क्या आप जानते हैं कि मिट्टी के पीएच मान का पौधों की ग्रोथ पर बेहद प्रभाव पड़ता है? ज्यादातर पौधों के लिए मिट्टी का आइडियल पीएच मान 6 से 7 के बीच होता है। इस पीएच मान वाली मिट्टी में पौधों के लिए सभी पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं। इस मिट्टी में ज्यादातर पौधों की ग्रोथ बहुत अच्छे से होती है। इससे कम या अधिक पीएच मान होने पर मिट्टी में मुख्य और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, जिससे पौधे बढ़ना बंद कर देते हैं। यदि आप भी मिट्टी के पीएच में परिवर्तन से पौधों पर होने वाले प्रभाव के बारे में जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए ही है।
मिट्टी का पीएच मान क्या होता है, पौधों के लिए pH क्यों महत्वपूर्ण है, अम्लीय और क्षारीय मिट्टी का पौधों पर क्या प्रभाव पड़ता है, इसकी पूरी जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी।
मिट्टी का पीएच क्या होता है – What Is Soil Ph In Hindi
गार्डन में पौधे लगाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मिट्टी अम्लीय है या क्षारीय, इसकी जांच करने के लिए उसका पीएच टेस्ट किया जाता है, इससे जो भी मान आता है उसे पीएच मान (soil ph value) कहा जाता है। पीएच स्केल 0 से लेकर 14 तक होता है। 7 से कम ph मान वाली मिट्टी अम्लीय (acidity) होती है और 7 से अधिक पीएच मान वाली मिट्टी क्षारीय (alkalinity) होती है। 7 पीएच मान जिस मिट्टी का होता है वह उदासीन (neutral) होती है, यानि न तो वह अम्लीय है और न ही क्षारीय।
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पौधों के लिए मिट्टी का पीएच क्यों महत्वपूर्ण है – Why Is Soil Ph Important To Plant Growth In Hindi
मिट्टी का आदर्श पीएच मान 6 से 7 के बीच (थोड़ा अम्लीय) माना जाता है। इस पीएच रेंज में ज्यादातर पोषक तत्व पौधों के लिए आसानी से उपलब्ध (nutrient availability) हो पाते हैं। साथ ही मिट्टी में मौजूद छोटे-छोटे सूक्ष्मजीव जो मिट्टी को उपजाऊ बनाने का काम करते हैं, वे भी इस पीएच रेंज में सबसे अच्छे से सक्रीय होते हैं। इस तरह मिट्टी का पीएच, सही होने पर पौधों की ग्रोथ अच्छे से होती रहती है। मिट्टी के ph मान में परिवर्तन होने पर पोषक तत्वों की उपलब्धता में कमी आती है।
जैसे उदाहरण के लिए नाइट्रोजन एक बहुत महत्त्वपूर्ण पोषक तत्व है, जो 5.5 से 7 पीएच रेंज वाली मिट्टी में आसानी से उपलब्ध होता है। मिट्टी का ph मान 7.2 से अधिक होने पर उसमें मौजूद नाइट्रोजन, गैस बनकर उड़ जाती है। जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो जाने से पौधों में कई रोग भी होने लगते हैं। मिट्टी के पीएच मान में बदलाव से उसमें पाए जाने वाले सूक्ष्म जीवाणु निष्क्रिय होने लगते हैं। इसलिए मिट्टी का पीएच मान एक निश्चित सीमा में होना महत्वपूर्ण होता है।
मिट्टी के पीएच का पौधे की ग्रोथ पर क्या असर पड़ता है – The Effect Of Soil Ph On Plant Growth In Hindi
पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए मिट्टी के पीएच मान का ठीक होना बहुत जरूरी है। कम या अधिक पीएच कई पौधों की ग्रोथ पर बुरा असर डाल सकता है। चलिए जानते हैं अम्लीय या क्षारीय मिट्टी का पौधों की ग्रोथ पर क्या प्रभाव पड़ता है?
1. अम्लीय मिट्टी (मृदा) का पौधों पर प्रभाव – Effect Of Acidic Soil (Low Ph) On Plant Growth In Hindi
7 से कम पीएच मान वाली मिट्टी को अम्लीय मिट्टी (acidic soil) कहा जाता है। जैसे-जैसे ph रेंज कम होती जाती है, मिट्टी की अम्लीयता (low soil ph) बढ़ती जाती है। जब मिट्टी ज्यादा एसिडिक (5.5 से कम पीएच) हो जाती है, तब पौधों पर उसके निम्न प्रभाव दिखाई देते हैं, जैसे:
- पौधे की मिट्टी में नाइट्रोजन, फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे मुख्य पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। इससे पौधों की जड़ें ठीक से ग्रोथ नहीं कर पाती हैं, पौधे कमजोर होने लगते हैं तथा उनमें फल व फूल नहीं लगते हैं।
- मिट्टी की संरचना में सुधार करने वाले लाभकारी सूक्ष्मजीव निष्क्रिय हो जाते हैं, जिससे मिट्टी खराब होने लगती है।
- ज्यादा अम्लीय मिट्टी में एल्युमीनियम (aluminum toxicity) और आयरन (Iron Toxicity) की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे पौधों की ग्रोथ रुक जाती है।
- पौधों की पत्तियों का पीला पड़ना, पौधे की ग्रोथ रुकना और पैदावार में कमी आना आदि मिट्टी की अम्लीयता अधिक होने के लक्षण होते हैं।
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2. मिट्टी की क्षारीयता का पौधों पर प्रभाव – Effect Of Alkaline Soil (High Ph) On Plant Growth In Hindi
7 से अधिक पीएच मान वाली मिट्टी को क्षारीय मिट्टी (Alkaline soil) कहा जाता है। जैसे-जैसे ph मान बढ़ता ((high soil ph) जाता है, मिट्टी की क्षारीयता (alkalinity) बढ़ती जाती है। जब मिट्टी अधिक क्षारीय (9 से अधिक पीएच) हो जाती है, तब पौधों पर उसके निम्न प्रभाव दिखाई देते हैं, जैसे:
- क्षारीय मिट्टी में अत्यधिक मात्रा में सोडियम और मैग्नीशियम होता है। इन पोषक तत्वों की अधिकता से पौधों की जड़ों को पोषक तत्वों को अवशोषित करने में कठिनाई होती है, जिससे पौधे की ग्रोथ रुक जाती है।
- मिट्टी में नाइट्रोजन, फास्फोरस, जिंक, मैंगनीज, आयरन पोषक तत्वों की कमी हो जाती है।
- सूक्ष्मजीवों की क्रियाशीलता में कमी आती है।
- मिट्टी अधिक चिकनी (clay type) और कठोर हो जाती है।
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मिट्टी का पीएच कैसे चेक करें – How To Test Your Garden Soil Ph At Home In Hindi
आजकल ऑनलाइन स्टोर पर मिट्टी का पीएच मान चेक करने की किट उपलब्ध हैं, जिनकी मदद से घर पर आसानी से मिट्टी का ph मान पता कर सकते हैं। इसके अलावा आप मिट्टी को कृषि प्रयोगशाला में भिजवा कर भी उसका पीएच पता करवा सकते हैं।
मिट्टी का पीएच कैसे बढ़ाएं – How To Make Soil Alkaline (Increase Ph) In Hindi
कई पौधे अधिक अम्लीय मिट्टी में अच्छी तरह से ग्रोथ नहीं कर पाते हैं। अम्लीय मिट्टी की अम्लता को कम करने के लिए यानि मिट्टी का पीएच बढ़ाने के लिए उसमें बुझा हुआ चूना (Hydrated lime), डोलोमाइट चूना (Dolomite lime) या लकड़ी की राख (wood ash) को मिलाया जाता है।
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मिट्टी का पीएच लेवल कैसे कम करें – How To Make Soil Acidic (Decrease Ph) In Hindi
ज्यादा क्षारीय मिट्टी में ज्यादातर पौधे अच्छे से बढ़ नहीं पाते हैं। मिट्टी के पीएच मान को कम करने के लिए उसमें क्या मिलाया जाना चाहिए? इसका जबाव है ऑर्गेनिक मटेरियल, जैसे कि कम्पोस्ट खाद, पीट मॉस। पौधे की मिट्टी के चारों ओर सूखी पत्तियों की मल्चिंग कर देना चाहिए, इससे पत्तियां अपघटित होकर ह्यूमस बनाती हैं, जो मिट्टी की क्षारीयता को कम करता है। मिट्टी का पीएच लेवल कम करने के लिए उसमें जिप्सम और सल्फर भी मिलाया जाता है।
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आज के इस लेख में आपने जाना कि मिट्टी का पीएच मान क्या होता है, पौधों के लिए मिट्टी का pH क्यों महत्वपूर्ण है, अम्लीय और क्षारीय मिट्टी का पौधों पर क्या प्रभाव पड़ता है? इसके अलावा मिट्टी के पीएच को चेक करने और उसकी अम्लीयता और क्षारीयता को बढ़ाने के बारे में भी आपने इस लेख में जाना है। इस लेख को लेकर आपका जो भी सवाल या सुझाव हो, उसे कमेन्ट करके जरूर बताएं।