी हेल्दी पौधे की स्टेम का छोटा हिस्सा काटकर मिट्टी या पानी में लगाया जाता है, तो वह जल्दी रूट बनाकर नया प्लांट बन जाता है। यह तरीका किफायती है, बिगिनर्स के लिए बिल्कुल आसान है और इसलिए लोग अक्सर जानना चाहते हैं कि कटिंग/डंठल से कौन-कौन से पौधे लगते हैं।
अच्छी बात यह है कि ऐसे कई पॉपुलर और आसान कटिंग से लगने वाले पौधों के नाम हमारे आस-पास ही मिल जाते हैं, जो तेजी से बढ़ते हैं और घर की ग्रीन स्पेस भी बढ़ाते हैं। आज के इस लेख में हम जानेंगे कि, डंठल/कटिंग से लगाए जाने वाले पौधे कौन से हैं और इसे सफल बनाने की सही टेक्निक क्या है।
डंठल से उगाए जाने वाले प्लांट – Plants You Can Grow From Stems Cuttings In Hindi
कई पौधों को बीज की जरूरत नहीं होती—वे सिर्फ डंठल से ही आसानी से उग जाते हैं। यह तरीका घर पर गार्डनिंग करने वालों के लिए बहुत आसान, तेज़ और कम खर्च वाला है। चलिए जानते हैं कि वे कौन से पौधे हैं, जिन्हें हम डंठल (cutting) से ग्रो कर सकते हैं-
1. मनी प्लांट – Money Plant Propagation in Hindi
मनी प्लांट उन पौधों में से एक है जो डंठल से सबसे आसानी से उगते हैं। इसकी बेल जैसी डंठल को 4–5 इंच काटकर पानी या मिट्टी में लगाया जा सकता है। कटिंग में कम से कम दो नोड होने चाहिए, ताकि वहां से नई जड़ें निकल सकें। पानी में उगाने पर जड़ें जल्दी बनती हैं और पौधा तेजी से बढ़ता है। यह तरीका घर के अंदर ग्रीनरी बढ़ाने और किफ़ायती ढंग से कई पौधे तैयार करने के लिए बेहद उपयोगी है।
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2. गुलाब – Rose Stem Cutting in Hindi
गुलाब का पौधा डंठल से उगाने के लिए सबसे लोकप्रिय है। 6–8 इंच लंबी स्वस्थ डंठल लेकर उसका निचला हिस्सा तिरछा काटें। कटिंग को रूटिंग हार्मोन में डुबोकर नम मिट्टी में लगाएं। इसे धूप से दूर हल्की छाया में रखें ताकि नमी बनी रहे। लगभग 3–4 हफ्तों में जड़ें बनने लगती हैं। यह तरीका नए गुलाब के पौधे तैयार करने का आसान और सस्ता तरीका है।
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3. तुलसी – Tulsi Stem Growth in Hindi
तुलसी के पौधे की नर्म और हरी डंठल कटिंग के माध्यम से आसानी से उग जाती है। 4–5 इंच की ताजी डंठल काटकर पानी में डालें या सीधे मिट्टी में लगाएं। कुछ दिनों में नोड्स से सफेद जड़ें निकलने लगती हैं। यह तरीका घर में कई तुलसी के पौधे एक साथ उगाने के लिए बेहतरीन है। इससे पौधे जल्दी बढ़ते हैं और उनकी सुगंध व औषधीय गुण भी समान रहते हैं।
4. गुड़हल – Hibiscus Cutting in Hindi
गुड़हल की लकड़ीदार डंठल को 6–8 इंच की लंबाई में काटकर मिट्टी में लगाया जा सकता है। कटिंग के नीचे की पत्तियाँ हटा दें ताकि ऊर्जा जड़ बनाने में लगे। हल्की नमी वाली मिट्टी और छायादार जगह में इसे 3–5 हफ्ते तक रखें। सही देखभाल के साथ कटिंग में जड़ें बन जाती हैं और नया पौधा तेजी से विकसित होता है।
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5. स्नेक प्लांट की पत्ती–डंठल से ग्रोथ – Snake Plant Leaf Cutting in Hindi
स्नेक प्लांट की लंबी पत्तियाँ ही इसकी डंठल का काम करती हैं। एक पत्ती को V-शेप में काटकर मिट्टी में लगाएं। यह पौधा बेहद मजबूत है और कम पानी में भी आसानी से बढ़ जाता है। कटिंग को मिट्टी में गाड़ने के बाद 3–6 हफ्तों में नई शूट निकलती है। यह तरीका घर–ऑफिस के लिए कई नए पौधे बनाने में सहायक है।
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6. पोथोस – Pothos Stem Cut in Hindi
पोथोस की डंठल मनी प्लांट की तरह जल्दी जड़ें बनाती है। 5–6 इंच की कटिंग लेकर उसे पानी में डालें। हर 3–4 दिन में पानी बदलते रहें। कुछ ही दिनों में सफेद जड़ें बन जाती हैं और इसे गमले की मिट्टी में शिफ्ट किया जा सकता है। यह तरीका इनडोर ग्रीनरी बढ़ाने के लिए आसान और तेज़ है।
7. शेफ्लेरा (अम्बरैला प्लांट) – Schefflera Cutting in Hindi
शेफ्लेरा की मुलायम हरी डंठल से नया पौधा तैयार किया जा सकता है। 4–5 इंच की कटिंग को हल्की नम मिट्टी में लगाएं। ध्यान रखें कि मिट्टी बहुत गीली न हो। 3–4 हफ्तों में कटिंग में नई जड़ें बन जाती हैं। यह तरीका घर की सजावट के लिए कई नए प्लांट तैयार करने में मदद करता है।
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8. कोलियस – Coleus Stem Propagation in Hindi
कोलियस रंग–बिरंगी पत्तियों वाला पौधा है और डंठल से बहुत तेजी से उग जाता है। इसकी 4 इंच की डंठल को पानी या मिट्टी में लगाया जा सकता है। 7–10 दिन में जड़ें दिखने लगती हैं। यह तरीका बागवानी की शुरुआत करने वालों के लिए सबसे आसान माना जाता है क्योंकि इसमें कम देखभाल की जरूरत होती है।
9. जेड प्लांट की स्टेम और पत्ती से – Jade Plant Cutting in Hindi
जेड प्लांट की मोटी डंठल और पत्तियाँ दोनों से नया पौधा तैयार किया जा सकता है। डंठल को 3–4 दिन सुखाकर ही मिट्टी में लगाएं ताकि सड़न न हो। यह पौधा धीमे लेकिन स्थिर रूप से बढ़ता है और 3–6 हफ्तों में जड़ें विकसित करता है। यह तरीका सुकुलेंट प्रेमियों के लिए बेहतर है।
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10. रोजमेरी – Rosemary Stem Propagation in Hindi
रोजमेरी की सुगंधित डंठल को 4–5 इंच की कटिंग में काटकर पानी या मिट्टी में लगाया जा सकता है। इसकी ताजी डंठल जल्दी जड़ें बनाती है। हल्की धूप, कम पानी और अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी इसकी वृद्धि के लिए जरूरी है। लगभग एक महीने में प्लांट तैयार हो जाता है जिसे किचन गार्डन में उपयोग किया जा सकता है।
डंठल से जड़ पकड़ने की सफल टेक्नीक – Successful Techniques For Rooting a Stem Cutting In Hindi
डंठल से नए पौधे उगाना एक आसान, कम खर्च और तेज़ तरीका है। यदि सही तकनीक अपनाई जाए तो लगभग हर कटिंग सफलतापूर्वक जड़ पकड़ लेती है। इसके लिए नीचे दिए टिप्स फॉलो करें:-
1. हेल्दी डंठल लें – हमेशा ऐसे पौधे की डंठल चुनें जो हरी, मजबूत और बीमारियों से मुक्त हो। बहुत पुरानी या बहुत नाज़ुक डंठल जड़ें नहीं बनाती। मध्यम उम्र की लचीली शाखा सबसे उपयुक्त रहती है। इसमें 3–4 नोड अवश्य होने चाहिए, क्योंकि जड़ें इन्हीं नोड्स से निकलती हैं।
2. सही कट लगाना – डंठल को नोड के ठीक नीचे तेज़ और साफ़ ब्लेड से काटें। स्लांट कट लगाने से पानी अवशोषण बढ़ता है और संक्रमण कम होता है। कटिंग 4–6 इंच लंबी रहे। तुरंत ही नीचे की पत्तियों को हटा दें ताकि सड़न न हो।
3. रूटिंग हार्मोन लगाना – कटिंग के नीचे वाले हिस्से को रूटिंग हार्मोन पाउडर में डुबाने से जड़ बनने की गति कई गुना बढ़ जाती है। यदि हार्मोन उपलब्ध न हो तो दालचीनी पाउडर, एलोवेरा जेल या हल्की शहद की कोटिंग भी संक्रमण रोकने में मदद करती है।
4. सही माध्यम में लगाना – कटिंग को हल्की, अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में लगाएँ। 50% गार्डन सॉइल, 25% रेत और 25% कोकोपीट का मिश्रण उत्तम होता है। चाहे तो पानी में भी कटिंग रूट कराई जा सकती है, विशेषकर मनीप्लांट, मनीप्लांट-एनजे, मनीप्लांट-गोल्ड आदि।
5. नमी को बनाए रखना – कटिंग को लगाने के बाद मिट्टी को हल्का गीला रखें, लेकिन पानी जमा न होने दें। चाहें तो पॉलिथिन बैग ढककर मिनी-ग्रीनहाउस प्रभाव बना सकते हैं। इससे आर्द्रता बढ़ती है और जड़ें तेजी से बनती हैं।
6. सही जगह पर रखें – कटिंग को तेज धूप से बचाकर छायादार और रोशनी वाली जगह रखें। बहुत गर्मी या धूप पत्तियों को जला देती है और कटिंग सूख जाती है। अप्रत्यक्ष रोशनी जड़ बनने में मदद करती है।
7. हवा का सही प्रवाह – कटिंग को बंद स्थान पर न रखें। हल्का-सा वेंटिलेशन पौधे को फंगल बीमारी से बचाता है। अत्यधिक नमी और बिना हवा की जगह में कटिंग सड़ सकती है।
8. जड़ें बनने का समय – हर पौधे में रूट बनने का समय अलग होता है। पानी में कटिंग लगभग 7–15 दिन और मिट्टी में कटिंग लगभग 15–30 दिन में तैयार हो जाती है। बीच-बीच में कटिंग को हिलाएं नहीं, वरना नई जड़ें टूट जाती हैं।
9. जड़ बनने के बाद ट्रांसप्लांट – जब कटिंग में 1–2 इंच लंबी जड़ें स्पष्ट दिखने लगें, तब उसे बड़े गमले में शिफ्ट करें। ट्रांसप्लांट करते समय मिट्टी नरम रखें और तुरंत तेज धूप न दें। कुछ दिन छायादार जगह में रखें।
10. शुरुआती देखभाल – ट्रांसप्लांट के बाद 1–2 सप्ताह तक हल्की सिंचाई करें। पौधे के स्थिर होने पर ही खाद दें। वरना नई जड़ों पर दबाव पड़ता है। धीरे-धीरे पौधा बढ़ने लगता है, नई पत्तियाँ निकलती हैं और आपका नया प्लांट पूरी तरह तैयार हो जाता है।
निष्कर्ष:
डंठल से पौधे उगाना एक सरल, किफ़ायती और प्राकृतिक तरीका है, जिसके माध्यम से आप बिना बीज के भी अपने घर के गार्डन में नए-नए पौधे तैयार कर सकते हैं। इस विधि में केवल स्वस्थ डंठल का चयन, उचित नमी और सही वातावरण का ध्यान रखना होता है, और कुछ ही दिनों में पौधे नई जड़ें बनाकर बढ़ने लगते हैं। यह तरीका उन लोगों के लिए भी बेहतर है जिन्हें गार्डनिंग में ज्यादा अनुभव नहीं है।
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