How To Grow Rudraksha Plant At Home In Hindi: रुद्राक्ष का प्लांट घर में लगाना सिर्फ एक पौधा ग्रो करना नहीं है, बल्कि यह पॉजिटिव एनर्जी और स्पिरिचुअल वाइब्स को अपने स्पेस में लाने का बेहतरीन तरीका है। कई लोग अक्सर सोचते हैं कि गमले में रुद्राक्ष का पौधा/पेड़ कैसे लगाएं, क्योंकि उन्हें लगता है कि रुद्राक्ष सिर्फ बड़े पेड़ के रूप में ही ग्रो हो सकता है। लेकिन रुद्राक्ष का पेड़ लगाने की सही विधि अपनाकर आप इसे आसानी से गमले या ग्रो बैग में भी उगा सकते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि, रुद्राक्ष के बीज या सेपलिंग को पॉट में कैसे प्लांट करना है, मिट्टी की क्या जरूरत होती है और रुद्राक्ष के पौधे की देखभाल कैसे करें, ताकि पौधा तेजी से ग्रो होकर हेल्दी बने।
रुद्राक्ष का पौधा लगाने की step by step गाइड – Rudraksh Planting Guide Step By Step In Hindi
Rudraksh का पौधा सुखद और संयमित देखभाल से आसानी से उगाया जा सकता है। इस step-by-step गाइड में हम मिट्टी तैयार करने से लेकर बीज लगाने तक की पूरी प्रोसेस के बारे में जानेंगे। आगे आसान चरण बताये गए हैं, ताकि आप घर पर सफलतापूर्वक गमले में रुद्राक्ष लगा सकें।
1. गमले में रुद्राक्ष का पौधा लगाने से पहले तैयारी
रुद्राक्ष का प्लांट शुरू से ही बहुत नाज़ुक नहीं होता, लेकिन इसकी इनिशियल केयर सही हो तो यह जल्दी सेट हो जाता है। गमले में लगाने से पहले कुछ बेसिक चीज़ों पर ध्यान देना ज़रूरी है।
सही गमला चुनना
गमला चुनते समय ये बातें ध्यान रखें—
- शुरुआत में बीज या सेपलिंग लगाने के लिए गमला कम से कम 8–10 इंच का होना चाहिए और जब पौधा बड़ा हो जाए तो, 18 से 24 इंच का गमला या ग्रो बैग जरूरी है।
- अगर बीज से ग्रो कर रहे हैं, तो 6 इंच का भी स्टार्टिंग में चलेगा।
- गमले में ड्रेनेज होल ज़रूर होने चाहिए ताकि पानी जमा न हो।
- टेराकोटा, प्लास्टिक या फाइबर कोई भी पॉट चलेगा, बस हल्का और वेंटिलेशन वाला होना चाहिए।
रुद्राक्ष की जड़ें धीरे-धीरे फैलती हैं, इसलिए हर 1–2 साल में पौधे को बड़े गमले या ग्रो बैग में रिपॉट करना जरूरी है।
(यह भी जानें: ग्रो बैग्स क्या होते हैं, पौधे लगाने में इसका उपयोग क्यों करें…)
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2. मिट्टी की तैयारी
रुद्राक्ष की ग्रोथ बहुत हद तक मिट्टी पर निर्भर करती है। इसे ऐसी मिट्टी पसंद है जो न बहुत हल्की हो और न बहुत भारी। मिट्टी में अच्छे न्यूट्रिएंट्स और सही एयर सर्कुलेशन होना जरूरी है।
बेस्ट सॉयल मिक्स
आप यह मिक्स घर पर आसानी से तैयार कर सकते हैं, इसके लिए आपको निम्न चीजों की आवश्यकता होगी—
- 40% गार्डन मिट्टी
- 30% गोबर खाद या वर्मी-कम्पोस्ट
- 20% नदी की रेत (सैंड)
- 10% कोकोपीट या पत्ती की खाद
यह मिक्स क्यों जरूरी है?
गार्डन मिट्टी – बेसिक स्ट्रक्चर देती है, कम्पोस्ट – न्यूट्रिएंट्स पूरा करता है, रेत – ड्रेनेज सुधारता है और कोकोपीट – मॉइश्चर होल्ड करता है। यह मिट्टी पौधे की जड़ों को सड़ने नहीं देती और हेल्दी ग्रोथ देती है।
3. रुद्राक्ष पौधे को लगाने के तरीके – Methods Of Planting Rudraksha In Hindi
रुद्राक्ष का पौधा बीज और पौधे (sapling) दोनों तरीकों से आसानी से लगाया जा सकता है, जबकि कटिंग से इसे उगाना थोड़ा कठिन होता है। चलिए जानते हैं पौधे को लगाने के तरीके के बारे में, जो कि निम्न हैं-
I. बीज से
रुद्राक्ष का बीज थोड़ा हार्ड होता है, इसलिए इसे सही तरीके से प्रि-प्रेप करना पड़ता है।
- सबसे पहले बीज को 24 घंटे पानी में भिगो दें।
- चाहें तो हल्के गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें।
- बीज में पोरसिटी बढ़ जाती है और जर्मिनेशन फास्ट होता है।
- मिट्टी में 1 इंच गहराई पर बीज डालें।
- हल्के पानी से मिट्टी मॉइश्चर करें।
- गमले को ऐसी जगह रखें जहाँ हल्की धूप आती हो।
- जर्मिनेशन टाइम – 15 से 45 दिन (मौसम और बीज की क्वालिटी पर निर्भर)।
II. सेपलिंग लगाना
अगर आप पहले से ग्रो हुई छोटी सेपलिंग खरीद रहे हैं तो काम और आसान हो जाता है।
- गमले की मिट्टी हल्की ढीली करें।
- सेपलिंग को धीरे से केंद्र में लगाएँ।
- जड़ों पर मिट्टी को हल्के से दबाएँ ताकि रूट सेट हो जाए।
- तुरंत हल्का पानी दें।
नोट – रुद्राक्ष ज़्यादातर बीज से ही उगाया जाता है, क्योंकि कटिंग से ग्रोथ कम सफल होती है।
(यह भी जानें: पौधों को ट्रांसप्लांट करने के टिप्स…)
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4. रुद्राक्ष को धूप कितनी चाहिए? – Sunlight Requirement in Hindi
रुद्राक्ष एक ट्रॉपिकल पौधा है, इसलिए इसे सुबह की हल्की धूप बेहद पसंद है। प्रतिदिन लगभग 3–4 घंटे की सॉफ्ट सनलाइट पर्याप्त है। बहुत तेज़ दोपहर की धूप पत्तियों को जला सकती है, इसलिए गर्मियों में इसे आंशिक छाया या 50% शेड नेट के नीचे रखा जा सकता है। यदि आपके घर में सीधी धूप कम आती है, तो भी पौधा धीरे-धीरे ग्रो कर सकता है, बस उसकी देखभाल सही करनी होगी। धूप मिलने से पौधा गहरा हरा, मजबूत और रोग-प्रतिरोधक बनता है।
5. पानी देने का सही तरीका – Watering Technique in Hindi
रुद्राक्ष के पौधे को हल्का नम मिट्टी पसंद है, पर ओवरवॉटरिंग इसे नुकसान पहुंचा सकती है। गर्मियों में हर 2–3 दिन पर हल्का पानी देना पर्याप्त है, जबकि सर्दियों में सप्ताह में एक बार पानी काफी रहता है। पानी हमेशा तभी दें जब मिट्टी की ऊपरी परत सूखी महसूस हो। गमले की प्लेट में पानी जमा न होने दें, क्योंकि इससे जड़ें सड़ सकती हैं। पौधे की जड़ों को हमेशा उतनी ही नमी चाहिए होती है जितनी उन्हें स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त हो, ज़रूरत से ज्यादा नहीं।
6. खाद कब और कैसे दें? – Fertilizing Tips in Hindi
रुद्राक्ष को हर 30–40 दिन में हल्की ऑर्गेनिक खाद दें। सबसे अच्छे विकल्प—
ध्यान रखें – खाद हमेशा मिट्टी में हल्का मिक्स करें, खाद डालने के बाद पानी देना न भूलें और केमिकल खाद का उपयोग कम करें।
नियमित ऑर्गेनिक खाद पौधे को जरूरी न्यूट्रिएंट देती है, मिट्टी को उपजाऊ रखती है और रुद्राक्ष की ग्रोथ को हेल्दी बनाती है। यदि संभव हो तो ऑर्गेनिक तरीकों को अपनाएँ ताकि पौधा दीर्घकालिक रूप से मजबूती से बढ़े और पर्यावरण भी सुरक्षित रहे।
(यह भी जानें: गार्डनिंग टूल्स और उनके उपयोग की जानकारी…)
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7. रुद्राक्ष फल देगा या नहीं – Will It Bear Fruit In Hindi
गमले में लगाया गया रुद्राक्ष भी फल दे सकता है, लेकिन इसके लिए धैर्य और सही देखभाल जरूरी है। पौधे को फल आने में सामान्यत: 4–5 साल लगते हैं। गमला कम से कम 16–18 इंच का होना चाहिए ताकि जड़ों को फैलने की जगह मिले। प्रतिदिन 3–4 घंटे धूप, ऑर्गेनिक खाद और सही पानी देने की आदत पौधे को मजबूत बनाती है। हालांकि छोटे गमले में फल कम आ सकते हैं, पर निरंतर देखभाल से पौधा पूरी तरह परिपक्व होकर रुद्राक्ष के दाने दे सकता है।
रुद्राक्ष के पौधे की देखभाल कैसे करें – Rudraksha Plant Care Tips in Hindi
रुद्राक्ष के पौधे की अच्छी बढ़वार और दीर्घायु के लिए उचित देखभाल, सही जलवायु और नियमित सिंचाई की आवश्यकता होती है। आप पौधे की केयर निम्न प्रकार कर सकते हैं, जैसे-
- सही धूप दें – रोज़ 3–5 घंटे हल्की, फ़िल्टर्ड सनलाइट में रखें। तेज दोपहर की धूप से बचाएँ।
- पानी सही तरीके से दें – मिट्टी हल्की सूखी लगे तभी पानी दें। ओवरवाटरिंग से जड़ें सड़ सकती हैं।
- मिट्टी हल्की और ड्रेनेज वाली हो – गमले में अच्छे ड्रेनेज होल रखें। मिट्टी में रेत + कम्पोस्ट मिलाएँ।
- हर 30–40 दिन में खाद दें – वर्मी-कम्पोस्ट, गोबर खाद, नीम केक या सरसों खली डालें। बाद में पानी ज़रूर दें।
- पौधे को समय–समय पर स्प्रे करें – नमी बनाए रखने के लिए सप्ताह में 2–3 बार पत्तियों पर हल्का पानी स्प्रे करें।
- कीट से सुरक्षा – एफिड्स या माइट्स दिखें तो हर 7–10 दिन में नीम ऑयल स्प्रे करें।
- गमला समय पर बदलें – हर 12–18 महीने में पौधों को थोड़ा बड़ा गमला दें ताकि जड़ें आसानी से फैल सकें।
- मिट्टी ढीली करते रहें – हर 15–20 दिन में ऊपर की मिट्टी हल्की-सी खोदकर एयररेशन दें।
- ठंड में पौधे को सुरक्षित रखें – 10°C से नीचे तापमान में अंदर रखें या कपड़े/गन्यु बैग से ढकें।
- हवा का अच्छा प्रवाह दें – पौधे को ऐसी जगह रखें जहाँ हल्की हवा आती रहे, लेकिन तेज़ हवा में न रखें।
पौधे की सामान्य समस्याएँ और समाधान – Common Problems & Solutions in Hindi
रुद्राक्ष में अक्सर पत्तियाँ पीली होना, ग्रोथ रुकना और मुरझाना जैसी समस्याएँ दिखती हैं। पत्तियाँ पीली हों तो धूप की कमी या ओवरवॉटरिंग के कारण हो सकता है—धूप बढ़ाएँ और पानी कम करें। ग्रोथ स्लो हो तो पौधे को कम्पोस्ट दें या बड़ा गमला इस्तेमाल करें। पत्तियाँ मुरझाएँ तो ड्रेनेज चेक करें और मिट्टी में रेत मिलाएँ। कीड़े दिखाई दें तो नीम ऑयल स्प्रे हफ्ते में एक बार करें। सही पहचान और समय पर समाधान पौधे को लंबे समय तक स्वस्थ रखते हैं।
निष्कर्ष:
गमले में रुद्राक्ष का पौधा लगाना वास्तव में उतना मुश्किल नहीं है जितना लोग सोचते हैं। अगर आप बेसिक चीज़ें जैसे सही गमला, सही मिट्टी, सीमित पानी और हल्की धूप का ध्यान रखेंगे तो यह पौधा आसानी से आपकी बालकनी में ग्रीन, हेल्दी और स्पिरिचुअली एनर्जेटिक बना रहेगा। रुद्राक्ष न सिर्फ आपके घर को हरियाली देता है, बल्कि अपनी उपस्थिति से शांत, सकारात्मक और संतुलित एनर्जी का स्रोत भी बन जाता है।
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