कई बार गार्डन में लगे पौधों की पत्तियां ऊपर या नीचे की तरफ मुड़ने लगती हैं। इसे लीफ कर्ल (पत्ती मरोड़) रोग कहा जाता है। अगर आपके पौधे की पत्तियां भी कर्ल (plant leaves curling) होने लगी हैं, तो इस समस्या से निपटने के लिए आप इस लेख में बताए गए टिप्स को फॉलो कर सकते हैं। पोधे की पत्तियां मुड़ने से कई बार पौधों में फल फूल लगना बंद हो जाते है और पौधे की ग्रोथ भी रुक जाती है। इसी कारण से पौधों की पत्तियां क्यों मुड़ने लगती हैं, इसके कारण और रोकथाम के उपाय जानना जरूरी है। लीफ कर्ल (पत्ती मरोड़) रोग क्या है (Plant Leaves Curling In Hindi), लीफ कर्ल रोग किसके कारण होता है और लीफ कर्ल रोग से पौधों को कैसे बचाएं? इन सभी सवालों के जबाव आपको इस आर्टिकल में मिलेंगे, इसीलिए इसे लास्ट तक जरूर पढ़ें।
लीफ कर्ल (पत्ती मरोड़) रोग क्या है – What Is Leaf Curl Disease In Hindi
जब पौधे की पत्तियां अचानक ऊपर या नीचे की तरफ मुड़ने लगती हैं, तो इस रोग को पत्ती मरोड़ रोग और इंग्लिश में लीफ कर्ल (Leaf Curl Disease) कहते हैं। लीफ कर्ल पौधे की एक बीमारी है, जो टमाटर, मिर्च, खीरा और कई सजावटी पौधों में हो जाती है। संक्रमित पौधों में पत्तियों का ऊपर की ओर मुड़ना, पीला पड़ना, पौधे का विकास रुक जाना और उपज कम होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
लीफ कर्ल रोग के लक्षण क्या हैं – Leaf Curl Disease Symptoms In Plants In Hindi
इस लीफ कर्ल रोग के लक्षण सबसे पहले ऊपर की कोमल पत्तियों पर दिखाई देते है। पत्तियों की छोटी नसें मोटी हो जाती हैं, पत्ता ज्यादा हरा दिखाई देने लगता है, पत्तियां ऊपर की तरफ मुड़ कर कप जैसी आकृति की हो जाती हैं। इस रोग का अधिक प्रकोप होने की स्थिति में पौधे छोटे रह जाते हैं, इन पर कली, फूल, फल नहीं लगते हैं। पत्ती मरोड़ रोग का उपज पर बहुत उल्टा असर पड़ता है। आपकी जानकारी के लिए लीफ कर्ल रोग के लक्षणों को आगे डिटेल में बताया गया है:
- लीफ कर्ल डिजीज में पौधों के पत्ते ऊपर की ओर या नीचे की ओर मुड़ने लगते है।
- नई पत्तियों से लेकर पुरानी पत्तियों का मुड़ना इस रोग के लक्षणों में शामिल हैं।
- पत्तियों की सतह फफोलेदार या झुर्रीदार दिखाई दे सकती है।
- संक्रमित पौधे का विकास रुकना और उपज में गिरावट आना मरोडिया रोग के लक्षण हैं।
- पत्ती मरोड़ रोग में पत्तियां पीली भी पड़ने लगती हैं।
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लीफ कर्ल रोग किसके कारण होता है – Why Do Plant Leaves Curl In Hindi
पौधों की पत्तियों में लीफ कर्ल रोग होने के कई सम्भावित कारण हो सकते हैं। आइये सभी कारणों को जानते हैं (Leaf Curl Causes in Hindi):
पानी का तनाव – Water Stress In Hindi
पानी से संबंधित समस्याएं पत्ती के मुड़ने का कारण बन सकती हैं। जब पौधे सूखा (पानी की कमी) या अत्यधिक नमी का अनुभव करते हैं, तो पानी के संरक्षण या अधिक पानी के नुकसान को रोकने के लिए पौधों की पत्तियाँ मुड़ सकती हैं।
कीट संक्रमण – Pest Infestation In Hindi
एफिड्स, व्हाइटफ्लाइज (सफेद मक्खी) या स्पाइडर माइट्स पौधे की पत्तियों के मुड़ने का कारण बन सकते हैं। ये कीट पौधे के ऊतकों को खाते हैं, जिससे पत्तियों की ग्रोथ में रूकावट आती है, इससे पत्तियां मुड़ जाती हैं।
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वायरल संक्रमण – Viral Infections In Hindi
कुछ वायरल रोग, जैसे लीफ कर्ल वायरस भी पौधों की पत्तियों के कर्ल होने का कारण होता है।
फंगल संक्रमण – Fungal Infections In Hindi
फफूंद रोग जैसे पाउडरी मिल्ड्यू के संक्रमण के कारण भी पौधों की पतियाँ मुड़ जाती है। यह रोगजनक पत्ती के ऊतकों को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे कर्लिंग की समस्या देखी जा सकती है।
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खरपतवार नाशी का प्रयोग – Herbicide Damage In Hindi
कई बार केमिकल खरपतवार नाशी के प्रयोग से भी पत्तियों में कर्लिंग की समस्या देखी जा सकती है।
पर्यावरणीय तनाव – Environmental Stress In Hindi
अधिक गर्म या ठंड में, उच्च आर्द्रता में या ज्यादा प्रकाश मिलने जैसी पर्यावरणीय परिस्थितियां भी पौधों की पत्ती के मुड़ने का कारण बन सकती हैं।
पोषक तत्वों का असंतुलन – Nutritional Imbalances In Plants In Hindi
पौधों में पोषक तत्वों की कमी या अधिकता होने पर भी पत्तियां मुड़ने लगती हैं। उदाहरण के लिए, पोटेशियम की कमी या नाइट्रोजन की अधिकता से पत्ती मुड़ने के लक्षण नजर आ सकते हैं।
पौधों में लीफ कर्ल रोग का इलाज क्या है – Leaf Curl Disease Treatment In Plants In Hindi
जब पौधों में लीफ कर्ल रोग हो जाता है, तब इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए निम्न उपाय अपनाए जा सकते हैं, जैसे:
- सबसे पहले तो ऐसे पौधों को अलग रख दें, जिनके पत्ते मुड़ने या सूखने लगे हैं, क्योंकि यह बीमारी अन्य पौधों को भी लग सकती है।
- पौधों में लीफ कर्ल रोग से छुटकारा पाने के लिए सबसे आसान तरीका है, साबुन के घोल का छिड़काव। 1 लीटर पानी में 5 मिलीलीटर लिक्विड साबुन मिलाकर इस तैयार घोल का पत्तियों की सतह पर अच्छे से छिड़काव करें। इससे सफेद मक्खियां या अन्य कीट का संक्रमण होगा, तो वह दूर हो जायगा।
- पत्ती मरोड़ रोग को दूर करने का दूसरा तरीका है नीम तेल का प्रयोग करना। 1 लीटर पानी में 5 मिलीलीटर नीम तेल मिलाएं और इसमें 1 मिलीलीटर लिक्विड साबुन मिलाएं। फिर इस घोल को पत्तियों पर अच्छे से छिड़कें।
- पौधों में समय-समय पर बदल-बदल कर खाद डालते रहें, ताकि पौधों को सभी पोषक तत्व सही समय पर मिलते रहें। इसके लिए आप कभी बोनमील, कभी गोबर खाद, कभी वर्मीकम्पोस्ट और कभी एप्सम साल्ट खाद आदि का इस्तेमाल करें।
- पौधों के चारों ओर पर्याप्त हवा का प्रवाह बनाये रखें, इससे नमी के स्तर को कम करने और फंगल रोगों के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है।
- पौधों को उचित मात्रा में पानी दें। मिट्टी थोड़ी सूख जाने पर ही पानी दें।
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लीफ कर्ल (पत्ती मरोड़) रोग से पौधों को बचाने के उपाय – Prevent Leaf Curl Disease In Plants In Hindi
कई बार पौधों के मुड़े हुए पत्तों को ठीक करना काफी मुश्किल होता है। इसीलिए आपको पौधे उगाते समय कुछ सावधानियां हमेशा रखनी चाहिए, ताकि आपके पौधों में लीफ कर्ल रोग हो ही न। पौधों की पत्तियों को मुड़ने से रोकने के लिए निम्न तरीके अपनाएं:
- पौधों की मल्चिंग करें, इससे गर्म मौसम में जड़ें ठंडी रहेंगी।
- पौधों के हर भाग में पर्याप्त हवा का आदान-प्रदान होता रहे, इसके लिए पौधों की समय-समय पर प्रूनिंग करते रहें और पौधों को उचित दूरी पर रखें।
- अपने बगीचे में सिंथेटिक रासायनिक कीटनाशकों या शाकनाशियों का उपयोग करने से बचें।
- ओवरहेड वॉटरिंग या बरसात के रूप में पानी देने से बचें।
- पौधों का नियमित तौर पर निरिक्षण करें, कोई रोग या कीट का संक्रमण नजर आने पर तुरंत उसे रोकने के उपाय करें।
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इसे लेख में पौधों में होने वाले लीफ कर्ल (पत्ती मरोड़) रोग के कारण, लक्षण, रोकथाम और निदान के उपाय के बारे में बताया गया है। उम्मीद करते हैं लीफ कर्ल (पत्ती मरोड़) रोग क्या है और इससे पौधों को कैसे बचाएं, से जुड़ी जानकारी आपके काम आई होगी।